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Solution 56th -59th B.P.S.C (P.T.) Previous Year Solved Paper - 2015 1 - B इस नीत क श आत भारत के तकालन केय वाय मंी डा. हषवधन ने 10 अट बर , 2014 ई. को क। इसका उदेय सभी तर पर मानसक वाय के त समझ बढ़ाना तथा मानसक वाय े म नेत व को स ढ़ करके मानसक वाय देखभाल तक यापक पह च दान करना है। यह नीत गरब के अन ल होगी यक वतमान म भारत म सफ समाज के उच वग को ह मानसक वाय देखभाल तक पह च है। आगे येक वष 10 अट बर का दन राय मानसक वाय दवस के प म सप ण भारत मे मनाया जाएगा। इस नीत के तहत् आगरा के मानसक वाय संथाओं और अपताल का आध नककरण करने क योजना है। 2 - A धानमंी नरे मोद ने ामीण भारत क दशा और दशा म स धार हेत लोकनायक जयकाश नारायण क जयती पर 11 अट बर , 2014 ई. को सांसद आदश ाम योजना का भारभ कया। इस योजना के तहत् देश के हर सांसद को वष 2016 ई. तक एक गाँव और वष 2019 ई. तक तीन गाँव को गोद लेकर उनका वकास करना है। इसका उदेय गांव और वहाँ के लोग म उन म य को थापत करना है िजससे वे वयं के जीवन म स धार कर द सर के लए एक आदश गांव बने। म य उदेय म शामल ह- 1. पहचानी ग ाम पंचायत के सम वकास के लए नेत व क याओं को गत दान करना। 2. जनसंया के सभी वग के जीवन क ग णवा के तर म स धार नन मायम से करना · नयाद वधाएं म स धार · मानव वकास म व ध करना · असमानताओं को कम करना · उच उपादकता · आजीवका के बेहतर अवसर 3. थानीय तर के वकास और भावी थानीय शासन के मॉडल इस कार बनाना िजससे आस-पड़ोस क पंचायत ेरत और ोसाहत होकर उन मॉडल को सीखने और अपनाने के लए तैयार ह। 4. चंहत आदश ाम को थानीय वकास के ऐसे क के प म वकसत करना जो अय ाम पंचायत को शत कर सक। 3 - C तेलंगाना सरकार वारा अट बर , 2014 ई. म हैदराबाद म 11वीं महानगर वव काँेस का आयोजन कया गया। भारत म पहल बार आयोिजत इस समेलन म 100 से अधक भारतीय शहर के तनध शामल ह ए। भारत म वष 2011 ई. क जनसंया के अन सार , 31% जनसंया शहर म रहती है और इसक वाषक व ध दर 2.76% है। 4 - C भारत और अमेरका क सेनाओं के बीच अंतर संचालन मता और सहयोग को मजब करने एवं बढ़ावा देने के लए दोन देश का संय त य ध अयास धायास 2014’ उराखंड म आयोिजत कया गया था। यह अयास 17 से 30 सतबर , 2014 ई. म संपन आ था।

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  • Solution 56th -59th B.P.S.C (P.T.) Previous Year Solved Paper - 2015

    1 - B इस नी�त क� श�ुआत भारत के त�काल�न के���य �वा��य मं�ी डा. हष�व��धन ने 10 अ�टूबर , 2014 ई. को क�। इसका उ�दे�य सभी �तर� पर मान�सक �वा��य के ��त समझ बढ़ाना तथा मान�सक �वा��य �े� म� नेत�ृव को स�ुढ़ करके मान�सक �वा��य देखभाल तक �यापक पहँुच �दान करना है। यह नी�त गर�ब� के अनकूुल होगी �य��क वत�मान म� भारत म� �सफ� समाज के उ�च वग� को ह� मान�सक �वा��य देखभाल तक पहँुच है। आगे ��येक वष� 10 अ�टूबर का �दन ‘रा���य मान�सक �वा��य �दवस ‘ के �प म� स�पणू� भारत मे मनाया जाएगा। इस नी�त के तहत ्आगरा के मान�सक �वा��य सं�थाओ ंऔर अ�पताल� का आध�ुनक�करण करने क� योजना है। 2 - A �धानमं�ी नरे�� मोद� ने �ामीण भारत क� दशा और �दशा म� सधुार हेत ु ‘लोकनायक जय�काश नारायण ’ क� जय�ती पर 11 अ�टूबर , 2014 ई. को ‘सांसद आदश� �ाम योजना ’ का शभुार�भ �कया। इस योजना के तहत ्देश के हर सांसद को वष� 2016 ई. तक एक गाँव और वष� 2019 ई. तक तीन गाँव� को गोद लेकर उनका �वकास करना है। इसका उ�दे�य गांव� और वहाँ के लोग� म� उन म�ूय� को �था�पत करना है िजससे वे �वयं के जीवन म� सधुार कर दसूर� के �लए एक आदश� गांव बने। म�ुय उ�दे�य� म� शा�मल ह�- 1. पहचानी ग� �ाम पंचायत� के सम� �वकास के �लए नेत�ृव क� ���याओ ंको ग�त �दान करना। 2. जनसं�या के सभी वग� के जीवन क� गुणव�ा के �तर म� सधुार �न�न मा�यम� से करना · ब�ुनयाद� स�ुवधाएं म� सधुार · मानव �वकास म� व�ृ�ध करना · असमानताओ ंको कम करना · उ�च उ�पादकता · आजी�वका के बेहतर अवसर 3. �थानीय �तर के �वकास और �भावी �थानीय शासन के मॉडल इस �कार बनाना िजससे आस-पड़ोस क� पंचायत� �े�रत और �ो�सा�हत होकर उन मॉडल को सीखने और अपनाने के �लए तयैार ह�। 4. �च�ंहत आदश� �ाम को �थानीय �वकास के ऐसे क� �� के �प म� �वक�सत करना जो अ�य �ाम पंचायत� को ��श��त कर सक� । 3 - C तलेंगाना सरकार �वारा अ�टूबर , 2014 ई. म� हैदराबाद म� 11वीं महानगर �व�व काँ�ेस का आयोजन �कया गया। भारत म� पहल� बार आयोिजत इस स�मेलन म� 100 से अ�धक भारतीय शहर� के ��त�न�ध शा�मल हुए। भारत म� वष� 2011 ई. क� जनसं�या के अनसुार , 31% जनसं�या शहर� म� रहती है और इसक� वा�ष�क व�ृ�ध दर 2.76% है। 4 - C भारत और अमे�रका क� सेनाओ ंके बीच अतंर संचालन �मता और सहयोग को मजबतू करने एवं बढ़ावा देने के �लए दोन� देश� का संय�ुत य�ुध अ�यास ‘य�ुधा�यास 2014’ उ�राखंड म� आयोिजत �कया गया था। यह अ�यास 17 से 30 �सत�बर , 2014 ई. म� संप�न हुआ था।

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  • 5 - D 16वीं लोकसभा चनुाव 2014 ई. म� ��वड़ मनेु� कड़गम (डी.एम.के.) , रा���य लोकदल (आर.एल.डी.) , नेशनल कां�� स , बहुजन समाजवाद� पाट� (ब.स.पा.) को एक भी सीट नह�ं �मल पायी। 16वीं लोकसभा के चनुाव प�रणाम 16 मई , 2014 ई. को घो�षत �कए गए। भाजपा ने इस चनुाव म� 543 सीट� म� से 283 सीट� पर जीत दज� क�। भाजपा ने पणू� बहुमत के साथ सरकार बनाई। भारतीय रा���य काँ�ेस 44 सीट� के साथ दसूरे �थान पर रह�। एआईएडीएमके को 37 तथा तणृमलू काँ�ेस को 34 सीट� �ा�त हुई। 6 - B लोक �शासन , श�ै�णक ग�त�व�धय� एवं �बंधन म� उ�कृ�टता हेत ु�दान �कया जाने वाला लाल बहादरु शा��ी परु�कार वष� 2014 ई. के �लए ��स�ध र�ा �ौ�यो�गक��वद और ��मोस �ूज �मसाइल के जनक डॉ. ए.एस. �प�लई को �दान �कया गया। डॉ. ए.एस. �प�लई को यह परु�कार एयरो�पेस �मसाइल तकनीक के �े� म� उनके योगदान के �लए �दया गया। वे यह परु�कार पाने वाले 15व� �यि�त ह�। यह परु�कार लोक �शासन , �श�ा तथा �ब�धन के �े� म� उ�कृ�टता के �लए नई �द�ल� ि�थत सं�था ‘लाल बहादरु शा��ी सं�थान ’ �वारा ��येक वष� �दान �कया जाता है। 7 - C क� ��य वेतन आयोग क� � सरकार के कम�चा�रय� के वेतनमान , सेवा �नव�ृ� के लाभ और अ� य सेवा शत� संबंधी म�ुद� पर �वचार करने के �लए समय-समय पर ग�ठत �कया जाता है। सातवां वेतन आयोग का गठन फरवर� 2014 ई. म� �कया गया। इसके अ�य� उ�चतम �यायालय के पवू� �यायाधीश अशोक कुमार माथरु थे। 8 - B 16 �दसंबर 2012 ई. को �द�ल� म� हुई बला�कार घटना के बाद म�हलाओ ंको समाज म� सरु��त माहौल �दान करने के उ�दे�य से �यायाधीश जे. एस. वमा� क� अ�य�ता स�म�त ग�ठत क� गयी। वमा� कमेट� क� �सफा�रश�: - म�हला के कपड़ ेफाड़ने क� को�शश पर 7 साल क� सजा �मले - �हसंा��त इलाक� म� म�हला अपराध क� जांच के �लए �पेशल क�म�नर तनैात ह�। - बदनीयती से देखने , इशारे करने पर 1 साल क� सजा �मले - मानव त�कर� के मामले म� पी�ड़त क� सहम�त गैरज�र� - इंटरनेट पर जाससूी करने पर 1 साल क� सजा द� जाए - मानव त�कर� म� �मले कम से कम 7 साल क� सजा - प�ुलस के ढांचे और काम करने के तर�के म� सधुार हो - अदालत� म� जज� क� सं�या बढ़ाई जाए - काननू का पालन करने वाल� एज��सयां नेताओ ंके हाथ का �खलौना न बन� - ब�च� क� त�कर� के मामले म� सरकार ठोस कदम उठाए और डटेाबेस बनाए - सरकार� सं�थाओ ंके कामकाज म� पारद�श�ता और जवाबदेह� लाई जाए - सभी शा�दयां रिज�टर ह� , दहेज लेनदेन पर �नगरानी मिज��ेट कर� - बला�कार मामले दज� करने म� नाकाम या देर� करने वाले अफसर� पर कार�वाई हो - पी�ड़त क� मे�डकल जांच के �लए �दया गया �ोटोकॉल लागू �कया जाए - �द�ल� क� काननू �यव�था म� जवाबदेह� को लेकर असमंजस क� ि�थ�त ख�म हो - स�ैय बल� क� तरफ से यौन �हसंा को सामा�य काननू के तहत लाया जाए - AFSPA यानी आ�ड� फोस�ज �पेशल पावर ए�ट क� समी�ा क� जाए म�हलाओ ंके �व��ध अपराध� के स�ब��ध काननू म� प�रव�तन से स�बि�धत जेएस वमा� स�म�त ने 23 जनवर� , 2013 ई. को अपनी �रपोट� स�प द�। इस स�म�त के अ�य सद�य �हमाचल �देश उ�च �यायालय के पवू� म�ुय �यायाधीश ल�ला सेठ और भारत के पवू� सा�ल�सटर जनरल गोपाल स�ुहा�यम थे।

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  • 9 - D लोकसभा के सद� य� क� अ�धकतम सं� या 552 है। वत�मान म� लोकसभा म� 545 सद�य ह�। लोकसभा सद�य� क� सवा��धक सं�या उ�र �देश ( 80) से है। �बहार और झारख�ड के �वभाजन के प�चात �बहार से लोकसभा के �लए 40 तथा रा�यसभा के �लए 16 सद�य चनेु जात ेह�। लोक सभा क� सीट� म� अनसु�ूचत जा�त �लए 6 सीट� आर��त ह�। �बहार �वधानसभा के सद�य� क� सं�या 243 तथा �वधान प�रष� के सद�य� क� सं�या 75 है। 10 - D छठ का�त�क श�ुल प� के ष�ठ� को मनाया जाता है। सयू�पासना का यह अनपुम लोकपव� म�ुय �प से पवू� भारत के �बहार , झारख�ड म� मनाया जाता है। पा�रवा�रक सखु-सम�ृधी तथा मनोवां�छत फल �ाि�त के �लए यह पव� मनाया जाता है। छठ पजूा चार �दवसीय उ�सव है। इस पव� म� का�त �क मास क� प�ठ� �त�थ को अ�त होत ेहुए सयू� को तथा अगले �दन स�तमी को �ातः उ�दत होत ेहुए सयू� को अघ� �दया जाता है। इस दौरान �तधार� लगातार 36 घंटे का �त रखत ेह�। इस दौरान वे पानी भी �हण नह�ं करत ेह�। अघ� �कसी तालाब , झील या नद� के �कनारे �दया जाता है। यह �योहार पवू� उ�र �देश म� भी मनाया जाता है। 11 - D वष� 2014 का सा�ह�य का नोबल परु�कार �ांस के प�ै�क मो�दयानो को �दया गया है। उ�ह� नोबेल परु�कार उनके उप�यास� के �लए �दया गया है। उ�ह� यह परु�कार भ�व�य क� संक�पना पर आधा�रत रचनाओ ंके �लए �दान �कया गया। 12 - A �वीडन , �फल��तीन को एक आ�धका�रक रा�� क� मा�यता �दान करने वाला पहला यरूोपीय देश है। �वीडन ने 30 अ�टूबर , 2014 ई. को यह मा�यता �दान क�। इसके साथ ह� �वीडन �व�व के 130 ऐसे देश� म� शा�मल हो गया िज�ह�ने �फल��तीन को मा�यता �दान क� हुई है। अ�धकांश यरूोपीय देश� ने फल�तीन को सं�भ ुदेश के �प म� मा�यता �दान नह�ं क� है। �फल��तीन को मा�यता देने वाले हंगर� और पोल�ैड जसेै यरूोपीय संघ के सद�य देश� ने यह मा�यता तब �दान क� थी जब वे इस संगठन का �ह�सा नह�ं थे। 13 - B संय�ुत अरब अमीरात ने जनवर� 2014 ई. म� देश के सभी 18 से 30 वष� क� आय ुवाले �य�क प�ुष� के �लए स�ैय सेवा को अ�नवाय� कर �दया है। सरकार के अनसुार , नाग�रक� म� �न�ठा और देश भावना को बढ़ाने के उ�दे�य से इस काननू को लागू �कया गया। है। हाई�कूल क� �ड�ी वाले वय�क� के �लए 9 मह�ने जब�क गैर-�ड�ीधार� वय�क� के �लए 2 वष� क� स�ैय सेवा को अ�नवाय� �कया गया। है। 14 - C विै�वक �व�ीय �वकास �रपोट� 2014 का �वषय (थीम) �व�ीय समावेशन है। विै�वक �व�ीय �वकास �रपोट� 2014 �व�ीय समावेशन पर अभी तक का सबसे �यापक अ�ययन है। इस �रपोट� म� कहा गया है �क गर�बी कम करने और साम�ूहक भाईचारे के �वकास के �लए �व�ीय समावेशन मह�वपणू� है। वत�मान �व�ीय �यव�था समावेशन से काफ� दरू है। 15 - D

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  • टाइम मगैज़ीन �वारा जार� 25 �भावशाल� �कशोर� क� सचूी: - मोने ड�ेवस , 13 वष� - क�ल� जे�नर , 17 वष� और के�डाल जे�नर , 18 वष� - मलाला यसुफुजई , 17 वष� - साशा ओबामा ,13 वष� और मा�लया ओबामा , 16 वष� - ��नेन �शपका , 14 वष� - जजै जे�न�ंस , 14 वष� - राहेल फॉ�स ,18 वष� - बेथान मोटा , 18 वष� - ि�लन मकैगैर� , 15 वष� - र�को रो��गेज , 16 वष� - �सएरा जज , 16 वष� ; �ह�क� ,17 वष� और सोफ� �हल�-थो , 17 वष� - शॉन म�डसे , 16 वष� - जेडन ि�मथ , 16 वष� - बेक� जी , 18 वष� - सलमा क�कड़ ,17 वष� - ए�रक �फनमनै , 15 वष� - नशै �ाइर , 16 वष� - मेगन �ा�सल , 19 वष� - टॉय �सवान , 19 वष� - लाड� , 17 वष� - �लडा को , 17 वष� - �लोए �ैस माट�ज , 18 वष� - यहोश ूव�ग , 18 वष� - ऑि�टन महोने , 18 वष� - तवी गै�वनसन , 18 वष� 16 - B 7वां ���स (�ाजील , �स , भारत , चीन और द��ण अ��का) �शखर स�मेलन ( 2015) �स के यफूा म� 8-9 जलुाई 2015 ई. को संप�न हुआ। ���स ( BRICS) स�मेलन 2015 का �वषय- ‘���स भागीदार�: विै�वक �वकास के �लए शि�तशाल� कारक ’ है। 7व� ���स स�मेलन म� भारत के �धानमं�ी नर�� मोद� , �स के रा��प�त �ला�दमीर प�ुतन , चीन के रा��प�त �सी िजन�पगं , द��ण अ��का के रा��प�त जकैब जमुा और �ाजील क� रा��प�त �ड�मा रोसेफ ने भाग �लया। ���स का छठा �शखर स�मेलन जलुाई , 2014 ई. म� �ाजील क� राजधानी �ाजी�लया एवं तटवत� शहर फोटा�लेजा म� आयोिजत �कया गया। इसका म�ुय �वषय ‘समावेशी व�ृ�ध और सतत ्�वकास ‘ था। इस स�मेलन मे �वकास ब�क के गठन को मजरू� �मल�। 17 - D अतंरा����य �वकलांग �दवस 3 �दस�बर को मनाया जाता है। यह �दवस शार��रक �प से अ�म लोग� को देश क� म�ुय धारा म� लाने के �लए मनाया जाता है। सयुं�त रा�� संघ ने 3 �दसंबर 1991 से ��तवष� अतंरा����य �वकलांग �दवस को मनाने क� �वीकृ�त �दान क� थी। 18 - B एमने�ट� इंटरनेशनल एक अतंरा����य �वयंसेवी सं�था है िजसका उ�दे�य "मानवीय म�ूय� , एवं मानवीय �वतं�ता , को बचाने एवं भेदभाव �मटाने के �लए शोध एवं ��तरोध करने एवं हर तरह के मानवा�धकार� के �लए लड़ना" है। इसक� �थापना पीटर बेने�सन �वारा 1961 ई. म� ��टेन म� क� गयी थी। 19 - C महासभा का 69वां वा�ष�क अ�धवेशन 16 �सतंबर , 2014 ई. को अमे�रका के �ययूॉक� शहर म� �ारंभ हुआ। भारत ‘संय�ुत रा�� आ�थ�क एवं सामािजक प�रषद ’ (United Nations Economic and Social Council-ECOSOC) म� भी पनुः चनु �लया गया। संय�ुत रा�� आ�थ�क एव ंसामािजक प�रषद ( ECOSOC) 54 सद�यीय �नकाय है। इसके सद�य� का काय�काल 3 वष� का होता है। ��येक वष� 18 सद�य� का काय�काल समा�त होता है और 18 नए सद�य चनेु जात ेह�। 20 - D महासभा का 69वां वा�ष�क अ�धवेशन 16 �सतंबर , 2014 को अमे�रका के �ययूॉक� शहर म� �ारंभ हुआ। संय�ुत रा�� सरु�ा प�रषद म� कुल 15 सद�य होत ेह�। इनम� 5 �थायी सद�य एवं 10 अ�थायी सद�य होत ेह�। अ�थायी सद�य� का काय�काल 2 वष� होता है। संय�ुत रा�� महासभा के इस अ�धवेशन म� सरु�ा प�रषद के पांच अ�थायी सद�य� का दो वष�य काय�काल

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  • हेत ुचनुाव भी �कया गया। इसम� अगंोला , �यजूील�ड , �पेन , मले�शया और वेनेजएुला को चनुा गया। 21 - B 22व� शीतकाल�न ओलं�पक खेल� का आयोजन 7 से 23 फरवर� , 2014 ई. के म�य �स के सोची (Sochi) शहर म� संप�न हुआ। पदक ता�लका के शीष� पांच देश� क� ि�थ�त इस �कार रह�-

    22 - D जनवर� 2014 ई. म� कोरे एंडरसन ने एक�दवसीय ��केट म� ती� ग�त ( 36 ग�द� म�) से शतक बनाया। ए. बी. �ड�व�लयस� ने जनवर� 2015 ई. म� इस �रकॉड� को तोड़कर केवल 31 ग�द� म� एक�दवसीय ��केट का सबसे ती� ग�त से शतक बनाया। 23 - D चिै�पयंस ल�ग- 20, 2014 ई. का �वजेता चे�नई सपुर �कं�स था। उसने यह �ाफ� कोलकाता नाईट राइडस� को हराकर जीती। यह मचै ब�गल�ु के �च�ना�वामी �टे�डयम म� खेला गया था। 24 - A 17वां ए�शयाई खेल 2014 ई. म� द��ण को�रया के इं�चयोन म� 17 �सत�बर 2014 ई. से 4 अ�टूबर 2014 ई. के म�य आयोिजत �कये गए थे। भारत का 17व� ए�शयाई खेल� क� पदक ता�लका म� आठवां �थान रहा। भारत ने इन खेल� म� कुल 57 पदक जीत ेिजसम� 11 �वण� , 10 रजत और 36 कां�य पदक शा�मल ह�। 2010 म� हुए �पछले खेल� म� भारत ने 65 पदक जीत ेथे िजसम� 14 �वण� , 17 रजत और 34 कां�य पदक शा�मल थे। 25 - D लंदन ओलं�पक के कां�य पदक �वजेता योगे�वर द� ने 17व� ए�शयाई खेल म� कु�ती म� �वण� पदक जीता। योगे�वर ने 65 �क�ा. ���टाइल के फाइनल म� तािज�क�तान के जा�लमखान यसूपुोव को हराकर �वण� पदक जीता। 26 - D भारत �लासगो , �कॉटल�ड म� 23 जलुाई से 3 अग�त तक आयोिजत हुए 2014 ई. रा��म�डल खेल� म� एक ��तभागी रा�� था। 15 �वण� , 30 रजत एवं 19 कां�य पदक� के साथ भारत कुल 64 पदक� के साथ पदक ता�लका म� पाँचवे �थान पर रहा।

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  • 27 - A ऑ��े�लयन ओपन टे�नस कॉ�पट�शन , 2014 ई. का म�हला एकल का �ख़ताब ल� ना ने डोमी�नका �सबलुकोवा को हराकर जीता। 28 - C सफै टूना�म�ट , 2013 का आयोजन 31 अग�त 2013 ई. से 11 �सत�बर 2013 ई. के बीच नेपाल क� मेजबानी म� �कया गया। भारत को हराकर अफगा�न�तान इस टूना�म�ट का �वजेता बना। वष� 2015 ई. म� सफै फुटबाल टूना�मे�ट का आयोजन भारत म� �कया गया। 29 - B भारत सरकार �वारा खेल के �े� मे उ�कृ�ट �दश�न के �लये ‘अजु�न परु�कार ’ �खला�ड़य� को �दया जाता है। इस परु�कार का �ार�भ 1961 ई. म� हुआ था। इन परु�कार� का उ�दे�य �खला�ड़य� को परु�कृत कर उ�ह� खेलकूद के ��त और उ�सा�हत करना था। अजु�न परु�कार म� परु�कार �व�प पाँच लाख �पये नकद और अजु�न क� कां�य ��तमा , पारंप�रक पोशाक और एक '�शि�त प� ' �दया जाता है। राजीव गाँधी खेलर�न परु�कार , �ोणचाय� परु�कार एवं �यानच�द परु�कार खेल के �े� म� �दए जाने वाले अ�य �मखु रा���य खेल परु�कार ह�। 30 - D ��सं ऑफ वे�स कप , वे�स कप के नाम से भी जाना जाता है। यह हॉक� के खेल से स�बं�धत है। यह रा���य हॉक� ल�ग �वारा �दान �कया जाता है। 31 - D �व�से�ट आथ�र ि�मथ ( 1848–1920 ई.) एक ���टश इ�तहासकार थे। उ�ह�ने अशोक , अकबर जसेै कई शासक� पर प�ुतक� �लखी। उ�ह�ने भारतीय कलाओ ंके इ�तहास पर भी प�ुतक �लखी थी। 32 - C ब�ुध को शा�य म�ुन भी कहत ेह�। वशैाख प�ूण�मा को उ�ह� �ान �ा�त हुआ और उसी �दन वे तथागत हो गये। ब�ुध ने अपना पहला उपदेश सारनाथ म� �दया िजसे बौ�ध �ंथ� म� ‘धम�च� �वत�न ’ कहा जाता है। ब�ुध ने अपने अनयुा�यओ ंको चार आय�स�य , अ�टां�गक माग� , दस पार�मता , पंचशील आद� �श�ाओ ंको �दान �कए ह�। ब�ुध ने अपने उपदेश कोशल , कौशांबी और वशैाल� रा�य म� पा�ल भाषा म� �दए। 33 - D सम�ुगु�त को ‘भारत का नेपो�लयन ’ कहा जाता है। वे अपने सभी �वजय अ�भयान� म� कामयाब रह�। आया�वत� के �थम य�ुध म� तीन राजाओ ंको हराकर अपने �वजय अ�भयान क� श�ुआत क�। द��णापथ के य�ुध म� बारह राजाओ ंको परािजत �कया। आया�वत� के ��वतीय य�ुध म� नौ राजाओ ंको हराया। उसने सीमावत� राजाओ ंएवं �वदेशी शि�तय� को भी परािजत �कया। �याग �शि�त म� उसक� साम�रक �वजय� का �ववरण �मलता है। अपने �वजय अ�भयान को परूा करने के प�चात ्उसने अ�वमेघ य� स�प�न �कया तथा ‘अ�वमेघ परा�म ’ क� उपा�ध ल�। 34 - B

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  • नाल�दा महा�वहार अथा�त बौ�ध �व�व�व�यालय म� पढ़ने के �लए तथा भारत से बौ�ध ��थ� को ले जाने �लए वह 630 ई. म� �थल माग� से भारत आया। भारत से वह 645 ई. म� चीन लौट गया। चीन लौटकर उसने ‘पा�चा�य संसार के लेख ‘ (सी-य-ूक�) नामक प�ुतक म� भारत के स�दभ� म� �व�ततृ �ववरण �दया। हष� के �वषय म� �वेनसांग से �व�ततृ जानकार� �मलती है। हष�वध�न या हष� ( 606-647ई.) , रा�यवध�न के बाद लगभग 606 ई. म� थाने�वर के �सहंासन पर बठैा। हष� ने क�नौज को अपनी राजधानी बनाया। उसे �शला�द�य के नाम से भी जाना जाता है। उसने परम ्भ�टारक मगध नरेश क� उपा�ध �हण क�। 35 - A ‘ढ़ाई �दन का झ�पड़ा ’, राज�थान के अजमेर म� ि�थत एक मि�जद है। इसका �नमा�ण कुतबु�ुद�न ऐबक ने वष� 1199 ई. म� �कया था। इस मि�जद को बनवाने म� �सफ़� ढाई �दन ह� लगे इस�लए इसे अढाई �दन का झ�पड़ा कहा जाता है। इस �थान पर पहले सं�कृत महा�व�यालय था , िजसका �नमा�ण वीसलदेव �व�हराजा ने �कया था। इसक� द�वार पर �व�हराज चतथु� �वारा र�चत सं�कृत नाटक ह�रकेश के अशं उदधतृ ह�। यह ऐबक का भारत म� पहला �नमा�ण था। 36 - C तज़ुकु-ए-बाबर� अथवा 'बाबरनामा ' भारत म� मग़ुल सा�ा�य के सं�थापक बाबर क� आ�मकथा है। बाबर ने इस कृ�त क� रचना तकु� भाषा म� क� थी। अकबर ने 1583 ई. म� अ�दरु�ह�म ख़ानख़ाना �वारा 'तज़ुकु-ए-बाबर� ' का फ़ारसी म� अनवुाद करवाया। 'त�ुक-ए-बाबर� ' म� बाबर ने अपना बचपन और यौवन , अफ़ग़ा�न�तान और भारतीय उपमहा�वीप पर आ�मण और क़�ज़ा और अ�य घटनाओ ंका �ववरण �दया है। 37 - C ह�द�घाट� का य�ुध मग़ुल बादशाह अकबर और महाराणा �ताप के बीच 18 जनू , 1576 ई. को लड़ा गया था। इस य�ुध म� महाराणा �ताप क� सेना का सेनाप�त ह�कम खान था। वह सरू� सा�ा�य के सं�थापक शरेशाह सरू� का वंशज था। इस य�ुध म� राणा को आ�ंशक �प से पराजय का सामना करना पड़ा था। 1597 ई. म� अपनी म�ृय ुसे पहले राणा ने मेवाड़ के अ�धकांश भ-ूभाग पर पनुः क�जा कर �लया। 38 - A �शवाजी का ज�म अ�लै , 1627 ई. म� �शवनेर के �कले म� हुआ था। इनक� माता का नाम जीजाबाई एवं �पता का नाम शाहजी भ�सले था। छ�प�त �शवाजी महाराज ( 1630-1680 ई.) भारत के महान यो�धा एवं रणनी�तकार थे िज�ह�ने 1674 ई. म� पि�चम भारत म� मराठा सा�ा�य क� �थापना क�। �शवाजी ने अपनी अनशुा�सत सेना एवं ससुंग�ठत �शास�नक इकाइय� क� मदद से �ग�तशील �शासन �दान �कया। उनके �शासक�य काय� म� मदद के �लए आठ मं��य� क� एक प�रषद थी जो अ�ट�धान कहलाता था। इसके मं��य� के �धान को पेशवा कहत ेथे। �शवाजी ने अ�लै , 1656 ई. म� रायगढ़ को अपनी राजधानी बनाया। 16 जनू , 1674 ई. को रायगढ़ �कले म� �शवाजी का रा�या�भषके काशी के ��स�ध �व�धान गंगा भ�ट ने �कया। यह चार� ओर से स�या�� क� अनेक पव�त मालाओ ंसे �घरा हुआ था। 39 - C रे�यलेु�टगं ए�ट का उ�दे�य भारत म� ई�ट इं�डया क�पनी क� ग�त�व�धय� को ���टश सरकार क� �नगरानी म� लाना था। इस अ�ध�नयम को 1773 ई. म� ���टश संसद ने पास �कया तथा 1774 ई. म� इसे लागू �कया गया। इस अ�ध�नयम �वारा कोट� आफ़ डायरे�टर का काय�काल 1

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  • वष� के �थान पर 4 वष� का हो गया तथा डायरे�टर� क� सं�या 24 �नधा��रत क� गयी। बंगाल के �शासक को अ�ेंज़ी �े�� का गवन�र जनरल कहा जाने लगा तथा उसको सलाह देने हेत ु 4 सद�य� क� एक काय�का�रणी बनाई गयी , िजसका काय�काल 5 वष� का होता था। कलक�ा म� एक स�ुीम कोट� क� �थापना क� गयी। रे�यलेू�टगं ए�ट के प�चात ् 1781 ई. म� एक अनपुरूक क़ाननू बनाया गया , िजससे रे�यलेू�टगं ए�ट क� कुछ ख़ा�मय� को दरू करने का �य�न �कया गया। 40 - C लॉड� कै�नगं , 1857 ई. के �सपाह� �व�ोह के दौरान भारत के गवन�र-जनरल थे। �या�यक सधुार� के अ�तग�त कै�नगं ने 'इं�डयन हाईकोट� ए�ट 1861' �वारा ब�बई , कलक�ा तथा म�ास म� उ�च �यायालय क� �थापना क�। क� �नग ने रेल लाइन� , सड़क� व नहर� का �नमा�ण करवाया। �वधवा पनु�व�वाह अ�ध�नयम , 1856 के�नगं के समय म� ह� पास हुआ। 41 - A असहयोग आ�दोलन के दौरान 1922 म� चौर�-चौरा कांड हुआ। चौर�-चौरा उ�र �देश के गोरखपरु िजले म� ि�थत है। प�ुलस �वारा भीड़ पर गोल� चलाने के �वरोध म� भीड़ ने प�ुलस थाने म� आग लगा द� , िजससे 22 प�ुलस कम� मारे गए। इस घटना के �वरोध म� गाँधीजी ने असहयोग आ�दोलन वापस ले �लया था। इस तरह �हसंा का भड़कना गांधीजी को पसंद नह�ं आया। उ�ह�ने कहा क� लोग� को अ�हसंा क� सीख �दए �बना उ�ह� असहयोग आ�दोलन के �लए �े�रत करना �हमालय जसैी भलू थी। 42 - B वष� 1905 ई. के बंगाल �वभाजन के �वरोध के �प म� �वदेशी आ�दोलन क� श�ुआत हुई। �वदेशी आ�दोलन भारतीय �वतं�ता आ�दोलन का एक मह�वपणू� आ�दोलन था। इसका उ�दे�य ��टेन म� बने माल का ब�ह�कार करना तथा भारत म� बने माल का अ�धका�धक �योग करके ��टेन को आ�थ�क हा�न पहँुचाना था। अर�व�द घोष , रवी��नाथ ठाकुर , बाल गंगाधर �तलक और लाला लाजपत राय �वदेशी आ�दोलन के म�ुय नी�त �नमा�ता थे। महा�मा गाँधी ने इसे "�वराज क� आ�मा" कहा। 43 - C सरोिजनी नायडू 1925 ई. म� कानपरु म� हुए कां�ेस अ�धवेशन क� वे अ�य� बनीं। वह भारतीय रा���य कां�ेस क� �थम भारतीय म�हला अ�य� थी। भारत क� �वतं�ता-�ाि�त के बाद वे उ�र �देश क� पहल� रा�यपाल बनीं। भारतीय रा���य काँ�ेस क� पहल� म�हला एवं �वदेशी अ�य� एनी बेसे�ट थी , िज�ह�ने वष� 1917 ई. म� कलक�ा अ�धवेशन क� अ�य�ता क� थी। 44 - B मडैम भीकाजी कामा भारत क� �थम स�ुव�यात �ाि�तकार� म�हला थी। पे�रस (यरूोप) तथा अमे�रका से उ�ह�ने �ाि�तकार� ग�त�व�धय� का संचालन �कया। तीस वष� तक पे�रस से भारतीय �वत��ता के �लए संघष�रत रह�ं। भीकाजी कामा ने 22 अग�त 1907 ई. को जम�नी म� हुई इंटरनेशनल सोश�ल�ट कां�� स म� भारतीय �वतं�ता के �वज भारत का �थम �तरंगा रा���वज को फहराया था। उ�ह�ने वष� 1907 ई. म� अपने सहयोगी सरदार �सहं राणा क� मदद से भारत का �थम �तरंगा रा���वज का पहला �डजाइन तयैार �कया था। यह �थम था जब �वदेशी धरती पर �तरंगा फहराया गया। इस घटना को ब�ल�न कमेट� �लगै भी कहा जाता था।

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  • 45 - B नाल�दा �व�व�व�यालय , राजगहृ म� ि�थत है। यह �ाचीन भारत म� उ�च ्�श�ा का सवा��धक मह�वपणू� और �व�यात के�� था। चीनी या�ी हेर्नसाँग के अनसुार इसका सं�थापक श�ा�द�य था। श�ा�द�य क� पहचान कुमारगु�त �थम से क� जाती है , िजसक� स�ु�स�ध उपा�ध महे��ा�द�य क� थी। हष�व��धन ने यहाँ एक ता� �वहार बनवाया था। गु�तकाल�न स�ाट कुमारगु�त �थम ने 415-454 ई.प.ू नाल�दा �व� व�व�यालय क� �थापना क� थी। इस �व� व�व�यालय म� पा�ल भाषा म� �श�ण काय� होता था। 12वीं शती म� बि�तयार �ख़लजी ने इस �व�व�व�यालय को न�ट कर �दया था। 46 - A गांधीजी ने �बहार के च�पारण िजले म� सन ् 1918-19 ई. म� स�या�ह �कया जो च�पारण स�या�ह के नाम से जाना जाता है। गांधीजी के नेत�ृव म� भारत म� �कया गया यह पहला स�या�ह था। अ�ेंज यहाँ के �कसानो को एक बीघे ज़मीन पे तीन क�ठे नील क� खेती के �लए मजबरू करत ेथे। इस �था को तीन क�ठया �था कहा जाता था। चंपारण के एक �नवासी राजकुमार श�ुल ने गांधीजी को आमं��त �कया था। चंपारण के इस संघष� म� डॉ राज�� �साद , डॉ अन�ुह नारायण �सहं , आचाय� कृपलानी समेत चंपारण के �कसान� ने अहम भ�ूमका �नभाई। 47 - B मेग�थनीज (350 ई.प.ू- 290 ई.प.ू) यनूान का एक राजदतू था जो च��गु�त के दरबार म� आया था। वह कई वष� तक चं�गु�त के दरबार म� रहा। उसने जो कुछ भारत म� देखा , उसका वण�न उसने अपनी प�ुतक "इं�डका" म� �कया है। ‘इि�डका ’ भारतीय सं�थाओ ंभगूोल समाज के वग�करण , पाट�लप�ु आ�द के संबध म� �चरु साम��याँ देती ह�। 48 - D गु� गो�ब�द �सहं �स�ख� के दसव� व अ�ंतम गु� माने जात ेह�। गु� गो�व�द �सहं का ज�म 26 �दस�बर , 1666 ई. को पटना म� हुआ था। उ�होने खालसा प�थ क� �थापना क�। गु� गो�वदं �सहं ने �सख� के �लए पांच चीज� अ�नवाय� क� थीं - केश , कड़ा , कृपाण , कंघा और क�छा। गु��वारा त�त�ी �सहं हरमि�दर सा�हब (पटना) म� ि�थत है। यहाँ एक सं�हालय है , िजसम� गु� गो�व�द �सहं से स�बि�धत अनेक अवशषे सरु��त ह�। 49 - A �वत��ता पवू� एक�कृत �बहार म� काँ�ेस के कुल तीन अ�धवेशन आयोिजत �कए गए थे। वष� 1922 ई. म� गया म� आयोिजत अ�धवेशन क� अ�य�ता �चतरंजन दास ने क� थी। वष� 1920 ई. म� रामगढ़ (वत�मान झारख�ड म�) म� आयोिजत अ�धवेशन क� अ�य�ता मौलाना अबलु कलाम आजाद ने क� थी। �चतरंजन दास ने ‘�वरा�य दल ’ क� �थापना क�। इ�ह�ने 1923 ई. म� लाहौर तथा 1924 ई. म� अहमदाबाद म� 'अ�खल भारतीय �ेड य�ूनयन कां�ेस ' क� अ�य�ता भी क� थी। �च�रंजन दास को 'देशबंध ु' भी कहा जाता था। असहयोग आदंोलन के दौरान हजार� �व�या�थ�य� ने �कूल कॉलेज छोड़ा था उनक� �श�ा के �लए देशबंध ु�चतरंजन दास ने ढाका म� ‘रा���य �व�यालय ’ क� �थापना क�। 50 - B

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  • जय�काश नारायण का ज�म सारण िजले के �सताब �दयारा नामक �थान पर 11 अ�टूबर , 1902 ई. को हुआ। भारतीय �वत��ता सं�ाम म� उ�ह�ने मह�वपणू� भ�ूमका �नभाई थी। वष� 1934 ई. म� �बहार सोश�ल�ट पाट� क� �थापना म� उ�ह�ने मह�वपणू� भ�ूमका �नभाई। वष� 1974 ई. म� उ�ह�ने स�पणू� �ाि�त क� घोषणा क� थी। सव�दय आ�दोलन से भी जड़ु ेथे। वे समाज-सेवक थे , िज�ह� 'लोकनायक ' के नाम से भी जाना जाता है। 1999 ई. म� उ�ह� मरणोपरा�त ‘भारत र�न ’ से स�म�नत �कया गया। इसके अ�त�र�त उ�ह� समाजसेवा के �लये 1965 ई. म� ‘मगैसेसे परु�कार ’ भी �दान �कया गया था। 51 - C �व�व क� सबसे बड़ी तट�य रेखा कनाडा क� है। यह 2,02,080 �कमी. ल�बी है। इंडोने�शया एव ं�स क� तट�य सीमा क� ल�बाई �मशः दसूरे एवं तीसरे �थान पर है। �वक�प म� सबसे छोट� तट�य रेखा भारत क� है। 52 - C ए�य�ुम�नयम भपूप�ट� म� सबसे अ�धक मा�ा म� पाई जाने वाल� धात ुहै। बॉ�साईट ए�य�ुम�नयम का एक �मखु अय�क है। यह म�ुय �प से ए�यमुी�नयम आ�साइड तथा कुछ अ�य अश�ु�धयाँ से �मलकर बना होता है। �व�व म� इसके शीष� पाँच उ�पादक देश इस �कार ह�- चीन , �स , कनाडा , य.ूएस.ए. तथा संय�ुत अरब अमीरात। �व�व म� ए�य�ुम�नयम का सबसे बड़ा उ�पादक रा�� य.ूएस.ए. है। 53 - B पेनाइन (यरूोप) , अ�ले�शयन (अमे�रका) , अरावल� (भारत) परुानी पव�त �ृंखला के उदाहरण ह�। इनका �नमा�ण ट�श�यर� यगु से पहले हुआ था। वत�मान म� ये पव�त अपने मलू �प म� नह�ं ह�। �हमालय , रॉक�ज आ�द �ृंखलाएं नवीन पव�त �ृंखलाएं ह�। 54 - C

    55 - A जोहानेसबग� द��ण अ��का म� ि�थत धात ु�यापार का �मखु के�� है , जब�क �ययूाक� , ल�दन व �सगंापरु सभी प�न स�ुवधा से य�ुत �यापा�रक नगर है। �ययुाक� लंदन तथा �सगंापरु प�ृठ �देश म� खनन ग�त�व�धयाँ लगभग नग�य है। जब�क जोहानेबग� के प�ृठ �देश म� सोना तथा अ�य अनेक ख�नज� का उ�पादन होता है। यह �व�व का एक �मखु महानगर है और �व�व �यापार , वा�ण�य , सं�कृ�त , फैशन और मनोरंजन का �मखु क� � है। अटलां�टक क� ओर मखु �कए हुए �वशाल बंदरगाह बाले इस महानगर म� पाँच �शास�नक इकाईयाँ ह�: �ॉ��स , �िु�लन , मनैहटन , �वींस और �टेटन �वीप।

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  • 56 - D भारतीय उपमहा�वीप क� अ�धकांश न�दयाँ पि�चम से पवू� क� ओर बहती ह� और बंगाल क� खाड़ी म� �गरती ह�। गंगा इनम� से उ�रतम नद� है। इसक� �मखु धारा भारत से बां�लादेश म� �वेश कर प�मा नद� नाम से �नकलकर वह�ं मेघना नद� से �मल जाती है। इसके अलावा �हाप�ु पवू� से पि�चम क� ओर बहकर भारत के असोम से बां�लादेश म� �वेश करती है और द��णवत� होकार ‘जमनुा ‘ नद� कहलाती है। जमनुा प�मा से �मलती है और प�मा मेघना नद� से �मलती है। इसके बाद ये अ�ततः बंगाल क� खाड़ी म� �गरती है। बंगाल के द��ण म� महानद� , गोदावर� , कृ�णा एवं कावेर� न�दयाँ भारतीय उपमहा�वीप म� पि�चम से पवूा��भमखु बहने वाल� और बंगाल क� खाड़ी म� �गरने वाल� �मखु न�दयाँ ह�। नम�दा , ता�ती न�दयाँ पवू� से पि�चम क� ओर बहकर अरब सागर म� �गरती ह�। 57 - D भारत का सबसे परुाना तले भ�डार �डगबोई , असोम के �तनस�ुकया िजले म� है। 19वीं सद� के अि�तम बष� म� यहाँ क�चे तले क� खोज क� गई थी। ए�शया म� यहाँ पहल� बार तले खदुाई क� गई थी। वष� 1901 ई. म� यहाँ ए�शया क� पहल� तले �रफाइनर� �ार�भ क� गई थी। ततृीय यगु का कोयला तथा ख�नज तले इस �देश क� म�ुय संपदाएं ह�। ख�नज तले का अनमुा�नत भंडार 450 लाख टन है जो परेू भारत का लगभग 50 ��तशत है। भारत म� �वतं�ता �ाि�त के समय तक मा� असम म� ह� ख�नज तले �नकाला जाता था। 58 - C द��णी �त�बत क� यरलूंग जंगबो नद� भारत म� ��मप�ु नद� कहलाती है। ��मप�ु (उफ़� यरलूंग जंगबो) नद� पि�चमी �त�बत म� कैलाश पव�त के पास श�ु होकर नमचा बरवा पव�त के बाद ��मप�ु द��ण क� तरफ़ भारत के अ�णाचल �देश रा�य �वेश करती है। सवुन�ी , �त�ता , लो�हत , तोसा� , बराक आ�द इसक� सहायक न�दयाँ ह�। इसम� असोम म� ‘�दहांग ‘ नाम से जाना जाता है। 59 - C लेह , ज�म-ूक�मीर रा�य के ल�दाख िजले का म�ुयालय है। यह सम�ु तल से 11500 फुट क� ऊँचाई पर ि�थत है। यह भारत के सबसे श�ुक �थान� म� से एक है। इसे भारत का ‘शीत म��थल ‘ कहा जाता है। परेू वष� के दौरान लेह म� लगभग कोई वषा� नह�ं होती है। लेह का औसत वा�ष�क तापमान 5.2 है। 103 �ममी. औसत वा�ष�क वषा� है। 60 - C भारत क� कुल जनगणना म� आ�दवासी 8.61% ह�। महारा�� म� भील , ग�ड , अग�रया , कामर , ख�डया , ख�डा , असरुा , भा�रया , कोया , वल� , कोल� , डुका बगैा , गडावास , कोल , कोलम , कोकू� , कोरबा , मुंडा , उरांव , �धान , बघर� ; छ�ीसगढ़ म� अग�रया , भा�रया , कोरकू , भील , बगैा , ग�ड , कोरबा , कोल , उरांव , �धान , नगे�शया , ह�वा , भतरा , मा�डया , सह�रया , कमार , कंवर ; कना�टक म� गौडाल ू, ह�क� , �प�क� , इ�गा , जेन ु, कु�व , मलाईकुड , भील , ग�ड , टोडा , वल� , चे�च ू, कोया , अनाद�न , येरवा , होलेया , कोरमा आ�द जनजा�तयाँ पाई जाती ह�। ह�रयाणा म� अनसु�ूचत जनजा�त के अतंग�त �कसी भी समदुाय को �व�न�द��ट नह�ं �कया गया है। 61 - C

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  • �द�ल� म� धौला कुआ ंसे बमिु�कल 40 �कलोमीटर दरू गुड़गांव से फ�� खनगर के रा�त ेपर स�ुतानपरु बड� स��चअुर� है। इसे भारत के �मखु प�ी अभयार�य� म� से एक माना जाता है। यहाँ प��य� क� 250 से �यादा �जा�तयां देखने को �मलती ह�। 44.5 हे�टेयर इलाके म� फैले इस अभयार�य को 1972 म� सलैा�नय� के �लए खोला गया था। यहाँ पर लाल जंगल� मगु� �चरु मा�ा म� पाई जाती ह�। इसके अलावा यहाँ �ग�ध संर�ण प�रयोजनाएँ तथा जटाय ुक�जव�शन �ी�डगं से�टर �था�पत �कया गया है। 62 - B देश म� पया�वरण संतलुन क� �ि�ट से आव�यक कम से कम 33 ��तशत �े� पर वन� का आवरण होना चा�हए। 2005 ई. के सव��ण के आधार पर देश का मा� 20.60 ��तशत �े� ह� वा�त�वक �प से वन� से ढका है। भारत म� ��त �यि�त वन� का औसत 0.2 है�टेयर मा� है , जब�क �ाजील म� 8.6, आ��े�लया म� 5.1 और पवू� सो�वयत संघ म� 3.5 हे�टेयर है। 63 - D �बहार का कुल भौगो�लक �े� लगभग 93.60 लाख हे�टेयर है िजसमे केवल 56.03 लाख हे�टेयर कृ�ष यो�य है जो क� कुल भ�ूम का लगभग 61% है। 64 - D नागाजु�न सागर प�रयोजना भारत क� �मखु नद� घाट� प�रयोजना है। नागाजु�न सागर बाँध का �नमा�ण सन 1955 ई. और 1967 ई. के बीच हुआ था। नागाजु�न सागर बाँध हैदराबाद से 150 �कमी. क� दरू� पर कृ�णा नद� पर ि�थत है। यह भारत का सबसे ऊँचा और लंबा बाँध है। इस बाँध से �न�म�त नागाजु�न सागर झील द�ुनया क� तीसर� सबसे बड़ी मानव �न�म�त झील है। यह 124 मी. ऊँचा तथा 1450 मी. ल�बा बाँध है। इससे �नकलने वाल� नहर� के नाम ‘जवाहर नहर ‘ तथा ‘लाल बहादरु नहर ‘ है। 65 - B �बहार का डाल�मया नगर सीम�ट के �लए ��स�ध है। हालाँ�क 1980 ई. के बाद इस शहर का पतन होना श�ु हो गया एवं यह वीरान शहर म� बदल गया। इसके अ�त�र�त यहाँ कागज एवं ल�ुद� उ�योग भी ��स�ध है। बंजार� म� क�याणपरु सीमे�ट �ल�मटेड कारखाना �था�पत है। भागलपरु रेशमी व�� उ�योग के �लए तथा बरौनी म� चमड़ा �सं�करण उ�योग है। प�ूण�या , क�टहार एवं दरभंगा जटू उ�योग के �लए ��स�ध ह�। 66 - A बी.पी.एस.सी. के उ�र प� म� इस ��न का उ�र ( d) �दया गया है। भारत वन ि�थ�त �रपोट� (ISFR) 2013 के अनसुार �बहार म� आर��त वन 693 वग� �कमी. , संर��त वन 5779 वग� �कमी. एवं अवग�कृत वन 1 वग� �कमी. अथा�त कुल वन �े� 6473 वग� �कमी. है। यह �बहार के कुल भौगो�लक �े� का 6.87 ��तशत है। 67 - B भारत म� लौह अय�क के कुल भंडार लगभग हैमेटाईट के 9602 �म�लयन टन और म�ैनेटाईट के 3408 �म�लयन टन ह�।लौह-अय�क का �न�ेपण कुछ �वशषे पे�टय� म� हुआ ह� , जो इस �कार है- - झारख�ड - उड़ीसा पेट� - म�य �देश - महारा�� पेट� - कना�टक - आ�� �देश पेट� - गोवा - पि�चमी महारा�� पेट� भारत म� लौह अय�क उ�पादन म� गोवा �थम �थान रखता

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  • है। ��वतीय एवं ततृीय �थान �मशः म�य�देश एवं कना�टक का है। इसके अलावा लौह-अय�क का उ�पादन झारखंड , �बहार , उड़ीसा आ�द �देश� म� भी होता है। 68 - D भारत म� कोयला म�ुयत: दो �व�भ�न यगु� के �तर समहू� म� �मलता है: पहला ग�डवाना यगु तथा दसूरा ट�श�यर यगु समहू म�। ग�डवाना यगु के �मखु �े� झ�रया (झारखंड) तथा रानीगंज (बंगाल) म� ि�थत है। भारत म� उ�पा�दत संपणू� कोयले का 70% केवल झ�रया और रानीगंज से �ा�त होता है। 69 - C �दए गए �वक�प के अनसुार क�टहार शहर �बहार के सबसे पवू� भाग म� ि�थत है। �बहार �व�प लगभग आयताकार है। �बहार क� सीमा उ�र म� नेपाल से , द��ण म� झारख�ड से पवू� पि�चमी बंगाल और पि�चम म� उ�र �देश से �मलती है। �वक�प� म� �दए गए शहर का पि�चम से पवू� क� ओर �म �न�नवत है – पटना – भागलपरु – प�ूण�या – क�टहार 70 - A अनपुम झील �बहार म� कैमरू क� पहा�डय� म� ि�थत है। सखुना झील चंडीगड़ , भारत म� है। सांभर झील राज�थान रा�य के जयपरु म� ि�थत खारे पानी क� झील है। कामा झील म�य�देश के नीमच िजले म� है। कैमरू व�यजीव अ�यार�य कैमरू िजले म� ि�थत है। कैमरू पहाड़ी �ंखला म� ह� अनपुम झील , करकट झरना तथा तलेहार झरना ि�थत है। 71 - C बलवंत राय मेहता स�म�त के अनसुार- "लोकतां��क �वक� ��करण और सामदुा�यक �वकास काय��म को सफल बनाने हेत ुपंचायती राज �यव�था क� तरंुत श�ुआत क� जानी चा�हए।" पंचायती राज �यव�था को मेहता स�म�त ने "लोकतां��क �वक� ��करण" का नाम �दया। स�म�त ने �ामीण �थानीय शासन के �लए ���तर�य �यव�था का सझुाव �दया , जो �न�न �कार था: �ाम- �ाम पंचायत , खंड- पंचायत स�म�त , िज़ला- िज़ला प�रषद। 72 - B भारत म� म�य-अध�शतक ( MID-FIFTIES) म� ��वतीय पंचवष�य योजना �शा�त च�� महालोनो�बस माडल पर आधा�रत थी। इसका योजना वष� 1950 ई. से 1961 ई. तक था। इस योजना का ल�य ती� औ�योगीकरण तथा भार� उ�योग� क� �थापना करना था जो पूँजी सघन थे। इसके अनसुार अथ��यव�था म� द�घ�काल�न �वकास दर क� �ाि�त के �लए भार� उ�योग� के ब�ुनयाद� ढांचे के �लए भार� उ�योग� के ब�ुनयाद� ढांचे के �नमा�ण पर अ�धक �नवेश करना चा�हए। 73 - C

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  • 74 - A

    75 - C भारत म� नी�त-�नमा�ण का म�ुय काय� के�� सरकार का है। िजसका अनमुोदन संसद �वारा होता है। अतः सरकार� �यय को �नयि��त करने का �ा�धकार भारत सरकार के �व� म��ालय को है। भारतीय �रजव� ब�क (आरबीआई) साख �नयि��त करता है। इसके अतंग�त �व�ीय क़ाननू , कराधान , पूंजी बाज़ार , �व�ीय सं�थान� , क� � तथा रा�य� के �व� और क� ��य बजट से जड़ु ेमामले आत ेह�। यह सरकार के �व�ीय �शासन के मामल� से संब�ध है। 76 - B �भावी राज�व घाटा पूंजीगत प�रसंप��य� के �नमा�ण के �लए राज�व घाटा और अनदुान के बीच का अतंर है। सरकार के कोष का घाटा ‘राज�व घाटा ‘ कहलाता है। जब सरकार का खच� आमदनी से अ�धक होता है तो यह अ�तर ‘राजकोषीय घाटा ‘ कहलाता है। �भावी राज�व घाटे का सव��थम आकलन वष� 2011-12 ई. के बजट म� �कया गया। 77 - A �याज भगुतान , गैर �नयोिजत राज�व �यय का एक आइटम है। �व�भ�न सरकार� �वभाग� और सेवाओ ंपर खच� ऋण पर �याज क� आदायगी और सि�सडी पर होने वाले �यय को ‘राज�व �यय ’ कहत ेहै। वेतन , प�शन , आ�थ�क सहायता , सरु�ा गैर �नयोिजत राज�व �यय के अ�य मह�वपणू� घटक है। 78 - C

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  • एचडीआई देश म� मलू मानव �वकास उपलि�धय� का औसत मापक है। यह मानव �वकास के तीन मलू आयाम� ��त �यि�त सकल घरेल ूउ�पाद , सा�रता और जीवन ��याशा के आकलन को मापता है। HDR-2014 म� नॉव� मानव �वकास र��कंग म� �थम �थान पर है। भारत 187 देश� म� 135व� �थान पर है अथा�त यह ‘म�यम मानव �वकास ’ वाले देश� क� �ेणी म� वग�कृत है। 79 - C संके���य सांि�यक� संगठन �वारा �न�न�ल�खत काय� �कये जात ेह� – - रा���य आय क� गणना - शहर� गैर �म कम�चा�रय� के �लए उपभो�ता म�ूय सचूकांक का �नधा�रण - औ�यो�गक उ�पादन का संकलन - आ�थ�क गणना एवं उसका सव��ण - मानव �वकास और �लगं आधा�रत आकंड़ ेजार� करना - उ�योग� का वा�ष�क सव��ण 80 - A वष� 2013-14 ई. म� भारत म� �तलहन� का कुल उ�पादन 34.32 �म�लयन टन है। 81 - B अ�लै से �सत�बर 2014 ई. क� छमाह� म� चाय का �नया�त 2014.65 करोड़ �पये का था। जो क� इस अव�ध म� सवा��धक था। 82 - A ऐसी �वदेशी म�ुा िजसम� �व�रत पलायन कर जाने क� �व�ृत होती है , गम� म�ुा कहलाती है अथा�त िजस �थान पर लाभ �मलने क� स�भावनाएँ अ�धक ह� यह वह�ं �वा�सत होती है। यह बाज़ार क� अि�थरता के समय बहुत तजेी से बढती है। शयेर बाजार म� लगी म�ुा इसका उदाहरण है। 83 - A भारत सरकार ने , खा�या�न उ�पादन म� आई ि�थरता एवं बढ़ती जनसं�या क� खा�य उपभोग को �यान म� रखत ेहुए , अग�त 2007 ई. म� के�� �ायोिजत रा���य खा�य सरु�ा �मशन योजना का शभुारंभ �कया। इस योजना का म�ुय ल�य सिु�थर आधार पर गेहँू , चावल व दलहन क� उ�पादकता म� व�ृ�ध लाना है। 84 - D तदथ� �ेजर� �बल �णाल� 1997-98 ई. म� पणू�तः बंद कर द� गयी। यह अध�-सरकार� �वभाग� , �वदेशी क� ��य ब�क� , रा�य सरकार� को अ�थायी �प से लाभ पहुचने के �लए जार� �कया जाता था। �ेजर� �बल मलूतः के�� सरकार �वारा कम अव�ध उधार के �बल है। इनक� प�रप�वता अव�ध 1 वष� से कम होती है। 31 माच� , 1997 ई. से इसके �थान पर ‘अथ�पाय अ��म योजना ’ �ार�भ क� गई थी। इस �णाल� का उपयोग सरकार बजट�य घाटे क� प�ूत � के �लए करती थी। 85 - C म� हो�ा स�म�त का गठन पवू� �व� त स�चव व �रजव� ब�क के पवू� गवन�र आर० एन० म� हो�ा क� अ� य�ता म� 1993 ई. म� �कया गया था। स�म�त का काय� बीमा उ�योग क� समी�ा करत ेहुए इसक� भावी �दशा सझुाना था।

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  • 86 - A सेवा कर �कसी � यि�त �वारा �दान क� गई सेवाओ ंपर लगाया जाता है और इस कर का भगुतान करने क� िज� मेदार� सेवा �दाता क� होती है। यह एक अ�� य� कर है। इसे �व� त अ�ध�नयम , 1994 के अ� याय V �वारा वष� 1994 ई. म� श�ु �कया गया है। वष� 1994 म� �ारि�भक �प म� यह कर सेवाओ ंके तीन सटै� पर लगाया गया था और तब सेवा कर का काय��े� म� अनवुत� �व� अ�ध�नयम के तहत ्सेवा-कर कह उगाह� ज�म-ूक�मीर रा�य को छोड़कर परेू भारत म� क� जा रह� है। 87 - B �पये क� प�रवत�नीयता से ता�पय� �पये का �वदेशी म�ुाओ ंम� तथा �वदेशी म�ुाओ ंका �पये म� �वतं� �प से प�रवत�न से है। चाल ूखात ेम� �पये को अग�त , 1994 ई. से प�रवत�नीय बनाया गया है जब�क पूंजी खात ेपर अभी यह पणू� प�रवत�नीय नह�ं है। पूंजी खात ेपर �पये क� पणू� प�रवत�नीयता पर सझुाव देने हेत ुसरकार ने ‘तारापोर स�म�त ’ का गठन �कया था। वष� 1997 ई. म� तारापोर कमेट� �वारा पूँजी खात ेपर �पए क� प�रवत�नीयता के �लए एक तीन-वष�य रोडमपै तयैार �कया गया था। 88 - B सकल कर राज�व के मामले म� के���य सरकार के मह�वपणू� कर राज�व के �ोत अवरोह� �म म� �न�न�ल�खत है – �नगम कर – �नगम कर के अलावा अ�य आय पर कर – संघ उ�पाद श�ुक – क�ट�स 89 - C भारत सरकार ने माइ�ो , लघ ुएवं म�यम उ�यम �वकास अ�ध�नयम 2006 अ�ध�नय�मत �कया िजसके अनसुार माइ�ो , लघ ुएवं म�यम उ�यम क� प�रभाषा है- अ�त लघ ु(माइ�ो) उ�यम , िजसमे संयं� एवं मशीनर� पर �नवेश 25 लाख �पए तक होता है ; लघ ुउ�यम , िजसम� संयं� एवं मशीनर� पर �नवेश 25 लाख �पए से अ�धक �कंत ु 5 करोड़ �पए से अ�धक नह�ं होता ; तथा म�यम उ�यम , िजसमे संयं� एवं मशीनर� पर �यय 5 करोड़ �पए से अ�धक �कंत ु 10 करोड़ �पए से अ�धक नह�ं होता। 90 - B �शश ुम�ृय ुदर ��त 1000 जी�वत ज�मे �शशओु ंमे से एक वष� या इससे कम उ� मे मरने वाले �शशओु ंक� सं�या है। सम�त भारत म� जी�वत पदैा हुए ��त 1000 ब�च� म� से औसत 58 ब�चे म�ृय ुके �शकार हो जात ेह�। �वक�सत देश� म� यह सं�या 5 से भी कम है। इस �दशा म� रा�य� के म�य काफ� अ�तर ह�। जी�वत पदैा हुए 1000 म� से केरल म� �शश ुम�ृय-ुदर 12 है , जब�क म�य �देश म� 79 है। 91 - B �यापार संतलुन म� अनकूुलन का अथ� है आयत क� तलुना म� �नया�त म� व�ृ�ध एवं �यापार अ�धशषे। 1972-73 ई. एवं 1976-77 ई. म� �यापार संतलुन भारत के �लए अनकूुल था। 92 - B

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  • द��ण ए�शया अ�धमा�य �यापार �यव�था – 1993 भारत-�ीलंका म�ुत �यापार समझौता – 1999 द��ण ए�शया म�ुत �यापार �े� – 2004 भारत और �सगंापरू के बीच �यापक आ�थ�क सहयोग समझौता – 2005 93 - A 2002-03 म� कृ�ष और संबध �े�� क� वा�ष�क औसत व�ृ�ध दर (ि�थर म�ूय� पर) नकारा�मक हो गई थी। 94 - C वषा� बीमा योजना , भारतीय कृ�ष बीमा क�पनी �ल�मटेड ( AICIL) �वारा �कया जाता है। यह योजना वष� 2007 के दौरान द��ण-पि�चम मानसनू अव�ध म� श�ु क� गयी थी। 95 - D ब�क दर वह �याज दर है , िजस पर वा�णि�यक ब�क , भारतीय �रज़व� ब�क से अ�पका�लक ऋण लेता है। रेपो दर वह �याज दर है , िजस पर भारतीय �रज़व� ब�क , ब�क� को द�घ�का�लक ऋण �दान करता है। 96 - B वष� 1991 ई. म� भारत सरकार ने मह�वपणू� आ�थ�क सधुार ��ततु �कए जो इस �ि�ट से वहृद �यास थे , िजनम� �वदेश �यापार उदार�करण , �व�ीय उदार�करण , कर सधुार और �वदेशी �नवेश के ��त आ�ह शा�मल था। इन उपाय� ने भारतीय अथ��यव�था को ग�त देने म� मदद क�। इ�ह� सधुार� के तहत ्बीमा , ब��कग तथा अ�य सरकार� एका�धकार वाले �े�� को �नजी �े�� के �लए खोला गया। 97 - C भारत �नमा�ण योजना �ामीण इलाक� के �लए बनाई गई एक समयब�ध योजना है , िजसके तहत ्�सचंाई , �ामीण आवास , जल �दाय , संचार तथा �व�यतुीकरण आ�द के �े� म� �वकास काय� �कया जाना ��ता�वत है। इस योजना क� श�ुआत वष� 2005 ई. म� क� गई। 98 - C भारतीय योजना आयोग के अनसुार , �ामीण �े�ो म� ��त �यि�त 26 �पए ��त�दन और शहर� �े�� म� ��त �यि�त 32 �पए ��त�दन गर�बी रेखा के �लए उपय�ुत है। 99 - D �ाईसेम ( TRYSEM) – 1979 आर० एल० ई० जी० पी० ( RLEGP) – 1983 जे० आर० वाई० (JRY) – 1989 ई० ए० एस० ( EAS) – 1993 100 - D

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  • 101 - B पागल पंथ का �भाव उ�र बंगाल म� अ�धक था। यह एक अध� धा�म�क सं�दाय था। इसक� �थापना करम शाह ने क� थी। 102 - A यह आ�दोलन बंगाल के फर�दपरु िजले म� आर�भ हुआ था। इन आ�दोलन का भी म�ुय उ�दे�य इ�लाम म� सधुार करना ह� था। बंगाल म� काला�तर म� इस आ�दोलन ने अ�ेंज� के �वरोध का �ख अपना �लया। हाजी शर�यत�ुला एवं उसके प�ु महु�मद मोह�सन (ददु ू�मया) ने बंगाल के गर�ब �कसान� के बीच काफ� लोक��यता अिज�त क� और फराजी आ�दोलन चलाया। 103 - D पि�चमी घाट म� रहने वाले 'रामोसी जनजा�त ' के लोग� ने 1822 ई. म� '�च�र �सहं ' के नेत�ृव म� यह �व�ोह �कया। रामो�सय� ने सतारा के आस-पास के �े�� को लटूा। 1825-1826 ई. म� इ�ह�ने 'उमाजी ' के नेत�ृव म� पनुः �व�ोह �कया। 104 - A बघेरा �व�ोह 1818 ई. म� अ�ेंज़ सरकार के �व��ध �कया गया था। वघेरा �व�ोह ( 1818-19 ई.) का �मखु कारण बड़ौदा के गायकवाड़ राजा �वारा सरूत के ओखा म�डल म� वघेरा लोग� से अ�ेंज� क� मदद से अ�धक कर वसलू करना था। प�रणाम�व�प बघेरा सरदार� ने �व�ोह कर �दया। वष� 1820 ई. म� बब�र स�ैय काय�वाह� �वारा यह �व�ोह समा�त हो गया। 105 - A भारत म� औप�नवे�शक शासनकाल के दौरान �ेस क� �वत��ता पर �व�भ�न �कार के अकुंश लगाए गए थे। इस �दशा म� पहला �यास लाड� वेले�ल� ने �कया था। 1799, 1835, 1867, 1878, 1908, 1910, 1931 म� �ेस को �न�