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केन दीय पत यक कर बोडर (सीबीडीटी)
भाग-V ।।। केन दीय पत यक कर बोडर
1. काय र एव ं स ंगठन
केनदीय पतयक कर बोडर, केनदीय राजसव अिधिनयम बोडर, 1963 के अंतगरत कायर कर रहा है एक सांिविधक पािधकरण ह।ै बोडर के अिधकारी अपनी पदने कमता से पतयक कर के उदहण एवं संगहण
से सबंंिधत मामलो को संभालते हए मतंालय के एक पभाग के रप मे भी कायर करते ह।ै
2. केन दीय पत यक कर बोडर की ऐितहािसक पृष ठभ ूिम
केनदीय पतयक कर बोडर, केनदीय राजसव अिधिनयम बोडर 1924 के पिरणामसवरप करो के पशासन से भािरत िवभाग के शीषर िनकाय के रप मे अिसततव मे आया। आरंभ मे बोडर के पास पतयक एवं
अपतयक दोनो करो का पभार था। तथािप जब बोडर के िलए करो का पशासन संभालना मुिशकल हो गया तो बोडर को 1.1.1964 से दो भागो नामत: केनदीय पतयक कर बोड तथा केनदीय उतपाद शुलक
एवं सीमा शुलक बोडर मे िवघिटत कर िदया गया। यह िदशाखन केनदीय राजसव अिधिनयम बोडर, 1963 की धारा 3 के तहत दो बोडो के संिवधान दारा िकया गया।
3. केन दीय पत यक कर बोडर का सघंठन एवं काय र
केनदीय पतयक कर बोडर मे एक अधयक एवं िनमनिलिखत छह सदसय होते ह:ै-
1. अधयक2. सदसय (आयकर)3. सदसय ( िवधायन एवं कमपयूटराइजेशन)4. सदसय ( कािमक एवं पशासन)5. सदसय (जांच)6. सदसय ( राजसव एवं सतकर ता)7. सदसय ( लेखा परीका एवं नयाियक)
4. संगठनात मक व यवस था एव ं मानवशिक त
4.1 बोडर के िदलली मे िनमनिलिखत सलंगन कायारलय ह:ै-
(i) आयकर महािनदशेालय ( पशासन)(ii) आयकर िनदशेालय ( आरएसपी एवं पीआर) (iii) आयकर िनदशेालय (वसलूी)(iv) आयकर िनदशेालय ( आयकर एवं लेखा-परीका) (v) आयकर िनदशेालय ( ओ एवं एम एस) (vi) आयकर महािनदशेालय ( पणाली) (vii) आयकर महािनदशेालय (सतकर ता)(viii) आयकर िनदशेालय (अवसंरचना)
पूरे दशे मे िनयुकत िविभनन मुखय आयकर आयुकत दारा कतेीय सतरो पर पतयक करो का
कर- िनधाररण एवं संगहण का पभार संभाला जाता ह।ै इसके अितिरकत, आयकर महािनदशेक (जांच) कतेीय सतर पर जांच तंत का समग पभार सभंालता है िजसका उदेशय कर अपवचंन को
रोकना एवं लखेाबाह धन का खुलासा करना ह।ै मुखय आयकर आयुकतो/ आयकर महािनदशेको की सहायता उनके केतािधकार मे आने वाले आयकर आयुकतो/ आयकर महािनदशेको दारा की जाती ह।ै
इसके अितिरकत कर- िनधाररण अिधकािरयो के आदशेो के िवरद अपीलो के िनपटान के कायर का
िनषपादन करने हतुे एक पथम अपीलीय तंत भी है िजसमे आयकर आयुकत (अपील) सिममिलत होता ह।ै
केन दीय पत यक कर बोडर के अध यक एवं सदस यो के मध य काय र का िनयतन I. मामले अथवा मामलो की शेिणया ं िजन पर बोडर दारा सयं ुक त रप से िवचार
िकया जाना चािहए।
1. पतयक करो से संबंिधत िविभनन कानूनो के तहत बोडर एवं सघं सरकार के सांिविधक पकायो के िनषपादन से सबंंिधत नीित।
2. िनमनिलिखत से सबंंिधत सामानय नीित:-
1. आयकर िवभाग के गठन एवं संरचना का संगठन2. बोडर के कायर की पणाली एवं पिकया3. कर िनधाररण के िनपटान, करो के संगहण, कर अपवचंन तथा कर पिरहायरता
का िनवारण और पता लगाने के उपाय।4. भती, पिशकण तथा आयकर िवभाग के कािमको की सेवा शतो तथा रोजगार के
भिवषय से सबंंिधत अनय सभी मामल।े
3. कर िनधाररण के िनपटान तथा करो के संगहण के िनपटान हतुे लकयो का िनधाररण तथा पाथिमकताओ को िनिशचत करना तथा अनय संबंिधत मामले।
4. पतयेक मामले मे 25 लाख रपए से जयादा की कर मांगो को बटे खाते मे डालना।
5. पुरसकारो एवं सराहना पमाणपतो को पदान करने से सबंंिधत नीित। 6. अनय कोई मामला िजसे बोडर का अधयक अथवा कोई सदसय अधयक के अनुमोदन से बोडर के
संयुकत रप से िवचार करने हतुे भजे सकता ह।ै
II मामले अथवा मामलो की शेिणया ं िजन पर अध यक , केन दीय पत यक कर बोडर दारा िवचार िकया जाना चािहए
1. पशासकीय योजना2. मुखय आयकर आयुकत तथा आयकर आयुकत के सवंगर के अिधकािरयो के सथानानतरण एवं
तैनाितयां।3. िवदशे मे पिशकण से जुडे सभी मामले।4. िशकायत पकोषठ एवं िनरीकण पभाग से जुडा कायर।5. आयकर अिधिनयम, 1961 की धारा 80 ण के अंतगरत आने वाले मामलो के अलावा िवदशेी
कर पभाग के सभी मामले।6. सदसय (िवधायन) दारा अधयक को सदंिभत पतयक करो से सबंंिधत कर योजना एवं
िवधायन से जडुे सभी मामले।7. केनदीय एवं कतेीय पतयक कर सलाहकार सिमित एवं संसदीय परामशर सिमित से संबंिधत
सभी मामल।े8. अनय कोई मामला िजसे बोडर का अधयक अथवा बोडर का अनय कोई सदसय अधयक के समक
पसतुत करना आवशयक समझता हो।9. बोडर के कायर का समनवय एवं समग पयरवेकण।
III मामले अथवा मामलो की शेिणया ं िजन पर सदस य (आयकर) दारा िवचार िकया जाना चािहए।
1. उन मामलो के अलावा जो िवशेष तौर पर अधयक अथवा अनय िकसी सदसय को आबंिटत है, आयकर अिधिनयम, अित लाभ कर अिधिनयम, कमपनी लाभ (अिधकार) अिधिनयम, तथा
होटल रसीद कर अिधिनयम से संबंिधत सभी मामले।2. आयकर अिधिनयम, 1974, अिनवायर िनकेप सकीम अिधिनयम, 1974 से जुडे सभी मामले3. आयकर अिधिनयम, 1961 की धारा 36 (1) (viii) और (viii क) के अनतगरत आवेदन।4. मुमबई िसथत आयकर महािनदशेालय (छूट) और आयकर िनदशेालय (आयकर) मे
िनयुकत मुखय आयकर आयुकतो के परीका सबंंधी कायर जो सदसय ( कािमक एवं पशा.) दारा दखेा जाएगा के अलावा अनय कायर का पयरवेकण एवं िनयंतण।
IV मामले एव ं मामलो की शेिणया ं िजन पर सदस य ( िवधायन एवं कम प य ूटराइज ेशन) दारा िवचार िकया जाना चािहए
1. पतयक कर के पशासन से संबंिधत िविभनन आयोगो एवं सिमितयो की िरपोटो से जुडे समसत कायर
2. पतयक कर से संबंिधत कर योजना एवं िवधायन के समसत मामले एवं बेनामी सवंयवहार (िनषेण) अिधिनयम, 1988
3. िवधायी उपचारातमक काररवाई हतुे कर- पिरहायरता साधनो की िनगरानी4. आयकर िवभाग कमपयूटरीकरण5. आयकर महािनदशेालय (पणाली) तथा उततरी पभार- उततर पदशे, िदलली, पजंाब,
हिरयाणा, उततरांचल एवं िहमाचल पदशे मे िसथत मुखय आयकर आयुकतो का पयरवेकण एवं उन पर िनयंतण रखना।
V मामले अथवा मामलो की शेिणया ं िजन पर सदस य ( आर एवं वी) दारा िवचार िकया जाना है:-
1. राजसव बजट से संबंिधत सभी मामले िजसमे दशे भर के मुखय आयकर आयुकतो के बीच राजसव के बजटीय लकयो को सौपना शािमल ह।ै
2. भाग च के अलावा करो की वसूली ( आयकर का अधयाय-xvii), आयकर अिधिनयम, 1961 की धारा 179, 281,281ख, 289 िदतीय एवं तृतीय अनुसूची।
3. िवभागीय लेखा- पणाली से सबंंिधत मामले।4. धन कर अिधिनयम, वयय- कर अिधिनयम, समपदा शुलक अिधिनयम तथा बेनामी
सवंयवहार (िनषेध) अिधिनयम से सबंंिधत सभी मामले िजसमे कर- पिरहायरता के िनवारण एवं उसका पता लगाने से जडुे मामले भी शािमल ह।ै
5. आयकर अिधिनयम, 1961 के अधयाय XIV क XX क XX ग के तहत आने वाले सभी मामले।
6. बोडर मे कायर का सामानय समनवय।7. पूवी- पिशचम बंगाल पभार- िबहार, उडीसा, उततर पूवर, झारखंड मे िसथत मुखय आयकर
आयुकतो के कायर का पयरवेकण एवं िनयंतण।8. आयकर िनदशेालय (वसलूी), आयकर िनदशेालय ( आर एस पी एवं पी आर), आयकर
िनदशेालय ( ओ एवं एम एस), महािनदशेालय (सतकर ता) से सबंंिधत कायर।9. मुखय अिभयंता ( मूलयांकन पकोषठ) के कायर का पयरवेकण तथा िनयंतण।10. कर आधार का िवसतार करने से जडुे सभी मामल।े11. सभी अिधकािरयो एवं सटाफ सदसयो ( राजपितत एवं अराजपितत दोनो) के िखलाफ
सतकर ता, अनुशासनातमक कायरवाही तथा िशकायते।
VI मामले अथवा मामलो की शेिणया ं िजन पर सदस य ( कािमक एवं पशासन) दारा िवचार िकया जाना चािहए।
1. आयकर सथापना से सबंंिधत समसत पशासिनक ( मुखय आयकर आयुकत तथा सहायक आयुकतो के सतर के अिधकािरयो के सथानांतरणो एवं तैनाितयो के अलावा) मामले उपायुकतो तथा सहायक आयुकतो के सतर के सथानांतरण एवं तैनाितयां अधयक के अनुमोदन
से की जाएगी।2. आयकर अिधकािरयो, सहायक आयकर आयुकतो तथा आयकर उपायुकतो की बाह सवंगर
पदो पर पितिनयुिकत से संबंिधत सभी मामले।3. िवदशेी पिशकण के अलावा पिशकण से जुडे समसत मामले।4. वयय बजट से संबंिधत सभी मामल।े5. राजभाषा नीित के कायारनवयन से जडुे सभी मामले।6. कायारलयी उपसकर।7. आयकर िवभाग के िलए कायारलय सथान एवं आवासीय सथान।8. दिकण पभार- आंध पदशे, केरल, तिमलनाडु, कनारटक, गोवा मे िसथित मुखय आयकर
आयुकतो तथा आयकर महािनदशेक (एनएडीटी) नागपुर के कायर का पयरवेकण एव ं िनयंतण।
9. परीका से संबंिधत मामलो मे आयकर िनदशेालय (आयकर) से संबंिधत कायर।
VII मामले अथवा मामलो की शेिणया ं िजन पर सदस य (जाचं) दारा िवचार िकया जाना है:-
1. कर अपवंचन के िनवारण तथा उसका पता लगाने से संबंिधत तकनीकी एवं पशासिनक –मामले िवशेषकर वे मामले जो अधयाय XII ख के अनतगरत आते है कयोिक वे आयकर
महािनदशेक (जांच) तथा मुखय आयकर आयुकत (केनद) के कायर से सगंत ह।ै आयकर अिधिनयम का अधयाय-XIII ग, अधयाय-XIX क, अधयाय-XXख, अधयाय-XXI, अधयाय-
XXII तथा अधयाय-XXIII की धारा 285ख, 287, 291, 292 एवं 292 क तथा अनय पतयक कर अिधिनयमो के सगंत उपबंध।
2. कर अपवचंन से संबंिधत िशकायतो पर काररवाई।3. आयकर अिधिनयम के अधयाय- XXII मे उिललिखत अपराधो के संबंध मे अिभयोजन
मामलो को दािखल करने, छोड दनेे अथवा वापस लेने हतुे पशासिनक अनुमोदन से सबंंिधत सभी मामले तथा पतयक करो से सबंंिधत अनय अिधिनयमो के संगत उपबंध।
4. आयकर अिधिनयम, 1961 की धारा 147 से 153 ( दोनो सिहत) के उपबंधो से सबंंिधत समसत तकनीकी एवं पशासिनक कायर।
5. तलाशी, जबती एवं सचूना दनेे वालो को पुरसकार।6. सवेकण7. सवैिचछक पकटन।8. तसकर और िवदशेी िविनयम मदुा छल साधक ( समपितत समपहरण) अिधिनयम, 1976 स े
संबंिधत मामले।9. उचच वगो वाले बैक नोटो ( िवमुदीकरण) अिधिनयम, 1978 से जडुा कायर।10. आयकर महािनदशेक ( जांच) तथा मुखय आयकर आयुकतो (केनदीय) के कायर का पयरवेकण
एवं िनयंतण।
VIII मामले अथवा मामलो की शेिणया ं िजन पर सदस य (लखेा- परीका एव ं न याियक) दारा िवचार िकया जाना चािहए:-
1. आयकर अिधिनयम, 1961 के अधयाय-XX एवं धारा 288 के अनतगरत समसत नयाियक मामले।
2. उचच एवं उचचतम नयायालयो मे िरट एवं अपीलो से संबंिधत मामले तथा िसिवल पकया संिहता, 1908 के अनतगरत दीवानी वादो से सबंंिधत सभी मामले।
3. उचच एवं उचचतम नयायालयो के समक आयकर िवभाग के िलए सथायी काउनसेल, अिभयोजन काउंसेल तथा िवशेष पिरषदो की िनयुिकत से संबंिधत मामल।े
4. लेखा- परीका तथा लोक लखेा सिमित से सबंंिधत समसत मामले।
5. आयकर अिधिनयम, 1961 की धारा 72 क तथा 80 ण के अनतगरत आने वाले सभी ममाल।े6. कर- पिरहायरता के िनवारण एवं उसका पता लगाने से सबंंिधत मामलो को छोडकर धन कर
अिधिनयम, वयय कर अिधिनयम, राजय शुलक अिधिनयम तथा बेनामी सवंयवहार (उपबंध) अिधिनयम से सबंंिधत समसत मामले।
7. पिशचमी केत गजुरात, राजसथान, मधय पदशे, छततीसगढ और महाराषट ( मुमबई को
छोडकर) मे िसथत मुखय आयकर आयुकतो के कायर का पयरवेकण एवं िनयंतण।
केन दीय पत यक कर बोडर के आयकर आयुक तो के बीच काय र का आबंटन
1. आयकर आयुक त ( लखेापरीका एव ं न याियक)
2. लेखापरीका एवं नयाियक, डीजी ( एल एंड आर) से संबंिधत सभी फाइले3. आरटीआई अिधिनयम के अंतगरत अपीली पािधकारी
आयुक त ( लेखापरीका एव ं न याियक) फोन - 26109827
2. आयकर आयुक त (समन वय)
1. सथापना एवं सवंगर पबंधन से सबंंिधत सभी नीितगत मामल।े सीबीडीटी की ओर से वह डीएस (िससटमस) एवं िनदशेक (डीओएमएस) के साथ इंटरेसट करेगे।
2. वयय बजट से संबंिधत िवततीय पबंधन, िजसके िलए डीओएमएस को नोडल एजेसी बनाया जा रहा है, का सीबीडीटी की ओर से उनके दारा पयरवेकक िकया जाएगा।
3. िवभाग की अवसंरचनातमक आवशयकता से संबंिधत नीित। वह अधयक एवं सदसय (कािमक) की सहायता करेगे।
4. िशकायतो के गभंीर मामले तथा इस संबंध मे सभी वीआईपी सदंभर जहां ततकाल धयान दनेे की जररत होता ह।ै
5. पीएमओ के सभी संदभर, मंितमंडल के िनणरयो, मंितमंडल सिमित के िनणरयो के कायारनवयन का पयरवेकण
6. सीबीडीटी की ओर से समनवय का कोई अनय मामला िजसे राजसव सिचव दारा सौपा जाता ह।ै
7. बाहरी एजेिसयो तथा अनय मंतालयो/ िवभागो के साथ िकसी बैठक मे अधयक की ओर से पितिनिधतव करना।
8. सीबीडीटी मे िविभनन सदसयो के कायर का समनवय करना और बाहरी एजेिसयो के साथ संपकर सथािपत करना।
9. अधयक एवं िकसी अनय उचच पािधकारी दारा सौपा गया कोई अनय कायर।10. िवतत मंती दारा सीबीडीटी के अिधकािरक पवकता के रप मे िनयुकत। मीिडया से संबंिधत
सभी मामल।े मीिडया समनवयक सीआईटी (सीएंडएस) को िरपोटर करेगे। आयुक त ( समन वय एवं पणािलया ं) फोन - 23093544
4. आयकर आयुक त (आईटीए)
1. सदसय (आईटी) के अधीन काम करने वाले सभी अनुभाग आयकर आयुकत (आईटीए) के माधयम से िरपोटर करेगे।
2. उपयुरकत के संबधं मे िशकायते/ अभयावेदन।3. राजसव के संगळण से संबंिधत आंचिलक कायर, अचंल के मुखय आयुकतो के साथ समनवय
तथा अंचल के राजसव मे वृिद की रणनीित िवकिसत करना।
4. ससंदीय पशन तथा पीएसी एवं ससंद की मरामशर एवं सलाहाकार सिमितयो से संबंिधत मामले।
5. आरटीआई अिधिनयम के अंतगरत अपीली पािधकारी। आयुक त (आईटीए) फोन - 23092364
4. आयकर आयुक त (जाचं)
1. सदसय (जांच) के अधीन काम करने वाले सभी अनुभाग आयकर आयुकत (जांच) के माधयम से िरपोटर करेगे।
2. कर अपवंचन की सभी िशकायते िजसमे सांसदो एवं अनयो से पापत िशकायते भी शािमल ह।ै
3. जांच एवं पवतरन एजेिसयो से संबंिधत अंतिवभागीय समनवय।4. उपयुरकत के संबधं मे सभी िशकायते/अभयावेदन, ससंदीय पशन, पीएसी कायर, मरामशर एवं
सलाहाकार सिमित के कायर।5. सांिखयकी समेत तलाशी एवं जबती से संबंिधत सभी मामले तथा आयकर अिधिनयम की
धारा 132, 132 ए एवं 132 एन से संबंिधत मामले तथा सवेकण की काररवाइयां एवं सीआईबी कायर।
6. आयकर महािनदशेक (जांच) के अधीन जांच िनदशेालय के कायर की समीका की िनगरानी।7. अनय पवतरन एजेिसयो के साथ समनवय।8. िवभाग का कंपयूटरीकरण एवं डीजीआईटी (िससटमस) तथा पणाली िनदशेालयो के साथ
समनवय।9. आरटीआई अिधिनयम के अंतगरत अपीली पािधकारी।
आयुक त (जा ंच) फोन - 230929177
6. आयकर आयुक त ( आईटी एंड सीटी)
1. सदसय (राजसव) के अधीन काम करने वाले सभी अनुभाग आयकर आयुकत (जांच) के माधयम से िरपोटर करेगे।
2. केनदीय पतयक कर सलाहकर सिमित तथा कतेीय पतयक कर सलाहकार सिमित की संरचना एवं बैठको से जुडा कायर।
3. ससंदीय परामशर सिमित की बैठक से जुडा कायर।4. उपयुरकत से सबंंिधत सभी िशकायते/अभयावेदन, ससंदीय पशन, पीएसी कायर, परामाशर एव ं
सलाहकर सिमित के कायर।5. सदसय (राजसव) का आंचिलक कायर।6. सचूना का अिधकार अिधिनयम की वयाखया से सबंंिधत मामले तथा सीबीडीटी मे इसका
कायारनवयन।7. करो के संगहण मे उतकृषट कायर के िलए पुरसकार पदान करना िजसमे करदाताओ को
सममान पुरसकार दनेा शािमल ह।ै8. सचूना का अिधकार अिधिनयम के अंतरगत अपीली पािधकारी।
आयुक त ( आय एवं िनगम कर) फोन - 23092153
7. आयकर आयुक त (सतकर ता)
1. िनदशेक (वीएंडएल) दारा सवंयवहार की जाने वाली सभी फाइले आयुकत (सतकर ता), सीबीडीटी के माधयम से सदसय (पीएंडवी) को पसतुत की जाएंगी।
2. आयकर आयुकत (सतकर ता) सदसय (सतकर ता) की िनमनिलिखत से सबंंिधत कायर मे सहायता करेगे (क) समूह क के सभी अिधकािरयो के िवरद िशकायतो के सबंंध मे सतकर ता एवं
अनुशासिनक कायरवािहयां, (ख) सदसय (पीएंडवी) के अधीन आने वाले आंचिलक मामल,े (ग) सदसय (पीएंडवी) दारा सौपा गया कोई अनय कायर।
3. उपयुरकत िवषय के संबंध मे ससंद सदसयो/वीआईपी/ मंितयो से संदभर तथा ससंद पशन।
4. सचूना का अिधकार अिधिनयम के अंतरगत अपीली पािधकारी। आयुक त (सतकर ता) फोन - 23092174
8. मीिडया समन वयक
1. मीिडया केनद, सीबीडीटी मीिडया को पतयक कर से सबंंिधत सावरजिनक महतव की सचूना के पसार के िलए नोडल िबनदु होगा।
2. मीिडया केनद, सीबीडीटी के पभागो/डेसको, संबद कायारलयो तथा सीबीडीटी के कतेीय कायारलयो से मीिडया मे उठाए गए पशनो का जबाब दनेे के िलए सचूना की तलाश करेगा।
3. मीिडया केनद, सीबीडीटी के कायारलय के पवकता के रप मे कायर करेगा तथा पवकता या िकसी अनय विरषठ पदािधकारी दारा पेस सममेलन/ वातार का आयोजन करेगा तथा उनसे
संबंिधत अिभलेख भी रखेगा।4. मीिडया केनद, मीिडया मे सचूीत हाई पोफाइल वयिषटयो / संसथाओ के िवरद िवभाग दारा
की गई काररवाई पर तथयातमक िसथित की िरपोटर करेगा।5. मीिडया केनद मीिडया के माधयम से अिभवयकत सावरजिनक राय के बारे मे आविधक
फीडबैक पदान करेगा।6. मीिडया केनद मीिडया मे छपने वाली कागजी एवं इलेकटािनक दोनो सचूनाओ का िरकाडर
रखने के िलए ससंाधन केनद के रप मे काम करेगा।
मीिडया समन वयक , दूरभाष - 23095433, इंटरकॉम 5453, फैक स - 23092182 अनुभाग - मीिडया केन द , इंटरकॉम - 5583
1. पशासन VI अनुभाग
िवषयो की सचूी:
आयकर िवभाग के राजपितत अिधकािरयो से सबंंिधत िनमनिलिखत मामल:े
1. वेतन - िनयम से ठीक नीचे2. िवशेष वेतन3. तयागपत - सवेा मे मृतयु4. एसी, आईटी को विरषठ वेतनमान तथा डीसीआईटी को पवर गेड पदान करने के िलए
डीपीसी का आयोजन5. विरषठता6. भती िनयमावली7. अिधकािरयो का िवदशेो मे पिशकण8. िवभागीय परीका9. तैनाती एवं सथनांतरण10. अिभपुिषट11. संघ एवं यूिनयन12. भारत मे सवंगेतर पदो पर पितिनयुिकत13. डीपीसी14. िवदशेो मे पितिनयुिकत / आबंटन15. भती16. आयकर उपायुकत, सीआईटी, सीसीआईटी / डीजीआईटी के गेड मे पदोननित17. सहायक आयकर आयुकत के गेड मे पदोननित
18. अनुभाग मे डील िकए जाने वाले िवषयो से सबंंिधत ससंद पशन19. अनुभाग मे डील िकए जाने वाले िवषयो से सबंंिधत िरपोटर एवं िववरिणयां।
अनुभाग अिधकारी अवर सिचव िनदशेक (पशा. VI) दरूभाष : 23092683 दरूभाष : 23095474 दरूभाष : 23092496 इंटरकॉम : 5482 इंटरकॉम : 2887 इंटरकॉम : 5456
संयुकत सिचव (पशा.) सदसय (पीएंडवी) दरूभाष : 23095457 दरूभाष : 23093621 इंटरकॉम : 5435
2. पशा . VI (क) अनुभाग
िवषयो की सचूी:
आयकर िवभाग के राजपितत अिधकािरयो से सबंंिधत िनमनिलिखत मामल:े 1. पेशन2. सीसीएस (आचरण) िनयमावली, 1964 3. िचिकतसा पिरचर िनयमावली4. भवन िनमारण अिगम, कार अिगम, जीपीएफ अिगम, आंिशक एवं अंितम आहरण5. छुटी मामले6. गैर- हकदार अिधकािरयो को हवाई याता की अनुमित7. टीए / छुटी याता िरयायत8. गृह नगर / नाम / उपनाम/ जनम ितिथ मे पिरवतरन9. शुलक / मानदये10. एचआरए / सीसीए11. अिधकािरयो की सवैिचछक सेवािनवृितत12. चैमबर पिैकटस सथािपत करने तथा सेवािनवृितत के बाद वािणिजयक रोजगार की अनुमित13. कायर की उपयुरकत मदो पर ससंद पशन14. िरपोटर एवं िववरिणयां15. िवसतार एवं पनुरोजगार16. कमपयूटर सवंगर मे समहू क एवं ख के पदो जसैे िक संयकुत िनदशेक, उपिनदशेक, सहायक
िनदशेक की िनयुिकत17. सीबीडीटी के अधीन संबद एवं अधीनसथ कायारलयो मे कंपयूटर सवंगर मे राजपितत सटाफ
तथा विरषठ पी ए की भती िनयमावली बनाना18. आईटीओ समहू ख के एसीआर मे दजर पितकूल िटपपिणयो के िवरद उनसे अपील / जापन।
अनुभाग अिधकारी अवर सिचव िनदशेक (पशा. VI) दरूभाष : 23092683 दरूभाष : 23095474 दरूभाष : 23092496 इंटरकॉम : 5482 इंटरकॉम : 2887 इंटरकॉम : 5456
संयुकत सिचव (पशा.) सदसय (पीएंडवी) अधयक दरूभाष : 23095457 दरूभाष : 23093621 दरूभाष : 23092648 इंटरकॉम : 5435 इंटरकॉम : 5421
3. पशासन VII अनुभाग िवषयो की सचूी:
1. सीबीडीटी के अधीन संबद एवं अधीनसथ कायारलयो मे पदो ( सभी संवगर समहू क, ख, ग एवं घ) का सजृन
2. असथाई पदो की सततता, असथाई पदो का सथाई पदो मे पिरवतरन तथा सीबीडीटी के अधीन एक संगठन से दसूरे सगंठन मे पदो का अंतरण
3. आयकर पभारो का सजृन / पृथककरण4. सीबीडीटी के अधीन संबद एवं अधीनसथ कायारलयो मे कायर अधययन से संबंिधत सभी
मामले5. आयकर िवभाग मे फुटकर सदंतत सटाफ एवं उनकी िनयिमतता से संबंिधत सभी मामले6. सीसीए, सीबीडीटी एवं जडेएओ के सटाफ से सबंंिधत पशासिनक समसयाएं एवं नीितयां7. पतयक करो से संबंिधत सिमितयो / आयोगो का गठन - सिमितयो / आयोगो की िसफािरशो
का पसंसकरण8. सीबीडीटी के अधीन सबंद एवं अधीनसथ कायारलयो से सबंंिधत सभी सामानय संगठनातमक
पशासिनक मामले9. संबद एवं अधीनसथ कायारलयो मे िविभनन अराजपितत पदो पर सीधी भती / पदोननित स े
संबंिधत सभी मामले10. अराजपितत सटाफ से संबंिधत भती िनयमावली बनाना, उसकी समीका एवं सशंोधन11. अराजपितत पदो पर पदोननित मे दमन के िवरद अभयावेदन12. गैर या िवलंिबत अिभपुिषट / पदोननित - इस संबंध मे अभयावेदन13. सीबीडीटी के अधीन सबंद एवं अधीनसथ कायारलयो मे सेवाओ मे अ.जा./अ.ज.जा. के िलए
आरकण से संबंिधत सभी मामले14. समहू ग एवं घ के सटाफ की विरषठता से सबंंिधत सभी मामले15. पदो को अनारिकत करने के िलए पसताव का पसंसकरण तथा आरकण से सबंंिधत िविभनन
सांिखयकीय िववरिणयां तैयार करना16. िवतत मंतालय की िवभागीय पिरषद की बठैको से संबंिधत मामले - उनका पसंसकरण17. मृत सरकारी सेवको के आिशतो की अनुकमपा आधार पर िनयुिकत - पसतावो का पसंसकरण18. गोपनीय िरपोटो मे पितकूल िटपपिणयो के िवरद अभयावेदन - सीआर फामो की समीका
एवं सशंोधन19. तयागपत की वापसी तथा सेवा मे पुनवरहाली20. अंतपरभार एवं पभार के अनदर अराजपितत सटाफ का सथानांतरण - अभयावेदनो पर िवचार
करना तथा नीितयो का िनमारण करना21. आयकर िवभाग मे नए आयकर कायारलय खोलने से संबंिधत मामले22. सीसीएस (आचरण) िनयमावली - इसका पशासन23. पशासन VII अनुभाग से संबंिधत सेवा मामलो मे आयकर कमरचािरयो के सघंो / यूिनयनो
से अभयावेदनो का पसंसकरण - महतवपूणर मामलो के सबंंध मे बोडर के िलए मािसक िरपोटे तैयार करना
24. सीबीडीटी के अधीन कायारलयो मे सवेाओ मे अ.जा./अ.ज.जा. के िलए आरकण के संबंध म े िविभनन िववरणो / िववरिणयो का सकंलन
25. सटाफ की सखंया, िखलाडी के रप मे गैर भारतीयो की भती आिद से संबंिधत िविभनन िरपोटे एवं िववरिणयां तैयार करना
26. शारीिरक रप से िवकलांग एवं भूतपूवर सैिनको के िलए आरकण / समायोजन आिद27. सीबीडीटी के अधीन संबद एवं अधीनसथ कायारलयो मे समहू ग के सटाफ की भती के संबधं
मे एसएससी के साथ सभी पताचार आिद28. कायर की उपयुरकत मदो से संबंिधत संसद पशन।
अनुभाग अिधकारी अवर सिचव िनदशेक (पशा. VI) दरूभाष : 23092683 दरूभाष : 23095474 दरूभाष : 23092496 इंटरकॉम : 5482 इंटरकॉम : 2887 इंटरकॉम : 5456
संयुकत सिचव (पशा.) सदसय (पीएंडवी) अधयक दरूभाष : 23095457 दरूभाष : 23093621 दरूभाष : 23092648 इंटरकॉम : 5435 इंटरकॉम : 5421
4. पशासन VIII (डीटी) अनुभाग
िवषयो की सचूी: 1. अिखल भारतीय आधार पर आयकर िवभाग के िलए िनमारण कायरकम तैयार करना2. िनमारण कायरकम का कायारनवयन3. िनमनिलिखत के संबधं मे भवनो के िनमारण के सबंंध मे आयकर आयुकतो से पापत वयिकतगत
पसतावो की जांच: (1) आवास की अनुसचूी तैयार करना(2) योजनाओ एवं पाककलनो की सवंीका(3) वयय िवतत सिमित का अनुमोदन पापत करना, जहां आवशयक हो; और(4) पशासिनक अनुमोदन एवं वयय संसवीकृित जारी करना
4. िनमनिलिखत के संबधं मे िवभागीय भवनो के िनमारण के िलए भिूम के अिधगहण के सबंंध म े पसतावो की संवीका:
(1) सटाफ की सखंया आिद के आधार पर कायारलय एवं आवासीय आवास के िलए आवशयकताओ की िवसतृत जांच; और
(2) पशासिनक अनुमोदन एवं वयय संसवीकृित जारी करना5. भवनो के कय के सबंंध मे पसतावो की जांच6. िवभागीय भवनो की मरममत एवं छोटे कायर के संबंध मे पसतावो की जांच7. िवभागीय भवनो के िनमारण, भूिम एवं भवनो के कय के सबंंध मे बजट पसतावो को अंितम
रप दनेा8. संबद एवं अधीनसथ कायारलयो के सबंंध मे कायारलय / कायारलय-सह- िनवास आवास एवं
गोदाम आवास की हायिरग के संबधं मे पसतावो की जांच9. सटाफ को िरयायती आवास का पावधान10. अनुभाग से संबंिधत मामलो पर कोटर केस11. भवनो की खरीद एवं खरीदी गई सपंिततयो के संबंध मे मामले12. आयकर िवभाग के िवभागीय पूल मे आवासीय आवास के आवंटन के संबंध मे िनयमो का
िनमारण एवं वयाखया13. अितिरकत भिूम एवं भवनो का िनसतारण14. िवभागीय भवन, कायारलय एवं आवास के संबधं मे सभी िविवध मामले15. उपयुरकत िवषयो से संबंिधत ससंद पशन16. िविशषट भवनो मे कायारलयो की अविसथित के सबंंध मे अभयावेदन एवं िशकायते17. संबद एवं अधीनसथ कायारलयो के िलए वाहनो के कय, पितसथापन एवं हायिरग के िलए
पसतावो का पसंसकरण18. फुटकर वयय (टेलीफोन, फनीचर, लखेन सामगी, टाइपराइटर, पुसतके एवं पकाशन आिद) 19. एयर कंडीशनसर20. उपयुरकत िवषयो पर ससंद सदसयो / मंितयो एवं अनय वीआईपी से सदंभर21. आयकर िवभाग के िविभनन सटाफ संघो से अभयावेदन22. कोई अनय मामला जो सीबीडीटी दारा िवशेष रप से आवंिटत िकया जा सकता ह।ै
अनुभाग अिधकारी िनदशेक संयुकत सिचव (पशा.) दरूभाष : 23095495 दरूभाष : 23093134 दरूभाष : 23095457 इंटरकॉम : 5495 इंटरकॉम : 5456 इंटरकॉम : 5435
सदसय (पीएंडवी) अधयक दरूभाष : 23093621 दरूभाष :23092648
इंटरकॉम : 5421
5. पशासन IX अनुभाग
िवषयो की सचूी: 1. अिगम - जीपीएफ अिगम, मकान िनमारण अिगम, बाढ अिगम आिद2. छुटी, अवकाश एवं छुटी वेतन आिद
3. सेवा मे बेक की माफी4. वेतन का िनयतन, वािषक वेतनवृिद, अिगम वेतनवृिद , दकता छड को पार
करना, िवशेष वेतन आिद5. भततो (एचआरए, सीसीए, डीए, एलटीसी, पिरयोजना भतता, बाल िशका भतता, धलुाई
भतता, वाहन भतता आिद) से संबंिधत मामले6. पुनिनयुकत पेशनभोिगयो एवं एकस- कॉमबैटेट कलको के वेतन का िनयतन7. अिधक भगुतान की वसूली को माफ करना8. संघ एवं यूिनयन ( मानयता एवं अनय मामले) 9. पेशन एवं उपदान आिद - इससे संबंिधत मामले10. पुनिनयुिकत एवं सवेा िवसतार11. पेशन, छुटी आिद के िलए िपछली सनैय एवं िसिवल सवेा की गणना12. वेतन, भतता आिद के एिरयर के दावे13. िचिकतसा पभार - एिरयर के दावो की जांच एवं पितपूित14. अनुकंपा अनुदान - भारतीय अनुकंपा िनिध से अवाडर15. िवभागीय परीकाओ से संबंिधत मामले16. मानदये मजंूर करना17. आयकर िनदशेालय मे िहदी के पयोग की पगित पर नजर रखना18. िवतत मंतालय की िवभागीय पिरषद - ितमाही बैठके - अनुवती काररवाई -
िवभागीय पिरषद की सिमित बैठके19. सुझाव योजना - इससे संबंिधत मामले20. िमतवयियता अनुदशे - एयर कंडीशनसर21. िवततीय शिकत पतयायोजन िनयमावली22. पोशाक23. बजट पाककलन24. पेशगी ( सथाई अिगम) 25. कंपयूटरीकरण26. केनद सरकार कमरचारी बीमा योजना / िलकड बीमा योजना27. िविवध सदंभर28. उपयुरकत िवषयो से संबंिधत ससंद पशन29. उपयुरकत िवषयो से संबंिधत ससंद सदसयो/मंितयो/पीएमओ/ राषटपित सिचवालय से संदभर
अनुभाग अिधकारी अवर सिचव उप सिचव दरूभाष : 26172515 दरूभाष : 26172746 दरूभाष : 26172736
(एचवीबी) (एचवीबी) (एचवीबी)
संयुकत सिचव (पशा.) सदसय (पीएंडवी) अधयक दरूभाष : 23095457 दरूभाष : 23093621 दरूभाष :23092648 इंटरकॉम : 5435 इंटरकॉम : 5421
6. सतकर ता एव ं वाद अनुभाग
िवषयो की सचूी: 1. आयकर िवभाग के राजपितत एवं अराजपितत सटाफ के संबंध मे सतकर ता एवं अनुशासिनक
कायरवाही2. सीबीडीटी को या राषटपित को संबोिधत आयकर िवभाग के राजपितत एवं अराजपितत
कमरचािरयो के अनुशासिनक मामलो मे अनुशासिनक कायरवाही, अपील एवं यािचकाएं3. राजपितत एवं अराजपितत कमरचािरयो के सबंंध मे िशकायते4. मुखय सतकर ता अिधकारी ( केनदीय पतयक कर बोडर) नामत: आयकर िनदशेक (सतकर ता) के
साथ कायर का समनवय5. सेवा िनवृतत होने वाले िविभनन अिधकािरयो को तथा अनय मामलो मे सतकर ता िनकासी की
मंजूरी, यिद ऐसा अपेिकत हो।
6. आयकर िवभाग के समूह क के अिधकािरयो की वािषक गोपनीय िरपोटो मे गुपत िटपपिणयो पर काररवाई
7. केतीय कायारलय या अनयथा से सतकर ता मामलो पर िकसी सुझाव का पसंसकरण8. सेवा मामलो के संबंध मे केनदीय पशासिनक अिधकरण तथा भारत के उचचतम नयायालय
की िविभनन बेचो मे वाद/ कोटर केस तथा कानूनी मामले9. नयायालयो / केनदीय पशासिनक अिधकरण मे आने वाले मामलो को दखेना तथा सरकारी
वकील / केनदीय एजेसी की सहायता करना / जानकारी पदान करना।10. सेवा संबंधी वाद के िविभनन मामलो मे िवशेष वकीलो / सथाई वकीलो / अपर सथाई
वकीलो / विरषठ सथाई वकीलो की तैनाती11. सेवा मामलो के संबंध मे िविध मंतालय या केनदीय एजेसी अनुभाग से परामशर12. केनदीय िसिवल सवेा (वगीकरण, िनयंतण एवं अपील) िनयमावली और / या केनदीय
िसिवल सेवा (आचरण) िनयमावली मे िकसी पिरवतरन के कारण उपचारी कदम उठाना13. उपयुरकत िवषयो के सबंंध मे ससंद सदसयो / वीआईपी / मंितयो से संदभर तथा ससंद पशन14. िरपोटो और िववरिणयो की िनगरानी15. केनदीय िसिवल सवेा (वगीकरण, िनयंतण एवं अपील) िनयमावली के अंतगरत अथरदडं के
िवरद अभयावेदनो/ अपीलो पर िवचार करना तथा िनसतारण
अनुभाग अिधकारी अवर सिचव उप सिचव दरूभाष : 23095486 दरूभाष : 23095472 दरूभाष : 23095477 इंटरकॉम : 5486 दरूभाष: 23095477 इंटरकॉम: 5477
संयुकत सिचव (पशा.) सदसय ( वी एंड एल) दरूभाष : 23095457 दरूभाष : 23093621 इंटरकॉम : 5477
7. आई टी ए - 1 अनुभाग िवषयो की सचूी:
आयकर अिधिनयम, 1961 के िनमनिलिखत अधयायो मे विणत िवषयो से सबंंिधत सभी मामले
1. अधयाय I अथारत अिधिनयम की सीमा एवं कायर कते, िपछले वषर का कर िनधाररण, पिरभाषाएं, कंपिनयो की घोषणा - धारा 2(17) (iv) एवं 2(3) को छोडकर
2. अधयाय II अथारत पभार का आधार, धारा 5(2) एवं 9 को छोडकर3. अधयाय III अथारत आय जो कुल आय का िहससा नही है तथा धारा 10,11,12 एवं 13 के
अंतगरत अनय छूटे ( धारा 10(4), 10(4 क), 10(6), 10(7), 10(8), 10(9), 10(15) (iv) को छोडकर) ।
4. अधयाय IV अथारत कुल आय की गणना - अधयाय IV के िनमनिलिखत भाग: (क) वेतन (ख) धारा 21 को छोडकर पितभूितयो पर बयाज (ग) धारा 25 को छोडकर संपितत से आय (घ) धारा 58(क) एवं (ii) को छोडकर अनय सोतो से आय।
5. अधयाय V अथारत कर िनधारिरती की कुल आय मे शािमल अनय वयिकतयो की आय।6. अधयाय VI- क अथारत कुल आय की गणना मे की जाने वाली कटौितयां ( धारा 80च,
80(एम)(i)(क), 80 एमएम, 80 एन, 80ओ, 80आर, 80 आरआरए को छोडकर) ।7. अधयाय VII अथारत कुल आय का िहससा बनने वाली आय िजस पर आयकर दये नही ह।ै8. अधयाय VIII अथारत राहते एवं िरबेट9. अधयाय X कर पिरहार से सबंंिधत िवशेष पावधान ( धारा 92 एवं 93 को छोडकर) ।10. अधयाय XII अथारत कितपय िवशेष मामलो मे कर का िनधाररण।11. अधयाय XII ख - कितपय कंपिनयो के संबंध मे िवशेष पावधानो के संबंध म।े12. अधयाय XII ग - फुटकर वयापार से सबंंिधत िवशेष पावधानो के संबंध म।े13. आयकर अिधिनयम के अधयाय XXI- ख के अंतगरत िविभनन कर केिडट पमाणपत योजनाओ
के पावधानो की वयाखया एवं कायारनवयन से संबंिधत कायर।14. धारा 120 एवं 124 के अंतगरत कतेािधकार।15. धारा 127 के अंतगरत मामलो का अंतरण।16. बयाज कर अिधिनयम।17. उपयुरकत से सबंंिधत िशकायते, अभयावेदन एवं ससंद पशन।
18. होटल पािपत कर अिधिनयम, 1980 अनुभाग अिधकारी अवर सिचव ओएसडी (आईटीए-।) दरूभाष : 23093070 दरूभाष : 23095417 दरूभाष : 23092107 इंटरकॉम : 5417 इंटरकॉम : 5479 इंटरकॉम : 5412
िनदशेक (आईटीए-।) आयुकत (आईटीए) सदसय (आईटी) दरूभाष : 23092107 दरूभाष : 23092151 दरूभाष : 23092831 इंटरकॉम : 5412 इंटरकॉम : 5493 इंटरकॉम : 5323
8. आई टी ए -II अनुभाग
िवषयो की सचूी: आयकर अिधिनयम, 1961 के िनमनिलिखत अधयायो के अंदर डील िकए गए िवषयो से संबंिधत सभी मामले
1. अधयाय IV - केवल भाग घ एवं ड अथारत पेशो के वयवसाय के लाभ एवं अिभलाभ एवं पूंजी अिभलाभ।
2. अनुसूची II एवं III को छोडकर आयकर अिधिनयम, 1961 की सभी अनुसूिचयां3. बी पी टी4. मागरदशी योजना के अंतगरत आई टी वी सी तथा आई टी सी सी5. पािकसतान, बमार, िसलोन एवं पूवी अफीकी दशेो के पवािसयो को िरयायते।6. पूवर भारतीय राजयो से संबंिधत सभी मामल।े7. अधयाय XII- ग की धारा 138 8. अधयाय XIV की 139 से 146 तक की धाराएं - उनसे संबंिधत सभी मामले।9. धारा 153 अथारत कर िनधाररण पूरा करने के िलए समय सीमा।10. धारा 154 से 158 - उनसे संबंिधत सभी मामले।11. अधयाय XVI अथारत फमो पर लागू िवशेष पावधान।12. फमो आिद का पंजीकरण, धारा 182(3) को छोडकर।13. अधयाय XV अथारत भाग एच, आई एवं जे को छोडकर िवशेष मामलो की दयेता 14. अधयाय XX ख - आयकर अिधिनयम, 1961 की धारा 269 टी एवं 269 टीटी15. अधयाय XVIII अथारत कितपय मामलो मे लाभांश पर कर के संबंध मे राहत16. फमो की बलैक िलिसटग।17. िनमनिलिखत से सबंंिधत वयाखया एवं वगीकरण:
(क) कंपनी (लाभ) सटेकस अिधिनयम, 1964;(ख) सुपर लाभ कर अिधिनयम, 1963; और
(ग) अिनवायर जमा ( आयकर दाता) अिधिनयम, 197418. उपयुरकत िवषयो के सबंंध मे आयकर अिधिनयम, 1961 की धारा 119 के अंतगरत आदशे।19. आयकर अिधिनयम की धारा 36(1) (iii) के अंतगरत िनगमो के सबंंध मे अनुमोदन।20. आयकर अिधिनयम 1961 की धारा 36(1) (viii क) के अंतगरत बैको के संबधं मे अनुमोदन।21. सभी िशकायते / अभयावेदन / ससंद पशन, पीएसी कायर, परामशर एवं सलाहकार सिमित के
कायर।22. आयकर अिधिनयम के उपयुरकत िवषयो के संबधं मे धारा 35(1)(ii)(iii) के अंतगरत
अनुमोदन।23. कर िनधाररण की संखया के सबंंध मे डीआईटी ( आरएसपी एंड पीआर) तथा आयुकतो से सभी
िरपोटे एवं िववरिणयां।24. अनुषंगी लाभकर।
अनुभाग अिधकारी ओएसडी (आईटीए) आयुकत (आईटीए) दरूभाष : 23095489 दरूभाष : 23095480 दरूभाष : 23092837 इंटरकॉम : 5484 इंटरकॉम : 5480 इंटरकॉम : 2837
सदसय (आईटी) दरूभाष : 23092375
इंटरकॉम: 2375
9. आयकर (न याियक) अनुभाग
िवषयो की सचूी: 1. आयकर अिधिनयम, 1961 के अधयाय XX मे डील िकए गए िवषयो से सरोकार रखने
वाली सभी समसयाएं अथारत अपील एवं संशोधन। आयकर अिधिनयम, 1961 की धारा 263 / 264 तथा आयकर अिधिनयम, 1961 की धारा 33 क, 33 ख के अंतगरत संशोधन।
2. अधयाय XXIII िविवध ( आयकर पेिकटसनसर आिद) अनय अनुभागो को िवशेष रप स े आवंिटत मदो को छोडकर।
3. अधयाय XIV – क आवती अपीलो से बचने के िलए िवशेष पावधान।4. आयकर मामलो से संबंिधत िरट यािचकाएं।5. आयकर आयुकत (अपील)/ डीसीसीए के कायर पर िनयंतण एवं केतािधकार, उनके कायर का
िवतरण, अपीलो का अंतरण आिद।6. आयकर से संबंिधत सभी वाद।7. िवशेष वकीलो की िनयुिकत, सथाई वकीलो, अपर सथाई वकीलो, विरषठ सथाई वकीलो एवं
िवशेष अिभयोजन वकीलो की भी िनयुिकत।8. िनमनिलिखत के संबधं मे सांिखयकी:
(क) उचच नयायालयो / उचचतम नयायालय मे अपीलो आिद की लिंबता।(ख) अपीलो का ससंथापन, िनसतारण एवं लंिबता, आयकर उपायुकत (अपील)
के समक सदंभर।(ग) अपीलो का ससंथापन, िनसतारण एवं लंिबता, आयकर अपीली अिधकरण के साथ
संदभर/ पित आपितयां।9. उपयुरकत िवषयो के सबंंध मे आयकर अिधिनयम, 1961 की धारा 119 के अंतगरत आदशे।10. उपयुरकत से सबंंिधत सभी िशकायते / अभयावेदन, ससंद पशन, पी ए सी कायर परामशर एव ं
सलाहकार सिमित के कायर।11. नयायालयो मे आने वाले मामलो को अटेड करना तथा सरकारी वकील की सहायता करना/
संिकपत जानकारी पदान करना।12. िविध मतंालय दारा वयकत की गई राय / दी गई सलाह के आलोक मे नयायालयो के िनणरयो
पर पशासिनक अनुदशे जारी करके या कानून मे संशोधन करके उपचारी कदम उठाना।13. केतीय कायारलयो दारा उिललिखत िकसी खामी को दरू करने के पयोजनाथर कतेीय
अिधकािरयो दारा राहत पदान करने वाले कानून के नए पावधानो के पभाव एवं उनके कायारनवयन/ पशासन की समीका एवं िनगरानी।
14. कानून के िवदमान पावधानो मे पाई गई खािमयो की पहचान तथा उपचारी कदम का सुझाव दनेा।
िटपपणी:(1) उचच नयायालयो दारा मंजूर एसएलपी एवं लीव के रप मे उचचतम नयायालय मे आयकर
अपीलो से संबंिधत कायर डीआईटी (एलएंडआर) के कायारलय दारा दखेा जा रहा ह।ै(2) उपयुरकत मद 12, 13 एवं 14 से संबंिधत उपयकुत िवधायन की पोसेिसग से सबंंिधत
वासतिवककायर टीपीएल अनुभाग की िजममेदारी होगी िजसे जांच के बाद मामला सदंिभत करना चािहए।
अनुभाग अिधकारी अवर सिचव उपसिचव दरूभाष : 26177534 दरूभाष : 26177534 दरूभाष: 26177380 इंटरकॉम : 771 (एचवीबी) इंटरकॉम : 771 (एचवीबी) इंटरकॉम : 902 (एचवीबी)
आयुकत ( ए एंड जे) सदसय ( ए एंड जे) दरूभाष : 26109827 (एचवीबी) दरूभाष : 23092831
इंटरकॉम : 5323
10. आयकर (बजट) अनुभाग
िवषयो की सचूी: 1. केवल बजट लकय तथा मांग सगंहण ( बकाया एवं वतरमान दोनो) के संबंध मे िनगम कर,
आयकर एवं बयाज कर से संबंिधत सभी सांिखयकी की पािपत, िवशेषण एवं पसार।2. बजट लकयो का पाककलन एवं आवंटन।3. बजट संगहण की आविधक समीका तथा इसे बढाने के िलए उठाए जाने वाले कदम।4. अधयाय XVII ( धारा 195 को छोडकर) तथा अधयाय XVII घ से सबंंिधत सभी मामले
िजनमे पिरपतो, अनुदशेो आिद के िनगरम के रप मे उनका कायारनवयन, वयाखया शािमल है तथा अधयाय XVII के अंतगरत इस संबंध मे सुझावो की पोसेिसग, अधयाय XVII के अंतगरत धारा 230 को आयकर (बजट) दारा डील िकया जाएगा।
5. टीडीएस डाटा की पािपत एवं िवसतार से िवशलेषण तथा इस शीषर के अंतगरत सगंहण बढाने के िलए उसकी िनगरानी।
6. कर के अिगम भगुतान के रप मे संगहण की िनगरानी एवं िनयंतण के िलए पणाली िवकिसत करना।
7. वतरमान एवं बकाया मांग के संगहण के िलए उठाए जाने वाले कदम।8. बकाया मांग को कम करने एवं बटे खाते मे डालने से संबंिधत समसयाएं।9. आईटीओ, एसीआईटी,, डीसीआईटी, मुखय आयुकतो/ महािनदशेको को बटे खाते मे डालने
की शिकतयो का पतयायोजन।10. टीआरओ के िलए वािषक कायर योजना की िनगरानी।11. कायर िजसमे सावरजिनक केत के बैको दारा पतयक करो की सवीकृित से सबंंिधत मुखय लखेा
िनयंतक से संदभर शािमल ह।ै12. राजसव पािपत के अंतगरत नए लेखा शीषर खोलना।13. आयकर अिधिनयम के अधयाय XVIII की धारा 28914. उपयुरकत िवषयो के सबंंध मे आयकर अिधिनयम, 1961 की धारा 119 के अंतगरत आदशे15. पितदाय बैकर योजना16; उपयुरकत िवषय से सबंंिधत सभी िशकायते/अभयावेदन, ससंद पशन, पीएसी कायर,
परामशरदाती एवं सलाहकार सिमित का कायर।
अनुभाग अिधकारी अवर सिचव िनदशेक (बजट) दरूभाष : 23095485 दरूभाष : 23095467 दरूभाष : 23092641 इंटरकॉम : 5485 इंटरकॉम : 5478 इंटरकॉम : 5462
आयुकत ( सीटी एंड आईटी) सदसय ( ए एंड ज)े दरूभाष : 23092153 दरूभाष : 23093356 इंटरकॉम : 5445 इंटरकॉम : 5430
11. आयकर समन वय अनुभाग (आईटीसीसी)
िवषयो की सचूी: 1. िविभनन पािकक, मािसक एवं ितमाही िरपोटो अथारत पीएम सदंभर, एमपी / वीआईपी
संदभर, महतवपूणर घटनाओ आिद का समनवय एवं सकंलन।2. िवतत मंतालय की वािषक िरपोटर ( सीबीडीटी भाग) का समनवय एवं सकंलन।3. बोडर की बैठक - आयोजन एवं अनुवती काररवाई।4. मुखय आयुकत सममलेन - आयोजन एवं अनुवती काररवाई।5. केनदीय पतयक कर सलाहकार सिमित तथा कतेीय पतयक कर सलाहकार सिमितयो की
संरचना एंव बैठको से संबंिधत कायर।6. ससंदीय परामशरदाती सिमित की बैठक से सबंंिधत कायर।7. उपयुरकत िवषय से संबंिधत सभी िशकायते/अभयावेदन, ससंद पशन, परामशरदाती एव ं
सलाहकार सिमित के कायर।8. बडे बकाया मामलो मे बकाया की वसलूी की िनगरानी।9. आयकर अिधिनयम, 1961 के अधयाय XXIII की धारा 281, 281 ख
10. आयकर अिधिनयम, 1961 की दसूरी एवं तीसरी अनुसूची अथारत आयकर अिधकारी दारा कर की वसलूी की कायरपणाली तथा अवमानना की कायरपणाली।
11. उपयुरकत िवषयो के सबंंध मे आयकर अिधिनयम, 1961 की धारा 119 के अंतगरत ओदश।12. बोडर के पिरपतो / अनुदशेो की िवधीका के िलए पिरपत समहू बैठके।13. िविभनन अनुभागो दारा जारी अनुदशेो / पिरपतो एवं अिधसूचनाओ को सखंयाओ का
आबंटन।14. बोडर दारा जारी सभी पिरपतो एवं अनुदशेो की अनुकमिणका तैयार करना।15. सदसय ( आर एंड वी) का आंचिलक कायर।
अनुभाग अिधकारी अवर सिचव िनदशेक दरूभाष : 23095492 दरूभाष : 23094020 दरूभाष: 23092939 इंटरकॉम : 5492 इंटरकॉम : 5461 इंटरकॉम : 5455
आयुकत ( सीटी एंड आईटी) सदसय (आर) दरूभाष : 23092153 दरूभाष : 23093356 इंटरकॉम : 5445 इंटरकॉम : 5430
12. धन- कर िवषयो की सचूी:
1. धनकर एवं वयय कर तथा बेनामी सवंयवहार (िनषेध) अिधिनयमो से सबंंिधत सभी मामल े एवं सदंभर परंतु िनमनिलिखत शािमल नही ह:ै
(क) धनकर के सबंंध मे दोहरा कराधान पिरहार तथा एकपकीय राहत की मंजूरी के िलए अनय दशेो के साथ करारो से सबंंिधत सभी मामले एवं संदभर;
(ख) धनकर / वययकर / बेनामी सवंयवहार (िनषेध) अिधिनयमो के संबधं मे कर आयोजना एवं िवधायन से सबंंिधत सभी मामले तथा नए िवधायन से संबंिधत अनुदशे
जारी करना।(ग) धनकर/वययकर/ बेनामी सवंयवहार (िनषेध) अिधिनयमो के अंतगरत अथरदडं स े
संबंिधत सभी मामल;े और(घ) इन अिधिनयमो (धनकर, वययकर एवं बेनामी सवंयवहार (िनषेध) अिधिनयम) के
अंतगरत कर अपवंचन से सबंंिधत सभी मामले, िजनमे िशकायते एवं अपवचंन यािचकाएं शािमल ह।ै
2. धनकर अिधिनयम एवं वययकर अिधिनयम की बजिटग से सबंंिधत मामल।े3. धनकर / वययकर / बेनामी सवंयवहार (िनषेध) अिधिनयमो के संबंध मे ससंद पशन एवं
पीएसी तथा आंतिरक लखेा परीका मामले।4. मूलयांकन पकोषठ तथा मूलयांकन अिधकािरयो की िनयुिकत से उतपनन बोडर को सभी संदभर।5. धनकर / वययकर अपीलो से संबंिधत कतेािधकार मामलो का हसतांतरण।6. धनकर / वययकर / बेनामी सवंयवहार (िनषेध) अिधिनयमो से सबंंिधत िशकायते एव ं
अभयावेदन।7. धनकर / वययकर / बेनामी सवंयवहार (िनषेध) अिधिनयमो से संबंिधत सभी कोटर केस।8. धनकर / वययकर / बेनामी सवंयवहार (िनषेध) अिधिनयमो से संबंिधत सभी अनय मामल।े
अनुभाग अिधकारी अवर सिचव िनदशेक दरूभाष : 26161572 दरूभाष : 26161579 दरूभाष: 26161573 इंटरकॉम : 424 (एचवीबी) इंटरकॉम: 441(एचवीबी) इंटरकॉम : 407(एचवीबी)
सीआईटी ( आईटी एंड सीटी) सदसय (आर)
दरूभाष : 23092153 दरूभाष : 23093356 इंटरकॉम: 5455 (एनबी) इंटरकॉम : 5431 (एनबी)
13. अन य कर
िवषयो की सचूी: 1. एसटेट डूटी / उपहार कर अिधिनयमो से संबंिधत सभी मामले एवं सदंभर परंतु इसमे
िनमनिलिखत शािमल नही है: (क) एसटेट डूटी / उपहार कर के संबंध मे दोहरे कर का पिरहार, अनय दशेो के साथ
करार से सबंंिधत सभी मामले एवं सदंभर।(ख) कर आयोजना एवं िवधायन से संबंिधत सभी मामले तथा एसटेट डूटी / उपहार
कर अिधिनयमो के सबंंध मे नए िवधायन से संबंिधत अनुदशे जारी करना।(ग) एसटेट डूटी / उपहार कर अिधिनयमो के अंतगरत अथरदडं से सबंंिधत सभी मामले।(घ) िशकायत एवं कर अपवचंन यािचका समेत इन अिधिनयमो ( ईडी एंड जीटी) के
अंतगरत कर अपवंचन से सबंंिधत सभी मामले।2. एसटेट डूटी / उपहार कर अिधिनयमो से संबंिधत केतािधकार मामलो का हसतांतरण।3. एसटेट डूटी / उपहार कर अिधिनयमो से संबंिधत सभी कोटर केस।4. एसटेट डूटी / उपहार कर अिधिनयमो से संबंिधत सभी अनय िविवध मामले।5. आयकर अिधिनयम, 1961 का अधयाय XX क, अचल सपंिततयो का अिधगहण।6. आयकर अिधिनयम, 1961 का अधयाय XX ग, अचल सपंिततयो का पूवर कय।7. आयकर अिधिनयम, 1961 के अधयाय XX ग / XX क से सबंंिधत कोटर केस।8. उपयुरकत मदो से सबंंिधत िशकायते एवं अभयावेदन।9. उपयुरकत से सबंंिधत ससंद पशन, पीएसी कायर, परामशरदाती एवं सलाहकार सिमित का
कायर।10. पितभूित सवंयवहार कर (एसटीटी) से सबंंिधत सभी गैर सांिविधक कायर।11. बीसीटीटी से संबंिधत सभी गैर सांिविधक कायर12. नुकसानो का पिततुलन एवं अगनीत करना ( अधयाय VI) ।13. अधयाय XIX अथारत आयकर का पितदाय।
अनुभाग अिधकारी अवर सिचव (ओटी) उप सिचव दरूभाष : 26161572 दरूभाष : 26161579 दरूभाष: 26161573 इंटरकॉम : 424 (एचवीबी) इंटरकॉम : 441 (एचवीबी) इंटरकॉम : 409 (एचवीबी)
सीआईटी ( आईटी एंड सीटी) सदसय (आर)
दरूभाष : 23092153 दरूभाष : 23093356 इंटरकॉम : 5445 (एनबी) इंटरकॉम : 5431 (एनबी)
14. टी पी एल अनुभाग
िवषयो की सचूी: 1. आयकर तथा अनय पतयक करो के सबंंध मे कर नीित एवं िवधायन से सबंंिधत सभी मामले
िजसमे नए िवधायन पर अनुदशे शािमल ह।ै2. वािषक िवतत अिधिनयम तथा उस पर वयाखयातमक पिरपत जारी करना।3. आयकर िनयमावली तथा अनय पतयक करो से संबंिधत िनयमो मे सशंोधन की पोसेिसग एवं
डािफटग।4. सांिविधक फामो का सशंोधन।5. राजसव भिवषयवाणी।6. पतयक करो के कते मे कर वयय िववरण तैयार करना।7. पतयक कर अिधिनयमो के अंतगरत िनिमत योजनओ की डािफटग एवं संशोधन।8. अनय मतंालयो दारा पायोिजत िवधेयको/ अिधिनयमनो मे पतयक कर पसतावो पर
िटपपिणयां।9. गोवा, दमन एवं दीव तथा पांिडचेरी के मामले मे कर िरयायत आदशेो के पावधानो की
वयाखया से संबंिधत संदभर।10. आयकर अिधिनयम के अधयाय XXIII की धारा 293 क, 294क, 295, 29 एंव 298 तथा
धनकर अिधिनयम के तदनुरपी पावधान।
11. आयकर अिधिनयम के नए अिधिनयमनो / संशोधनो के िवरद िरट के रप मे संवैधािनक चुनौितयो को अटेड करना।
12. उपयुरकत िवषयो के सबंंध मे आयकर अिधिनयम, 1961 की धारा 110 के अंतगरत आदशे।13. सभी अभयावेदन, ससंद पशन, पीएसी मामले, अधीनसथ िवधायन सिमित, सिचव सिमित,
मंती समहू से पताचार तथा अनय मंतालयो से पापत, मंितमंडल िटपपिणयो पर िटपपिणयां।14. राषटपित के उदोधन, िवतत मतंी के बजट भाषण, िवतत मंतालय की गितिविधयो पर
िरपोटर, ससंद सत के िलए िवधाई कायरकम के िलए सामगी का समेकन।15. वािषक आिथक सवकेण के िलए सामगी तैयार करना।16. वािषक आिथक सपंादक सममलेन के िलए सामगी तैयार करना।17. पतयक कर कानूनो के पावधानो पर अधययन गिठत करना और पतयक करो के माधयम से
राजसव के नए अवसरो की तलाश करना।18. सरकार दारा गिठत िविभन सिमितयो एवं आयोगो की िसफािरशो की जांच एवं
कायारनवयन।19. कानून पािरत होने के बाद पहले वषर के दौरान िकसी पतयक कानून मे िनिहत नए पावधानो
को सपषट करने वाले पिरपत/ अनुदशे।20. राषटमंडल कर पशासन सघं से संबंिधत कायर।
अनुभाग अिधकारी ओएसडी/ अवर सिचव िनदशेक दरूभाष : 23092624 दरूभाष : 23093212 दरूभाष: 23093025 इंटरकॉम : 5494 इंटरकॉम : 5468 इंटरकॉम : 5446
दरूभाष : 23092742 दरूभाष: 23093765 इंटरकॉम : 5469 इंटरकॉम : 5447
दरूभाष : 23092742 दरूभाष: 23092234 इंटरकॉम : 5470 इंटरकॉम : 5448
दरूभाष : 23093212 दरूभाष : 23092964 इंटरकॉम : 5471 इंटरकॉम : 5449
संयुकत सिचव सदसय ( एल एंड सी) दरूभाष : 23092859 दरूभाष : 23092375 इंटरकॉम : 5442
दरूभाष : 23092988 इंटरकॉम : 5444
15. आयकर (जाचं-।) अनुभाग िवषयो की सचूी:
1. कर अपवचंन की सभी िशकायते िजसमे सांसदो एवं अनयो से पापत िशकायते शािमल ह।ै2. कर अपवचंन रोकने के िलए उपाय।3. कर अपवचंन रोकने के िलए सझुाव।4. सवेकण की काररवाई - सभी कर।5. केनदीय सचूना शाखाएं6. जांच एवं पवतरन एजेिसयो से संबंिधत अंतिवभागीय समनवय7. आयकर अिधिनयम, 1961 की धारा 269 से संबंिधत मामले8. जांच से संबंिधत ऐसे सभी मामले जो िविशषट रप से जांच II या III को आवंिटत नही है
( अिभयोजन एवं पशासन के कायर को छोडकर जो ओएसडी (कानून) के पास है िजनकी सहायता एडीआई (अिभयोजन) दारा की जाती ह)ै
9. उपयुरकत कायर से सबंंिधत सभी िशकायते/अभयावेदन, ससंद पशन, पीएसी कायर, परामशरदाती एवं सलाहकार सिमित के कायर।
अनुभाग अिधकारी अवर सिचव िनदशेक दरूभाष : 23095490 दरूभाष : 23095464 दरूभाष : 23093902 इंटरकॉम : 5490 इंटरकॉम : 5464 इंटरकॉम : 5458
सदसय (जांच) दरूभाष : 23094683 इंटरकॉम : 5427
16. आयकर (जाचं-II) अनुभाग िवषयो की सचूी:
1. आयकर अिधिनयम की धारा 132, 132 क, एवं 132 ख से सबंंिधत सांिखयकी एवं मामलो समेत तलाशी एवं जबती से सबंंिधत सभी मामले ( जांच III को सदंिभत फलैश, वािषक एवं
ितमाही िरपोटो से संबंिधत कायर) ।2. तलाशी मामलो / मूलयांकन की िनगरानी।3. तलाशी एवं जबती के मामलो तथा कर िनधाररण के मामलो मे अिधकािरयो एवं कमरचािरयो
को परुसकृत करने से सबंंिधत मामल।े4. उपयुरकत से सबंंिधत सभी िशकायते / अभयावेदन, ससंद पशन, पीएसी कायर, परामशरदाती
एवं सलाहकार सिमित के कायर।5. आयकर महािनदशेक (जांच) के अधीन जांच िनदशेालय के कायर की िनगरानी एवं समीका।6. उपयुरकत के संबधं मे धारा 119 के अंतगरत आदशे।
अनुभाग अिधकारी अवर सिचव िनदशेक दरूभाष : 23095490 दरूभाष : 23092643 दरूभाष : 23092616 इंटरकॉम : 5490 इंटरकॉम : 5460 इंटरकॉम : 5457
सदसय (जांच) दरूभाष : 23094683 इंटरकॉम : 5427
17. आयकर (जाचं-III) अनुभाग िवषयो की सचूी:
1. मुखबीरो को पुरसकार।2. आयकर अिधिनयम की धारा 271 (4 क), 273 क, धनकर अिधिनयम की धारा 18(2 क)/18
ख तथा िवतत अिधिनयम, 1965 की धारा 68 एवं 24 तथा सवैिचछक पकटन योजना, 1975, सवैिचछक पकटन योजना, 1997 के अंतगरत सवैिचछक पकटन।
3. िनसतारण के सभी पुराने मामले तथा समसयाएं जो आयकर अिधिनयम के अधयाय XIX, धनकर अिधिनयम / उपहार कर अिधिनयम के अधयाय V क से सबंंिधत ह।ै
4. आयकर अिधिनयम के अधयाय XXI के अंतगरत अथरदडं तथा पतयक कर अिधिनयम के अंतगरत तदनुरपी अथरदडं से संबंिधत मामल।े
5. िवशेष जांच एवं केनदीय पभार िनदशेालय का कामकाज तथा कायर की समीका (िजसम े मामले का केदीकरण एवं िवकेदीकरण शािमल ह)ै ।
6. उपयुरकत के संबध मे आयकर अिधिनयम की धारा 119 के अंतगरत आदशे।7. उपयुरकत से सबंिधत सभी िशकायते, अभयावेदन, ससंद पशन, पीएसी कायर तथा
परामशरदाती एवं सलाहाकार सिमित के कायर।
अनुभाग अिधकारी अवर सिचव िनदशेक दरूभाष : 23094558 दरूभाष : 23092643 दरूभाष : 23092616
(सीएचआर) इंटरकॉम : 5460 इंटरकॉम: 5457 सदसय (जांच) दरूभाष : 23094683
इंटरकॉम : 5427
18. ए एंड पीएसी- । अनुभाग िवषयो की सचूी:
1. आंतिरक एवं राजसव लखेा परीका से सबंंिधत सभी सामानय मामले।2. आंतिरक लेखा परीका / संगठनातमक ढांचे से संबंिधत मामल।े 3. आयकर, िनगम कर, अितिरकत कर तथा बयाज कर ( पिशचम बंगाल, कनारटक, गुजरात और
उततर पिशचम कते पभार) के िविशषट मामलो पर लखेा परीका संबधंी आपिततयो पर भारत के िनयंतक एवं महालेखा परीकक से सदंभर।
4. डबलयूटी, ईटी एवं उपहार कर पर िविशषट मामलो के संबंध मे लखेापरीका संबंधी आपिततयो पर भारत के सी एंड एजी से संदभर।
5. डबलयूटी, डीटी एवं वयय कर संबधंी िविशषट मामलो के सबंंध मे लेखापरीका संबंधी आपिततयो के सबंंध मे सीआईटी से संदभर।
6. आयकर, िनगम कर, अितिरकत कर तथा बयाज कर ( पिशचम बंगाल, कनारटक, गुजरात और उततर पिशचम कते पभार) के सबंंध मे िविशषट मामलो पर लेखा परीका सबंंधी आपिततयो
के संबंध मे सीआईटी से सदंभर।7. डबलयूटी, जीटी एवं ईटी से सबंंिधत मामलो मे सी एंड एजी के कायारलय से लखेा परीका
िरपोटर ( राजसव पािपतयां) पतयक कर के िलए पारप लखेा परीका पैराओ की पोसेिसग।8. आयकर, िनगम कर, अितिरकत कर तथा बयाज कर ( पिशचम बंगाल, कनारटक, गुजरात और
उततर पिशचम कते पभार) से सबंंिधत वयिकतगत मामलो मे सी एंड एजी के कायारलय से लेखापरीका िरपोटर ( राजसव पािपतयां) पतयक करो के िलए पारप लखेा परीका पैराओ की
पोसेिसग।9. सी एंड एजी की िरपोटर मे पकाशन के िलए अपेिकत सांिखयकी डाटा पापत करना और
पसतुत करना तथा इस िसलिसले मे सीएजी एवं आयकर िवभाग के आयकर िनदशेक ( आरएसपी एंड पीआर) तथा मतंालय के अनय अनुभागो से तालमेल सथािपत करना।
10. सी एंड एसीजी दारा सचंािलत तथा सीएंडएजी की लखेापरीका िरपोटर मे शािमल पणाली समीका / मूलयांकन की पोसेिसग।
11. अनुभाग से संबंिधत लखेा परीका पैराओ के संबधं मे पीएसी की बैठको के दौरान िदए गए अनौपचािरक आशवासनो पर काररवाई।
12. पीएसी िरपोटो मे िनिहत िसफािरशो का समनवय, िनगरानी एवं पोसेिसग तथा कृत काररवाई नोिटस पसतुत करना।
13. उपयुरकत मदो पर ससंद पशन।14. आयकर अिधिनयम की धारा 72 क, 72 क(1), क(3), क(2) (ii) के अंतगरत िविनिदषट
पािधकार से सबंंिधत सभी मामले।15. सदसय ( ए एंड ज)े, सीबीडीटी के आंचिलक मामले।
अनुभाग अिधकारी अवर सिचव िनदशेक (पीएसी) दरूभाष : 26177567 दरूभाष : 26162147 दरूभाष : 26177537 इंटरकॉम : 704 (एचवीबी) इंटरकॉम : 905 (एचवीबी) इंटरकॉम : 903 (एचवीबी)
सदसय (एएंडजे) दरूभाष : 23092831 इंटरकॉम : 5323
19. ए एंड पीएसी- ।। अनुभाग िवषयो की सचूी:
1. आयकर, िनगम कर, अितिरकत कर एवं बयाज कर से संबंिधत लेखा परीका आपिततयो पर भारत के सी एंड एजी से सदंभर ( कनारटक एवं पिशचम बंगाल, गुजरात तथा, उततर
पिशचम कते पभारो को छोडकर)।
2. आयकर, िनगम कर, अितिरकत कर एवं बयाज कर पर लेखा परीका की आपिततयो के सबंंध मे आयकर आयुकतो से सदंभर ( कनारटक एवं पिशचम बंगाल, गुजरात तथा, उततर पिशचम
केत पभारो को छोडकर) ।3. आयकर, िनगम कर, अितिरकत कर एवं बयाज कर से सबंंिधत मामलो मे सी एंड एजी के
कायारलय से पापत लखेा परीका िरपोटर ( राजसव पािपतयां) के िलए पारप लेखा परीका पैराओ की पोसेिसग ( कनारटक एवं पिशचम बंगाल, गुजरात तथा, उततर पिशचम केत पभारो
को छोडकर) ।4. लोक लखेा सिमित की बैठक से पूवर एवं इसके बाद मे इसकी सचूना पापत करना एवं पसतुत
करना।5. अनुभाग मे सवंयवहत लखेा परीका पैराओ से सबंंिधत लोक लखेा सिमित की बैठको के कम
मे िदए गए अनौपचािरक आशवासनो पर काररवाई करना।6. लोक लखेा सिमित की िरपोटो मे िनिहत िसफािरशो का समनवय एवं िनगरानी करना
िजसमे अनुभाग मे सवंयवहत लेखा परीका पैराओ पर कृत काररवाई िरपोटर शािमल ह।ै7. उपयुरकत मदो पर ससंद पशन।8. सी एंड एजी की िरपोटो तथा पीएसी की िरपोटो पर कृत काररवाई िरपोटे तैयार करना।9. ओ एंड एम िरपोटर / िववरणी समेत िविवध मद।े10. सी एंड एसीजी दारा सचंािलत एवं सी एंड एजी की लेखा परीका िरपोटो मे शािमल
पणाली मलूयांकन/ संवीका की पोसेिसग।11. भारत के सी एंड एजी एवं ससंद की पीएसी के साथ समनवय से संबंिधत सभी मामले,
िजसमे सपंकर एवं पीआर शािमल ह।ै
अनुभाग अिधकारी अवर सिचव िनदशेक (पीएसी) दरूभाष : 26177552 दरूभाष : 26162146 दरूभाष : 26177537 इंटरकॉम : 703 (एचवीबी) इंटरकॉम : 950 (एचवीबी) इंटरकॉम : 903 (एचवीबी)
सदसय (एएंडजे) दरूभाष : 23092831 इंटरकॉम : 5323
20. िवदेश कर एवं कर अनुसधंान पभाग
िवषयो की सचूी: 1. भारत एवं िवदशेो मे पतयक कर कानूनो से सबंंिधत कर अनुसंधान। केनदीय पतयक कर बोडर
के पसुतकालय के िलए िवदशे कर पभाग मे उतथान एवं अनुसंधान के पयोजनाथर पुसतके एवं पितकाएं मंगाना।
2. कर सिंधयो से संबंिधत सभी मामले एवं सदंभर।3. कर सिंधयो एवं सचूना िविनमय के नयायिनणरयन खंडो के अंतगरत सभी सदंभर।4. अिनवािसयो/ अनय िवदिेशयो की कर दयेता के सबंंध मे सभी मामले / सदंभर।5. अिनवािसयो के साथ िवदशेी सहयोग करार से सबंंिधत सभी मामले।6. अिनवािसयो दारा कर पिरहार या अपवचंन की कायरपणाली का अधययन।7. आर बी आई / फेरा के पािधकािरयो के साथ संपकर बनाए रखना।8. भारत मे िवदशेी पितषठानो के पचालन से सबंंिधत सांिखयकीय िववरणी / िरपोटे।9. आयकर अिधिनयम के अधयाय XII क से सबंंिधत सभी मामले।10. यूएनओ/ सबंद िनकायो/ कमरचािरयो की कर छूट से सबंंिधत सभी मामले एवं संदभर।11. अिनवािसयो के साथ तकनीकी, िवततीय या वयावसाियक सहयोग करार के संबधं मे
िनवािसयो के मामले मे मूलयांकन की समसयाओ के संबंध मे सभी मामले एवं संदभर।12. आयकर अिधिनयम, 1961 के िनमनिलिखत पावधानो से संबंिधत सभी मामल/ेसदंभर
अथारत: धारा 2(17) (vi), 2(30), 6(2), 9, 10 ए,10 बी, 10 सी, 10 डी,10 ई, 10(6), 10(7), 10(8), 10(9), 10(15), 40(ए)(i) और (iii), 42,44 बी,44 बीबी, 44 बीबीए, 44 बीबीबी, 44 सी, 44 डी, 44 डीए, 44 जी एंड 44 एच, 80 ओ, 80आर, 80आरआर, 80आरआरए, 90,, 91, 92, 92 ए, 92 बी, 92 सी, 92 सीए, 92 डी, 92 ई और 92 एफ, 93, 115 ए, 115 एबी, 115 एसी, 115 बीबीए, 160(i), (।), 163, 172, 173, 182(3), 195,
230(9), 293 ए ( िवदशेी कंपिनयो के संदभर म)े, आयकर िनयमावली, 1962 का िनयम 10 तथा अिधिनयम की पहली अनुसचूी का िनयम 6
13. भारतीय कर कानूनो एवं कायरपणाली के बारे मे अंतरराषटीय सघंो, िनकायो आिद को सचूना पसतुत करना।
14. िवदशेो मे बस गए भारतीय मलू के वयिकतयो समेत अिनवािसयो के िलए वरणातमक करदाता शैिकक सामगी की तैयारी।
15. जररत पडने पर आयकर अिधिनयम के पावधानो की वयाखया - अिनवािसयो के मामले म े अिगम िनयम।
16. उपयुरकत िवषयो के सबंंध मे आयकर अिधिनयम, 1961 की धारा 119 के अंतगरत आदशे।17. उपयुरकत िवषयो से संबंिधत सभी ससंद पशन।18. राषटमंडल कर पशासन सघं के सेिमनार से सबंंिधत कायर।19. पतयक कर से संबंिधत यूएन दारा आयोिजत कर सिेमनार से सबंंिधत कायर।20. सी एंड एजी की िरपोटर मे शािमल पारप आिडट पैरा, आिडट परैा तथा उन पर लोक लेखा
सिमित की िसफािरश।
एफटी एंड टीआर-।
अनुभाग अिधकारी अवर सिचव अवर सिचव दरूभाष : 26199028 दरूभाष : 26183794 दरूभाष : 26199027 इंटरकॉम : 701 (एचवीबी)
िनदशेक संयुकत िसचव अधयक दरूभाष :26106879 (एचवीबी) दरूभाष : 26177558 दरूभाष : 26092648
एफटी एंड टीआर - ।।
अनुभाग अिधकारी अवर सिचव दरूभाष : 26164910 दरूभाष : 26164910 इंटरकॉम : 278 (एचवीबी) इंटरकॉम : 205 (एचवीबी)
िनदशेक संयुकत िसचव अधयक दरूभाष : 26199026 (एचवीबी) दरूभाष : 26104504 दरूभाष : 26092648
21. मुख यालय एवं िशकायत पकोष ठ
िवषयो की सचूी: 1. जनता या आयकर िवभाग के सटाफ से िशकायत यािचकाओ से संबंिधत सभी मामले।2. िवभागीय पिशकण से सबंंिधत सभी मामले।3. कर तैयारकतार योजनाएं।4. लोकपाल योजना से संबंिधत सभी मामले।5. बडी करदाता यूिनट (एलटीयू) 6. अधयक, सीबीडीटी दारा सौपा गया कोई अनय कायर।
िनदशेक (समनवय) अधयक दरूभाष : 26092282 दरूभाष : 26092648 इंटरकॉम : 5363 इंटरकॉम : 5421
पिरचय ( आईटी पहल)
1. राजय एवं सघं राजय कतेो के वािणिजयक कर पशासन के कंपयूटरीकरण की िमशन मोड पिरयोजना राषटीय ई- अिभशासन योजना का अंग ह।ै वैट, सीएसटी आिद जसैे वािणिजयक
करो के पशासन मे भारी सखंया मे डीलरो की हडैिलग शािमल होती है जो उपभोकताओ से कर का संगहण करने एवं राजय के खातो मे उसे जमा करने के िलए राजय िवभागो की ओर
से काम करते ह।ै यह योजना उनके वािणिजयक कर पशासन िवभागो के कंपयूटरीकरण के िलए राजयो एवं सघं राजय कतेो की सहायता के िलए है तािक वे वयापक केत आधार पर
नेटविकत पिरवारो मे अपेिकत हाडरवेयर एवं अपलीकेशन साफटवेयर तेजी से इंसटाल करने मे समथर हो सके।
2. योजना मे राजयो मे आधुिनक कर पशासन पिरवेश सिृजत करने की कवायद है जो उपयकुत रप से समथरकारी सचूना पौदोिगिक दारा समिथत है जो िनवेश, आिथक िवकास एव ं
भारत के साझे बाजार मे मांग एंव सेवाओ के मुकत पवाह की सचुालक ह।ै योजना का उदेशय पहले से चल रही पहलो को शािमल करते हए सथानीय रप से अिभमत
आवशयकताओ को समािहत करने के िलए लोच के साथ राजयो मे कमता का िनमारण करना ह।ै इसका उदेशय सवेाएं पदान करने वाले लोगो को बहेतर िनषपादन करने मे समथर बनाने के िलए सभी पणधािरयो मे बहेतर सेवा सपुुदरगी एवं कमता िनमारण का मागर पशसत करने
वाली पमुख पिकयाओ को पिरवितत करना है तथा ऐसा करते समय यह पिकया िर- इंजीिनयिरग के पित सवेा उनमुख दिृषटकोण अपनाता ह।ै
3. योजना का पसताव आईटी अवसंरचना मे अिभिचिनहत अंतरो को शािमल करने के िलए सहायता पदान करना है तािक बुिनयादी करदाता सेवाओ की वेब आधािरत सपुुदरगी सभंव
हो। योजना के अंतगरत समिथत गितिविधयां आिधकािरक डीलर इंटरफेस, पतयुततर समय म ेकमी, तविरत सेवा सपुुदरगी, लेनदने लागत मे कमी, पारदिशता एवं जबावदहेी मे वृिद का
मागर पशसत करेगी। इस पिरयोजना के अंतगरत डीलरो को पदान करने के िलए पसतािवत मुखय ई- सवेाओ मे शािमल ह:ै
(1) मूलय विधत कर (वैट) एवं केनदीय िबकी कर (सीएसटी) के अंतगरत ऑनलाइन पंजीकरण
(2) वैट, सीएसटी एवं कर िववरणी ऑनलाइन दािखल करना(3) वयवसाय कर समेत वािणिजयक करो का ऑनलाइन भुगतान(4) सीएसटी सबंद घोषणापत/ पमाणपत जारी करने के िलए ऑनलाइन आवेदन।
फा.सं.31/12/2008- एसओ (एसटी) भारत सरकार
िवतत मतंालय राजसव िवभाग
नई िदलली, िदनांक 17 माचर, 2010
वािणिज यक कर पशासन के कंप य ूटरीकरण के िलए िमशन स वरपी पिरयोजना
1. पिरचय
1.1 राजय एवं सघं राजय कतेो के वािणिजयक कर पशासन के कंपयूटरीकरण की िमशन मोड पिरयोजना राषटीय ई- अिभशासन योजना का अंग ह।ै वैट, सीएसटी आिद जसैे वािणिजयक करो के
पशासन मे भारी संखया मे डीलरो की हडैिलग शािमल होती है जो उपभोकताओ से कर का संगहण करने एवं राजय के खातो मे उसे जमा करने के िलए राजय िवभागो की ओर से काम करते ह।ै यह
योजना उनके वािणिजयक कर पशासन िवभागो के कंपयूटरीकरण के िलए राजयो एवं सघं राजय केतो की सहायता के िलए है तािक वे वयापक कते आधार पर नेटविकत पिरवारो मे अपेिकत हाडरवेयर एवं अपलीकेशन साफटवेयर तेजी से इंसटाल करने मे समथर हो सके।
1.2 योजना मे राजयो मे आधुिनक कर पशासन पिरवेश सिृजत करने की कवायद है जो उपयकुत रप से समथरकारी सचूना पौदोिगिक दारा समिथत है जो िनवेश, आिथक िवकास एवं भारत के साझे बाजार मे मांग एंव सवेाओ के मुकत पवाह की सचुालक ह।ै योजना का उदेशय पहले से चल रही पहलो को शािमल करते हए सथानीय रप से अिभमत आवशयकताओ को समािहत करने के िलए
लोच के साथ राजयो मे कमता का िनमारण करना ह।ै इसका उदेशय सवेाएं पदान करने वाले लोगो को बेहतर िनषपादन करने मे समथर बनाने के िलए सभी पणधािरयो मे बेहतर सवेा सपुुदरगी एवं कमता िनमारण का मागर पशसत करने वाली पमुख पिकयाओ को पिरवितत करना है तथा ऐसा करते समय
यह पिकया िर- इंजीिनयिरग के पित सवेा उनमुख दिृषटकोण अपनाता ह।ै पसताव तैयार करते समय तथा योजना लागू करते समय सभी राजय िनमनिलिखत िदशािनदशेो का पालन करेगे।
2. लिकत सेवाएं: 2.1 योजना का पसताव आईटी अवसंरचना मे अिभिचिनहत अंतरो को शािमल करने के िलए
सहायता पदान करना है तािक बुिनयादी करदाता सेवाओ की वेब आधािरत सपुुदरगी सभंव हो। योजना के अंतगरत समिथत गितिविधयां आिधकािरक डीलर इंटरफेस, पतयुततर समय मे कमी,
तविरत सेवा सुपुदरगी, लेनदने लागत मे कमी, पारदिशता एवं जबावदहेी मे वृिद का मागर पशसत करेगी। इस पिरयोजना के अंतगरत डीलरो को पदान करने के िलए पसतािवत मुखय ई- सवेाओ म े शािमल ह।ै अनुमान है िक योजना के कायारनवयन से राजय एवं संघ राजय कते अपने डीलरो को
िनमनिलिखत सुिवधाएं पदान करने मे समथर होग:े
1. पंजीकरण के िलए ऑनलाइन आवेदन, इसकी तविरत पोसेिसग िजसमे पूछताछ की इलकेटािनक पसतुित शािमल ह,ै यिद जररत हो, डीलरो दारा पतयुततरो की ऑनलाइन पसतुित तथा पणाली दारा इसकी पािपत और वेब पर
आवेदन की िसथित जानने की सिुवधा।2. पितदाय आवेदन की ऑनलाइन पसतुित, पजंीकरण के िलए ऑनलाइन आवेदन,
इसकी तविरत पोसेिसग िजसमे पछूताछ की इलेकटािनक पसतुित शािमल ह,ै यिद जररत हो, डीलरो दारा पतयुततरो की ऑनलाइन पसतुित तथा पणाली दारा
इसकी पािपत और वेब पर आवेदन की िसथित जानने की सुिवधा।3. डीलरो दारा िववरणी एवं आविधक िरपोटे ऑनलाइन दािखल करना, दािखल
िववरिणयो / िरपोटो की सवत: पोसेिसग।4. पतयेक राजय / सघं राजय केत के कम से कम पांच बैको के माधयम से कर का ई-
भुगतान।
5. अंतरारजयीय लनेदने मे पयकुत पपत समेत अिधकांश पपतो का ऑनलाइन िनगरम, दािखल एवं पोसेिसग। पछूताछ की इलेकटािनक पसतुित, यिद जररत हो, डीलरो
दारा ऑनलाइन पतयुततर की पसतुित, पणाली दारा इसकी पािपत तथा वेब पर िकए गए अनुरोध की िसथित जानने की सुिवधा।
6. िशकायते ऑनलाइन दािखल करना और इसकी पोसेिसग िजसमे वेब पर िसथित जानने की सुिवधा शािमल ह।ै
7. राजय पोटरल पर लिंबत मूलयांकनो एवं अपीलो से सबंंिधत सचूना का िनयिमत पदशरन।
8. लैडलाइन, मोबाइल फोन नंबर एवं ईमले पता पसतुत करने एवं अपडेट करने की सुिवधा।
9. पोटरल पर वािणिजयक करो से सबंंिधत सभी अिधिनयमो, िनयमाविलयो, अिधसूचनाओ, आदशेो, सपषटीकरणो आिद का पदशरन।
2.2 डीलरो को इन सुिवधाओ के अलावा, िवकिसत होने वाली पणाली िनमनानुसार मे समथर होगी:
1. ईमेल/ एसएमएस के माधयम से डीलरो को सवत: नोिटस एवं अनुसमारको का सजृन एवं सपुुदरगी।
2. िविभनन सतरो पर िविभनन मदो की लंिबता की सरल िनगरानी।3. डीलर लजेर का सजृन तथा अनय राजसव एजेिसयो के साथ सचूना िविनयम के
माधयम से 360 िडगी पोफाइल का सजृन।4. वयवसाय आसूचना िरपोटो का सजृन।5. करदाता एवं आंतिरक लखेापरीका पणािलयो की िनगरानी।6. अनय राजसव एजेिसयो, बैको, खजानो, आिद के साथ सजृन की सरल एवं
सवुयविसथत िहससेदारी।
3. अनुसरण िकए जान े के िलए अपेिकत मुख य िबन दु: 3.1 इस योजना की सहायता से आईटी आधािरत पणािलयां िवकिसत करते समय राजयो एवं
संघ राजय कतेो से िवशेष रप से िनमनिलिखत का सुिनशचय करने की अपेका ह:ै
1. अपलीकेशन साफटवेयर मे वरीयत: एक केनदीकृत वासतुिशलप ह।ै2. यह िक एनईजीपी के अंतगरत सथािपत राजय डेटा सेटर, सवैन, सीएससी
का अिनवायर रप से पयोग िकया जाता ह।ै यिद इनमे से कोई ततकाल पयोग के िलए तैयार नही है, तो राजय/ संघ राजय कते को पयोग के िलए इनके उपलबध होने
के यथाशीघ बाद इनका पयोग करने की सपषट रणनीित बनानी होगी।3. यह सिुनिशचत करने के िलए एक उपयुकत आपदा समुतथान एवं
कारोबार सततता योजना बनाई गई है िक लंबी िवदुत कटौती, बाढ, भकंूप, योजना के अंतगरत िनिधयां समापत होने के बाद वायरस हमले की िसथित मे भी पणाली 24X365 चल।े
4. पौदोिगकी अवरदता की रोकथाम तथा इंटरपोलोिरटी का सजृन करने के िलए खुले मानको एवं रपरेखाओ का पयोग िकया जाता ह।ै
5. अपलीकेशन के पयोग के िलए तैयार होने के यथाशीध बाद मानकीकरण परीकण एवं गुणवतता पमाणन जसैी सवतंत एजसेी से अपलीकेशन का पमाणन एवं परीकण
िकया जाता ह।ै6. पणाली इस तरह िवकिसत की जाती है िक यह माल एवं सवेा कर (जीएसटी) के
अबाध को पवजन को सिुवधाजनक बनाती ह।ै7. सचूना पौदोिगकी िवभाग, भारत सरकार दारा समय- समय पर िनधारिरत मानको
का कडाई से पालन िकया जाता ह।ै
4. राज यो / संघ राज य कतेो स े अप ेिकत पितबदता
4.1 राजयो/ संघ राजय कतेो से िनमनिलिखत के सबंंध मे अपने पणािलयो मे सपषट रप से अपनी पितबदता एवं सपषट कायर योजना का उललेख करने की अपकेा होगी:
1. कानूनो मे अपेिकत पिरवतरन करना ( जसैे पपत, िववरणी आिद इलेकटािनक रप स े दािखल करने मे सुिवधा पदान करने के िलए तथा ई- भुगतान करने के माधयम स े
कर एवं फीस आिद का भुगतान करने के िलए िडिजटल हसताकर के पयोग का पावधान) ।
2. 31/3/2011 तक पैन सबंद/ आधािरत डीलर पजंीकरण पणाली मे पिरवतरन तथा अनय राजसव एजेिसयो के साथ सचूना के सीवन रिहत आदान पदान की अनुमित।
3. लेखा पशेेवर एवं कानूनी सवेा पदाता आिद जसैे पेशेवरो को अपने पिरसरो स े सुिवधा केनद चलाने के िलए अिधकृत करना।
4. पदान की जाने वाली सेवाओ तथा ऐसी पतयेक सवेा का सतर िनधारिरत करने के िलए पयोकताओ एवं पणधािरयो से युकत एक सलाहकार सिमित गिठत करना।
5. िविभनन वेब आधािरत सेवाएं पदान करने की समय सीमा का उललेख करते हए एक नागिरक चाटरर बनाना एवं जारी करना।
6. िकसी बाहरी एजसेी से वािषक आधार पर सेवा सपुुदरगी के िनषपादन का मूलयांकन कराना तथा वरीयत: सवयं राजय पोटरल पर िनषकषो को सावरजिनक कते मे डालना।
7. सेवाओ की सपुुदरगी की दीघारविधक संपोषणीयता सुिनिशचत करने के िलए सपषट योजना बनाना एवं इंिगत करना।
8. अपनाई जाने वाली सपषट कायारनवयन रपरेखा को अंितम रप दनेा, उदाहरण के िलए आंतिरक सावरजिनक िनजी साझेदारी, गितिविधयो का बिहसोतन आिद।
9. पिरयोजना ई- िमशन टीम का गठन करना और एनईजीपी के िदशािनदशेो के अनुसार राजय एवं उपराजय सतर पर अपेिकत जनशिकत की तैनाती।
10. डीलरो समेत सभी पणधािरयो के कमता िनमारण, जागरकता सृजन, पिशकण एव ं पबोधन के िलए अपेिकत सभी कदम उठाना।
11. नीचे पैरा 5.4 मे पिरयोजना अिधकृत सिमित दारा जो भी शते तय की जाएं उनका पालन करना।
12. पीईसी दारा िनधारिरत समय सीमा के अंदर िनिधयो का पयोग करना।
5. पिरयोजनाओ की पस त ुित एव ं अन ुमोदन
5.1 योजना के अंतगरत िनिधयां पापत करने के िलए पिरयोजना पसताव संबंिधत राजय / संघ राजय कते दारा समय- समय पर िवभाग दारा जारी िदशािनदशेो एवं अनुदशेो के अनुसार तैयार
िकए जाएंगे तथा िनदशेक ( राजय कर), राजसव िवभाग को पसतुत िकए जाएंगे।5.2 सभी पिरयोजना पसतावो मे पसताव की पमुख िवशेषता का उललेख करते हए एक
कायरकारी सारांश होना चािहए। पसताव की पमुख िवशेषताएं सलंगन पारप 1, 2, 3 (कमश: अनुबंध 1, 2, एवं 3) मे संकपे मे पसतुत की जाएंगी तथा पिरयोजना पसताव मे अिनवायर रप से शािमल की
जाएंगी।
5.3 योजना के अंतगरत िजन मदो/ गितिविधयो के िलए समथरन/ िनिधयन उपलबध नही है उनहे अनुबंध IV मे सचूीबद िकया गया है तािक इनहे तैयार पिरयोजना पसताव मे शािमल न िकया जाए
तथा योजना के अंतगरत िवचाराथर पसतुत न िकया जाए।
5.4 राजसव सिचव की अधयकता मे पिरयोजना अिधकृत सिमित (पीईसी) वयिकतगत पिरयोजनाओ पर िवचार करने एवं अनुमोिदत करने के िलए गिठत की गई ह।ै इस पिरयोजना
अिधकृत सिमित की सरंचना नीचे दी गई ह:ै
1. राजसव सिचव अधयक
2. अपर सिचव (राजसव) सदसय3. संयुकत सिचव एवं एफए, सीबीईसी सदसय4. महािनदशेक (पणाली), सीबीईसी सदसय5. महािनदशेक (पणाली), सीबीडीटी सदसय6. आईटी िवभाग का एक पितिनिध सदसय7. संयुकत सिचव (राजसव) सदसय सिचव
इस सिमित की बैठक मे िजस राजय/ संघ राजय कते के पसताव पर िवचार िकया जाएगा उसके वैट/ वािणिजयक कर िवभाग के पभारी सिचव को पिरयोजना अिधकृत सिमित की संबंिधत बैठक म े
िवशेष आमंितती के रप मे बुलाया जा सकता ह।ै
5.5 पिरयोजना अिधकृत सिमित राजयो/ सघं राजय केतो के िलए वयिकगत पिरयोजना संसवीकृत करने के अलावा, राजयो की िविभनन एजेिसयो के बीच डाटा के िहससेदारी से सबंंिधत
पिरयोजना भी ससंवीकृत कर सकती ह।ै पिरयोजना अिधकृत सिमित अनय राजयो/ सघं राजय केतो की पिरयोजनाओ के िलए िकसी िविशषट राजय/ सघं राजय केत के िलए अनुमािनत लागत से बचत, यिद कोई हो, का पयोग करने के िलए भी अिधकृत होगी। ऐसी बचत का पयोग पवूोततर राजयो
( िजनहे नीवैट के अंतगरत सहायता दी जा रही है), िहमाचल पदशे एवं जममू व कशमीर ( िजनहे एक अलग पिरयोजना के अंतगरत सहायता दी जा रही है) तथा ऐसे राजयो/ संघ राजय कतेो के िलए
पिरयोजनाएं ससंवीकृत करने के िलए िकया जा सकता है जो दसूरी अविध के दौरान पसताव भजे सकते ह।ै
6. पिरयोजना अविध एवं िनिधयन प ैटन र:
6.1 राजय/ संघ राजय कते की पिरयोजनाएं सामानयतया 3 साल के िलए ससंवीकृत की जाएंगी। कुछ िवशेष पिरिसथितयो/ कारणो की िसथित म,े पिरयोजना के कायारनवयन की अविध अिधकतम 4 साल तक बढाई जा सकती ह।ै
6.2 पिरयोजना का घटकवार िनिधयन नीचे िदए गए मानदडं के अनुसार होगा:
कं स.ं घटक राजयो के िलए पिरयोजना लागत
के पितशत के रप मे सुझाया गया
अनुमान
राजय के िलए पिरयोजना लागत
के पितशत के रप मे अनुमान की
ऊपरी सीमा
घटक की लागत का केनदीय िहससा
1 साइट तैयार करना 10% 15% 50%2 नेटवकर उपकरण एवं बैटरी
वैकअप समेत हाडरवेयर45% 70% 75%
3 साफटवेयर संबद लागत 20% 30% 75%4 पिरयोजन ई- िमशन टीम,
परामशर एवं जनशिकत, संसवीकृित की तारीख से दो
वषर तक आरएंडएम के िलए लागत
20% 30% 50%
5 अिधकािरयो का कमता िनमारण, पणधािरयो का आईईसी
4% 4% 50%
6 पमाणन, िनषपादन मूलयांकन आिद
1% 1% 50%
6.3 यिद 1/4/2007 से राजयो/ सघं राजय केतो दारा िकए गए अनावती वयय को गाह माना जाता ह,ै तो उसका रेटो िनिधयन होगा। जनशिकत, पचालन एवं अनुरकण आिद जसैी साफट कासट
रेटो िवततपोषण के िलए पात नही होगी। 1/4/2007 के बाद राजयो दारा िकए गए अनावती वयय का यह रेटो िवततपोषण उपयुरकत परैा मे उिललिखत घटकवार सीिलग एवं पिरयोजना अिधकृत
सिमित दारा अनुमोिदत के अनुसार होगा।
7. िनगरानी:
7.1 इस पिरयोजना के िलए राजसव िवभाग मे एक पिरयोजना िनगरानी यूिनट गिठत की जाएगी। पीएमयू के मुिखया सयंुकत सिचव (राजसव) होगे। िनदशेक ( राजय कर) इसके सदसय सिचव
होगे। इस पीएमयू मे अनय सदसय आवशयकतानुसार शािमल िकए जाएंगे। पीएमयू राजयो/ संघ राजय केतो दारा पसतुत पिरयोजना पसताव के समुिचत मूलयांकन एवं अनुमोदन मे पिरयोजना अिधकृत
सिमित की सहायता करेगा। पीएमयू ितमाही आधार पर ससंवीकृत पिरयोजनओ की पगित की भी िनगरानी करेगा। जररत पडने पर पीएमयू कते का दौरा भी कर सकता ह।ै
7.2 राजसव िवभाग मे इस पीएमयू के अलावा, राजयो/ सघं राजय केतो से पिरयोजना के कायारनवयन के मागरदशरन एवं सबसे दक ढंग से पिरयोजना गितिविधयो के सफल िनषपादन के िलए
अपेिकत सभी कदम उठाने के िलए एनईजीपी िदशािनदशे के अनुसार पिरयोजना ई- िमशन टीम भी गिठत करने की अपेका होगी।
8. िनिधया ं जारी करन े का प ैटन र:
योजना के अंतगरत िनिधयां िनमनिलिखत आधार पर जारी की जाएंगी:
(i) िनिधयो के केनदीय िहससे का िनगरम मुखयत: मीलपतथरो की उपलिबध तथा अनुबंध III मे उिललिखत पैटनर के अनुसरण से सबंद होगा।
(ii) संबंिधत राजय/ सघं राजय राजय केत से केनदीय िहससे के िनगरम के 30 िदन के अंदर समतुलय राजय िहससा जारी करने की अपेका होगी। िहससे के परोक िनगरम के िलए समतुलय राजय िहससा केनदीय िहससा िनगरम का कुछ अनुपात रखेगा, जो समग
राजय िहससा एवं केनदीय िहससा के िलए मौजूद ह।ै(iii) केनदीय िहससे की पहली िकसत पिरयोजना अिधकृत सिमित दारा पिरयोजना के
अनुमोदन के ठीक बाद जारी की जाएगी।(iv) केनदीय िहससे की उततरवती िकसते तभी जारी की जाएंगी जब अनुमोिदत
गितिविधयो पर कुल उपलबध िनिध ( केनद एवं राजय िहससा) का 60 पितशत खचर हो चुका होगा।
(v) जारी िनिधयो पर पोदभूत बयाज की रािश को पिरयोजना िनिध का िहससा माना जाएगा तथा लेखाओ के अनुरकण, वयय िरपोिटग एवं उपयोग पमाणपत,
लेखापरीका िरपोटर आिद की पसतुित के समय सपषटत: दशारया जाएगा।(vi) अनुबंध v एवं vi के अनुसार कमश: भौितक एवं िवततीय पगित िरपोटो की समय
पर पसतुित केनदीय िहससे की सभी परवती िकसतो की िनमुरिक के िलए आवशयक ह।ै
(vii) आवशयक समझे जाने पर अपने िकसी अिधकारी/ एजेसी से पिरयोजना गितिविधयो की जांच करना राजसव िवभाग के िलए खुला होगा। पिरयोजना गितिविधयो का समुिचत िनषपादन सिुनिशचत करने के िलए समय- समय पर
िकसी राजय/ सघं राजय केत को पिरयोजना गितिविधयो के संबधं मे कोई िनदशे जारी करना भी राजसव िवभाग के िलए खुला होगा।
(viii) िकसी राजय दारा अनुपयुकत या अिनयिमत रप से पयुकत िनिधयो की वसूली करना भी राजसव िवभाग के िलए खलुा होगा।
9. योजना के अ ंतग रत व यय
9.1 योजना के अंतगरत वयय मांग संखया 41, राजसव िवभाग से बजट पावधानो से परूा िकया जाएगा।
9.2 पितभागी राजयो के िलए, वयय मुखय शीषर: 3601.01.113.05 '' वैट संबंधी वयय के िलए संघ राजय कतेो को अनुदान'' : 00.31- सहायता अनुदान के अंतगरत मांग उपशीषर '' संघ राजय कते
पशासनो को सहायता अनुदान'' के अंतगरत पावधानो से परूा िकया जाएगा।9.3 पितभागी सघं राजय कतेो के िलए वयय मुखय शीषर: 3602.01.113.05 '' वैट सबंंधी वयय के
िलए सघं राजय कतेो को अनुदान'' : 00.31- सहायता अनुदान के अंतगरत मांग उपशीषर '' सघं राजय केत पशासनो को सहायता अनुदान'' के अंतगरत पावधानो से पूरा िकया जाएगा।
10. लेखापरीका10.1 योजना के अंतगरत िनिधयो का िनगरम एजी तथा राजसव िवभाग दारा चयिनत िकसी
एजेसी की लेखापरीका के अधीन होगा।
10.2 संबंिधत राजय/ संघ राजय कते दारा िनयुकत सनदी लखेाकार वािषक आधार पर पिरयोजना की िवततीय लखेापरीका करेगा। लखेा परीकक की िटपपणी पर कृत काररवाई समेत लखेापरीका
िरपोटर संबंिधत राजय को पतयेक िवतत वषर की समािपत से 3 माह के अंदर पसतुत करनी होगी।
( िशखर अगवाल) िनदशेक ( राजय कर)
अनुब ंध- ।।
कं स.ं मद पसताव1 ई-पजंीकरण पहले ही आरंभ/- 2010 से आरंभ करने की
योजना2 ई-पितदाय पहले ही आरंभ/- 2010 से आरंभ करने की
योजना3 ई-िववरणी पहले ही आरंभ/- 2010 से आरंभ करने की
योजना4 5 बैको के माधयम से ई-भगुतान पहले ही आरंभ/- 2010 से आरंभ करने की
योजना5 पपतो का आनलाइन िनगरम एवं पोसेिसग पहले ही आरंभ/- 2010 से आरंभ करने की
योजना6 ई िनवारण सेवाएं पहले ही आरंभ/- 2010 से आरंभ करने की
योजना7 सवतंत एजसेी से अपलीकेशन का पमाणन
एवं परीकणिनयोिजत/ अिनयोिजत
8 राजय डाटा केनदो का पयोग िकया गया/िनयोिजत/ अिनयोिजत (कारण)9 सवैन का पयोग िकया गया/िनयोिजत/ अिनयोिजत (कारण)10 सामानय सेवा केनदो (सीएससी) का पयोग िकया गया/िनयोिजत/ अिनयोिजत (कारण)11 आपदा समुतथान साइट ( सथान का उललेख
करे) पहले से िकयाशील/ - पर िनयोिजत
12 पिरयोजना के अंतगरत िनयोिजत ई-सवेा शुर करने मे सुिवधा पदान करने के िलए वैट अिधिनयम/िनयमावली, खजाना
सिंहता आिद जसैे सभी कानूनो मे आवशयक पिरवतरन सिुनिशचत करने की तारीख/ माह
िकया गया/ - 2010 तक िकया जाएगा
13 सिुवधा केनद चलाने के िलए पेशेवरो एवं कानूनी सेवा पदाताओ का पािधकार
िकया गया/ - 2010 से आरंभ करने की योजना
14 िकस तारीख तक 80 पितशत वैट डीलर के पैन नमबर सगंिहत िकये जाएंगे।
- 2010
15 पयोकताओ/ पणधािरयो की सलाहकार सिमित का गठन
िकया गया/ िनयोिजत (- 2010 तक िकयाशील िकया जाएगा।
16 ई- सवेाओ के िलए नागिरक चाटरर का िनगरम िकया गया/ िनयोिजत (- 2010 तक जारी िकया जाएगा।
1718 कायारनवयन रणनीित बीओओटी माडल/ हाडरवेयर की सीधी खरीद
एवं चयिनत वेडर के माधयम से साफटवेयर का िवकास
19 पीईएमटी को पूणरत: िकयाशील बनाने की ितिथ
िकया गया/ - 2010 तक िकया जाएगा।
20 कमता िनमाणर, पिशकण एवं जागरकता सजृन
िनयोिजत
केन दीय लोक सचूना अिधकािरयो का नाम , पदनाम एवं अन य ब यौरा
• राजसव मुखयालय
• केनदीय उतपाद शुलक एवं सीमा शुलक बोडर• केनदीय उतपाद शुलक एवं सेवाकर अपील अिधकरण (सीसटेट) • िनपटारा आयोग (आयकर)• जबत सपंितत के िलए अपील अिधकरण (एटीएफपी)
शी पंकज गुपता, रिजसटार, एटीएफपी, चौथी मंिजल, लोकनायक भवन, खान माकेट, नई िदलली दरूभाष : 2460 3309, 2461 5488
• साफेम (एफओपी) अिधिनयम के अंतगरत सकम पािधकारी• पबंध सिमित
राजस व िवभाग समन वय अनुभाग
मैन ुअल स .ं 16
( सचूना का अिधकार अिधिनयम, 2005 की धारा 4(1)(ख) (xvi) दखे)े
राजसव मुखयालय के केनदीय लोक सचूना अिधकािरयो का नाम, पदनाम एवं अनय बयौरा
क . स .ं नाम , पदनाम एवं पता1 सुशी अनुजा सारंगी, िनदशेक (टीसी/समनवय), कमरा नं. 51-1, राजसव िवभाग, नाथर
बलाक, नई िदलली (दरूभाष: 23092282)2 शी एल के गुपता, िनदशेक (टीसी), कमरा नं. 225-सी, राजसव िवभाग, नाथर बलाक, नई
िदलली, (दरूभाष: 23092878)3 शी मुकुल िसघल, िनदशेक (एचकयू), कमरा नं. 49-ए, राजसव िवभाग, नाथर बलाक, नई
िदलली, (दरूभाष: 23092504)4 शी के के सबरवाल िनदशेक (िफन/डीटी), कमरा नं. 70-बी, राजसव िवभाग, नाथर बलाक,
नई िदलली, (दरूभाष: 23093269)5 शीमती मधु शमार िनदशेक (राजभाषा), कमरा नं. 264-ए, राजसव िवभाग, नाथर बलाक,
नई िदलली, (दरूभाष: 23092499)6 शी पी वी सबुबा राव, उप सिचव, (एनसी), कमरा नं. 48-ए, राजसव िवभाग, नाथर
बलाक, नई िदलली, (दरूभाष: 23092686)7 शी सजंय िसह, डीएफए (िफन/ईसी), कमरा नं. 71-बी, राजसव िवभाग, नाथर बलाक, नई
िदलली (दरूभाष: 23093978)8 शी वी पी भारदाज, उप सिचव, (पशा.), कमरा नं. 66-ए, राजसव िवभाग, नाथर बलाक,
नई िदलली (दरूभाष: 23093050)9 शी के एस शमार, उप सिचव, (पीआईटीएनडीपीएस), कमरा नं. 26, राजसव िवभाग, चचर
रोड हटमेटस, नई िदलली (दरूभाष: 23093990-91)10 शी एस के िसह, उप सिचव, ( ससंद एवं आरएंडआई), कमरा नं. 276-ई, राजसव िवभाग,
नाथर बलाक, नई िदलली (दरूभाष: 23093823)11 शी आर एल मीणा, एसटीओ(आरए), कमरा नं. 24, जीवन दीप िबिलडग, राजसव
िवभाग, नई िदलली (दरूभाष: 23362749)
नई िदलली, 4 अकटूबर, 2005फा.स.ं12/39/2005-समनवय
क . स .ं नाम , सवरशी/ सशुी
पदनाम काया रलय का पता व फोन नं.
1 मोिहनदर िसह सहायक रिजसटार सीमाशुलक, उतपादशुलक एवं सवेाकर, अपील अिधकरण, वसेट बलाक नं.11, आर
के पुरम, नई िदलली-110066 फोन: 011-26103624
2 टी. िवशव पकाश सहायक रिजसटार सीमा शुलक, उतपाद शुलक एवं सवेाकर, अपील अिधकरण, तीसरी,चौथी,पांचवी
मंिजल, जय सटेर, 34, पीडी मेलो रोड, मिसजद (ईसट), मुमबई-400009
फोन: 022-2371684
3 िबनीष कुमार के.एस.
सहायक रिजसटार सीमाशुलक, उतपादशुलक एवं सवेाकर, अपील अिधकरण, नं.26, हाडवसे रोड, शासती भवन-एनेकसी, पहली मिंजल,
चनेनई-600006 फोन: 044-28252306, 28234293
4 टी.के. सरकार सहायक रिजसटार सीमा शुलक, उतपाद शुलक एवं सवेाकर, अपील अिधकरण, 169, एजसेी बोस रोड,
बमबू िवला, सातवी मंिजल, कोलकाता-14 फोन: 033-22849853
5 पी. नागराजन सहायक रिजसटार सीमाशुलक, उतपादशुलक एवं सवेाकर, अपील अिधकरण, पहली मिंजल,
डबलयूटीसी िबिलडग, एफकेसीसीआई कामपलेकस, के जी रोड, बंगलौर-5660009 फोन: 080-22385861, 22353582
फाइल सखं या ए 10019/2/05-एससी भारत सरकार िवत त मतंालय
राजस व िवभाग उत पाद शुल क एव ं सीमा श ुल क समझौता आयोग
िदनांक 10.11.2005
साव रजिनक सचूना स .ं 01/2005
जनता का धयान सचूना का अिधकार अिधिनयम, 2005 की ओर आकिषत िकया जाता है जो लोक पािधकरणो के िनयंतण के अधीन सचूनाओ तक सुरिकत पहचं के िलए नागिरको को सचूना
का अिधकार पदान करता ह।ै सचूना का अिधकार अिधिनयम की धारा 4(1)(ख) के अनतगरत
सचूना वेबसाइट www.finmin.nic@the_ministry/dept_revenue/ headquarters/ settlement commission2/rtisection.htm पर उपलबध ह।ै
2. उतपाद शुलक एवं सीमा शुलक समझौता आयोग नई िदलली मे अपने मुखयालय तथा मुंबई, कोलकाता तथा चेननई मे अितिरकत शाखाओ के साथ उतपाद शुलक एवं सीमा शुलक के भुगतान स े
संबंिधत मामलो मे उठने वाले िववादो के िनपटारे के िलए कायर कर रहा ह।ै यह जनता की सचूना के
िलए है िक आयोग के संबधं मे सचूना के पसार के िलए सचूना का अिधकारी अिधिनयम, 2005
की धारा 5 के अनतगरत िनमनिलिखत अिधकािरयो को सचूना अिधकारी के रप मे नािमत िकया
गया है:
केन दीय जन सूचना अिधकारी
क. सं. अिधकारी का नाम दूरभाष सखं या
1. पधान नयायपीठ, नई
िदलली शी परिमदर िसह सोढी,
अपर आयुकत ( सीसीईएससी के
िलए नोडल अिधकारी)
011-24103854 (टेलीफैकस)
2. अितिरकत नयायपीठ, मुंबई
शी यशोधन वानगे, अपर आयुकत
022-26571616
3. अितिरकत नयायपीठ, कोलकाता
शी ज.े सी. िमशा, संयुकत आयुकत
033-23581918033-23581919
4. अितिरकत नयायपीठ, चनेनई
शी पी. के. गोसवामी, अपर आयुकत
044-25216137
केन दीय सहायक जन सचूना अिधकारी
क. सं. अिधकारी का नाम दूरभाष संख या
1. पधान नयायपीठ, नई
िदलली शी डी. के. वमार,
एसआईओ011-26889463
2. अितिरकत नयायपीठ, मुंबई
शी एम. ए. दारदाल,े एओ
022-26571919
3. अितिरकत नयायपीठ, कोलकाता
शी पी. के. मुखजी, एसआईओ
033-23581918033-23581919
4. अितिरकत नयायपीठ, चनेनई
शी एस. के, राजगोपालन,एसआईओ
044-25216136
4. इसके अितिरकत यह सूिचत िकया जाता है िक सचूना के िलए अनुरोध केनदीय जन सचूना अिधकारी अथवा केनदीय सहायक सूचना अिधकारी को िलिखत मे िकया जाएगा। आवेदन शुलक से
साथ कोई अनुरोध पापत होने पर केनदीय जन सचूना अिधकारी अनुरोध पापत होने के यथाशीघ
िकनतु हर हालत मे 30 िदनो के भीतर यथा िनधारिरत शुलक के भुगतान पर या तो सचूना पदान
करेगा अथवा कारणो का सपषट उललेख करते हए अनुरोध को असवीकार करेगा।
5. केनदीय जन सूचना अिधकारी के िनणरय के िखलाफ अिधाािनयम की धारा 19 के तहत
िनणरय पापत होने के 30 िदनो के भीतर अपीलीय पािधकारी के समक अपील दािखल िकया जा सकता ह।ै दािखल अपीलो के िनपटान के िलए िनमनिलिखत अिधकािरयो को अपीलीय पािधकारी
के रप मे नािमत िकया गया ह:ै-क. स .ं
केतािधकार अिधकारी का नाम दूरभाष सखं या
1 पधान नयायपीठ, नई िदलली
शी अशोक कुमार गुपता, आयुकत, सीसीईएससी, नई िदलली
011-24106625011-26883095 (फैकस)
2 अितिरकत नयायपीठ, चेननई
शी टी. सोमसुंदरम, आयुकत, सीसीईएससी, चेननई
044-25216138044-25216137 (फैकस)
3 अितिरकत नयायपीठ, मुंबई
शी वी. के. शमार, उपाधयक, सीसीईएससी, मुंबई
022-26573000022-26573001022-26572425 (फैकस)
4 अितिरकत नयायपीठ, कोलकाता
शी आर. मुखोपाधयाय, उपाधयक, सीसीईएससी, कोलकाता
033-23581918033-23581933 (फैकस)
इसे माननीय अधयक, सीसीईएससी के अनुमोदन से जारी िकया जाता ह।ै
( अशोक कुमार ग ुप ता)सिचव
पितिलिप : अंगेजी पाठानुसार पेिषत।
फाइल सखं या ए 10019/1/05-एससी
भारत सरकार िवत त मतंालय
राजस व िवभाग उत पाद शुल क एव ं सीमा श ुल क समझौता आयोग
िदना ंक 14.2.2006
साव रजिनक सचूना स .ं 01/2005 िदना ंक 10.11.05 के सबं ंध म े श ुिदपत स .ं 2
उकत सावरजिनक सचूना मे पैरा 2 मे सारणी 1 को िनमनिलिखत रप मे पढा जाए:
केन दीय जन सूचना अिधकारी
क. सं. अिधकार केत अिधकारी का नाम दूरभाष संख या
1. पधान नयायपीठ, नई
िदलली सयुकत आयुकत ( सीसीईएससी के
िलए नोडल अिधकारी)011-24103854 (टेलीफैकस)
2. अितिरकत नयायपीठ, मुंबई
शी यशोधन वानग,े सयंुकत आयुकत
022-26571616
3. अितिरकत नयायपीठ, कोलकाता
शी एस. पी. िमशा, सयंुकत आयुकत
033-23581918033-23581919
4. अितिरकत नयायपीठ, चेननई
शी पी. के. गोसवामी, अपर आयुकत
044-25216137
तथा पैरा 5 मे सारणी को िनिमलिखत रप मे पढा जाए:
क. स .ं
अिधकार कते सीपीआईओ के िनणरय के स ंब ंध मे अपीलीय पािधकारी का
नाम
दूरभाष संख या
1 पधान नयायपीठ, नई िदलली
शी अशोक कुमार गुपता, आयुकत, सीसीईएससी, नई िदलली
011-24106625011-26883095 (फैकस)
2 अितिरकत नयायपीठ, चनेनई
शी टी. सोमसुंदरम, आयुकत, सीसीईएससी, चेननई
044-25216138044-25216137 (फैकस)
3 अितिरकत नयायपीठ, मुंबई
शी पी. के. िसरोही, आयुकत
सीसीईएससी, मुंबई022-26573000022-26573001
022-26572425 (फैकस)
4 अितिरकत नयायपीठ, कोलकाता
शी सी. एम. मेहरा, आयुकत, सीसीईएससी, कोलकाता
033-23581918033-23581933 (फैकस)
( अशोक कुमार ग ुप ता)सिचव
िनयम प ुिसतका - XVI
जन सचूना अिधकारी का नाम
शी राजीव रंजन सहायक आयुकत
सकम पािधकारी, एसएएफईएमए एवं एनडीपीएसए का कायारलय
9 वां तल, लोक नायक भवन, खान माकेट, नई िदलली
दरूभाष स.ं 24655807
िनयम प ुिसतका - XVI
सीसीएफ संगठन के जन / सहायक सचूना अिधकािरयो के नाम , पते व अन य िववरण
क. स.
नाम व पदनाम नािमत पद काया रलय का पता दूरभाष स .ं
1 शी ए. के. जन सचूना सरकारी अफीम एव ं 011-
सकसेना, महापबंधक
(वािणिजयक)
अिधकारी/सीपीआईओ कारोद कारखाना, सरसवती हाउस,
5 वां तल, 27, नेहर पलसे, नई
िदलली-110019
26417475011-26420841
2 शी वी. डी. चौधरी, सहायक
मुखय कारखाना िनयंतक
सहायक जन सचूना अिधकारी
-पूवोकत- -पूवोकत-
3 शी पी. डी. बमनानी, पशासिनक
अिधकारी
सहायक जन सचूना अिधकारी
सरकारी अफीम एव ं
कारोद कारखाना, 11/77, माल, मोरा, गवािलयर, 474006 (म. प.)
0751-23681250751-2368347
4 शी पेम चनद, महापबंधक
जन सचूना
अिधकारी/सीपीआईओ सरकारी अफीम एव ं
कारोद कारखाना, गाजीपुर (उ.प.)
िपन-233001
0548-2220237
5 शी शयामधरपबधंक
सहायक जन सचूना अिधकारी
सरकारी अफीम एव ं
कारोद कारखाना, गाजीपुर (उ.प.)
िपन-233001
0548-2221201
6 डा. साधना बनजी
महापबंधक
जन सचूना
अिधकारी/सीपीआईओ सरकारी अफीम एव ं
कारोद कारखाना, नीमच (म. प.)
िपन-458441
07423-220199
7 शी एच. पी. कनाडे
पबधंक
सहायक जन सचूना अिधकारी
सरकारी अफीम एव ं
कारोद कारखाना, नीमच (म. प.)
िपन-458441
07423-220444
पस तावना ( भारतीय स टा ंप अिधिनयम)
1. भारतीय सटांप अिधिनियम, 1899 (1899 का 2) एक राजकोषीय अिधिनयम है जो लखे
िरकािडग सवंयवहारो पर सटांप के रप मे कर लगाने से सबंंिधत कानून बनाता है और संघ दारा
संघ सचूी ( यथा िविनमय का िबल, चके, पोनोट, लदान का िबल, केिडट पत, बीमा पािलसी, शेयर का हसतांतरण, िडबेचर, पितिनिध पत एवं पिपयां) के लखे 91 मे
िविनिदषट लेखो पर सटांप शुलक लगाया जाता ह।ै उपरोकत सघं सचूी के लखे 91 मे उिललिखत
लेखो के अितिरकत अनय लखेो पर सटांप शुलक राजय सचूी के लखे 63 के अनुसार राजयो दारा लगाया जाता ह।ै शुलक की दरो से सबंंिधत पावधानो के अितिरकत अनय पावधान समवती सचूी
के लखे 44 के पभाव से सघं तथा राजय दोनो के वैधािनक शिकयो के अनतगरत आता ह।ै सभी लेखो पर सटांप शुलक संबंिधत राजयो दारा संगहीत एवं धािरत िकया जाता ह।ै
2. भारतीय सटांप अिधिनयम, 1899 की शुरआत से लेखो के उपयोग मे बडे पैमाने पर बदलाव
आने के कारण इस अिधिनयम के कुछ पावधानो मे सशंोधन की आवशयकता कुछ समय से
महसूस की जा रही ह।ै िविध आयोग ने 1976 मे पसतुत अपनी 76 वी िरपोटर मे इस सबंंध म े
बहत िसफािरश की थी। इस कानून को समय के अनुकूल बनाने के िलए अब भारतीय सटांप
अिधिनयम,1899 मे वयापक सशंोधन करने के िलए पयास िकए जा रहे ह।ै
पस तावना ( वस त ु एव ं सवेा कर)
1. एफआरबीएम अिधिनयम, 2003 के कायारनवयन पर केलकर टासक फोसर ने यह सपषट िकया
िक यदिप भारत मे अपतयक कर नीित 1986 से वैट िसदांत की िदशा मे िनरंतर पगित कर
रहा है तथािप वसतुओ एवं सवेाओ के कराधान की िवदमान पणाली मे अभी भी कई समसयाएं
है और वैट िसदांत पर आधािरत एक िवसतृत वसतु एवं सेवा कर (जीएसटी) का सुझाव िदया।
जीएसटी पणाली को अपतयक कराधान का सरल, पारदशी एवं दक पणाली बनाने का लकय है
जसैा िक िवशव के 130 से अिधक दशेो दारा अपनाया गया ह।ै इसमे वसतुओ एवं सेवाओ के
एकीकृत तरीके से कराधान शािमल है कयोिक वसतुओ एवं सवेाओ के मधय सीमा रेखा की असपषटता ने अतािकक रप से वसतुओ एवं सेवाओ के कराधान को अलग कर िदया ह।ै
2. केनद और राजयो के िवदमान िविवध कर संरचनाओ को पितसथािपत करने के िलए एक वसतु
एवं सेवा कर (जीएसटी) की शुरआत न केवल वांछनीय है बिलक उभरते हए आिथक पिरदशृय
मे अिनवायर भी ह।ै वसतुओ के उतपादन तथा िवतरण मे सेवाओ का िवलोमत: उततरोततर
उपयोग या उपभोग होता ह।ै सवेाओ के पथृक कराधान मे पाय: सवंयवहार मूलय को कराधान
हतुे वसतुओ एवं सेवाओ के मूलय मे िवभािजत करने की अवशयकता पडती है िजससे और अिधक जिटलता आती है और पशासन एवं अनुकूलता लागत बढ जाती ह।ै िविभनन केनद एवं राजय
करो के जीएसटी पणाली मे एकीकरण से संगहीत कर इनपुट के िलए पूणर केिडट दनेा सभंव हो पाएगा। जीएसटी के वैट िसदांत के आधार पर गंतवय आधािरत उपभोजय कर होने के कारण
यह वतरमान जिटल कर सरंचना के कारण होने वाले आिथक िवकृित को हटाने मे बहत सहायक होगा और एक सामूिहक राषटीय बाजार के िवकास मे सहायक होगा।
3. अपलै, 2010 तक एक राषट सतरीय वसतु एवं सवेा कर (जीएसटी) पारंभ करने का पसताव
पहली बार िवततीय वषर 2006-07 के बजट भाषण मे पसतुत िकया गया। चूंिक पसताव मे न
केवल केनद अिपतु राजयो दारा लगाए जाने वाले अपतयक करो का सधुार/पुन: सरंचना शािमल
था इसिलए जीएसटी के कायारनवयन के िलए एक िडजाइन और रोड मैप तैयार करने का
उततरदाियतव राजय िवतत मंितयो की अिधकार पापत सिमित (ईसी) को सौपा गया। अपैल, 2008 मे ईसी ने '' भारत मे वसतु एवं सेवा कर (जीएसटी) के िलए एक माडल एवं रोड मैप''
शीषरक से एक िरपोटर पसतुत की िजसमे जीएसटी की संरचना एवं िडजाइन के बारे मे वयापक िसफािरशे की गई। िरपोटर के उततर मे राजसव िवभाग ने पसतािवत जीएसटी के िडजाइन एवं
संरचना मे शािमल िकए जाने हतुे कुछ सुझाव िदए। भारत सरकार तथा राजयो से पापत पितिकयाओ के आधार पर ईसी ने पिरचचार करने तथा सभी पणधारको से पितिकयाएं पापत
करने के उदशेय से 10 नवमबर, 2009 को भारत मे वसतु एवं सवेा कर पर अपना पहला पिरचचार पेपर जारी िकया।
4. ईसी ने दशे के िलए एक दोहरे जीएसटी माडूल का पसताव िकया। इस दोहरे जीएसटी माडलू
को केनद ने सवीकार िकया। इस माडल के अनतगरत जीएसटी मे दो घटक यथा केनद दारा लगाया एवं सगंहीत िकया जाने वाला केनदीय जीएसटी एवं राजयो दारा लगाया एवं संगहीत िकया जाने वाला राजय जीएसटी था।
पस तावना (ईसीएसजी)
1. राजयो एवं सघं कतेो दारा िबकी कर के एक समान िनयत दर के कायारनवयन की िनगरानी, िबकी कर आधािरत पोतसाहन योजना को हटाने की िनगरानी, राजयो को वैट की ओर
पदांतरण हतुे लकय एवं पदित का िनणरय एवं दशे मे िवदमान केनदीय िबकी कर पणाली मे
सुधार की िनगरानी के उदशेय से भारत सरकार दारा पिशम बंगाल, कनारटक, मधय पदशे, महाराषट, पजंाब, उततर पदशे, गजुरात, िदलली एवं मेघालय के माननीय राजय िवतत
मंितयो को सदसय के रप मे नािमत कर राजय िवतत मंितयो की अिधकार पापत सिमित (ईसी) 17 जलुाई, 2000 को गिठत की गई। तदननतर, आसाम, तिमलनाडु, जममू एवं कशमीर,
झारखणड एवं राजसथान के माननीय राजय िवतत मंितयो को भी अिधकार पापत सिमित के
सदसयो के रप मे अिधसूिचत िकया गया। 12 अगसत, 2004 को भारत सरकार ने सभी
राजयो के माननीय राजय िवतत/ कराधान मंितयो को इसके सदसयो के रप मे नािमत कर
अिधकार पापत सिमित को पनुगरिठत िकया।2. इस िनकाय को बाद मे सोसाइटी पजंीकरण अिधिनयम (1860 का XXI) के अधीन एक
सोसाइटी के रप मे पजंीकृत िकया गया। पंजीकरण पमाणपत 17 अगसत, 2004 को जारी
िकया गया। वतरमान मे डा. असीम के. दासगुपता, माननीय िवतत मतंी, पिशम बंगाल
सरकार अिधकार पापत सिमित के अधयक है और िवधानसभा, अपर सिचव (राजसव), भारत
सरकार तथा सदसय सिचव, अिधकार पापत सिमित सिहत सभी राजय सरकारो, संघ कतेो के
िवतत/ कराधान के पभारी सभी मतंी अिधकार पापत सिमित के सदसय ह।ै अिधकार पापत
सिमित का कायारलय िदलली सिचवालय, इनदपसथ एसटेट, नई िदलली मे है जहां राषटीय
राजधानी कते िदलली सरकार ने आवास एवं अनय सुिवधाएं पदान की ह।ै सोसाइटी को अपने पशासिनक वयय को परूा करने तथा िविभनन अनय गितिविधयां चलाने के िलए राजय सरकारो
तथा भारत सरकार से अंशदान पापत हो रहे ह।ै3. हाल ही म,े ईसी को सदुढृ बनाने के उदशेय से तेरहवे िवतत आयोग ने ईसी को 30 करोड र.
अनदाुान दनेे की िसफािरश की तािक वे जीएसटी संबंधी अनुसधंान कायर जारी रख सके और
कमता संवधरन कर सके। तदनुसार इस पयोजनाथर एक संगह बनाने के िलए ईसी को 30 करोड
की रािश जारी की गई।
पस तावना ( केन दीय िबकी कर)
1. सिंवधान ( छठा सशंोधन) अिधिनयम, 1956 के माधयम से संिवधान मे कितपय संशोधन िकए
गए िजसस:े-
क. अनतर- राजयीय वयापार अथवा वािणजय मे वसतुओ की खरीद या िबकी पर कर को सपषट
रप से ससंद के वैधािनक अिधकार- केत के दायरे के अधीन लाया गया ह;ै
ख. जहां अनतर- राजयीय वयापार अथवा वािणजय मे वसतु िवशेष महतव का है वहां राजयो के
भीतर वसतुओ की खरीद अथवा िबकी पर कर लगाने के संबंध मे राजय िवधानसभाओ की शिकयो पर पितबंध लगाया जा सकता ह।ै
2. इस संशोधन ने अनतर- राजयीय वयापार अथवा वािणजय के दौरान या िकसी राजय के बाहर
िनयारत अथवा आयात के दौरान कोई खरीद अथवा िबकी के समय िनधाररण करने के िलए िनयम बनाने हतुे भी संसद को अिधकृत िकया ह।ै
3. तदनुसार केनदीय िबकी कर (सीएसटी) अिधिनयम, 1956 बनाया गया जो 05.01.1957 को पभावी हआ। आरंभ मे सीएसटी की दर 1 पितशत थी िजसे बढाकर पहले 2 पितशत,
उसके बाद 3 पितशत और 1 जलुाई, 1975 से 4 पितशत िकया गया। सीएसटी अिधिनयम, 1956 मे अनतर- राजयीय वयापार अथवा वािणजय मे कुछ वसतुओ को िवशेष महतव का वसतु
घोिषत करने तथा ऐसे वसतुओ के कराधान पर पितबंध लगाने की वयवसथा ह।ै सीएसटी लगाने से पापत होने वाला पूरा राजसव िजस राजय मे िबकी होती है उस राजय दारा संगहीत व रखा
जाता ह।ै अिधिनयम मे आयात व िनयारत का कराधान शािमल नही ह।ै
4. सीएसटी के उदम आधािरत कर होने के कारण यह मूलय विधत कर से िभनन है जो सवाभािवक
इनपुट कर केिडट पितदाय के साथ गंतवय आधािरत कर ह।ै पंजीकृत िवकेताओ के मधय अनतर- राजयीय िबकी के िलए केनदीय िबकी कर की दर 1 अपलै, 2007 से 4 पितशत से कम करके
3 पितशत करने के िलए केनदीय िबकी कर अिधिनयम मे एक सशंोधन िकया गया। इस
संशोधन के माधयम से सरकारी िवभागो से फामर- डी पसतुत करके िरयायती सीएसटी दर पर
अनतर- राजयीय खरीद की सिुवधा वापस ले िलया गया। संशोधन के पशचात सरकार के िलए
अनतर- राजयीय िबकी पर सीएसटी की दर वैट/ राजय िबकी कर दर के समान होगी।
5. केनदीय िबकी कर की दर को 1 जून, 2008 से 3 पितशत से और कम करके 2 पितशत िकया
गया। सीएसटी की दर पहले 4 पितशत से कम करके 3 पितशत और उसके बाद 3 पितशत से
कम करके 2 पितशत वसतु एवं सवेा कर (जीएसटी) के पारंभ के पूवरवती के रप मे िकया गया
कयोिक सीएसटी, जीएसटी की अवधारणा और िडजाइन से िभनन था।
फा. स.ं 34/67/2007-एसटी भारत सरकार िवतत मतंालय
राजसव िवभाग नई िदलली, िदनांक 19 जलुाई, 2008
सेवा म,े संबंिधत राजय/ संघ कते सरकारो,
िवतत/ कराधन िवभागो के सिचव।
िवषय : मूल य विधत कर ( वैट ) के पस त ुतीकरण के कारण राजस व हािन के मामले म े
राज यो / संघ केतो को कितप ूित।
महोदय/महोदया,
मुझे उपयुरकत िवषय पर इस िवभाग के पूवर अनुदशेो, जो पत फा. स.ं 21/1/2004-एसटी (भाग।।), िदनांक 3 फरवरी, 2005, फा. स.ं 34/67/2005-एसटी, िदनांक 1 जून, 2005
तथा फा. सं. 34/114/2004-एसटी(भाग।), िदनांक 20 जून, 2005 के तहत भजेे गए थे, का उललखे करने और यह कहने का िनदशे हआ है िक राजयो/ संघ कतेो दारा अिभवयकत किठनाइयो के
आलोक मे मामले पर िवचार िकया गया और धयान पूवरक जांच के पशचात सभी पवूर अनुदशेो के अिधकमण मे इस िवषय पर िनमनिलिखत संशोिधत समेिकत अनुदशेो को जारी करने का िनणरय
िलया गया ह:ै
वैट के पस त ुतीकरण के कारण राज यो को भगुतान की जान े वाली कितप ूित तथा राजस व
हािन की गणना का तौर - तरीका
2. वैट के पसतुतीकरण के कारण राजयो को भुगतान की जाने वाली कितपूित तथा राजसव
हािन की गणना के िलए िवसतृत तरीका िनमनवत होगा:
(क) पिरकलन के पयोजनाथर वषर 2005-06 को आधार वषर के रप मे अपनाया जाएगा।
(ख) इस पयोजनाथर धयान मे रखे जाने वाले कर राजसव मे सामानय िबकी कर के साथ- साथ अनय
राजय कर, जसैे कय कर, पवेशकर ( सथानीय चाु्ांगी के बदले मे पवेश कर के अितिरकत), टनरओवर कर के साथ- साथ इनमे से िकसी कर पर अिधभार िजसे वैट मे सिममिलत िकया जाना
है, का पितदाय राजसव का मूलय शािमल ह।ै तथािप, इन करो से राजसव को वैट मे शािमल
िकए जाने वाली सीमा तक और इनको शािमल िकए जाने की तारीख से ही धयान मे रखा
जाएगा। तदनुसार, यह सपषट िकया जाता है िक वसतुओ जसैे पेटोल, डीजल, एटीएफ, शराब, लाटरी िटकट मदो, िजसे वैट से बाहर रखा गया है और जो 20 पितशत कर के
नयूनतम िनयत दर के अधीन है, से कर राजसव को गणना मे शािमल नही िकया जाएगा
कयोिक इन मदो पर कर ( चाहे सामानय िबकी कर कानून या िकसी अनय कानून के अनतगरत हो) को वैट मे शािमल नही िकया गया ह।ै इसी पकार िवलािसता कर के मामले मे माननीय
उचचतम नयायालय ने िनणरय िदया है िक '' वसतुओ पर िवलािसता कर'' लगाना राजयो के
वैधािनक सामथयर से बाहर है और इसिलए '' वसतुओ पर िवलािसता कर'' से कर राजसव को
पिरकलन से बाहर रखा जाना चािहए कयोिक ऐसे कर को वैट मे शािमल करने का पशन नही उठता।
ग) वषर 2005-06 से आगे के िलए पसतािवत राजसव की गणना के पयोजनाथर कर राजसव की
औसत वृिद दर की गणना के िलए 1999-2000 से 2004-05 की अविध के कर राजसव को
धयान मे रखा जाएगा। वषर 1999-2000 पर वषर 2000-01 के िलए वृिद दर से शुर करके
पतयेक वषर के िलए वािषक वृिद दर िनकाला जाएगा। उसके बाद 3 सवरशेषठ वृिद दर को चुना जाएगा और औसत वािषक वृिद दर िनकालने के िलए इन तीन वृिद दरो के सामानय
अंकगिणतीय औसत को िलया जाएगा। तथािप, तीन नए गिठत राजयो अथारत उततरांचल, छततीसगढ और झारखणड और उनके संबंिधत मलू राजयो अथारत उततर पदशे, मधय पदशे और
िबहार के भी मामलो मे वृिद दर की गणना के िलए सगंत अविध 2001-02 से 2004-05 होगी कयोिक नए गिठत राजय 1 नवमबर, 2000 को अिसततव मे आए। इन पिरकलनो के
पयोजनाथर शुरआत मे वषर 2003-04 तक के िलए एजी पमािणत आंकडे तथा वषर 2004-05 के िलए सबंंिधत राजय के िवतत सिचव दारा पमािणत आंकडो को िलया जाएगा और 2004-
05 के िलए एजी पमािणत आंकडो की पािप पर िनयत समयाविध मे आवशयक समायोजन
िकया जाएगा।
घ) आधार वषर पर आधािरत िनवल राजसव तथा उपरोकत पिरकिलत औसत वािषक वृिद दर के
आधार पर वषर 2005-06, 2006-07 तथा 2007-08 के िलए पसतािवत राजसव की गणना की जाएगी। ऐसे पसतािवत राजसव तथा वासतिवक राजसव के बीच का अंतर वैट के
पसतुतीकरण के कारण हई हािन होगी िजसके िलए राजयो को 2005-06 के दौरान ऐसी हािन
के 100 पितशत 2006-07 के दौरान हािन के 75 पितशत तथा 2007-08 के दौरान हािन
के 50 पितशत की दर से कितपूित का भुगतान िकया जाएगा।
ङ) राजयो को कितपूित का भुगतान सहायता अनुदान के रप मे मािसक आधार पर िकया जाएगा।
इस पयोजनाथर सचंयी आधार पर पसतािवत िनवल राजसव सदशृ अविध के दौरान 2004-06 के दौरान वासतिवक राजसव के आधार पर वषर 2005-06 तथा अनुवती वषो के दौरान पतयेक
माह के अंत तक तथा औसत वािषक वृिद दर का पयोग करते हए िनकाला जाएगा। ऐसे पसतािवत सचंयी राजसव की तुलना पतयेक माह के अंत मे वासतिवक सचंयी राजसव के साथ
की जाएगी। यिद उसमे िनवल सचंयी हािन है तो उसकी कितपूित की जाएगी।
च) कितपूित का भुगतान अिधकार पापत सिमित (ईसी) दारा अंितम रप िदए गए वैट के िडजाइन
( अिभसरण मापदणड सिहत) का पालन करने वाले राजयो पर िनभरर होगा। इस पयोजनाथर
संदभर ितिथ सघं सरकार दारा कितपूित पैकेज के अनुमोदन की तारीख अथारत 27 जनवरी, 2005 होगी। इसिलए, यह पैकेज ईसी दारा 27 जनवरी, 2005 तक िलए गए िनणरयो को
शािमल करेगा जसैा िक खादानन तथा चाय के सबंंध मे ह।ै
3. उपयुरकत पिरकलन को ससुाधय बनाने के उदशेय से राजय/ संघ कते सलंगन पोफोमार-I, II एवं III मे अपेिकत सचूना पसतुत करेगे।
स वीकृत व ैट िडजाइन से िवचलन का पबधं:
4. यिद कोई राजय उपयुरकत पैरा 2(च) मे यथा उिललिखत सवीकृत िडजाइन से कुछ िवचलन
करता है तो ऐसे िवचलन के कारण हई राजसव हािन को कितपूित पैकेज मे शािमल नही िकया
जाएगा और राजयो/ संघ कतेो को भुगतान िकए जाने वाले कितपूित की रािश मे समुिचत समायोजन
िकया जाएगा। तथािप, यह िनमनिलिखत अपवादो/ सपषटीकरणो के अधीन होगा:
(क) औदोिगक/ कृिष आगमो पर 4 पितशत के िहसाब से कर लगाया जा सकता ह,ै यदिप यिद
उनको पहले गलती से 12.5 पितशत पर रखा गया ह।ै एक िनदशे िनयम के रप मे जब तक
कम से कम 50 पितशत सामिगयो को आगमो के रप मे उपयोग िकया जाएगा उस पर 4 पितशत की दर से कर लगाया जा सकता ह।ै
(ख) नमक तथा खडी की दरो मे ईसी दारा सवीकृत पिरवतरनो को सवीकार कर िलया गया ह।ै
(ग) राजय/ संघ कते सीएसडी कैटीनो को वैट के भुगतान से छूट दे सकते ह।ै
(घ) ईसी दारा पहले ही यथा िनधारिरत छोटे वयापािरयो के िलए सीमा रेखा के संबधं मे यिद
राजय/ संघ कते 5 लाख रपए की सममत रािश से अिधक सीमा रेखा िनयत करते है तो उसकी
वजह से होने वाली राजसव हािन संबंिधत राजय/ संघ कते दारा वहन िकया जाएगा।
5. वैट दरो मे िवचलन के कारण राजसव हािन के पिरकलन को सरल बनाने के उदशेय से
राजय/ संघ कते उन सामिगयो/ मदो जहां सवीकृत वैट दरो से िवचलन हआ है, को शािमल करते हए
सलंगन पोफामार-IV सचूना पसतुत करेगे। िवचलन के कारण िकसी मद के पूरी तरह से वैट मकुत होने
के मामले मे पोफामार के कालम 5 एवं 6 मे उस समय पचिलत िबकी कर की दर से सबंंिधत सचूना
सिहत वषर 2004-05 ( िबकी कर पदित के अनतगरत) के िलए कर सगंहण के आंकडे पसतुत िकए
जाएंगे। तथािप, यिद वह मद पहले भी छूट पापत थी तो राजय सभंािवत राजसव हािन का अपना
आंकलन दे सकते ह।ै इसी पकार, जहां िवचलन वैट दरो के अलावा अनय मापदडंो के सबंंध मे है तो राजय ऐसे िवचलन के कारण राजसव हािन का एक आंकलन पसतुत करेगे।
कितप ूित दावा पस त ुत करन े तथा िनपटारे की पिकया :
6. संशोिधत पिकया िनमनवत होगी:
(क) राजय/ संघ कते राजय के िवतत सिचव दारा पमािणत राजसव संगहण के असथाई आंकडे सिहत
कितपूित का दावा पतयेक माह इस िवभाग को भजेेगे ( सबंंिधत राजय/ सघं कते के एजी को एक
पितिलिप सिहत) । राजय के िवतत सिचव उपयुरकत पैरा 4 एवं 5 मे यथा उिललिखत िवचलन
के कारण िकए जाने वाले राजसव समायोजन पर भी सचूना भेजेग।े इस सचूना को पसतुत करने
पर राजयो को तदथर कितपूित जारी िकया जाएगा। इसके अितिरकत, िकसी राजय/ सघं कते
दारा वासतिवक किठनाईयो के कारण िवचलन पर सचूना पसतुत करने मे दरेी होने के मामले मे
राजय/ संघ कते दारा तीन माह की अविध के भीतर लंिबत सचूना पसतुत करने का आशवासन
दनेे की शतर पर भी तदथर कितपूित जारी करने पर िवचार िकया जा सकता ह।ै
(ख) संबंिधत राजय के एजी, अपेिकत आंकडे एजी के कायारलय मे उपलबध कराने पर िनयत अविध
मे कुल राजसव सगंहण के संबधं मे राजय/ संघ कते के िवतत सिचव दारा पसतुत आंकडो को
पृथक रप से सतयािपत करेगे और आंकडो मे िभननता, यिद कोई हो, के बारे मे इस िवभाग
को सचूना दगेे। एजी से ऐसा परामशर पापत होने पर अगले माह भुगतान िकए जाने वाले कितपूित की रािश मे उपयुकत समायोजन िकया जाएगा। इस तथय को धयान मे रखते हए यहां
पर यह सपषट िकया जाता है िक महा- लखेाकार (एजी) केवल कुल कर सगंहण के आंकडे रखते
है न िक वसतु- वार आंकड,े तो जहां भी वसतु- वार आंकडे पसतुत िकया जाना है वहां पर एजी
पमाणीकरण अपेिकत नही होगा। यह वैट ( और जो कर की नयूनतम 20 पितशत की दर के
अधीन ह)ै से बाहर वसतुओ की मदो के सबंंध मे सचूना सिहत िवचलन से सबंंिधत सचूना पर
भी लागू होगा।
(ग) यिद कही पर एजी कायारलय तथा राजय सरकार के बीच असहमित होती है तो मामले को इस
िवभाग के नोिटस मे लाया जाए और इसे वैट पर भारत सरकार दारा सिचव, वयय की अधयकता मे गिठत सिमित के समक रखा जाएगा और ऐसे मामलो मे सिमित की सलाह से
समुिचत अनुवती काररवाई की जाएगी।
4. इसके अितिरकत मुझे आपसे तदनुसार आवशयक अनुवती काररवाई करने का अनुरोध करने
का िनदशे हआ ह।ै
धनयवाद सिहत।
भवदीय,
(एल . के. गुप ता) िनदेशक (एसटी)
दूरभाष: 011-23092878
पितिलिप : अंगेजी पाठानुसार पेिषत।
पोफामा र -I
वास तिवक राजस व का पिरकलन ( पितदाय का िनवल ) राज य / संघ कते का नाम
( करोड र.) क
. कर का मद 1999
-002000-01
2001-02
2002-03
2003-04
2004-05
कर को व ैट म े शािमल करने की
सं
. तारीख (क. स .
2 से 6 के िलए) 1 राज य / सामान य िबकी
कर : क) कुल कर राजसव
ख) वैट से बाहर के मदो स े
कर राजसवग) िनवल कर राजस व
(क-ख)2 कय कर
3 पवेश कर ( चुंगी के बदल े
नही)4 टनरओवर कर
5 अिधभार
6 वैट मे शािमल िकए जाने वाले अनय सबंंिधत कर
कुल
िटप पणी :
1. केनदीय िबकी कर को गणना मे शािमल नही िकया जाएगा कयोिक पैकेज मे केवल राजय िबकी कर शािमल ह।ै
2. क. स. 1 के मामले मे गणना के पयोजनाथर केवल '' िनवल कर राजसव'' को धयान मे रखा
जाएगा। एजी पमाणपत केवल '' कुल कर राजसव'' के िलए पसतुत िकया जाए। '' वैट से बाहर के
मदो से कर राजसव'' के मामले मे राजय सरकार दारा पसतुत सचूना ही पयारपत होगी।
पमाणपत : पमािणत िकया जाता है िक 2003-04 तक के आंकडे राजय के महा- लखेाकार दारा पमािणत ह।ै
महा- लखेाकार का मलू पमाणपत सलंगन ह।ै 2004-05 के आंकडे राजय/ संघ कते सरकार के लेखा
िरकाडो के अनुसार है और मेरी पूणर जानकारी के अनुसार सतय ह।ै 2004-05 के िलए एजी पमािणत आंकडे िनयत समय मे पसतुत िकए जाएंगे।
िवतत सिचव
पोफामा र -II
कुल कर राजस व के औसत वािषक वृिद दर का पिरकलनराज य / संघ कते का नाम
( करोड र.) वषर कुल कर
राजस व वािषक वृिद दर का
पिरकलन राज य दारा चनु े गए 3
वषर ( कपया उल ल ेख करे
चिुनदा 3 वषो की औसत वािषक वृिद दरवषर वृिद दर
1 2 3 4 5 61999-00
2000-01 2001-02/1999-00
2001-02 2001-02/
2000-012002-03 2002-03/
2001-022003-04 2003-04/
2002-032004-05 2004-05/
2003-04
िटप पणी :
1. कालम 2 मे केवल उन करो के कुल कर राजसव, जो वासतव मे वैट मे शािमल िकए गए है, को धयान मे रखा जाएगा।
2. कालम 6 मे औसत वािषक वृिद दर कालम 5 मे राजयो दारा चुने/ उललेख िकए गए 3 सवरशेषठ
वषो के वािषक वृिद दरो का सरल अंकगिणतीय औसत होगा।
पोफामा र -III
पस तािवत कुल कर राजस व , वास तिवक कर राजस व तथा कितप ूित की जान े वाली हािन
का पिरकलनराज य / संघ कते का नाम
वषर: 2005-06,/2006-07/2007-08 ( करोड र .)
माह 2004-05 के दौरान कुल
कर राजस व
2005-06,/2006-07/2007-08 के
दौरान पस तािवत
कर राजस व
( माह तक
2005-06,/2006-07/2007-08 के दौरान वास तिवक कर राजस व (माह
तक सचंयी)
2005-06,/2006-07/2007-08 के
दौरान
हािन (माह
तक सचंयी)
भुगतान की जान े वाली
कितप ूित की रािश
का 100%, 75% 50%, यथा लाग ू
सचंयी)माह के दौरान
माह तक सचंयाी
कुल कर राजस व
वैट स ेबाहर के मदो
से कर राजस व
सीएसटी से समायोिज
त वैट के अन तग रत
आईटीसी , यिद कोई
हो
कुल िनवल राजस व
माह तक देय
कुल कितप ूत रिा
िपछल ेमाह तक भुगतान
की गई कितप ूत रिा
1 2 3 4 5 6 7 8 (5-6-7)
9 10 11
अपैल
मई
जून
जलुाई
अगसत
िसतमबर
अकटूबर
नवमबर
िदसमबर
जनवरी
फरवरी
माचर
िटप पणी : वासतिवक कर राजसव ( कालम 5 से 8) के सबंंध मे यह नोट िकया जाए िक एजी
सामंजसय केवल कालम 5 मे िदखाए गए '' कुल कर राजसव'' के सबंंध मे आवशयक ह।ै कालम 6 तथा 7 मे सचूना के संबंध मे राजय सरकार दारा दी गई सचूना पयारपत होगी। कितपूित कालम 8
मे '' िनवलकर राजसव'' पर आधािरत होगी। कालम 7 मे वयापारी दारा सीएसटी मे समायोिजत
वैट इनपुट कर केिडट, यिद कोई हो, के संबंध मे सचूना दी जाए।
पमाणपत
पमािणत िकया जाता है िक वैट िडजाइन ( अिभसरण मापदणड सिहत), पोफामार IV मे बताए गए
िवचलन के अधीन, अिधकार पापत सिमित दारा यथा पिरपूणर, का पूरी तरह से पालन िकया गया ह।ै
िवत त सिचव
पोफामा र -IV
िवचलन पर सचूनावष र:क. सं. मद/सामगी वैट दर मद/ सामगी स े कर स ंगर हण
ईसी दारा यथा
अनुमोिदत
(वास तिवक
रप से)
राज यो/सघं
कतेो दारा यथा अंगीकृत
.. .. .. .. माह के
दौरान
वषर के दौरान सचंयी
1 2 3 4 5 6
िटप पणी :
1. कालम 3 मे उिललिखत वैट दर कितपूित पैकेज को अंितम रप दतेे समय ईसी दारा वासतिवक
रप से अनुमोिदत वैट दर होना चािहए न िक ईसी दारा िनधारिरत संशोिधत वैट दर।2. यिद राजय/ सघं कते वसतुओ की बहत छोटी मदो ( शािमल राजसव के रप मे) के संबंध म े
वासतिवक कर संगहण को एकितत एवं पसतुत करने मे किठनाई महसूस करते है तो ऐसे
राजय/ संघ कते एनएसएस डाटा अथवा िकसी अनय समुिचत आधार पर राजसव हािन के अपने
मूलयांकन के आधार पर सूचना पसतुत कर सकते ह।ै
सीएसटी कितप ूित पर समेिकत िदशािनदेश
फा. सं. 28/4/2007-एसटी भारत सरकार िवतत मतंालय
राजसव िवभाग नई िदलली, िदनांक 22 अगसत, 2008
सेवा म,े सभी राजय/ सघं कते सरकारो,
िवतत/ कराधन िवभागो के सिचव।
िवषय : केन दीय िबकी कर ( सीएसटी ) हटान े के कारण राज यो / सघं कतेो को हई राजस व
हािन के िलए कितप ूित।
महोदय/महोदया,
मुझे यह कहने का िनदशे हआ है िक तीन वषो की अविध अथारत 31.3.2010 तक
सीएसटी को हटाने के िलए केनद तथा राजय सरकारो के मधय एक सवरसममित बनी ह।ै इस
सवरसममित के भाग के रप मे सीएसटी की दर 1.4.2007 से 4 पितशत से घटाकर 3 पितशत
तथा 1.6.2008 से 3 पितशत से घटाकर 2 पितशत िकया गया ह।ै 1.4.2007 से सीएसटी दर
4 पितशत से घटाकर 3 पितशत करने के कारण सीएसटी राजसव हािन की कितपूित के िलए पूवर
िदशािनदशे फा. सं. 28/4/2007- एसटी िदनांक 10 अकटूबर, 2007 के तहत जारी िकया गया
था। अब, उकत पवूर िदशािनदशेो के अिधकमण मे इन समेिकत िदशािनदशेो को जारी करने का
िनणरय िलया गया है िजसमे सीएसटी की दर को 4 पितशत से घटाकर 2 पितशत करने के कारण
राजयो/ संघ कतेो को हई सीएसटी राजसव हािन को िनमनिलिखत उपायो के माधयम से कितपूित
करने की वयवसथा है:
क) फामर- डी की पसतुित से सरकारी िवभागो को अनतर- राजयीय िबकी पर िरययती सीएसटी दर के
लाभ को वापस लेना।ख) राजयो को तमबाकू पर 12.5 पितशत की दर से वैट लगाने के िलए सकम बनाना।
ग) वतरमान मे कर के अधीन 33 सेवाओ का राजसव तथा 44 नई सेवाएं ( जब भी कर लगाया
जाएगा) राजयो को हसतांतिरत करना।
घ) यिद (क), (ख) एवं (ग) मे उिललिखत उपाय राजसव हािन की पूरी भरपाई नही करते तो
2007-08, 2008-09 तथा 2009-10 के दौरान बजटीय सहयता।
2. उपरोकत पसतावो को लागू करने के उदशेय से कराधान कानून (सशंोधन), अिधिनयम, 2007, िजसे 1.4.2007 से पभावी बनाया गया ह,ै के अिधिनयमन के माधयम से आवशयक
वैधािनक उपाय िकए गए ह।ै
केन दीय िबकी कर ( सीएसटी ) को हटान े के कारण राज यो को भ ुगतान की जान े वाली
कितप ूित तथा राजस व हािन की गणना का तौर - तरीका :
3. केनदीय िबकी कर (सीएसटी) को हटाने के कारण राजयो को भुगतान की जाने वाली
कितपूित तथा राजसव हािन की गणना का िवसतृत तरीका िनमनवत होगा:
3.1 सीएसटी हटान े के कारण हई राजस व हािन का मलू या ंकन :
सीएसटी हटाने के कारण हई राजसव हािन के मलूयांकन की िविध िनमनवत होगी:
क) राजसव हािन के मूलयांकन के पयोजनाथर वषर 2006-07 के दौरान वासतिवक सीएसटी राजसव
को संगणना के आधार के रप मे िलया जाएगा। 2006-07 के दौरान सीएसटी राजसव
राजय/ संघ कते दारा उपलबध कराए गए ए.जी. पमािणत आंकडो के आधार पर िलया जाएगा।
इसके अितिरकत, यिद िकसी राजय/ सघं कते ने सीएसटी राजसव से वैट इनपुट कर केिडट
(आईटीसी) अथवा कोई अनय केिडट के समायोजन की अनुमित की पथा को अपनाया है िजसस े
सीएसटी राजसव की कम बयानी हई है, तो कुल वासतिवक सीएसटी राजसव पर पहचंने हतुे
एजी पमािणत सीएसटी राजसव आंकडो मे आवशयक समायोजन िकया जाएगा।
ख) वषर 2007-08, 2008-09 तथा 2009-10 के िलए सीएसटी राजसव पिरयोजना के
पयोजनाथर अपनाई जाने वाली वृिद दर 2003-04 से 2006-07 की अविध के िलए कुल
सीएसटी राजसव की संयोिजत वािषक विद दर (सीएजीआर) होगी। 2007-08 तथा अनुवती
वषो के िलए पसतािवत सीएसटी राजसव आधार वषर अथारत 2006-07 के दौरान कुल
सीएसटी राजसव मे सीएजीआर का पयोग करते हए िनकाला जाएगा।
ग) 2007-08, 2008-09 तथा 2009-10 के दौरान वासतिवक सीएसटी राजसव पहले
राजय/ संघ कते दारा उपलबध कराए गए असथाई आंकडो के आधार पर िकनतु उततरकालीन
चरण मे एजी दारा पमाणीकरण के अधीन िलया जाएगा। राजय दारा पूरे वषर के िलए पमाणपत
आगामी वषर के 30 जून से पवूर पसतुत िकया जाएगा। इसके अितिरकत, उपरोकत (क) के
मामले के अनुसार वैट इनपुट कर केिडट अथवा सीएसटी दाियतव से मांग िकए गए िकसी अनय केिडट के संबधं मे आवशयक समायोजन िकया जाएगा।
घ) उपयुरकत (ग) के अनतगरत यथा पिरकिलत वासतिवक सीएसटी राजसव की सगंत अविध के
दौरान कितपूित िकए जाने वाले सीएसटी हािन का आंकडा पापत करने के िलए उपयुरकत (ख) के अनतगरत यथा पिरकिलत पसतािवत सीएसटी राजसव के साथ तुलना की जाएगी।
ङ) उपयुरकत (घ) पर संगिणत सीएसटी हािन को कितपूित भुगतान िकए गए अविध मे वासतिवक
संगहण के आधार पर '' आनुपाितक हािन'' तक सीिमत िकया जाएगा। उस अविध के दौरान
संरिकत िकए जाने वाले आनुपाितक सीएसटी राजसव की गणना अनुमािनत रािश, जो सगंहीत
िकया जाता, यिद कर दर 4 पितशत की दर से जारी रहता, वासतिवक कम कर दर पर उस
अविध मे सगंहीत वासतिवक सीएसटी राजसव के बिहवेशन दारा की जाएगी। इस पकार पिरकिलत अनुमािनत सीएसटी राजसव तथा िवचाराधीन अविध के िलए वासतिवक सीएसटी
राजसव के बीच का अंतर अनुमािनत हािन होगा।
च) पूरे वषर के िलए एजी पमािणत आंकडो के आधार पर 2006-07 के िलए दये रािश 2006-07 के िलए पवूर मे जारी िकसी रािश, यिद कोई हो, के समायोजन के पशचात भगुतान िकया
जाएगा।
3.2 सीएसटी राजस व हािन के िलए कितप ूित :
कितपूित पैकेज मे गैर- िवततीय उपायो तथा बजटीय सहायता से अितिरकत राजसव शािमल
होगा। सीएसटी 4 पितशत से घटाकर 2 पितशत करने से संबंिधत पैकेज मे िनमनिलिखत शािमल
होगा:
क) तम बाकू पर व ैट / िबकी कर : राजय/ सघं कते तमबाकू पर 12.5 पितशत की दर से वैट/िबकी कर लगाएंगे। पतयेक राजय/ सघं कते दारा तमबाकू से सगंहीत वासतिवक राजसव को गणना मे
िलया जाएगा। यिद िकसी राजय/ सघं कते ने तमबाकू पर वैट/ िबकी कर नही लगाया है अथवा
12.5 पितशत से कम दर िनयत िकया है तो इसे िवचलन के रप मे िलया जाएगा और राजसव
पिरतयाग मानदडं आधार पर िनधारिरत िकया जाएगा।
ख) फामर- डी की समािप : सरकारी िवभागो को फामर- डी से 4 पितशत की िरयायती सीएसटी
दर पर अनतर- राजयीय खरीद करने के िलए िवशेष िरयायत वापस माना जाएगा और ऐसी वापसी के कारण होने वाले अितिरकत राजसव को गणना मे िलया जाएगा। सहमित के अनुसार
वषर 2007-08 के िलए इस उपाय से पापत कुल राजसव 1,500 करोड पर रखा जाएगा और
2006-07 के दौरान राजयो के सीएसटी राजसव के अनुपात मे उनके मधय िवभािजत िकया
जाएगा। पतयेक राजय/ संघ कते के िलए इस पकार िनकाली गई रािश इस उपाय से 2007-08 के दौरान ऐसे राजय/ संघ कते के िलए राजसव लाभ के रप मे िलया जाएगा। वषर 2008-09
और 2009-10 के िलए राजसव लाभ सीएसटी राजसव के िलए सवीकायर वृिद दर का पयोग
करते हए िनकाला जाएगा।
ग) वतरमान म े स ेवा कर भुगतान के िलए उत तरदायी अत :- राज यीय पकृित की 33 सेवाओ से राजस व का हस ता ंतरण : केनद सरकार कर लगाना व संगह करना जारी रखेगी
िकनतु राजसव दये नगद कितपूित के िनिमतत राजयो को हसतांतिरत िकया जाएगा।
घ) इसके अितिरक त अत :- राज यीय पकृित की 44 नई सेवाओ को सवेा कर लगान े के
िलए िचिनहत िकया गया है: केनद अत:- राजयीय पकृित के इन सेवाओ मे से अिधक से अिधक सवेाओ पर सवेा कर लगाने का पयास करेगा। यिद इन सवेाओ पर सवेा कर लगाया जाएगा तो केनद कर संगह करेगा िकनतु इन सेवाओ से होने वाला राजसव दये नगद कितपूित के िनिमतत राजयो को हसतांतिरत करेगा।
ङ) यिद उपयुरकत उपायो से 2007-08 तथा 2008-09 मे हािनयो के िलए राजयो को पूरी तरह
कितपूित नही होती तो केनद सरकार िभननता की भरपाई के िलए बजटीय सहायता पदान
करेगा। उपरोकत (ग) एवं (घ) के अनतगरत दी जाने वाली रािश भी, यिद कोई हो, केनद
सरकार के बजट से िदया जाएगा।
च) पतयेक िवततीय वषर के 31 जनवरी तक की अविध के िलए कितपूित वैट के कायारनवयन के
कारण होने वाली राजसव हािन के िलए जारी िकए जा रहे कितपूित के तरीके से ही सहायता अनुदान के रप मे जारी िकया जाएगा। गणना पतयेक िवततीय वषर के िलए सचंयी आधार पर
िकया जाएगा। उदाहराथर, यिद कोई दावा िसतमबर, 2008 तक की अविध को शािमल करते
हए अकटूबर, 2008 मे दािखल िकया गया है तो जारी की जाने वाली कितपूित अपैल-िसतमबर, 2008 के िलए राजय िजस रािश का पात है उसमे से पूवर मे जारी रािश, यिद कोई
हो, को कम करने के पशचात पापत होने वाली कुल रािश होगी। पतयेक वषर के फरवरी तथा माचर के िलए कितपूित उस वषर के िलए एजी पमािणत आंकडा उपलबध करने के पशचात ही
भुगतान िकया जाएगा। परेू वषर के िलए एजी पमािणत आंकडे पर आधािरत दये रािश उस वषर के िलए पवूर मे जारी रािश के समायोजन के पशचात भुगतान िकया जाएगा।
छ) यिद एजी पमािणत आंकडो के आधार पर िकसी राजय/ संघ कते की कुल सीएसटी कितपूित
पातता राजय/ सघं कते को पूवर मे जारी तदथर सीएसटी पितपूित की रािश से कम/ नीचे है तो
अितिरकत अदायगी की रािश पिकया के अनुसार राजय/ सघं के खाते से सीधे डेिबट दारा वसलू
िकया जाएगा।
ज) यिद िकसी राजय/ संघ कते का सीएसटी दर 1.4.2007 से पूवर सामानय अथवा िविशषट
सामिगयो पर 3 पितशत या उससे कम है तो 1.4.2007 से 31.5.2008 तक सीएसटी दर
4 पितशत से कम करके 3 पितशत करने पर ऐसे राजय/ संघ कते को कोई कितपूित अदा नही
िकया जाएगा। इसी पकार, यिद िकसी राजय/ सघं कते दारा सामानय अथवा िविशषट
सामिगयो पर सीएसटी दर 1.4.2007 के बाद और 1.6.2008 से पूवर 3 पितशत से कम
िकया गया है तो कितपूित 3 पितशत सीएसटी दर के साथ दये रािश तक सीिमत िकया जाएगा।
झ) यिद िकसी राजय/ संघ कते का सीएसटी दर 1.6.2008 से पूवर सामानय अथवा िविशषट
सामिगयो पर 2 पितशत या उससे कम है तो 1.6.2008 से सीएसटी दर 3 पितशत से कम
करके 2 पितशत करने पर ऐसे राजय/ संघ कते को कोई कितपूित अदा नही िकया जाएगा।
इसी पकार, यिद िकसी राजय/ संघ कते दारा सामानय अथवा िविशषट सामिगयो पर सीएसटी
दर 1.6.2008 के बाद 2 पितशत से कम िकया जाना है तो कितपूित 2 पितशत सीएसटी दर के साथ दये रािश तक सीिमत िकया जाएगा।
4. उपयुरकत पिरकलन को सुगम बनाने के उदशेय से राजयो/ सघं कतेो को इसके साथ संलगन
पोफामार-I से IV मे सचूना भेजने का अनुरोध िकया गया ह।ै
5. उपयुरकत िदशािनदशे/ अनुदशे सीएसटी दर 1.4.2007 से 4 पितशत से कम करके 3 पितशत तथा 1.6.2008 से सीएसटी दर 3 पितशत से कम करके 2 पितशत करने के संबंध मे
राजयो को कितपूित के िलए ह।ै भिवषय मे, जब सीएसटी को और कम िकया जाएगा और राजसव
हािन की कितपूित के िलए नए उपाय पसतुत िकए जाएंगे तो िदशािनदशेो/ अनुदशेो को नई
गितिविधयो को शािमल करने के िलए राजयो के परामशर से समुिचत रप से पिरवितत िकया जाएगा।
6. इसके अितिरकत मुझे तदनुसार आवशयक काररवाई करने के िलए आपसे अनुरोध करने का िनदशे हआ ह।ै
धनयवाद सिहत।
भवदीय,
( अरिवद कुमार) अवर सिचव, भारत सरकार
( राज य कर अनुभाग)दूरभाष: 011-23095376
पितिलिप : अंगेजी पाठानुसार पेिषत।
पोफामा र -I
सीएसटी राजस व के स ंयकु त वािषक वृिद दर ( सीएजीआर ) का पिरकलन
राज य / संघ कते का नाम
( करोड र.) वषर सीएसटी राजस व वािषक
वृिद दर
संय ुक त वािषक वृिद दर
(सीएजीआर)िनवल सीएसटी
राजस व (एजी पमाणपत के
अनुसार)
सीएसटी स ेसमायोिजत
वैट इनप ुट
कर केिडट, यिद कोई हो
सीएसटी स े अन य कोई
समायोजन, यिद कोई हो
कुल सीएसटी राजस व
1 2 3 4 5=[2+3+4]
6 7
2003-042004-052005-062006-07
िटप पणी :
1. कालम 2 मे सिूचत िनवल सीएसटी राजसव आंकडो के समथरन मे एजी पमाणपत पसतुत िकया
जागा। शुरआत मे एजी पमाणपत 2005-06 तक के िलए भजेा जाएगा। 2006-07 के िलए
एजी पमाणपत बाद म,े जब उपलबध हो तब पसतुत िकया जाए।
2. कालम 3 तथा कालम 4 मे आंकडो के संबंध मे राजय सरकार दारा पसतुत सचूना पयारपत होगी िकनतु एजी दारा तदननतर सतयापन के अधीन होगा।
पोफामा र -II
पस तािवत सीएसटी राजस व , वास तिवक सीएसटी राजस व तथा कितप ूित की जान े
वाली हािन का पिरकलनराज य / संघ कते का नाम
वषर: ( करोड र .)
माह 2006-07 के दौरान सीएसटी राजस व
2007-08,/2008-09/2009-10 के
दौरान पस तािवत कुल सीएसटी राजस व
( जसैा भी
मामला हो)
2007-08,/2008-09/2009-10 के दौरान
सीएसटी राजस व ( जसैा भी
मामला हो)
भगुता न की
जान ेवाली कुल सीएसटाी हािन
तम बाकू पर
वैट /िबक ाी कर
िनवल सीएसटाी राजस व
सीएसटी से समायोिज
त वैट के अन तग रत
आईटीसी , यिद कोई
हो
कुल सीएसटाी राजस व
िनवल सीएसटाी राजस व
सीएसटी से समायोिज
त वैट के अन तग रत
आईटीसी , यिद कोई
हो
कुल सीएसटाी राजस व
1 2 3 4 (2+3)
5 6 7 8 (6+7)
9 10
अपैल
मई
जून
जलुाई
अगसत
िसतमबर
अकटूबर
नवमबर
िदसमबर
जनवरी
फरवरी
माचर
कुल
िटप पणी :
1. कालम 2 तथा 6 मे राजय/ सघं कते आरंभ मे अनंितम आंकडे पसतुत करेगे जो िक बाद मे एजी पमािणत आंकडे के अधीन होगा।
2. कालम 5 मे पसतािवत कुल सीएसटी राजसव की गणना पोफामार 1 मे पिरकिलत सीएजीआर
का पयोग आधार वषर 2006-07 ( कालम 4) मे कुल सीएसटी राजसव मे करते हए िकया जाएगा।
3. कालम 3, 7 एवं 10 मे राजय/ संघ कते दारा िवभागीय िरकाडर के अनुसार भजेे गए आंकडे पयारपत होगे िकनतु तदननतर एजी सतयापन के अधीन होगा।
पोफामा र -III
सामिगयो / फमो के स ंबधं म े सचूना िजनके िलए 31.3.2007 को अथवा उसके बाद
सीएसटी दर 4 पितशत से कम लाग ू है
राज य / संघ कते का नाम : क. स.ं
31.3.2007 तक 4 पितशत से कम
सीएसटी दर लागू सामिगयो तथा/ या फमो के नाम
कर की दर
िजस तारीख स े पभावी है
2006-07 मे सगंहण
2007-08 मे सगंहण
िटपपणी
िवत त सिचव/ आयुक त के हस ताकर
(वैट/ िबकी कर / व यापार कर)िटप पणी : 1. राजय सरकार दारा भजेी गई उपयुरकत सचूना पयारपत होगी िकनतु तदननतर एजी सतयापन के
अधीन होगा।2. सगंत सचूना/ पिरपत आिद भी पसतुत करे।
3. यिद िवा़दमान सीएसटी दर मे कोई िवचलन नही है तो उसका भी सपषट रप से उललेख करे।
पोफामा र -IV
सामिगयो / फमो के स ंब ंध म े सचूना िजनके िलए 1.4.2007 को अथवा उसके बाद
सीएसटी दर 3 पितशत से कम िकया गया है
राज य / संघ कते का नाम : क. स.ं
31.3.2007 तक 4 पितशत से कम
सीएसटी दर लागू सामिगयो तथा/ या फमो के नाम
कर की दर
िजस तारीख स े पभावी है
2006-07 मे सगंहण
2007-08 मे सगंहण
िटपपणी
िवत त सिचव/ आयुक त के हस ताकर
(वैट/ िबकी कर / व यापार कर)िटप पणी : 1. राजय सरकार दारा भजेी गई उपयुरकत सचूना पयारपत होगी िकनतु तदननतर एजी सतयापन के
अधीन होगा।2. सगंत सचूना/ पिरपत आिद भी पसतुत करे।
3. यिद िवा़दमान सीएसटी दर मे कोई िवचलन नही है तो उसका भी सपषट रप से उललेख करे।
पस तावना (वैट)
1. राजय वैट की शुरआत राजय सतर पर एक महतवपूणर एवं नया सुधार उपाय ह।ै राजय वैट ने
राजयो के पहले के िबकी कर पणाली को पितसथािपत िकया ह।ै वैट ' राजय के भीतर वसतुओ की
खरीद एवं िबकी पर कर' होने के कारण भारत के सिंवधान की सातवी अनुसचूी की राजय सूची
की पिविष 54 के पभाव से एक राजय िवषय ह।ै
2. चूंिक वैट/ िबकी कर एक राजय िवषय है, केनद सरकार वैट के सफलतापूवरक कायारनवयन के िलए
एक सुकारक की भिमका िनभा रहा ह।ै केनद सरकार दारा इस संबधं मे उठाए जा रहे कुछ कदम
िनमनवत है:
3. वैट के पसतुतीकरण के पिरणामसवरप िकसी राजसव हािन के िलए कितपूित के भुगतान के िलए
एक पकेैज कायारिनवत िकया गया ह।ै राजयो/ सघं कतेो के वािणिजयक कर िवभागो को
कमपयूटरीकरण करने मे सकम बनाने के उदशेय से उनको िमशन मोड पिरयोजना (एमएमपी) के अनतगरत िवततीय सहायता पदान िकया जा रहा ह।ै िहमांचल पदशे तथा जममू एवं कशमीर के
वािणिजयक कर पशासन के कमपयूटरीकरण के िलए एक अलग पिरयोजना भी सवीकृत की गई
ह।ै अंतर- राजयीय संवयवहारो का पता लगाने के िलए टीआईएनएकसएसआईएस पिरयोजना के
कायारनवयन के िलए राजय िवतत मंितयो की अिधकार पापत सिमित को 50 पितशत िनिधबंधन
पदान िकया जा रहा ह।ै
वैट कितप ूित पर अितिरक त अनुदेश
फा. स.ं 32/67/2005-एसटी भारत सरकार िवतत मतंालय
राजसव िवभाग नई िदलली, 9 जून, 2009
सेवा म,े सभी राजय/ सघं कते सरकारो,
िवतत/ कराधन िवभागो के सिचव।
िवषय: मूल य विधत कर ( वैट ) के पस त ुतीकरण के कारण राजस व हािन के िलए
राज यो / संघ कतेो को कितप ूित के स ंब ंध म े अितिरक त अनुदेश।
महोदय/महोदया,
मुझे मूलय विधत कर ( वैट ) के पसतुतीकरण के कारण राजसव हािन के मामले मे राजयो / सघं
केतो को कितपूित िवषय पर फा. स.ं 34/67/2005- एसटी िदनांक 19 जलुाई, 2005 दारा सभी राजयो/ संघ कतेो को पवूर मे पिरचािलत '' संशोिधत समेिकत अनुदशे'' का उललेख करने का िनदशे हआ ह।ै
2. मुझे अनय बातो के साथ- साथ िवशेष रप से पैरा-2 के उप- पैरा (घ) मे दशारई गई पिकया
का भी उललेख करने का िनदशे हआ है िजसमे 1 अपलै, 2005 से िकसी अविध के िलए िकसी
राजय/ संघ कते को कितपूित योगय वैट राजसव हािन की गणना की वयवसथा है जो सारत: िपछल े
पचलन के आधार पर पसतािवत राजसव और उस अविध मे वैट राजसव पदशरन की पसतुित के पशचात िनवल वासतिवक राजसव के मधय का अंतर होगा।
3. इसी दौरान 1 अपलै, 2007 से केनदीय िबकी कर (सीएसटी) को हटाने के िनणरय के
पिरणामसवरप सीएसटी कितपूित पर समेिकत िदशािनदशे फा. स.ं 28/4/2007- एसटी िदनांक
22.8.2008 के तहत जारी िकए गए। इसमे फामर- डी पसतुत करके सरकारी िवभागो को अनतर- राजयीय िबकी पर िरयायती सीएसटी दर का लाभ वापस लनेे तथा अब तक सीएसटी राजसव दर 4 पितशत से कम करके 2 पितशत करने के कारण सीएसटी राजसव हािन को समायोिजत करने के
िलए तमबाकू और तमबाकू उतपादो पर वैट लगाने सिहत कुछ राजसव बढाने के उपायो की वयवसथा ह।ै
4. राजयो/ संघ कतेो तथा राजय िवतत मंितयो की अिधकार पापत सिमित (ईसी) ने तदननतर
इस मुदे को उठाया िक फामर- डी पसतुत करके सरकारी िवभागो को अनतर- राजयीय िबकी पर
िरयायती सीएसटी दर के लाभ को हटाने तथा तमबाकू और तमबाकू उतपादो पर वैट लगाने के कारण
राजयो/ संघ कतेो को होने वाले राजसव लाभ को वैट के पसतुतीकरण तथा सीएसटी को हटाने के
कारण राजसव हािन के िलए राजयो को दये कितपूित की गणना के िलए िहसाब मे िलया जा रहा ह।ै
इसके अितिरकत राजयो/ सघं कतेो दारा यह अनुरोध िकया गया िक चूिंक इसके कारण उनकी
कितपूित रािश मे अनुिचत रप से कमी हो रही थी, वैट के पसतुतीकरण तथा सीएसटी को हटाने के
कारण राजसव हािन के िलए उनको दये कितपूित की गणना करते समय ऐसे उपायो से राजसव लाभ की दोहरी गणना को हटाया जाना आवशयक था।
5. धयानपूवरक िवचार करने पर यह सामने आया िक िकसी राजय/ सघं कते के िलए राजसव
लाभ की ऐसी दोहरी गणना सभंवतया केवल वैट और सीएसटी राजसव हािन के िलए कमश: दो कितपूित पैकेजो, अथारत 1.4.2007 से और राजयो/ संघ कतेो के िलए वैट कितपूित पकेैज की
समािप की तारीख तक ( सामानयतया 31.3.2008 तक), के अितवयापन की अविध के िलए हो सकता ह।ै इसके अितिरकत यह दखेा गया िक राजसव लाभ की ऐसी दोहरी गणना वासतव मे केवल
तभी होगी यिद संबंिधत राजय/ संघ कतेो ने कमश: दोनो कितपूित पैकेजो अथारत वैट और सीएसटी राजसव हािन के अनतगरत कितपूित के िलए पात राजसव हािनयो को झेला ह।ै इसके अलावा यह
पाया गया िक इन उपायो को िवशेष रप से राजयो/ संघ कतेो को सीएसटी हटाने के कारण हई
राजसव हािन, यिद कोई हो, के िलए राजयो/ सघं कतेो को कर राजसव के अितिरकत सोत पदान
करके कितपूित करने के िलए शुर िकया गया था।
6. अतएव, िवसतृत जांच के बाद यह िनणरय िलया गया िक यिद कोई राजय/ सघं कते वैट के
पसतुतीकरण तथा सीएसटी हटाने दोनो के िलए एक ही अविध मे राजसव हािनयो के िलए कितपूित पापत करने के िलए पात है तो दये कितपूित रािश की गणना के िलए पिरकलन पिकया समुिचत रप
से िनमनवत तैयार की जाएगी:- I. फामर- डी पसतुत करके सरकारी िवभागो को अनतर- राजयीय िबकी पर िरयायती
सीएसटी दर के लाभ को हटाने तथा तमबाकू और तमबाकू उतपादो पर वैट लगाने के कारण
राजयो/ संघ कतेो को होने वाले राजसव लाभ को सीएसटी हटाने के कारण राजसव हािन के
िलए राजय/ सघं कते को उस अविध के िलए दये कितपूित की गणना करते समय िहसाब मे लेना जारी रहगेा।
II. वैट के पसतुतीकरण के कारण राजसव हािन के िलए राजयो/ सघं कतेो को उसी अविध के िलए दये कितपूित की गणना करते समय इन उपायो से हए राजसव लाभो की
िकसी दोहरी गणना के िलए उपयुकत समायोजन िकया जाए।
7. तदनुसार, उपयुरकत उिललिखत िनणरय के आलोक मे वैट कितपूित पर फा. स.ं 34/67/2005- एसटी िदनांक 19.7.2005 के तहत पिरचािलत '' सशंोिधत समेिकत अनुदशे'' के
पृषठ 2 के पैरा 2 मे वासतिवक राजसव के पिरकलन के िलए पिकया के िवसतार के िलए पूवर उप- पैरा (घ) के बाद तथा उप- पैरा (ङ) के पहले एक नया उप- पैरा (घघ) िनमनवत शािमल िकया
जाना है-'' (घघ) यिद कोई राजय/ सघं कते वैट के पसतुतीकरण तथा सीएसटी हटाने दोनो के िलए एक ही
अविध मे राजसव हािनयो के िलए कितपूित पापत करने के िलए पात है तो उस राजय/सघं
केत को उस अविध के िलए िनवल राजसव का पिरकलन फामर- डी पसतुत करके सरकारी
िवभागो को अनतर- राजयीय िबकी पर िरयायती सीएसटी दर के लाभ को हटाने से होने
वाले अनुमािनत वैट राजसव की रािश तथा इसके अितिरकत तमबाकू और तमबाकू उतपादो पर वैट लगाने से पापत राजसव की वासतिवक रािश से उस अविध के िलए वासतिवक वैट
राजसव को कम करके िकया जाएगा, बशते िक उसी अविध के िलए उनके सीएसटी
कितपूित दावे से उतनी रािश समायोिजत िकया गया ह।ै ऐसे मामलो मे उस राजय/संघ
केत को कितपूित योगय वैट राजसव हािन की रािश उस अविध के िलए पसतािवत राजसव तथा िनवल वैट राजसव के बीच के अंतर की रािश होगी।
8. यह आपके सचूनाथर ह।ै धनयवाद सिहत।
भवदीय,
( अरिवद कुमार) अवर सिचव, भारत सरकार