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RNI No.-MAHBIL/2016/66409 Postal Registration No.-PCE / 089 / 2016-2018 License to Post without prepayment No.-WPP-255/31.12.2018 Editor - Prafulla Parakh वष 2 अक 4 I मय - .1/- I अले 2017 I प - 8 मथन : नारी त नारायणी .............................. 3 ‘माट गल’ – लय िसि के चरण .......... 4 ितभाए – जो हमारी रे णा के ोत ह. .......... 6 बीजएे स गितिविधयाँ एव समाचार ................. 7 राीय अय क कलम स.े ...................... 2 बीजएे स का महारा सखामि अिभयान ..... 5 यवती समीकरण फैशन नह 21व शतादी क महती आवयकता है ‘माट गल’ कायम पी सयदय से समाज व दशे नवकिशत होगा

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  • RNI No.-MAHBIL/2016/66409Postal Registration No.-PCE / 089 / 2016-2018License to Post without prepayment No.-WPP-255/31.12.2018

    Editor - Prafulla Parakh

    वष� 2 अकं 4 I म�य - �.1/- I अ�ले 2017 I प� - 8 ृू

    मथन : नारी त नारायणी..............................3ं ू

    ‘�माट� गल’� – ल�य िसि� के चरण ..........4

    �ितभाए – जो हमारी �रेणा के �ोत ह.� ..........6ं

    बीजएेस गितिविधयाँ एव समाचार.................7 ं

    रा��ीय अ�य� क� कलम स.े......................2 बीजएेस का महारा�� सखामि� अिभयान.....5ू ु

    यवती स�मीकरण फैशन नह�ु21व� शता�दी क� महती आव�यकता है

    ‘�माट� गल�’ काय��म �पी सय�दय सेूसमाज व दशे नव�किशत होगा

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    �फु� पारखरा�ीय अ��, भारतीय जैन संघटना�

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    ि�य आ�मजन,

    मानव जीवन एव सि� हते जल क� आव�यकता एव यो�य उपयोग के मह�व को समझाता ‘अतरा���ीय जल ृं ु ं ंिदवस’ 22 माच � को सम�त िव� म � मनाया गया. जल के मह�व को भारतीय जैन सघटना ने वष� पव� मा� समझा ही नह� ं ूअिपत जल सकट िनवारण पर काय�रत भी ह,ै िजसका िववरण हमने गत अक म े�कािशत िकया जो जल व जल सकट से ु ं ं ंस�ब� सामािजक उ�रदािय�व� के �ित जाग�कता लाने का सारगिभत� �यास था.

    160 वष � पव� 8 माच,� 1857 को �ययाक� क� औ�ोिगक �िमक मिहलाओ ने प�ष� के समान अिधकार� क� ू ू ं ु�ाि� हते �ाित का शखनाद िकया था. मिहलाओ को स�मान व समान अिधकार दनेे क� भावना से 8 माच � को �ितवष �ु ं ं ंअतरा���ीय मिहला िदवस मनाया जाता ह.ैिव� इितहास पर �ि�पात से हम पाते ह � िक कथनी एव करनी म � सदवै ही अतर ं ं ंरहा ह.ै ि�टेन जैसे िवकिसत,आधिनक तथा �जाताि�क दशे म � औ�ोिगक �ाित के प�ात मिहलाओ को प�ष� के ु ं ं ं ुसमान अिधकार िदया जाना इस बात का �प� �माण ह ैिक मिहलाओ के �ित �ाचीनकाल से सम�त िव� म ेभदेभाव ं�या� रहा ह ैव उ�ह � प�ष� क� अपे�ा िन�न दजा� िदया जाता ह.ै �ीक दतकथाओ व िह�द धम � को छोड़कर िव� के सभी ु ं ं ूस�दाय� ने आ� ई�र के �प म ेमा� प�ष� को ही �वीकत रखा ह.ै ृं ु

    भारत क� पौरािणक गाथाओ को गौरवाि�वत करती शि� का �तीक दगा�, िश�ा क� दवेी सर�वती व समि� ृं ुक� �तीक ल�मी,आ� �� नारी के �प म े�िति�त ह.ै भारतीय स�कित म � ‘नारी त नारायणी’ का स�मान पाने वाली ृं ूनारी, प�ष� से ऊपर ��े �बधन एव सश� समाज का �ित�प मानी गई ह.ै भारत दशे को गौरव �दान करने वाली महान ु ं ंमिहलाओ से इितहास भरा पड़ा ह,ै िक�त िभ�न-िभ�न काल� व बदलती सामािजक ि�थितय� म � भारतीय नारी क� दशा, ं ुअवदशा क� सीमाओ को पार करती रही ह,ै फल�व�प वह अिभश� जीवन जीने को भी बा�य होती रही ह.ैं

    दशे क� �वत�ता के प�ात, �जाताि�क शासन �णाली म � मिहलाओ को भारतीय स�कित एव पर�पराओ ृं ं ं ं ं ंके अन�प समान अिधकार िदये गए जो िनि�त ही कथनी एव करनी के भदे को िमटाने हते पया�� रह.े िवकासशील दशे ु ं ुके �प म � हमारी �गित भले ही धीमी रही हो िक�त िपछले कछ दशक� म � िश�ा के समान अिधकार� व बेटे-बेिटय� के ु ुम�य क� भदे रेखा को समा� करती सामािजक चतेना के फल�व�प आज सभी �े�� म � मिहलाए ँिनि�त मकाम हािसल ुकर रही ह.� भारत के मह�वाका�ी अत�र� काय��म म � मिहलाए ँअि�तीय योगदान कर रही ह � िजस पर हम सभी को गव� ं ंहोना चािहए.

    िम��! िस�के का दसरा पहल भी ह ै िजसक� गभीरता को समझने व उस पर िचतन-मनन करने क� ू ं ंूआव�यकता ह.ै 21व� शता�दी क� भारतीय मिहला अनेक अवरोध� के उपरात भी िनि�त �गित क� ओर अ�सर ह,ै ंिक�त ऐसी मिहलाओ का �ितशत िकतना ह?ै दशे क� सम�त मिहलाओ क� सामािजक ि�थितय� म � �या हम इि�छत ु ं ंप�रवत�न लाने म � सफल ह�ए ह?� �ामीण एव शहरी मिहलाओ क� श�ैिणक एव सामािजक ि�थितय� म � आज भी भारी ं ं ंअसमानता िव�मान ह.ै आज दशे क� मिहलाओ के सम� कौन-सी गभीरचनौितयाँ ह?� आधिनकता क� दौड़ म � रची-ं ं ु ुपची यवितयाँ पारप�रक एव सा�कितक सामािजक म�य� से दर �व�छ�दी जीवन क� प�धर बन रही ह,� िजससे उनके ृु ं ं ं ू ूआ�मसमान एव सर�ा के िलए खतरा बढ़ता जा रहा ह.ै आधिनक जीवन शलैी व पा�ा�य स�कित से �भािवत यवा ृं ु ु ं ुपीढ़ी िदशा िवहीन सी हो रही ह.ैआदश � व �गितशील समाज के िनमा�ण म � मिहलाओ क� अहम भिमका ह,ै इस ं ूवा�तिवकता को आ. �ी शातीलालजी म�था ने समय से समझा व गहन अ�ययन एव अनसधान आधा�रत ‘यवती ं ु ं ु ं ुस�मीकरण’ काय��म का िनमा�ण ही नह� िकया अिपत समय-समय पर प�रवत�नशीलता से �भािवत समाज क� ुआव�यकताओ के अन�प उसम � सधार कर िपछले 8 वष� म � समाज क� लगभग 30,000 यवितय� को स�म िकया. ं ु ु ुइस अक म � ‘�माट� गल�’ काय��म क� आव�यकता व िकए जा रह ेस�मीकरण के �यास� पर हम िव�तत चचा� आपसे ृंकर रह ेह.�

    2

  • _¨WZ हष � का िवषय ह ै िक 8 माच � को अतरा���ीय मिहला िदवस �ितवष �ंमनाया जाता ह,ै िक�त नारी को मा� ुबधाईया दकेर उसे स�पण � गौरव �दान नह� ं ू

    िकया जा सकता. नारी सवेदना �व�प ंबारामासी प�प प�रवार� म � जब िखलेगा तब ही ु

    समाज सगिधत होगा. नारीवादी िवचार ही वा�तव म � मानवतावादी समानता ु ंका िवचार ह.ै

    ‘मिहला सशि�करण’ मा� नारा नह� ह.ै मिहलाओ क� ंअथ��यव�था तथा सामािजक �यव�थाओ म � अ�यत ही रचना�मक भिमका ं ं ूह,ै िजसे हम नज़रअदाज नह� कर सकते. यह यो�य समय ह ैिक नारीवाद श�द ंके मल अथ� को हम भली-भाित समझ.� नौक�रय�, �यवसाय एव िव�ीय ू ं ंसश�ता म � मिहलाओ के �ितिनिध�व म � �यापक प�रवत�न एव �गित के हम ं ंसभी सा�ी ह,� िक�त बावज़द इसके हम मिहलाओ के �ित अपने अचतेन ु ू ंपवा��ह� को �यागने म � अपे�ाकत �प से त�पर नह� ह.� मिहलाओ के �ित ृू ंहमारी मानिसकता एव सोच म � �यावहा�रक प�रवत�न लाने क� िनतात ं ंआव�यकता ह.ै ऐसी ि�थितय� का िनमा�ण समाज �ारा ही होना चािहए िजसम � मिहलाए ँ उनम � िछपी अपार नैसिग�क सभावनाओ को लेकर आ��त एव गौरवाि�वत ह�. ं ं ंमिहलाओ के िलए समानता का मतलब केवल ंसमान वेतन, समान अवसर या के�रयर चनने क� ुसमान �वत�ता ही नह� अिपत प�रवार व समाज ं ु�ारा उ�ह � यथा यो�य स�मान दनेा समािहत ह.ै

    इस अतरा���ीय मिहला िदवस पर ं�धानम�ी �ी नर�� मोदी ने गजरात क� राजधानी ं ुगाधीनगर म � दशे क� 6000 मिहला सरपच� को ं ंसबोिधत िकया. �ामीण �े� क� मिहलाओ का गाव� ं ं ंके उ�थान, िवकास तथा �बधन से दशे िनमा�ण क� �ि�या म �ं�बल योगदान, �ामीण भारतीय नारी के आ�मिव�ास एव अपार ं�मताओ का प�रचायक ह.ै दशे क� मिहलाओ �ारा ��येक �े� म � क� जा ं ंरही �गित अ�यत ही सचक ह.ै हाल ही म � ISRO �ारा िकए गए ��ेपण व ं ू104 दशेी व अतरा���ीय सेटेलाइटस का अत�र� म � ��थािपत करने क� ्ं ंमह�वपण � िसि� म � मिहला वै�ािनक� ने रचना�मक भिमका िनभाई ह.ै नारी ू ूशि� क� सि� के िनमा�ण से लेकर समाज िनमा�ण म � िनि�त भिमका ह ैृ ूिजसक� अवगणना होनी ही नह� चािहए, िक�त प�षल�ी समाज म �ु ुमनोसामािजक एव िवसगत सा�कितक िवकितय� के कारण मिहलाओ के ृ ृं ं ं ंसाथ अ�याय या द�य�वहार सामा�यतः सभी काल� म � मा� दशे म � ही नह� ुअिपत स�पण � िव� म � होता आया ह.ै अपने जीवन म � िविभ�न भिमकाए ु ू ू ंिनभाने क� वजह से आजकल मिहलाए काय��थल, घर एव समाज म � िविभ�न ं ंचनौितय� का सामना कर रही ह.� हम मिहलाओ से अपे�ा रखते ह � िक वे ु ंमहेनत एव ईमानदारी से नौकरी करने के अलावा गिहणी, बेटी, बह�, पि�न एव ृं ंसमाज म � िनधा��रत कई अ�य भिमकाओ को शानदार तरीके से िनभाए,ँ िक�त ू ं ुअपे�ाए परी न कर पाने क� वजह से �यादातर मिहलाए अपराधबोध से ं ू ं�िसत भी रहती ह.� काय��थल पर मिहलाओ के िलए सरि�त एव बेहतर ं ु ं

    माहौल के अलावा, मिहलाओ के �ित समाज के �ि�कोण एव �यवहार म � भी ं ं�यापक �तर पर बदलाव लाने क� आव�यकता ह.ै

    भारतीय जैन सघटना ने वष� पव� दशे व दिनया म � आ रह ेप�रवत�न� ं ू ुसे समाज व िवशषे �प से प�रवार� पर पड़ने वाले क�भाव� का गहन अ�ययन ुिकया. भारतीय मिहलाओ क� दशे के �वत��ता काल प�ात क� िव�मान ंसामािजक ि�थितय� व आने वाले कछ दशक� म � मिहलाओ क� दशाओ म �ु ं ं�यापक बदलाव क� सभावनाओ, प�रवार के बदल रह ेकाय� �े�, ल�िगक ं ंभिमकाओ म � �यापक प�रवत�न का दौर व हर कदम पर द�तक द े रही ू ंआधिनक तकनीक� के सदभ � म � यवितय� को सही िदशा दनेे के उ��ेय से ु ं ुयो�य एव समयोिचत माग�दशन� दकेर उ�ह � स�म करने का बीड़ा उठाया गया. ंहमारी प�वी िजस धरी पर िटक� ह ैवह मजबत होने के साथ सतिलत व ृ ु ू ं ुगितमान ह.ै यह �मरण म � रह ेिक मिहलाए वह धरी ह ैिजस पर प�रवार व ं ुसमाज िटका ह�आ ह ैतथा रा�� िनमा�ण म � उनक� भिमका प�ष� से अिधक ू ुअहम ह.ै ्

    समाज क� यवितय� हते अनसधान आधा�रत तैयार िकया गया ु ु ु ंप�रणामल�ी ‘यवती स�मीकरण’ काय��म बीजेएस ने गत 8 से अिधक ु

    वष� से सचािलत िकया िजसम � 30,000 से अिधक यवितय� ं ुको स�म कर समाज को यो�य िदशा दनेे का भागीरथ

    �य�न िकया गया. हमारे �यास� क� साथ�कता व समाज को यवितय� के मा�यम से यो�य िदशा दनेे ुके प�रणाम� के म�नेजर आ. �ी. शातीलालजी ंम�था ने �यापक �तर पर इस काय��म को ले ुजाने का िन�य िकया. िनत हो रह ेसामािजक प�रवत�न� के फल�व�प व समय क� माग के ं

    अन�प ‘यवती स�मीकरण’ पाठय�म म �ु ु ्आव�यक प�रवत�न समय-समय पर िकए गए व

    उसक� नवीन आवि� ‘�माट� गल�’ को हाल ही म �ृ�भावी बनाया गया ह.ै नवबर माह म � च�ैनई म � आयोिजत ं

    बीजेएस के रा��ीय अिधवेशन म � मा� 3 वष � क� अविध म � 2 लाख से अिधक िव�ालयी छा�ाओ एव यवितय� को स�म करने का ल�य िनधा��रत ं ं ुिकया गया. इस हते महारा�� रा�य सरकार क� अनमित से अहमदनगर िजले ु ुक� सरकारी मा�यिमक िव�ालय� क� 1 लाख से अिधक छा�ाओ को स�म ंकरने हते 72 सरकारी िश�क� को म�य �िश�क का �िश�ण दके र कल ु ु ु1056 �िशि�त िश�क� के मा�यम से अब यह ल�य पणत� ा क� ओर ह.ै ू‘�माट� गल�’ काय��म के समाजल�ी मह�व एव बीजेएस के िनधा��रत ल�य ंके अनस�धान म � अब अहमदनगर िजले के प�रणाम� का म�याकन कर इसे ु ू ंअ�य िजल� म � ले जाने का िनणय� िलया ह.ै

    यवा पीढ़ी को स�म करना समाज व रा�� िनमा�ण हते परम ु ुआव�यक ह,ै इस वा�तिवकता को समझा गया ह ैव िनकट भिव�य म � स�पण �ूदशे क� िव�ालयी छा�ाओ को ‘�माट� गल�’ काय��म के मा�यम से 21व� ंशता�दी क� सामािजक चनौितय� का सामना करने हते स�म िकया जाएगा. ु ुइसके अित�र� बीजेएस उसके रा���यापी नेटवक� से समाज क� यवितय� एव ु ंगैरसरकारी िव�ालय� के मा�यम से छा�ाओ को स�म कर आदश � समाज ंक� रचना म � सदवै काय�रत रहने हते कत-सकि�पत रहगेा. ृु ं

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    नारी त नारायणीू

  • ‘�माट� गल�’ काय��म – ल�य िसि� के िविभ�न चरण

    4

    बेिटया हमारी आन ह,� बान ह � और शान ह�ँआधिनक यग म� िश�ा के �सार एव ंबड़ी ह�ई जागित के उपरांत भी ‘बेटी ु ु ृबचाओ’ जैसे अिभयान� क� आव�यकता दशे म� बनी ह�ई है. यह दशे के

    िलए िनि�त ही दभा��यपण� ि�थित है. ूु‘�माट� गल�’ काय��म से जड़कर दशे क� बेिटय� को स�म कर, सश� ु

    समाज के िनमा�ण म� सहभागी बन�.

    Federation of Jain Education Institutes हते सागली ु ं(महारा��) म � ल�े एजकेशन सोसायटी �ारा आयोिजत �िश�ण िशिवर म � 39 ुिशि�काओ तथा 21 िश�क� ने �िश�ण �ा� िकया. �िश�ण �ी �फ�ल ं ुपारख एव �ीमती सल�णा ओहोल ने िदया. पाचोरा (जलगाव) म � �ी ं ु ंकाितलाल �ी�ीमाल �ारा आयोिजत �िश�ण िशिवर म � 8 िश�ण स�थाओ ं ं ंके 23 िश�क/िशि�काओ ने �िश�ण �ी सजय िसघी, रा��ीय सिचव, ं ं ंबीजेएस से �ा� िकया.

    बीजेएस नेटवक� के मा�यम से ‘�माट� गल�’ काय��म सभी रा�य� म �ले जाने के उ��ेय से �िश�क �िश�ण िशिवर का आयोजन पण ेम � बीजेएस के ुवाघोली ि�थत श�ैिणक पनव�सन क� � म � आयोिजत िकया गया िजसम �ुगजरात, महारा��, म�य�दशे, कना�टक, तािमलनाड एव राज�थान से कल 73 ु ू ं ु�िश�णािथ�य� ने भाग िलया.

    बीजेएस के च�ैनई रा��ीय अिधवेशन म � 3 वष � क� अविध म � 2लाख िव�ालयी छा�ाओ को ‘�माट� गल�’ काय��म से स�म बनाने के िनधा��रत ंल�य के अनस�धान म � अहमदनगर िजले को बीजेएस व महारा�� सरकार �ारा ुचयिनत िकया गया व िजले क� 903 सरकारी िव�ालय� क� छा�ाओ को ंस�म बनाने क� योजना बनाकर �थम चरण म � 72 सरकारी िश�क� को म�य ु�िश�क का �िश�ण िदया गया. त�प�ात इन म�य �िश�क� ने िजले के ुिविभ�न सरकारी िव�ालय� के 1009 िश�क� को ‘�माट� गल�’ काय��म का �िश�क बनाने का �िश�ण िदया. 23जनवरी, 2017 से इन �िश�क� ने

    ‘�माट� गल�’ काय�शालाओ के मा�यम से छा�ाओ को स�म बनाने का काय� �ार�भ िकया. ं ं महारा�� क� ��यात व बड़ी श�ैिणक स�था ‘रयत िश�ण स�था’ दशे म � एक हज़ार से अिधक िव�ालय एव कॉलेज का सचालन करती ह.ै इस ं ं ं ंस�था ने ‘�माट� गल�’ काय��म से छा�ाओ को स�म बनाने हते सतारा (महारा��) म � �िश�क �िश�ण िशिवर का आयोजन िकया िजसम � 49 िशि�काओ ं ं ु ंने रा��ीय अ�य� �ी �फ�ल पारख से �िश�ण �ा� िकया. ु

  • महारा�� के 13 िजल� के 2000 गाव� को ं

    सखाम� करने क� योजना का हआ �ीगणेशू ु �

    5

    भारतीय जैन सघटना ंलगभग िपछले 32 वष� से �ाकितक आपदा िनवारण म �ृदशेभर म � आव�यकतान�प राहत, ुबचाव एव िनमा�ण काय� करती रही ंह.ै वष � 2013 म � महारा�� के सखा ू�भािवत बीड िज़ले के 117 तालाब� को गहरा कर जल सचय ं�मता को �यापक बनाने के साथ-साथ 20 लाख �यिबक मीटर ूिस�ट िनकालकर उसे 5000 एकड़ किष भिम म � फ़ैलाने का काय� िकया ृ ूिजससे इन खते� क� फल�पता 3 ु ुवष� हते बढ़ गयी. वष � 2015–16 ुम � मराठवाडा �े� के लातर, बीड, ूउ�मानाबाद िजल� म � निदय�, नाल� एव तालाब� क� खदाई कर ं ुजल सचय �मता बढ़ाने का काय� ंिकया गया. िपछले पाच वष� से ंमहारा�� म � सख े क� ि�थित ूअ�यािधक िवकट ह�ई व हजार� िकसान आ�मह�या हते िववश ह�ए, ुअतः इस सामािजक आपदा के िनवारण म � बीजेएस क� सखामि� योजना कारगर सािबत होगी. ू ु महारा�� म � िपछले वष � ‘पानी फाउ�डेशन’ ने वाटर कप �ितयोिगता आरभ क�. इस �ितयोिगता क� िवशषेता ह ैिक गाँव वाल� को ंसगिठत करना, गाँव �ारा चयिनत पाच �यि�य� को �िश�ण दनेा, गाँव के ं ंिलए वाटर शडे मनेैजमट� योजना �वय गाँव वाल� से तैयार करवाना तथा ंगाँव के �तर पर सामिहक �मदान �ारा बढ़ी ह�ई भ-गभ�य एव भ-�तरीय जल ू ू ं ूसचय �मताओ से गाँव� को आ�मिनभर� बनाना ह.ै यह योजना महा�मा ं ंगाँधी के �ाम �वरा�य एव �वाबलबन के िवचार� को �यावहा�रक �व�प ं ं�दान करती ह,ै ऐसा बीजेएस का �ढ़ िव�ास ह.ै िपछले वष � ‘पानी फाउडेशन’ क� यह �ितयोिगता महारा�� के तीन तहसील� के सभी गाव� के ं ंिलए आयोिजत क� गयी थी. इस वष � यह �ितयोिगता महारा�� के 13 िजल�

    के 30 तहसील� हते घोिषत क� गयी ह ैुिजसम � 2000 से अिधक गाव� ने इस ं�ितयोिगता म � भाग लेने क� घोषणा क� ह.ै दशे म � पहली बार िकसी रा�य म � एक साथ 2000 गाव सामिहक �मदान से ं ूजल सबधी आ�मिनभर� ता �ा� कर ं ंजल सकट से �थाई छटकारा पाय�गे. ं ु इन 2000 गाव� के लोग ंअपने-अपने गाँव म � भरपर �मदान ूकर�गे. �मदान के सराहनीय काय� के उपरात भी गाँव क� भौगोिलक ि�थित, ंपहाड़ी-ढलानी भिम, पथरीली व ूच�ानी सतह पर �मदान करना अ�यािधक किठन ह,ै अतः बीजेएस के स�थापक �ी शातीलाल म�था ने ं ं ुमहारा�� के रा�य �तरीय काय�कता�ओ ंक� बैठक म � “�मदान से सखाम� होने ू ुवाले 2000 गाव� को पण � सहयोग करने ं ूके उ��ेय से ऐसे �थल� पर मशीन� क� सेवाए ँ उपल�ध कराने का नीितगत िनणय� िलया ह.ै बीजेएस के रा��ीय अ�य� �ी �फ�ल पारख के नेत�व म � िजला ृु

    सिमितय� का गठन िकया गया ह ैव सभी 13 िजल� म � िजला सम�वयक व लगभग 50 तालका पय�वे�को क� िनयि� क� गई ह ैतथा 400 पोकल�न ु ुअथवा 1200 जेसीबी मशीन� क� सहायता से दो माह क� िनि�त अविध म �यह काय� पण � करने क� योजना बनाई गयी ह.ै ू सख ेसे महारा�� क� िवकट ि�थित व भ-गभ�य जल के नीच ेउतरे ू ूह�ए �तर के म�नेज़र �मदान के मा�यम से काय� करने वाले गाँव को मशीनी सेवाए ँदकेर जनसहभािगता �ारा जल सकट से मि� पाना ह.ै ं ु भारतीय जैन सघटना का यह �ाितकारी सामािजक �यास ह ैजो ं ंदशेवािसय� एव सरकार� के सम� उदाहरण ��तत करते ह�ए नवीन इितहास ं ुरचगेा.

  • दशे क� यवितय� का यह सौभा�य ही कहा जाएगा िक उ�ह � उ�च िश�ा, शौय� एव बह�-उपलि�धय� के मामले ु ंम � डॉ. सीमा राव जैसा �ेरणा �ोत एव अनकरणीय �यि��व िमला ह.ै ं ु डॉ. सीमा दशे क� �थम कमाडो �िश�क ह � जो िविवध भारतीय सै�य को CQB (Close Quarter ंBattle) का �िश�ण द ेरही ह.� आप पर�परागत औषधक�य डा�टर ह � तथा आपने आपातकालीन �बधन म � MBA ंिकया ह.ै पित मजेर दीपक राव के साथ आप अभी तक 15,000 सैिनक� को CQB का �िश�ण द ेचक� ह.� ुJ e e t K u n e D o ( माशल� आट�) क� आप िव� क� िगनी-चनी कछ ��े �िश�क� म � से एक ह.� ु ुआप Mrs.India स�दय� �ितयोिगता क� finalist रह चक� ह.� ु िवशषे�प से भारतीय सै�य हते िलखी गयी प�तक Encyclopedia of close Combat Opt training क� डॉ. सीमा राव सय� लेिखका ह.� वैि�क आतकवाद पर ु ु ं ु ंिव�तत िव�ेषण ��तत करती �थम भारतीय प�तक व िबना हिथयार� के य� पर कमाडो िनयम पि�तका लेखन का गौरव सीमा राव ने �ा� िकया ह.ै आपके �ारा िलखी प�तक� ृ ु ु ु ं ु ुFBI, INTERPOL, UNITED NATIONS एव SWAT Police के सम�त िव� के वाचनालय� म � उपल�ध ह.� डा. सीमा बह�-सजनशील लेिखका ह � िज�ह�ने अब तक 8 ृंप�तक� िलखी ह.� ु आदश � मिहला क� �ितकित ह � डॉ. सीमा राव िज�ह � बीजेएस प�रवार नमन करता ह.ैृ

    सिनल रामलाल माव�कर ‘मलेघाट’ िजला-ुअमरावती, महारा�� के आिदवासी समाज से ह � जहाँ अ�यािधक गरीबी एव सामिजक िपछड़ेपन के कारण सभी ं

    ब�च ेआमतौर पर कपोषण का िशकार तो होते ही ह � साथ ही समयोिचत शारी�रक व अ�य ुिवकास के अभाव म � बीमा�रय� से ��त रहते ह.� �ी सिनल माव�कर को पण ेके वाघोली ु ुि�थत क� � म � 11व� क�ा से अ�ययन करने का अवसर वष � 1997 म � �ा� ह�आ जब भारतीय जैन सघटना �ारा कपोषण��त ब�च� के श�ैिणक पनव�सन �क�प म � उ�ह �ं ु ुमलेघाट से पण ेलाया गया. ु डॉ. माव�कर क� �ाथिमक िश�ा मराठी म � अर�याचल ‘मलेघाट’ म � ह�ई. पण ेुम � आकर िहदी भाषा के �ित �िच जागत ह�ई. �ितभाशाली यह बालक �वय क� ृं ंअिभ�यि�य� को �थम मराठी म � कलमब� करने के प�ात उसका िहदी म � अनवाद कर ं ुअपार आनद क� अनभित करने लगा. यह� से िहदी िवषय म � उ�च िश�ा �ा� करने क� ं ु ू ं�व-�ेरणा से एम.ए. िकया. त�प�ात बी.एड.कर अमरावती म � िश�क पद पर िनय� ह�ए. ुआपका रा�� भाषा िहदी से �ेम ही था िक आपने ‘डॉ.दामोदरदास खडसे क� अनिदत ं ुकितय� का म�याकन’ िवषय पर अनस�धान कर PhD.क� िड�ी �ा� क� तथा Net एव ृ ू ं ु ंSet परी�ा उ�ीण � कर वत�मान म � आप �ीमती केशरबाई लाहोटी महािव�ालय, अमरावती म � आचाय� पद पर काय�रत ह.� आप अब कोरक आिदवािसय� क� स�कित व ृू ंकला पर भी अनसधानरत ह.� ु ं 35 वष�य डा. माव�कर बीजेएस िव�ालय वाघोली के सभी िश�कगण िवशषेकर �ी अशोक पवार, डा. जोतीराम मोरे एव डा. िस�े�र गायकवाड़ को �ेरणा ं�ोत मानते ह � िज�ह�ने क�ची िमटटी को िश�प का �व�प �दान िकया. आप �ी शातीलालजी म�था को अपना God Father मानते ह � जो मलेघाट आकर उनके माता-ं ुिपता क� आ�ा से उ�ह � पण ेलेकर आये. उ�ह � �मरण ह ैिक आ.म�थाजी ने कहा था िक ु ुआपके गाँव से कछ पौध ेलेकर जा रहा ह� ँऔर वायदा करता ह� ँिक व� लौटाऊँगा. ृु डा. माव�कर बीजेएस श�ैिणक पनव�सन क� � के पव� िव�ाथ� सगठन के ु ू ंउपा�य� ह � व इस स�था के सद�य� को उनका नेत�व आपदा �बधन व समाजिहत के ृं ंकाय� हते �दान कर रह ेह.� आ. म�थाजी के रा�� िनमा�ण के �व�न को साकार करने म �ु ुउनक� स�था के योगदान को वह उनका सौभा�य समझते ह.� आपका कहना ह ै िक ंअमरावती के �ी सदशन� जैन, �ी �दीप जैन एव परतवाड़ा के �ी ऋषभ बरिडया ने उनके ु ंजीवन को िदशा दनेे म � मह�वपण � भिमका िनभाई ह.ै ू ू

    ‘िबजनेस ग�’ के नाम से िव�यात �ी राकेश जैन ‘�खर’ ुदशे के जाने-माने �बध िवशषे� ह.� ‘बदलोगे तो बढ़ोगे’ और ं

    ‘�ोिबज’ के सेिमनार व काय�शालाओ के मा�यम से आपके �टाट� अप इि�डया – �ट�ड अप ंइि�डया के काय��म को भारत के 132 शहर� म � 50,000 से अिधक �यापा�रय� को �ेिनग दकेर ंआपने आपका नाम ‘गो�डन बक ऑफ व�ड� �रकाड�’ म � शािमल करवा िलया ह.ै ु आप भारतीय जैन सघटना म�य�दशे के पव� अ�य� ह � व वत�मान म � रा��ीय ं ूकाय�का�रणी सद�य व �यापार िवकास अिभयान के रा��ीय सयोजक ह.�ं आपने M.Com., DMM, MBA क� िश�ा म�ेरट से �ा� क� ह ैव ASCI, MCTE, IMC व Stanford, Maryland, Virginia, MIT जैसी �यातनाम यिनविस�टीज़ ूसे िवशषे कोस�स भी िकये ह.� CEO के पद पर रहकर आपने अपनी कपनी को 500 करोड़ से ंऊपर पह�चाया तथा िव� क� टॉप 100 ए�ी िबजनेस कपिनय� म � �थान िदलवाया एव दशे क� ं ं ंटॉप 20 िवदशेी म�ा कमाने वाली कपनी के �प म � �थािपत िकया. तीन मनेैजमट� स�थान� क� ु ं ं�थापना क� िजनक� िगनती दशे क� टॉप 25 स�थान� म � ह�ई. आपको टे�सटाईल, पश आहार, ं ुसोयाबीन आधा�रत सा�व�ट �लाट, तेल व वन�पित घी, फड �ोसेिसग, पैकेिजग, LPG ं ू ं ंिसल�डर, �टील, इले��ॉिन�स,अतरा���ीय �यापार, �रयल ए�टेट, िश�ण आिद �े�� का 40 से ंअिधक वष� का गहन अनभव ह.ैु आप CII, FFE, FIEO, Indore Management Associtation, Pithampur Industries Associtation, Soyabean Processors Associtation, Rotary, JSG व अ�य अनेक� स�थाओ म � शीष � पद� पर रह.ें ं 11 वष � क� आय म � ‘बाल �ितभा स�मान पर�कार’ आपको त�कालीन �धानम�ी ु ु ं�ीमती इिदरा गाँधी से �ा� ह�आ, Rotary Foundation, USA से ‘िव� शाित पर�कार’, ं ं ुजेसीज से ‘अि�तीय �ितभावान यवा स�मान’ व ‘�ब�धक स�मान’ �ा� ह�आ. आपने अनेक ुरा��ीय व अतरा���ीय स�मान �ा� िकए ह.� बह�मखी �ितभा के धनी �ी राकेश जैन स�पण � िव� ं ु ूका �मण कर चके ह.� ु ‘Managing Competition – Successful Strategies’ व Rural Enterprenership Development for Inclusive of Sustainable Growth िवषय पर आपके शोध �कािशत हो चके ह � व ‘Managing for Success’ िवषय पर आपने 10 ुप�तक� का लेखन व �काशन भी िकया ह.ैु

    इनसे िमिलए �ी राकेश जैन ‘�खर’, इंदौर (म.�.)रा��ीय काय�का�रणी सद�य-भारतीय जैन सघंटना

    हम� इन पर गव� ह� सिनल माव�करु

    आदश� एव ंअनकरणीय �यि��व : ु

    डॉ. सीमा राव

    िविश� �ितभा:

    6

  • 7

    बीजेएस दबई �वास सप�नंु 11 से 15 माच,� 2017 को आयोिजत इस स�ावना �वास म � 21 द�पि�य� सिहत कल 49 �यि�य� ने भाग िलया. िविभ�न रा�य� से जड़े ु ुभारतीय जैन सघटना प�रवार के सद�य� ने शारजहा, दबई एव अबधाबी का ं ं ुु�मण िकया. मरीना धो �ज़, दबई िसटी टर एव डेज़ट� सफारी के रोमाचक एव ु ू ं ं ंुिव�मयकारी अनभव सिहत बज़� खलीफा, जमरेा बीच �मण के अित�र� ु ु ुदबई मॉल, गो�ड सक व मीना बाज़ार म � खरीदी का आनद उठाया. एक ु ंुिदवसीय अबधाबी �मण म � सय� अरब अमीरात क� सबसे बड़ी, कला�मक ु ं ुएव स�दर मि�जद व अबधाबी शहर क� स�दरता ने सभी का मनमोह िलया. ं ु ु ुवह� ‘फेरारी व�ड�’ का अनभव आ�हािदत रहा. ु यह �वास बीजेएस के पदािधका�रय� व काय�कता�ओ के म�य ं�गाढ़ता व िनकटता लाने म � सफल रहा. इस �वास का आयोजन रा��ीय अ�य� �ी �फ�ल पारख, रा��ीय महाम�ी �ी राज�� ल�कड़ के सािन�य म �ु ं ु�वास सयोजक �ी रजनीश जैन, नागपर ने िनखार �ेव�स, नागपर के सहयोग ं ु ुसे िकया.

    यथ ए�सच�ज काय��म 2017ू वष � 2015 एव 2016 म � आयोिजत यथ ए�सचज� काय��म के प�ात ं ूइस वष � 18 िदवसीय ततीय JITO-JAINA- BJS का ‘JAIN YOUTH ृEXCHANGE PROGRAMME’18 जन से 10 जलाई, 2017 को ू ुआयोिजत होगा िजसम � दशे भर से चयिनत िकये जाने वाले 18 से 23 वष � क� आय ुके उ�चिशि�त यवक-यवती भाग ल�गे. अम�ेरका म � बसे जैन प�रवार� के साथ ु ुरहने, उनक� स�कित व जीवन प�ि� तथा सामािजक पा�रवा�रक म�य� को ृं ूसमझने व भारतीय स�कित को उन तक पह�चँाने के अवसर �ा� करने के अित�र� ृंअम�ेरका के बड़े शहर� �ययाक� , वािशगटन एव सेन�ािस�को का �मण व ू ं ं ंYOUNG JAIN OF AMERICA CONVENTION म � भाग ल�गे.

    आगामी अ�ेल एव मई माह म� िन�न ंप�रचय स�मेलन� एव मे�ीमोिनअल ंगेट ट गेदर का आयोजन होगा. ूइ�छक प�रवार� से �ाथ�ना है िक ुउनके ��यािशय� का रिज��ेशन शी�ित-शी� करवाए :ं

    िववरण

    प�रचय स�मलेन

    प�रचय स�मलेन

    प�रचय स�मलेन

    म�ेीमोिनअल गेट ट गेदरू

    िदनाकं

    16 अ�ेल, 17 30 अ�ेल, 17

    21 मई, 17

    21 मई, 17

    �थान

    को�हापर ु

    नािशक

    पणेु

    इदौर ं

    मोबाईल न.

    98500 82849

    98236 44114

    98239 77472

    94066 0999893294 42524

    सपक� स� ं ू

    अिनल पािटल

    सतीश डगरवालू ं

    �ीपाल लालवानी

    �ी िदलीप दोसी

    �ीमती रेखा जैन

    बीजेएस के आगामी प�रचय स�मेलन

    बीजेएस गितिविधया एव समाचारँ ंदबई जैन समाज से िमला बीजेएस �ितिनिध मडलंु

    11 माच,� 2017 को रा��ीय अ�य� �ी �फ�ल पारख के नेत�व ृुम � रा��ीय उपा�य� �ी सदशन� जैन, रा��ीय महाम�ी �ी राज�� ल�कड़ एव ु ं ु ंरा��ीय काय�का�रणी सद�य �ी िनरजन जवा जैन ने �ी सजय जैन �ारा दबई ं ंु ं ुम � आयोिजत सभा म � दबई जैन समाज क� िविभ�न स�थाओ - जैन सघ, ं ं ंुजमरेा जैन सघ, जैन सो�यल �प तथा जीटो के पदािधका�रय� से शभ�ेा ु ं ु ुमलाकात क� व िमिडल ई�ट के दशे� म � बसे जैन समाज क� सामािजक ुआव�यकताओ पर चचा� क�. सभा म � यह िनणय� िलया गया िक िमिडल ंई�ट एव अ��कन दशे� म � बसे जैन प�रवार� के िववाह यो�य प�-पि�य� के ं ु ुजीवन साथी चयन हते बीजेएस प�रचय स�मलेन का 23 जलाई, 2017 को ु ुपण े (महारा��) म � तथा अ�टबर, 2017 के अितम स�ाह म � दबई म �ु ू ं ुआयोजन करेगा. �ी िदनेश कोठारी के दबई ि�थत डी.पी.एस. �कल का बीजेएस ूुस�ावना �वास के सभी �ितभािगय� ने �मण िकया. �ी कोठारी ने दबई ुशहर व रा�य के बारे म � रोचक व �ेरणा�पद जानकारी �दान क�. �ी कोठारी, पाली राज�थान के मल िनवासी ह � व फेडरेशन ूऑफ़ जैन ए�यकेशन इि�टटयट राज�थान के रा�या�य� ह.� ु ं ् ू

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    अ�ेल 2017 I प� - 8 ृ8

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