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Hindi Easy-to-Read Version Language: िह⡤दी (Hindi) Provided by: Bible League International. Copyright and Permission to Copy Taken from the Hindi Easy-to-Read Version © 1995 by Bible League International. PDF generated on 2017-08-22 from source files dated 2017-08-22. a28f7793-64e5-53d1-b0c7-eb243e526a41 ISBN: 978-1-5313-1305-0

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  • Hindi Easy-to-Read VersionLanguage: िह दी (Hindi)Provided by: Bible League International.

    Copyright and Permission to CopyTaken from the Hindi Easy-to-Read Version © 1995 by Bible League International.PDF generated on 2017-08-22 from source files dated 2017-08-22.a28f7793-64e5-53d1-b0c7-eb243e526a41ISBN: 978-1-5313-1305-0

  • 1 १ शमएूल १:१९

    १ शमएूल

    ए काना और उसका पिरवारशीलो म आराधना करता है

    १ १ ए काना नामक एक यि त था। वह एपरै्मके पहाड़ी पर्देश के रामातैमसोपीम कािनवासी था। ए काना सपू पिरवार का था।एलकाना यरोहाम का पुतर् था। यरोहाम एलीहूका पुतर् था। एलीहू तोहू का पुतर् था और तोहूसपू का पुतर् था, जो एपरै्म के पिरवार समहू सेथा।

    २ ए काना की दो पि नयाँ थी।ं एक का नामह ना था और दसूरी का नाम पिन ना था। पिन नाके ब चे थे, िक तु ह ना के कोई ब चा नहीं था।

    ३ ए काना हर वष अपने नगर रामातैमसोपीमको छोड़ देता था और शीलो नगर जाताथा। ए काना सवशि तमान यहोवा की उपासनाशीलो म करता था और वहाँ यहोवा को बिल भटकरता था। शीलो वह थान था, जहाँ हो नी औरपीनहास यहोवा के याजक के प म सेवा करतेथे। हो नी और पीनहास एली के पुतर् थे। ४ जबकभी ए काना अपनी बिल भट करता था, वह भटका एक अंश अपनी प नी पिन ना को देता था।ए काना भट का एक अंश पिन ना के ब च कोभी देता था। ५ ए काना भट का एक बराबर काअंश ह ना को भी सदा िदया करता था। ए कानायह तब भी करता रहा जब यहोवा ने ह ना कोकोई स तान नहीं दी थी। ए काना यह इसिलयेकरता था िक ह ना उसकी वह प नी थी िजससेवह स चा परे्म करता था।

    पिन ना ह ना को परेशान करती है६ पिन ना ह ना को सदा िख नता और परेशानी

    का अनुभव कराती थी। पिन ना यह इसिलयेकरती थी य िक ह ना कोई ब चा पैदा नहीं करसकती थी। ७ हर वष जब उनका पिरवार शीलोम यहोवा के आराधनालय म जाता, पिन ना,ह ना को परेशानी म डाल देती थी। एक िदनजब ए काना बिल भट अिपत कर रहा था। ह नापरेशानी का अनुभव करने लगी और रोने लगी।ह ना ने कुछ भी खाने से इ कार कर िदया। ८ उसके

    पित एलकाना ने उस से कहा, “ह ना, तुम रोय रही हो तुम खाना य नहीं खाती तुम

    दुःखी य हो म, तु हारा पित, तु हारा हूँ। तु हसोचना चािहए िक म तु हारे िलए तु हारे दसपुतर् से अ छा हूँ।”

    ह ना की पर्ाथना९ खाने और पीने के बाद ह ना चुपचाप उठी और

    यहोवा से पर्ाथना करने गई। यहोवा के पिवतर्आराधनालय के ार के िनकट कुसी पर याजकएली बैठा था। १० ह ना बहुत दुःखी थी। वह बहुतरोई जब उसने यहोवा से पर्ाथना की। ११ उसनेपरमे वर से िवशेष पर्ित ा की। उसने कहा,“सवशि तमान यहोवा, देखो म िकतनी अिधकदुःखी हूँ। मुझे याद रखो मुझे भलूो नही।ं यिदतुम मुझे एक पुतर् दोगे तो म परेू जीवन के िलयेउसे तुमको अिपत कर दूँगी। यह नाजीर पुतर्होगा : वह दाखमधु या तेज मिदरा नहीं पीएगाऔर कोई उसके बाल नहीं काटेगा।” *

    १२ ह ना ने बहुत देर तक पर्ाथना की। िजससमय ह ना पर्ाथना कर रही थी, एली ने उसकामुख देखा। १३ ह ना अपने दय म पर्ाथना कररही थी। उसके ह ठ िहल रहे थे, िक तु कोईआवाज नहीं िनकल रही थी। १४ एली ने समझा िकह ना दाखमधु से म है। एली ने ह ना से कहा,“तु हारे पास पीने को अ यािधक था अब समयहै िक दाखमधु को दरू करो।”

    १५ ह ना ने उ र िदया, “मने दाखमधु यादाखरस नहीं िपया है। म बहुत अिधक परेशान हूँ।म यहोवा से पर्ाथना करके अपनी सम याओं कािनवेदन कर रही थी। १६ मत सोचो िक म बुरी तर्ीहूँ। म इतनी देर तक इसिलए पर्ाथना कर रही थीिक मुझे अनेक परेशािनयाँ ह और म बहुत दुःखीहूँ।”

    १७ एली ने उ र िदया, “शाि तपवूक जाओ।इसर्ाएल का परमे वर तु ह वह दे, जो तुमनेमांगा है।”

    १८ ह ना ने कहा, “मुझे आशा है िक आप मुझसेपर्स न ह।” तब ह ना गई और उसने कुछ खाया।वह अब दुःखी नहीं थी।

    १९ दसूरे िदन सवेरे ए काना का पिरवार उठा।उ ह ने परमे वर की उपासना की और वे अपने घररामा को लौट गए।

    *१ :११ और कोई … काटेगा वे लोग जो अपने बाल न काटने और दाखमधु न पीने की पर्ित ा करते थे,नाजीर कहे जाते थे। देख िगनती ६ :५ ये लोग अपना जीवन परमे वर को स पते थे।

  • १ शमएूल १:२० 2 १ शमएूल २:८

    शमएूल का ज मए काना ने अपनी प नी ह ना के साथ

    शारीिरक स ब ध िकया, यहोवा ने ह ना कीपर्ाथना को याद रखा। २० ह ना गभवती हुई औरउसे एक पुतर् हुआ। ह ना ने उसका नाम शमएूलरखा। उसने कहा, “इसका नाम शमएूल है य िकमने इसे यहोवा से माँगा है।”

    २१ उस वष ए काना बिल—भट देने औरपरमे वर के सामने की गई पर्ित ा को परूा करनेशीलो गया। वह अपने पिरवार को अपने साथ लेगया। २२ िक तु ह ना नहीं गई। उसने ए कानासे कहा, “जब लड़का ठोस भोजन करने यो य होजायेगा, तब म इसे शीलो ले जाऊँगी। तब म उसेयहोवा को दूँगी। वह एक नाजीर बनेगा और वहशीलो म रहेगा।”

    २३ ह ना के पित ए काना ने उससे कहा, “वहीकरो िजसे तुम उ म समझती हो। तुम तब तकघर म रह सकती हो जब तक लड़का ठोस भोजनकरने यो य बड़ा नहीं हो जाता। यहोवा वही करेजो तुमने कहा है।” इसिलए ह ना अपने ब चे कापालन पोषण तब तक करने के िलये घर पर ही रहगई जब तक वह ठोस भोजन करने यो य बड़ा नहींहो जाता।

    ह ना शमएूल को शीलो मएली के पास ले जाती है

    २४ जब लड़का ठोस भोजन करने यो य बड़ाहो गया, तब ह ना उसे शीलो म यहोवा केआराधनालय पर ले गई। ह ना अपने साथ तीनवष का एक बैल, बीस प ड आटा और एक मशकदाखमधु भी ले गई।

    २५ वे यहोवा के सामने गए। ए काना ने यहोवाके िलए बिल के प म बैल को मारा जैसा वहपर्ाय: करता था तब ह ना लड़के को एली के पासले आई। २६ ह ना ने एली से कहा, “महोदय, माकर। म वही तर्ी हूँ जो यहोवा से पर्ाथना करतेहुए आप के पास खड़ी थी। म वचन देती हूँ िकम स य कह रही हूँ। २७ मने इस ब चे के िलयेपर्ाथना की थी। यहोवा ने मुझे यह ब चा िदया२८ और अब म इस ब चे को यहोवा को दे रही हूँ।यह परेू जीवन यहोवा का रहेगा।”

    तब ह ना ने ब चे को वहीं छोड़ा और यहोवाकी उपासना की।

    ह ना ध यवाद देती है

    २ १ ह ना ने कहा :“यहोवा, म, मेरा दय पर्स न हैम अपने परमे वर म शि तमती *अनुभव करती

    हूँम अपनी िवजय से पणू पर्स न हूँऔर अपने शत् ओं की हँसी उड़ाई हूँ।२ यहोवा के सदृश कोई पिवतर् परमे वर नही।ंतेरे अितिर त कोई परमे वर नहींपरमे वर के अितिर त कोई आशर्य िशला †नही।ं३ ब द करो डीगं का हाँकनाघम ड भरी बात न करो य

    य िक यहोवा परमे वर सब कुछ जानता है,परमे वर लोग को राह िदखाता है और उनका

    याय करता है।४ शि तशाली यो ाओं के धनुष टूटते हऔर दुबल शि तशाली बनते ह५ जो लोग बीते समय म बहुत भोजन वाले थे,उ ह अब भोजन पाने के िलये काम करना होगा।िक तु जो बीते समय म भखेू थे,वे अब भोजन पाकर मोटे हो रहे हजो तर्ी ब चा उ प न नहीं कर सकती थीअब सात ब च वाली हैिक तु जो बहुत ब च वाली थी,दुःखी है य िक उसके ब चे चले गये।६ यहोवा लोग को मृ यु देता है,और वह उ ह जीिवत रहने देता है।यहोवा लोग को मृ यु थल व अधोलोक को

    पहँुचाता है,और पुन: वह उ ह जीवन देकर उठाता है।७ यहोवा लोग को दीन बनाता है,और यहोवा ही लोग को धनी बनाता है।यहोवा लोग को नीचा करता है,और वह लोग को ऊँचा उठाता है।८ यहोवा कंगाल को धिूल से उठाता है।यहोवा उनके दुःख को दरू करता है।यहोवा कंगाल को राजाओं के साथ िबठाता है।यहोवा कंगाल को पर्िति ठत िसंहासन पर

    िबठाता है।

    *२ :१ शि तमती “यहोवा की उपासना म मेरा िसंगा ऊँचा उठा है।” िसंगा शि त का पर्तीक है।†२ :२ आशर्य िशला परमे वर के िलये एक नाम। यह बताता है िक वह िकले या सुर ा के दृढ़ थानकी तरह है।

  • १ शमएूल २:९ 3 १ शमएूल २:२५

    परूा जगत अपनी नीवं तक यहोवा का हैयहोवा जगत को उन ख भ पर िटकाया है९ यहोवा अपने पिवतर् लोग की र ा करता है।वह उ ह ठोकर खाकर िगरने से बचाता है।िक तु पापी लोग न ट िकये जाएंगे।वे घोर अंधेरे म िगरगे।उनकी शि त उ ह िवजय पर्ा त करने म सहायक

    नहीं होगी।१० यहोवा अपने शत् ओं को न ट करता है।सवो च परमे वर लोग के िव गगन म

    गरजेगा।यहोवा सारी पृ वी का याय करेगा।यहोवा अपने राजा को शि त देगा।वह अपने अिभिष त राजा को शि तशाली

    बनायेगा।”११ ए काना और उसका पिरवार अपने घर रामा

    को गया। लड़का शीलो म रह गया और याजकएली के अधीन यहोवा की सेवा करता रहा।

    एली के बुरे पुतर्१२ एली के पुतर् बुरे यि त थे। वे यहोवा की

    परवाह नहीं करते थे। १३ वे इसकी परवाह नहींकरते थे िक याजक से लोग के पर्ित कैसेयवहार की आशा की जाती है। याजक को लोग

    के िलये यह करना चािहए: जब कभी कोई यि तबिल—भट लाये, तो याजक को एक बतन म माँसको उबालना चािहये। याजक के सेवक को अपनेहाथ म िवशेष काँटा िजसके तीन न क ह, लेकरआना चािहए। १४ याजक के सेवक को काँटे कोबतन या पतीले म डालना चािहए। काँट से जोकुछ बतन के बाहर लाये वह माँस याजक काहोगा। यह याजक ारा उन इसर्ाएिलय के िलयेिकया जाना चािहये जो शीलो म बिल भट करनेआय। १५ िक तु एली के पुतर् ने यह नहीं िकया।चबी को वेदी पर जलाये जाने के पहले ही उनकेसेवक लोग के पास बिल—भट करते जाते थे।याजक के सेवक कहा करते थे, “याजक को कुछमाँस भनूने के िलये दो। याजक तुमसे उबला हुआमाँस नहीं लगे।”

    १६ बिल—भट करने वाला यि त यह कहसकता था, “पहले चबी जलाओ, *तब तुम जोचाहो ले सकते हो।” यिद ऐसा होता तो याजकका सेवक उ र देता : “नही,ं मुझे अभी माँस दो,

    यिद तुम मुझे यह नहीं देते हो तो म इसे तुमसे लेही लूँगा।”

    १७ इस पर्कार, हो नी और पीनहास यह िदखातेथे िक वे यहोवा को भट की गई बिल के पर्ितशर् ा नहीं रखते थे। यह यहोवा के िव बहुतबुरा पाप था

    १८ िक तु शमएूल यहोवा की सेवा करता था।शमएूल सन का बना एक िवशेष एपोद पहनताथा। १९ हर वष शमएूल की माँ एक छोटा च गाशमएूल के िलये बनाती थी। वह हर वष जब अपनेपित के साथ बिल—भट करने शीलो जाती थी तोवह छोटा च गा शमएूल के िलये ले जाती थी।

    २० एली, ए काना और उसकी प नी कोआशीवाद देता था। एली ने कहा, “यहोवा तु हह ना ारा स तान देकर बदला दे। ये ब चे उसलड़के का थान लगे िजसके िलये ह ना नेपर्ाथना की थी और यहोवा को िदया था।”

    तब ए काना और ह ना घर लौटे, और२१ यहोवा ने ह ना पर दया की। उसके तीन पुतर्और दो पुितर्याँ हु और लड़का शमएूल यहोवाके पास बड़ा हुआ।

    एली अपने पापी पुतर् परिनय तर्ण करने म असफल

    २२ एली बहुत बढ़ूा था। वह बार बार उन बुरेकाम के बारे म सुनता था जो उसके पुतर् शीलोम सभी इसर्ाएिलय के साथ कर रहे थे। एली नेयह भी सुना िक जो ि तर्याँ िमलापवाले त बू के

    ार पर सेवा करती थी,ं उनके साथ वे सोते थे।२३ एली ने अपने पुतर् से कहा, “तुमने जो कुछ

    बुरा िकया है उसके बारे म लोग ने यहाँ मुझेबताया है। तुम लोग ये बुरे काम य करते हो२४ पुतर् , इन बुरे काम को मत करो। यहोवाके लोग तु हारे िवषय म बुरी बात कह रहे ह।२५ यिद कोई यि त िकसी अ य यि त के िवपाप करता है, तो परमे वर उसकी म य थता करसकता है। िक तु यिद कोई यि त यहोवा के हीिव पाप करता है तो उस यि त की म य थताकौन कर सकता है ”

    िक तु एली के पुतर् ने एली की बात सुननेसे इ कार कर िदया। इसिलए यहोवा ने एली केपुतर् को मार डालने का िन चय िकया।

    *२ :१६ पहले चबी जलाओ चबी जानवर का वह भाग थी जो परमे वर का था। याजक से आशा कीजाती थी िक वे परमे वर की भट के प म उसे वेदी म जलाय।

  • १ शमएूल २:२६ 4 १ शमएूल ३:११

    २६ बालक शमएूल बढ़ता रहा। उसने परमे वरऔर लोग को पर्स न िकया।

    एली के पिरवार के िवषय म भंयकर भिव यवाणी२७ परमे वर का एक यि त एली के पास

    आया। उसने कहा, “यहोवा यह बात कहता है,‘तु हारे पवूज िफरौन के पिरवार के गुलाम थे।िक तु म तु हारे पवूज के सामने उस समयपर्कट हुआ। २८ मने तु हारे पिरवार समहू कोइसर्ाएल के सभी पिरवार समहू म से चुना।मने तु हारे पिरवार समहू को अपना याजकबनने के िलये चुना। मने उ ह अपनी वेदी परबिल—भट करने के िलये चुना। मने उ ह सुग धजलाने और एपोद पहनने के िलये चुना। मनेतु हारे पिरवार समहू को बिल—भट से वह माँसभी लेने िदया जो इसर्ाएल के लोग मुझकोचढ़ाते ह। २९ इसिलए तुम उन बिल—भट औरअ नबिलय का स मान य नहीं करते। तुमअपने पुतर् को मुझसे अिधक स मान देते हो।तुम माँस के उस सवो म भाग से मोटे हुए हो िजसेइसर्ाएल के लोग मेरे िलये लाते ह।’

    ३० “इसर्ाएल के परमे वर यहोवा ने यह वचनिदया था िक तु हारे िपता का पिरवार ही सदाउसकी सेवा करेगा। िक तु अब यहोवा यह कहताहै, ‘वैसा कभी नहीं होगा म उन लोग का स मानक ँ गा जो मेरा स मान करगे। िक तु उनका बुराहोगा जो मेरा स मान करने से इनकार करते ह।३१ वह समय आ रहा है जब म तु हारे सारे वंशजको न ट कर दूँगा। तु हारे पिरवार म कोई बढ़ूाहोने के िलये नहीं बचेगा। ३२ इसर्ाएल के िलयेअ छी चीज ह गी, िक तु तुम घर म बुरी घटनाऐंहोते देखोगे। तु हारे पिरवार म कोई भी बढ़ूा होनेके िलये नहीं बचेगा। ३३ केवल एक यि त को मअपनी वेदी पर याजक के प म सेवा के िलयेबचाऊँगा। वह बहुत अिधक बुढ़ापे तक रहेगा।वह तब तक जीिवत रहेगा जब तक उसकी आँखेऔर उसकी शि त बची रहेगी। तु हारे शेष वंशजतलवार के घाट उतारे जाएंगे। ३४ म तु ह एकसंकेत दूँगा िजससे यह ात होगा िक ये बात सचह गी। तु हारे दोन पुतर् हो नी और पीनहास एकही िदन मरगे। ३५ म अपने िलये एक िव वसनीययाजक ठहराऊँगा। वह याजक मेरी बात मानेगाऔर जो म चाहता हूँ , करेगा। म इस याजक केपिरवार को शि तशाली बनाऊँगा। वह सदा मेरेअिभिष त राजा के सामने सेवा करेगा। ३६ तबसभी लोग जो तु हारे पिरवार म बचे रहगे, आएंगे

    और इस याजक के आगे झुकगे। ये लोग थोड़े धनया रोटी के टुकड़े के िलए भीख मागगे। वे कहगे,“कृपया याजक का सेवा काय हम दे दो िजससे हमभोजन पा सक।”’”

    शमएूल को परमे वर का बुलावा

    ३ १ बालक शमएूल एली के अधीन यहोवा कीसेवा करता रहा। उन िदन , यहोवा पर्ाय:लोग से सीधे बात नहीं करता था। बहुत कम हीदशन हुआ करता था।

    २ एली की दृि ट इतनी कमजोर थी िक वहलगभग अ धा था। एक रात वह िब तर परसोया हुआ था। ३ शमएूल यहोवा के पिवतर्आराधनालय म िब तर पर सो रहा था। उसपिवतर् आराधनालय म परमे वर का पिवतर्स दकू था। यहोवा का दीपक अब भी जल रहाथा। ४ यहोवा ने शमएूल को बुलाया। शमएूल नेउ र िदया, “म यहाँ उपि थत हूँ।” ५ शमएूल कोलगा िक उसे एली बुला रहा है। इसिलए शमएूलदौड़कर एली के पास गया। शमएूल ने एली सेकहा, “म यहाँ हूँ। आपने मुझे बुलाया।”

    िक तु एली ने कहा, “मने तु ह नहीं बुलाया।अपने िब तर म जाओ।”

    शमएूल अपने िब तर पर लौट गया। ६ यहोवाने िफर बुलाया, “शमएूल ” शमएूल िफर दौड़करएली के पास गया। शमएूल ने कहा, “म यहाँ हूँ।आपने मुझे बुलाया।”

    एली ने कहा, “मने तु ह नहीं बुलाया, अपनेिब तर म जाओ।”

    ७ शमएूल अभी तक यहोवा को नहीं जानताथा। यहोवा ने अभी तक उससे सीधे बात नहीं कीथी।

    ८ यहोवा ने शमएूल को तीसरी बार बुलाया।शमएूल िफर उठा और एली के पास गया। शमएूलने कहा, “म आ गया। आपने मुझे बुलाया।”

    तब एली ने समझा िक यहोवा लड़के को बुलारहा है। ९ एली ने शमएूल से कहा, “िब तर मजाओ। यिद वह तु ह िफर बुलाता है तो कहो,‘यहोवा बोल म तेरा सेवक हूँ और सुन रहा हूँ।’”

    सो शमएूल िब तर म चला गया। १० यहोवाआया और और वहाँ खड़ा हो गया। उसने पहलेकी तरह बुलाया।

    उसने कहा, “शमएूल, शमएूल ” शमएूल नेकहा, “बोल म तेरा सेवक हूँ और सुन रहा हूँ।”

    ११ यहोवा ने शमएूल से कहा, “म शीघर् हीइसर्ाएल म कुछ क ँ गा। जो लोग इसे सुनगे

  • १ शमएूल ३:१२ 5 १ शमएूल ४:११

    उनके कान झ ना उठगे। १२ म वह सब कुछ क ँ गाजो मने एली और उसके पिरवार के िव करने कोकहा है। म आर भ से अ त तक सब कुछ क ँ गा।१३ मने एली से कहा है िक म उसके पिरवार कोसदा के िलये द ड दूँगा। म यह इसिलए क ँ गािक एली जानता है उस के पुतर् ने परमे वर केिव बुरा कहा है, और िकया है, और एली उन परिनयंतर्ण करने म असफल रहा है। १४ यही कारणहै िक मने एली के पिरवार को शाप िदया है िकबिल—भट और अ नबिल उनके पाप को दरू नहींकर सकती।”

    १५ शमएूल सवेरा होने तक िब तर म पड़ा रहा।वह तड़के उठा और उसने यहोवा के मि दर के ारको खोला। शमएूल अपने दशन की बात एली सेकहने म डरता था।

    १६ िक तु एली ने शमएूल से कहा, “मेरे पुतर्,शमएूल ”

    शमएूल ने उ र िदया, “हाँ, महोदय।”१७ एली ने पछूा, “यहोवा ने तुमसे या कहा

    उसे मुझसे मत िछपाओ। परमे वर तु ह द डदेगा, यिद परमे वर ने जो स देश तुमको िदया हैउसम से कुछ भी िछपाओगे।”

    १८ इसिलए शमएूल ने एली को वह हर एक बातबताई। शमएूल ने एली से कुछ भी नहीं िछपाया।

    एली ने कहा, “वह यहोवा है। उसे वैसा ही करनेदो जैसा उसे अ छा लगता है।”

    १९ शमएूल बड़ा होता रहा और यहोवा उसकेसाथ रहा। यहोवा ने शमएूल के िकसी स देश कोअस य नहीं होने िदया। २० तब सारा इसर्ाएल,दान से लेकर बेशबा तक, समझ गया िक शमएूलयहोवा का स चा नबी है। २१ शीलो म यहोवाशमएूल के सामने पर्कट होता रहा। यहोवा नेशमएूल के आगे अपने आपको वचन *के ारापर्कट िकया।

    ४ १ शमएूल के िवषय म समाचार परेू इसर्ाएलम फैल गया। एली बहुत बढ़ूा हो गया था।उसके पुतर् यहोवा के सामने बुरा काम करते रहे।

    पिलि तय ने इसर्ाएिलय को हरायाउस समय, पिल ती इसर्ाएल के िव यु

    करने के िलये तैयार हुए। इसर्ाएली पिलि तयके िव लड़ने गए। इसर्ाएिलय ने अपना डेराएबेनेजेर म डाला। पिलि तय ने अपना डेरा

    अपेक म डाला। २ पिलि तय ने इसर्ाएल परआक्रमण करने की तैयारी की। यु आर भ होगया। पिलि तय ने इसर्ाएिलय को हरा िदया।

    पिलि तय ने इसर्ाएल की सेना के लगभगचार हजार सैिनक को मार डाला। ३ इसर्ाएिलयके बाकी सैिनक अपने डेरे म लौट गए। इसर्ाएलके अगर्ज (पर्मुख ) ने पछूा, “यहोवा नेपिलि तय को हम य परािजत करने िदयाहम लोग शीलो से वाचा के स दकू को ले आय।इस पर्कार, परमे वर हम लोग के साथ यु मजायेगा। वह हम हमारे शत् ओं से बचा देगा।”

    ४ इसिलये लोग ने यि तय को शीलो मभेजा। वे लोग सवशि तमान यहोवा के वाचाके स दकू को ले आए। स दकू के ऊपर क ब( वगदतू) ह और वे उस आसन की तरह ह िजसपर यहोवा बैठता है। एली के दोन पुतर्, हो नीऔर पीनहास स दकू के साथ आए।

    ५ जब यहोवा के वाचा का स दकू डेरे केभीतर आया, तो इसर्ाएिलय ने पर्च डउद ्घोष िकया। उस उदघ्ोष से धरती काँप उठी।६ पिलि तय ने इसर्ाएिलय के उद ्घोष कोसुना। उ ह ने पछूा, “िहब् लोग के डेरे म ऐसाउद ्घोष य है ”

    तब पिलि तय को ात हुआ िक इसर्ाएल केडेरे म वाचा का स दकू आया है। ७ पिल ती डरगए। पिलि तय ने कहा, “परमे वर उनके डेरे मआ गया है हम लोग मुसीबत म ह। ऐसा पहलेकभी नहीं हुआ। ८ हम िच ता है इस शि तशालीपरमे वर से हम कौन बचा सकता है ये वहीपरमे वर है िजसने िमिसर्य को वे बीमािरयाँ औरमहामािरयाँ दी थी।ं ९ पिलि तय साहस करोवीर पु ष की तरह लड़ो बीते समय म िहब्लोग हमारे दास थे। इसिलए वीर की तरह लड़ोनहीं तो तुम उनके दास हो जाओगे।”

    १० पिल ती वीरता से लड़े और उ ह नेइसर्ाएिलय को हरा िदया। हर एक इसर्ाएलीयो ा अपने डेरे म भाग गया। इसर्ाएल के िलयेयह भयानक पराजय थी। तीस हजार इसर्ाएलीसैिनक मारे गए। ११ पिलि तय ने उनसे परमे वरका पिवतर् स दकू छीन िलया और उ ह ने एलीके दोन पुतर् , हो नी और पीनहास को मारडाला।

    *३ :२१ वचन कभी-कभी यहोवा के वचन का अथ परमे वर का संदेश भी होता है। िक तु कभी-कभीउसका अथ यह भी होता है िक यह परमे वर का एक िवशेष पर्कार या प होता है िजसे वह उस समयकाम म लाता है जब वह अपने निबय के साथ बात करता है।

  • १ शमएूल ४:१२ 6 १ शमएूल ५:८

    १२ उस िदन िब यामीन पिरवार का एक यि तयु से भागा। उसने अपने शोक को पर्कट करनेके िलये अपने व तर् को फाड़ डाला और अपनेिसर पर धिूल डाल ली। १३ जब यह यि त शीलोपहँुचा तो एली अपनी कुसी पर नगर ार के पासबैठा था। उसे परमे वर के पिवतर् स दकू के िलयेिचंता थी, इसीिलए वह पर्ती ा म बैठा हुआथा। तभी िब यामीन पिरवार समहू का वह यि तशीलो म आया और उसने दुःख भरी सचूना दी।नगर के सभी लोग जोर से रो पड़े। १४–१५ एलीअट्ठानवे वष का बढ़ूा और अ धा था, एली ने रोनेकी आवाज सुनी तो एली ने पछूा, “यह जोर काशोर या है ”

    वह िब यामीन यि त एली के पास दौड़कर गया और जो कुछ हुआ था उसे बताया।१६ िब यामीनी यि त ने कहा िक “म आज युसे भाग आया हूँ ”

    एली ने पछूा, “पुतर्, या हुआ ”१७ िब यामीनी यि त ने उ र िदया,

    “इसर्ाएली पिलि तय के मुकाबले भाग खड़ेहुए ह। इसर्ाएली सेना ने अनेक यो ाओं कोखो िदया है। तु हारे दोन पुतर् मारे गए ह औरपिल ती परमे वर के पिवतर् स दकू को छीन लेगये ह।”

    १८ जब िब यामीनी यि त ने परमे वर केपिवतर् स दकू की बात कही, तो एली ार केिनकट अपनी कुसी से पीछे िगर पड़ा और उसकीगदन टूट गई। एली बढ़ूा और मोटा था, इसिलयेवह वहीं मर गया। एली बीस वष तक इसर्ाएलका अगुवा रहा।

    गौरव समा त हो गया१९ एली की पुतर्वध,ू पीनहास की प नी, उन

    िदन गभवती थी। यह लगभग उसके ब चे केउ प न होने का समय था। उसने यह समाचारसुना िक परमे वर का पिवतर् स दकू छीन िलयागया है। उसने यह भी सुना िक उसके ससुर एलीकी मृ यु हो गई है और उसका पित पीनहास मारागया है। । य ही उसने यह समाचार सुना, उसकोपर्सव पीड़ा आर भ हो गई और उसने अपनेब चे को ज म देना आर भ िकया। २० उसके मरनेसे पहले जो ि तर्याँ उसकी सहायता कर रहीथीं उ होने कहा, “दुःखी मत हो तु ह एक पुतर्उ प न हुआ है।”

    िक तु एली की पुतर्वधू ने न तो उ र ही िदया,न ही उस पर यान िदया। २१ एली की पुतर्वधू

    ने कहा, “इसर्ाएल का गौरव अ त हो गया ”इसिलए उसने ब चे का नाम ईकाबोद रखा औरबस वह तभी मर गई। उसने अपने ब चे का नामईकाबोद रखा य िक परमे वर का पिवतर् स दकूचला गया था और उसके ससुर एवं पित मर गएथे। २२ उसने कहा, “इसर्ाएल का गौरव अ तहुआ।” उसने यह कहा, य िक पिल ती परमे वरका स दकू ले गये।

    पिवतर् स दकू पिलि तय को परेशान करता है

    ५ १ पिलि तय ने परमे वर का पिवतर् स दकूएबनेजेर से उसे असदोद ले गए। २ पिल तीपरमे वर के पिवतर् स दकू को दागोन के मि दरम ले गए। उ ह ने परमे वर के पिवतर् स दकू कोदागोन की मिूत के बगल म रखा। ३ अशदोदी केलोग अगली सुबह उठे। उ ह ने देखा िक दागोनमँुह के बल पड़ा है। दागोन यहोवा की स दकू केसामने िगरा पड़ा था।

    अशदोद के लोग ने दागोन की मिूत को उसकेपवू— थान पर रखा। ४ िक तु अगली सुबह जबअशदोद के लोग उठे तो उ ह ने दागोन को िफरजमीन पर पाया। दागोन िफर यहोवा के पिवतर्स दकू के सामने िगरा पड़ा था। दागोन के हाथऔर पैर टूट गए थे और डेवढ़ी पर पड़े थे।केवल दागोन का शरीर एक ख ड के प म था।५ यही कारण है, िक आज भी दागोन के याजक याअशदोद म दागोन के मि दर म घुसने वाले अ ययि त डेवढ़ी पर चलने से इ कार करते ह।

    ६ यहोवा ने अशदोद के लोग तथा उनकेपड़ोिसय के जीवन को क टपणू कर िदया।यहोवा ने उनको किठनाईय म डाला। उसने उनमफोड़े उठाए। यहोवा ने उनके पास चहेू भेजे। चहेूउनके सभी जहाज और भिूम पर दौड़ते थे। नगरम सभी लोग बहुत डर गए थे। ७ अशदोद केलोग ने देखा िक या हो रहा है। उ ह ने कहा,“इसर्ाएल के परमे वर का स दकू यहाँ नहीं रहसकता परमे वर हम और हमारे देवता, दागोनको भी द ड दे रहा है।”

    ८ अशदोद के लोग ने पाँच पिल ती शासकको एक साथ बुलाया। अशदोद के लोग नेशासक से पछूा, “हम लोग इसर्ाएल के परमे वरके पिवतर् स दकू का या कर ”

    शासक ने उ र िदया, “इसर्ाएल के परमे वरके पिवतर् स दकू को गत नगर ले जाओ।” अत:पिलि तय ने परमे वर के पिवतर् स दकू को हटािदया।

  • १ शमएूल ५:९ 7 १ शमएूल ६:११

    ९ िक तु जब पिलि तय ने परमे वर के पिवतर्स दकू को गत को भेज िदया था, तब यहोवा नेउस नगर को द ड िदया। लोग बहुत भयभीत होगए। परमे वर ने सभी ब च व बढ़ू के िलयेअनेक क ट उ प न िकये। परमे वर ने गत केलोग के शरीर म फोड़े उ प न िकये। १० इसिलएपिलि तय ने परमे वर के पिवतर् स दकू कोएक्रोन भेज िदया।

    िक तु जब परमे वर का पिवतर् स दकू एक्रोनआया, एक्रोन के लोग ने िशकायत की। उ ह नेकहा, “तुम लोग इसर्ाएल के परमे वर का स दकूहमारे नगर एक्रोन म य ला रहे हो या तुमलोग हम और हमारे लोग को मारना चाहते हो ”११ एक्रोन के लोग ने सभी पिल ती सेनापितयको एक साथ बुलाया।

    एक्रोन के लोग ने सेनापितय से कहा,“इसर्ाएल के परमे वर के स दकू को, उसके पहलेिक वह हम और हमारे लोग को मार डाले। इसकेपहले के थान पर भेज दो ” एक्रोन के लोगबहुत भयभीत थे। परमे वर ने उस थान पर उनकेजीवन को बहुत क टमय बना िदया। १२ बहुत सेलोग मर गए और जो लोग नहीं मरे उनको फोड़ेिनकले। एक्रोन के लोग ने जोर से रोकर वगको पुकारा।

    परमे वर का पिवतर् स दकूअपने घर लौटाया गया

    ६ १ पिलि तय ने पिवतर् स दकू को अपने देशम सात महीने रखा। २ पिलि तय ने अपनेयाजक और जादगूर को बुलाया। पिलि तय नेकहा, “हम यहोवा के स दकू का या कर बताओिक हम कैसे स दकू को वापस इसके घर भेज ”

    ३ याजक और जादगूर ने उ र िदया, “यिदतुम इसर्ाएल के परमे वर के पिवतर् स दकूको भेजते हो तो, इसे िबना िकसी भट के नभेजो। तु ह इसर्ाएल के परमे वर को भट चढ़ानीचािहये। िजससे इसर्ाएल का परमे वर तु हारेपाप को दरू करेगा। तब तुम व थ हो जाओगे।तुम पिवतर् हो जाओगे। तु ह यह इसिलए करनाचािहए िजससे िक परमे वर तुम लोग को द डदेना ब द करे।”

    ४ पिल तय ने पछूा, “हम लोग को कौन सीभट, अपने को मा कराने के िलये इसर्ाएल केपरमे वर को भेजनी चािहये ”

    याजक और जादगूर ने कहा, “यहाँ पाँचपिल ती पर्मुख ह। हर एक नगर के िलये एकपर्मुख है। तुम सभी लोग और तु हारे पर्मुखकी एक ही सम या है। इसिलए तु हे पाँच सोनेके ऐसे नमनेू जो पाँच फोड़ के प म िदखने वालेबनाने चािहये और पाँच नमनेू पाँच चहू के प मिदखने वाले बनाने चािहए। ५ इस पर्कार फोड़ केनमनेू बनाओ और चहू के नमनेू बनाओ जो देशको बरबाद कर रहे ह। इसर्ाएल के परमे वर कोइन सोने के नमनू को भुगतान के प म दो। तबयह संभव है िक इसर्ाएल का परमे वर तुमको,तु हारे देवताओं को, और तु हारे देश को द डदेना रोक दे। ६ िफ़रौन और िमिसर्य की तरह हठीन बनो। परमे वर ने िमिसर्य को द ड िदया।यही कारण था िक िमिसर्य ने इसर्ाएिलय कोिमसर् छोड़ने िदया।

    ७ “तु ह एक नई ब द गाड़ी बनानी चािहएऔर दो गाय िज ह ने अभी बछड़े िदये ह लानीचािहए। ये गाय ऐसी होनी चािहये िज ह ने खेतम काम न िकया हो। गाय को ब द गाड़ी म जोड़ोऔर बछड़ को घर लौटा ले जाओ। बछड़ कोगौशाला म रखो। उ ह अपनी माताओं के पीछेन जाने दो। *८ यहोवा के पिवतर् स दकू को ब दगाड़ी म रखो। तु ह सोने के नमनू को थैले मस दकू के बगल म रखना चािहये। तु हारे पापको मा करने के िलये सोने के नमनेू परमे वर केिलये तु हारी भट ह। ब द गाड़ी को सीधे इसकेरा ते पर भेजो। ९ ब द गाड़ी को देखते रहो। यिदब द गाड़ी बेतशेमेश की ओर इसर्ाएल की भिूमम जाती है, तो यह संकेत है िक यहोवा ने हमयह बड़ा रोग िदया है। िक तु यिद गाय बेतशेमेशको नहीं जाती,ं तो हम समझगे िक इसर्ाएल केपरमे वर ने हम द ड नहीं िदया है। हम समझजायगे िक हमारी बीमारी वतः ही हो गई।”

    १० पिलि तय ने वही िकया जो याजक औरजादगूर ने कहा। पिलि तय ने वैसी दो गाय लींिज ह ने शीघर् ही बछड़े िदये थे। पिलि तय नेगाय को ब द गाड़ी से जोड़ िदया। पिलि तयने बछड़ को घर पर गौशाला म रखा। ११ तबपिलि तय ने यहोवा के पिवतर् स दकू को ब द

    *६ :७ उ ह … जाने दो पिलि तय ने सोचा िक याद गाय ने अपने बछड़ को खोजने की कोिशश नहींकी और बेतशेमेश को शीधे चली गई तो यह िस हो जायेगा िक परमे वर उ ह ले जा रहा है। यहपर्कट करेगा िक परमे वर ने भट वीकार कर ली।

  • १ शमएूल ६:१२ 8 १ शमएूल ७:९

    गाड़ी म रखा। १२ गाय सीधे बेतशेमेश को ग ।गाय लगातार रंभाती हुई सड़क पर िटकी रही।ंगाय दाय या बाय नहीं मुड़ी।ं पिल ती शासकगाय के पीछे बेतशेमेश की नगर सीमा तक गए।

    १३ बेतशेमेश के लोग घाटी म अपनी गेहूँ कीफसल काट रहे थे। उ ह ने िनगाह उठाई औरपिवतर् स दकू को देखा। वे स दकू को िफरदेखकर बहुत पर्स न हुए। वे उसे लेने के िलयेदौड़े। १४–१५ ब द गाड़ी उस खेत म आई जोबेतशेमेश के यहोशू का था। इस खेत म ब द गाड़ीएक िवशाल चट्टान के सामने की। बेतशेमेश केलोग ने ब द गाड़ी को काट िदया। तब उ ह नेगाय को मार डाला। उ ह ने गाय की बिलयहोवा को दी।

    लेवीवंिशय ने यहोवा के पिवतर् स दकू कोउतारा। उ ह ने उस थैले को भी उतारा िजसम सोनेके नमनेू रखे थे। लेवीवंिशय ने यहोवा के स दकूऔर थैले को िवशाल चट्टान पर रखा।

    उस िदन बेतशेमेश के लोग ने यहोवा कोहोमबिल चढ़ाई।

    १६ पाँच पिल ती शासक ने बेतशेमेश केलोग को यह सब करते देखा। तब वे पाँचपिल ती शासक उसी िदन एक्रोन लौट गए।

    १७ इस पर्कार, पिलि तय ने यहोवा को अपनेपाप के िलये, अपने फोड़ के सोने के नमनेू भटके प म भेजे। उ ह ने हर एक पिल ती नगरके िलये फोड़े का एक सोने का नमनूा भेजा। येपिल ती नगर अशदोद, अ जा, अ कलोन, गतऔर एक्रोन थे। १८ पिलि तय ने चहू के सोने केनमनेू भी भेजे। सोने के चहेू की सं या उतनी ही थीिजतनी सं या पाँच पिल ती शासक के नगरकी थी। इन नगर के चार ओर चहारदीवारी थीऔर हर नगर के चार ओर गाँव थे।

    बेतशेमेश के लोग ने यहोवा के पिवतर् स दकूको एक चट्टान पर रखा। वह चट्टान अब भीबेतशेमेश के यहोशू के खेत म है। १९ िक तु िजससमय बेतशेमेश के लोग ने यहोवा के पिवतर्स दकू को देखा उस समय वहाँ कोई याजक न था।इसिलये परमे वर ने बेतशेमेश के स र यि तयको मार डाला। बेतशेमेश के लोग िवलाप करनेलगे य िक यहोवा ने उ ह इतना कठोर द डिदया। २० इसिलये बेतशेमेश के लोग ने कहा,“याजक कहाँ है जो इस पिवतर् स दकू कीदेखभाल कर सके यहाँ से स दकू कहाँ जाएगा ”

    २१ िकय यारीम म एक याजक था। बेतशेमेश केलोग ने िकय यारीम के लोग के पास दतू भेजे।

    दतू ने कहा, “पिलि तय ने यहोवा का पिवतर्स दकू लौटा िदया है। आओ और इसे अपने नगरम ले जाओ।”

    ७ १ िकय यारीम के लोग आए और यहोवाके पिवतर् स दकू को ले गए। वे यहोवाके स दकू को पहाड़ी पर अबीनादाब के घर लेगए। उ ह ने अबीनादाब के पुतर् एलीआजारको यहोवा के स दकू की र ा करने के िलयेतैयार करने हेतु एक िवशेष उपासना की। २ स दकूिकय यारीम म बहुत समय तक रखा रहा। यहवहाँ बीस वष तक रहा।

    यहोवा इसर्ाएिलय की र ा करता है :इसर्ाएल के लोग िफर यहोवा का अनुसरण

    करने लगे। ३ शमएूल ने इसर्ाएल के लोग सेकहा, “यिद तुम सचमुच यहोवा के पास स चे

    दय से लौट रहे हो तो तु ह िवदेशी देवताओंको फक देना चािहये। तु ह अ तोरेत की मिूतयको फक देना चािहये और तु ह परूी तरह यहोवाको अपना समपण करना चािहये तु ह केवलयहोवा की ही सेवा करनी चािहये। तब यहोवातु ह पिलि तय से बचायेगा।”

    ४ इसिलये इसर्ाएिलय ने अपने बाल औरअ तोरेत की मिूतय को फक िदया। इसर्ाएलीकेवल यहोवा की सेवा करने लगे।

    ५ शमएूल ने कहा, “सभी इसर्ाएली िम पा मइकट्ठे ह । म तु हारे िलये यहोवा से पर्ाथनाक ँ गा।”

    ६ इसर्ाएली िम पा म एक साथ इकट्ठे हुए। वेजल लाये और यहोवा के सामने वह जल चढ़ाया।इस पर्कार उ ह ने उपवास का समय आर भिकया। उ ह ने उस िदन भोजन नहीं िकया औरउ ह ने अपने पाप को वीकार िकया। उ ह नेकहा, “हम लोग ने यहोवा के िव पाप िकयाहै।” इस पर्कार शमएूल ने िम पा म इसर्ाएल केयायाधीश के प म काम िकया।

    ७ पिलि तय ने यह सुना िक इसर्ाएलीिम पा म इकट्ठा हो रहे ह। पिल ती शासकइसर्ाएिलय के िव आक्रमण करने गये।इसर्ाएिलय ने सुना िक पिल ती आ रहे ह, औरवे डर गए। ८ इसर्ाएिलय ने शमएूल से कहा,“हमारे परमे वर यहोवा से पर्ाथना हमारे िलयेकरना ब द मत करो। यहोवा से माँगो िक वहपिलि तय से हमारी र ा करे ”

    ९ शमएूल ने एक मेमना िलया। उसने यहोवाकी होमबिल के प म मेमने को जलाया।

  • १ शमएूल ७:१० 9 १ शमएूल ८:११

    शमएूल ने यहोवा से इसर्ाएल के िलये पर्ाथनाकी। यहोवा ने शमएूल की पर्ाथना का उ रिदया। १० िजस समय शमएूल बिल जला रहा था,पिल ती इसर्ाएल से लड़ने आये। िक तु यहोवाने पिलि तय के समीप पर्च ड गजना उ प नकी। इसने पिलि तय को अ त य त कर िदया।गजना ने पिलि तय को भयभीत कर िदया औरवे अ त य त हो गये। उनके पर्मुख उन परिनयंतर्ण न रख सके। इस पर्कार पिलि तयको इसर्ाएिलय ने यु म परािजत कर िदया।११ इसर्ाएल के लोग िम पा से बाहर दौड़े औरपिलि तय का पीछा िकया। उ ह ने लगातार बेतकर तक उनका पीछा िकया। उ ह ने परेू रा तेपिल ती सैिनक को मारा।

    इसर्ाएल म शाि त थािपत हुई१२ इसके बाद, शमएूल ने एक िवशेष प थर

    थािपत िकया। उसने यह इसिलए िकया िक लोगयाद रख िक परमे वर ने या िकया। शमएूल नेप थर को िम पा और शेन के बीच रखा। शमएूलने प थर का नाम “सहायता का प थर” *रखा।शमएूल ने कहा, “यहोवा ने लगातार परेू रा ते इसथान तक हमारी सहायता की।”

    १३ पिल ती परािजत हुए। वे इसर्ाएल देशम िफर नहीं घुसे। शमएूल के शेष जीवन म,यहोवा पिलि तय के िव रहा। १४ पिलि तयने इसर्ाएल के नगर ले िलये थे। पिलि तय नेएक्रोन से गत तक के ेतर् के नगर को ले िलयाथा। िक तु इसर्ाएिलय ने इ ह जीत कर वापसले िलया और इसर्ाएल ने इन नगर के चार ओरकी भिूम को भी वापस ले िलया।

    और इसर्ाएिलय और एमोिरय के बीच भीशाि त हो गई।

    १५ शमएूल ने अपने परेू जीवन भर इसर्ाएल कामाग दशन िकया। १६ शमएूल एक थान से दसूरेथान तक इसर्ाएल के लोग का याय करता

    हुआ गया। हर वष उसने देश के चार ओर यातर्ाकी। वह िगलगाल, बेतेल और िम पा को गया।अत: उसने इन सभी थान पर इसर्ाएली लोगका याय और उन पर शासन िकया। १७ िक तुशमएूल का घर रामा म था। इसिलए शमएूलसदा रामा को लौट जाता था। शमएूल ने उसीनगर से इसर्ाएल का याय और शासन िकया

    और शमएूल ने रामा म यहोवा के िलये एक वेदीबनाई।

    इसर्ाएल एक राजा की माँग करता है

    ८ १ जब शमएूल बढ़ूा हो गया तो उसने अपनेपुतर् को इसर्ाएल का यायाधीश बनाया।२ शमएूल के पर्थम पुतर् का नाम योएल रखागया। उसके दसूरे पुतर् का नाम अिब याहरखा गया था। योएल और अिब याह बेशबाम यायाधीश थे। ३ िक तु शमएूल के पुतर् वैसेनहीं रहते थे जैसे वह रहता था। योएल औरअिब याह घसू लेते थे। वे गु त प से धन लेतेथे और यायालय म अपना िनणय बदल देते थे।वे यायालय म लोग को ठगते थे। ४ इसिलयेइसर्ाएल के सभी अगर्ज (पर्मुख) एक साथइकट्ठे हुए। वे शमएूल से िमलने रामा गये।५ अगर्ज (पर्मुख ) ने शमएूल से कहा, “तुम बढ़ेूहो गए और तु हारे पुतर् ठीक से नहीं रहते। वेतु हारी तरह नहीं ह। अब, तुम अ य रा ट्र कीतरह हम पर शासन करने के िलये एक राजा दो।”

    ६ इस पर्कार, अगर्ज (पर्मुख ) ने अपने मागदशन के िलये एक राजा माँगा। शमएूल ने सोचािक यह िवचार बुरा है। इसिलए शमएूल ने यहोवासे पर्ाथना की। ७ यहोवा ने शमएूल से कहा,“वही करो जो लोग तुमसे करने को कहते ह।उ ह ने तुमको अ वीकार नहीं िकया है। उ ह नेमुझे अ वीकार िकया है वे मुझको अपना राजाबनाना नहीं चाहते ८ वे वही कर रहे ह जो सदाकरते रहे। मने उनको िमसर् से बाहर िनकाला।िक तु उ ह ने मुझको छोड़ा, तथा अ य देवताओंकी पजूा की। वे तु हारे साथ भी वैसा ही कर रहेह। ९ इसिलए लोग की सुन और जो वे कह,करो। िक तु उ ह चेतावनी दो। उ ह बता दो िकराजा उनके साथ या करेगा। उनको बता दो िकएक राजा लोग पर कैसे शासन करता है।”

    १० उन लोग ने एक राजा के िलये माँग की।इसिलये शमएूल ने लोग से वे सारी बात कहींजो यहोवा ने कही थी। ११ शमएूल ने कहा, “यिदतुम अपने ऊपर शासन करने वाला राजा रखते होतो वह यह करेगा : वह तु हारे पुतर् को ले लेगा।वह तु हारे पुतर् को अपनी सेवा के िलये िववशकरेगा। वह उ ह सैिनक बनने के िलये िववशकरेगा, उ ह उसके रथ पर से लड़ना पड़ेगा और वे

    *७ :१२ सहायता का प थर या “एबेनेजेर।”

  • १ शमएूल ८:१२ 10 १ शमएूल ९:८

    उसकी सेना के घुड़सवार ह गे। तु हारे पुतर् राजाके रथ के आगे दौड़ने वाले र क बनगे।

    १२ “राजा तु हारे पुतर् को सैिनक बनने के िलयेिववश करेगा। उनम से कुछ हजार यि तय केऊपर अिधकारी ह गे और अ य पचास यि तयके ऊपर अिधकारी ह गे।

    “राजा तु हारे पुतर् म से कुछ को अपने खेतको जोतने और फसल काटने को िववश करेगा।वह तु हारे पुतर् म से कुछ को अ तर्—श तर्बनाने को िववश करेगा। वह उ ह अपने रथ केिलये चीज बनाने के िलये िववश करेगा।

    १३ “राजा तु हारी पुितर्य को लेगा। वहतु हारी पुितर्य म से कुछ को अपने िलयेसुग धदर् य चीज बनाने को िववश करेगा औरवह तु हारी पुितर्य म से कुछ को रसोई बनानेऔर रोटी पकाने को िववश करेगा।

    १४ “राजा तु हारे सवो म खेत, अंगरू के बागऔर जैतनू के बाग को ले लेगा। वह उन चीजको तुमसे ले लेगा और अपने अिधकािरय कोदेगा। १५ वह तु हारे अ न और अगूंर का दसवाँभाग ले लेगा। वह इन चीज को अपने सेवक औरअिधकािरय को देगा।

    १६ “यह राजा तु हारे दास—दािसय को लेलेगा। वह तु हारे सवो म पशु और गध कोलेगा। वह उनका उपयोग अपने काम के िलयेकरेगा १७ और वह तु हारी रेवड़ का दसवाँ भागलेगा।

    “और तुम वयं इस राजा के दास हो जाओगे।१८ जब वह समय आयेगा तब तुम राजा को चुननेके कारण रोओगे। िक तु उस समय यहोवा तुमकोउ र नहीं देगा।”

    १९ िक तु लोग ने शमएूल की एक न सुनी।उ होने कहा, “नहीं हम लोग अपने ऊपर शासनकरने के िलये एक राजा चाहते ह। २० तब हम वैसेही हो जायगे जैसे अ य रा ट्र। हमारा राजा हमलोग का माग—दशन करेगा। वह हम लोग केसाथ जायेगा और हमारे यु को लड़ेगा।”

    २१ शमएूल ने जब लोग का सारा कहा हुआसुना तब उसने यहोवा के सामने उनके कथन कोदुहराया। २२ यहोवा ने उ र िदया, “उनकी बातसुनो उनको एक राजा दो।”

    तब शमएूल ने इसर्ाएल के लोग से कहा,“ठीक है तु हारा एक नया राजा होगा। अब, आपसभी लोग घर को जाय।”

    शाऊल अपने िपता के गध की तलास करता है।

    ९ १ कीश िब यामीन पिरवार समहू का एकमह वपणू यि त था। कीश अबीएल कापुतर् था। अबीएल सरोर का पुतर् था। सरोरबकोरत का पुतर् था। बकोरत िब यामीन के एकयि त अपीह का पुतर् था। २ कीश का एक पुतर्

    शाऊल नाम का था। शाऊल एक सु दर युवकथा। वहाँ शाऊल से अिधक सु दर कोई न था।खड़ा होने पर शाऊल का िसर इसर्ाएल के िकसीभी यि त से ऊँचा रहता था।

    ३ एक िदन, कीश के गधे खो गए। इसिलए कीशने अपने पुतर् शाऊल से कहा, “सेवक म सेएक को साथ लो और गध की खोज म जाओ।”४ शाऊल ने गध की खोज आर भ की। शाऊलएपरै्म की पहािड़य म होकर घमूा। तब शाऊलशलीशा के चार ओर के ेतर् म घमूा। िक तुशाऊल और उसका सेवक, कीश के गध को नहींपा सके। इसिलए शाऊल और सेवक शालीम केचार ओर के ेतर् म गये। िक तु गधे वहाँ नहींिमले। । इसिलए शाऊल ने िब यामीन के पर्देशम होकर यातर्ा की। िक तु वह और उसका सेवकगध को तब भी न पा सके।

    ५ अ त म, शाऊल और उसका सेवक सफूनामक नगर म आए। शाऊल ने अपने सेवक सेकहा, “चलो, हम लौट। मेरे िपता गध के बारेम सोचना ब द कर दगे और हम लोग के बारे मिचि तत होने लगगे।”

    ६ िक तु सेवक ने उ र िदया, “इस नगर मपरमे वर का एक यि त है। लोग उसका स मानकरते ह। वह जो कहता है स य होता है। इसिलयेहम इस नगर म चल। संभव है िक परमे वर कायह यि त हम बताये िक इसके बाद हम लोगकहाँ जाय।”

    ७ शाऊल ने अपने सेवक से कहा, “हम नगरम चल सकते ह। िक तु हम लोग उस यि त को

    या दे सकते ह हम लोग के थैले का भोजनसमा त हो चुका है। हम लोग के पास कोई भीभट परमे वर के यि त को देने के िलये नहीं है।हमारे पास उसे देने को या है ”

    ८ सेवक ने शाऊल को िफर उ र िदया “देखो,मेरे पास थोड़ा सा धन *है। हम परमे वर केयि त को यही द। तब वह बतायेगा िक हम लोग

    कहाँ जाय।”

    *९ :८ थोड़ा सा धन शाि दक, १/४ शकेल चाँदी। यह लगभग १/१० औंस चाँदी थी।

  • १ शमएूल ९:९ 11 १ शमएूल १०:१

    ९–११ शाऊल ने अपने सेवक से कहा, “अ छासुझाव है हम चल ” वे नगर म वहाँ गए जहाँपरमे वर का यि त था।

    शाऊल और उसका सेवक पहाड़ी पर चढ़ते हुएनगर को जा रहे थे। रा ते म वे कुछ युवितय सेिमले। युवितयाँ बाहर से पानी लेने जा रही थी।ंशाऊल और उसके सेवक ने युवितय से पछूा,“ या भिव यव ता यहाँ है ” (पर्ाचीन काल मइसर्ाएल के िनवासी निबय को “भिव यव ता”कहते थे। इसिलए यिद वे परमे वर से कुछमाँगना चाहते थे तो वे कहते थे, “हम लोगभिव यव ता के पास चल।”)

    १२ युवितय ने उ र िदया, “हाँ, भिव यव तायहीं है। वह ठीक इसी सड़क पर आगे है। वहआज ही नगर म आया है। कुछ लोग वहाँ एकसाथ इसिलये इकट्ठे हो रहे ह िक आराधनालयपर मेलबिल म भाग ले सक। १३ आप लोग नगरम जाएँ, और आप उनसे िमल लगे। यिद आपलोग शीघर्ता करगे तो आप उनसे आराधनालयपर भोजन के िलये जाने के पहले िमल लगे।भिव यव ता बिल—भट को आशीवाद देते ह।इसिलये लोग तब तक भोजन करना आर भ नहींकरगे जब तक वे वहाँ न पहँुच। इसिलये यिद आपलोग शीघर्ता कर, तो आप भिव यव ता को पासकते ह।”

    १४ शाऊल और सेवक ने ऊपर पहाड़ी पर नगरकी ओर बढ़ना आर भ िकया। जैसे ही वे नगर मघुसे उ ह ने शमएूल को अपनी ओर आते देखा।शमएूल नगर के बाहर उपासना के थान पर जानेके िलये अभी आ ही रहा था।

    १५ एक िदन पहले यहोवा ने शमएूल से कहा था,१६ “कल म इसी समय तु हारे पास एक यि तको भेजूँगा। वह िब यामीन के पिरवार समहू काहोगा। तु ह उसका अिभषेक कर देना चािहये।तब वह हमारे लोग इसर्ाएिलय का नया पर्मुखहोगा। यह यि त हमारे लोग को पिलि तय सेबचाएगा। मने अपने लोग के क ट को देखा है।मने अपने लोग का रोना सुना है।”

    १७ शमएूल ने शाऊल को देखा और यहोवा नेउससे कहा, “यही वह यि त है िजसके बारे म मनेतुमसे कहा था। यह मेरे लोग पर शासन करेगा।”

    १८ शाऊल ार के पास शमएूल के िनकटआया। शाऊल ने शमएूल से पछूा, “कृपया बतायभिव यव ता का घर कहाँ है।”

    १९ शमएूल ने उ र िदया, “म ही भिव यव ताहूँ। मेरे आगे उपासना के थान पर पहँुचो।

    तुम और तु हारा सेवक आज हमारे साथ भोजनकरोगे। म कल सवेरे तु ह घर जाने दूँगा म तु हारेसभी पर् न का उ र दूँगा। २० उन गध कीिच ता न करो िज ह तुमने तीन िदन पहले खोिदया। वे िमल गये ह। अब, तु ह सारा इसर्ाएलचाहता है। वे तु ह और तु हारे िपता के पिरवार केसभी लोग को चाहते ह।”

    २१ शाऊल ने उ र िदया, “िक तु म िब यामीनपिरवार समहू का एक सद य हूँ। यह इसर्ाएलम सबसे छोटा पिरवार समहू है और मेरा पिरवारिब यामीन पिरवार समहू म सबसे छोटा है। आप

    य कहते ह िक इसर्ाएल मुझको चाहता है ”२२ तब शमएूल, शाऊल और उसके सेवक को

    भोजन के ेतर् म ले गया। लगभग तीस यि तएक साथ भोजन के िलये और बिल—भट म भागलेने के िलये आमि तर्त थे। शमएूल ने शाऊलऔर उसके सेवक को मेज पर सवािधक मह वपणूथान िदया। २३ शमएूल ने रसोइये से कहा, “वह

    माँस लाओ जो मने तु ह िदया था। यह वह भाग हैिजसे मने तुमसे सुरि त रखने के िलये कहा था।”

    २४ रसोइये ने जांघ ली और शाऊल के सामनेमेज पर रखी। शमएूल ने कहा, “यही वह माँसहै िजसे मने तु हारे िलये सुरि त रखा था। यहखाओ य िक यह इस िवशेष समय के िलयेतु हारे िलये सुरि त था।” इस पर्कार उस िदनशाऊल ने शमएूल के साथ भोजन िकया।

    २५ जब उ ह ने भोजन समा त कर िलया, वेआराधनालय से उतरे और नगर को लौटे। शमएूलने छत पर शाऊल के िलये िब तर लगाया औरशाऊल सो गया। २६ अगली सुबह सवेरे, शमएूलने शाऊल को छत पर जोर से पुकारा।

    शमएूल ने कहा, “उठो। म तु ह तु हारे रा तेपर भेजूँगा।” शाऊल उठा, और शमएूल के साथघर से बाहर चल पड़ा।

    २७ शाऊल, उसका सेवक और शमएूल एकसाथ नगर के िसरे पर चल रहे थे। शमएूल नेशाऊल से कहा, “अपने सेवक से हम लोग सेकुछ आगे चलने को कहो। मेरे पास तु हारे िलयेपरमे वर का एक स देश है।” इसिलये दास उनसेकुछ आगे चलने लगा।

    शमएूल शाऊल का अिभषेक करता है

    १० १ शमएूल ने िवशेष तेल की एक कु पी ली।शमएूल ने तेल को शाऊल के िसर परडाला। शमएूल ने शाऊल को चु बन िकया औरकहा, “यहोवा ने तु हारा अिभषेक अपने लोग

  • १ शमएूल १०:२ 12 १ शमएूल १०:१८

    का पर्मुख बनाने के िलये िकया है। तुम यहोवाके लोग पर िनय तर्ण करोगे। तुम उ ह उनशत् ओं से बचाओगे जो उनको चार ओर से घेरेह। यहोवा ने तु हारा अिभषेक (चुनाव) अपनेलोग का शासक होने के िलये िकया है। एक िच हपर्कट होगा जो पर्मािणत करेगा िक यह स यहै। २ जब तुम मुझसे अलग होगे, तो तुम राहेलके कबर् के पास दो यि तय से, िब यामीन कीधरती के िसवाने पर, सेलसह म िमलो�