deeksharmbh-2019 sr no date programand opportunities in future. mr akhilesh sengar , mr rajeev...
TRANSCRIPT
SCHOOL OF SOCIAL SCIENCES (SOSS)
Devi Ahilya Vishwavidyalaya, Indore
NAAC Accredited “A” Grade University
ACTIVITIES – 2019-20
DEEKSHARMBH-2019
Sr no Date Program 1 26/08/2019 Inaugural Program
2 27/08/2019 Games and activities
3 28/08/2019 Traffic awareness
4 29/08/2019 Yoga day & ganesh making
5 30/08/2019 Industry & Academia meet
6 31/08/2019 Cultural program
On 26/08/2019- Inaugural program was organised with presence of Hon’ble
V.C Renu Jain mam and S.P Maneesha Pathak Soni mam and HOD Rekha
Acharya ma’am.
V.C mam addressed the students with her motivational words. Maneesha mam
also addressed students and presented their project about SPC to the students .
HOD Rekha Acharya introduced new students to the department by sharing
various information.
On 27/08/2019- Games and other activities were organised to promote
interaction among students from various classes and to form bond with each
other. Relation building exercise and trust building games were organised.
On 28/08/2019- Traffic awareness program was held with support of Indore
traffic police . Students participated in awareness program by making posters
and controlling traffic near Bhawarkua square , Indore.
On 29/08/2019- Yoga class & Ganesh making workshop- yoga class was
organised for all the students to learn and practice meditation and other yoga
exercises .
Along with this Ganesh making workshop was also held . students and teachers
participated in making Ganesh with clay( eco-friendly)
On 30/08/2019- Industrial and Academia meet- Industial meet was organised
for all the students with purpose of sharing information regarding placements
and opportunities in future. Mr Akhilesh Sengar , Mr Rajeev Mujumdar
(Unichem Laboratories Ltd ,Indore, Madhya Pradesh,& Dr Vinay Joshi were
the key speakers .
On 30/08/2019- Cultural Program – various cultural activities were organised
and all students participated actively in the program.
The program coordination was done by Ms. Akanksha Tripathi under the
guidance of Head of the Department Dr. Rekha Acharya and faculties Dr.
Varsha Patel, Dr. Sarika Dixit , Veethika Acharya , Dr Shilpa Kumrawat ,
Ayushi Mishra , Satyam Acharya , Sanjree Sharma , Nidhi Khirsagar and other
faculties were present .
“अपराध दर में वदृ्धध- एक भारतीय नागररक की भमूमका”
पर एक दिवसीय संगोष्ठी
20/08/2019
समाज ववज्ञान अध्ययनशाला में 20/08/2019 को “अपराध दर में वदृ्धध- एक भारतीय नागररक की
भूममका” पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन समाज ववज्ञान अध्ययनशाला की ववभागाध्यक्ष डॉ .
रेखा आचायय की अध्यक्षता में ककया गया .यह काययक्रम मात ृफाउंडशेन, इंदौर के तत्वाधान में ककया
गया .
अगर सोशल मीडिया पर कोई आपविजनक पोस्ट आती है और आपकी टाईमलाईन पर आप उसे लाईक,
कमेंट या शअेर करत ेहैं तो आप भी उस साइबर अपराध में उतने ही ज्यािा भागीिार होंगे जजतना का
पोस्ट करने वाला है...
यह बात देवव अहिल्या ववश्वववद्यालय में *सामाजिक ववज्ञान अध्ययनशाला* और *मात ृफाउण्डशेन*
द्वारा ''बढ़ता अपराध दर :एक भारतीय नागररक की भूममका " ववषय पर इन्िौर संभाग के *ADGP
वरुण कपूर* ने कही- उन्होंने साइबर अपराध को वतयमान समय का सबस ेबिा अपराध माना.
इन्िौर के बढ़ते अाापराधधक अनुपात पर ध तंा प्रकट करते हुए, इन्िौर पुललस की कायययोजना के बारें
में बतलाया. उन्होनें कहा कक इन्िौर के महानगरीय वातावरण में ववलभन्न प्रकार की समस्याओं के प्रतत
समाज और प्रशासन िोनों ही अपने-अपने भूलमकाएं तनभा रहे हैं.
आज का नागररक िो तरह की ितुनयां में रहता है, एक तरह की ितुनया है ररयल वर्लिय जजसमें हम रहत े
हैं और िसूरे तरह की ितुनया है वह डिज़िटल वर्लिय जो हमारे आज की गैरजरूरी आवश्यकता बन कुा
है.
अपराध िोनों ही तरह की ितुनया में फैला है लेककन डिज़िटल ितुनया के साइबर अपराध के खतरों स े
हम सभी अनजान रहत ेहैं, इसललए एाेसे खतरों के प्रतत हमारी सुरक्षा और सतकय ता बहुत जरूरी है,
स्कूल और कॉलेज के 50 फीसिी ववद्यार्थी इसी डिज़िटल ितुनया में खोये हुए हैं, जजसमें व ेबराबर के
अाापराधधक भागीिार भी है और पीड़ित भी. उन्होंन ेबढ़ते अपराधों पर सामाजजक जागरूकता की
भूलमका के महत्व को भी इंधगत ककया.
सेलमनार का स्वागत भाषण *सामाजिक
ववज्ञान अध्ययनशाला* की ननदेशक *डॉ
रेखा आचायय* ने दिया
जजन्होंने SOSS की अकािलमक
उपलजधधयों, लक्ष्यों तर्था उद्िेश्यों की
जानकारी िेते हुए अपराधों के प्रतत
सामाजजक जागरुकता में ववद्यार्थीयों की
भूलमका के बारे में बतलाया |
मात ृफाउण्िशेन इन्िौर की प्रमुख श्रनुत बिाि सेलमनार में आमंत्रित वक्ता *ररटायडय कनयल ननखखल
धीमान* ने वतयमाान समय के सबसे ब़ि ेअपराध आतंकवाि और उसके वैजश्वक प्रभाव की ाय की.
उन्होने कहा कक सीमाओ ंपर फैला आतंकवाि हाल-कफलहाल में भारत की आंतररक सुरक्षा के ललए
खतरा बनता जा रहा है, जजसके प्रतत राष्रीय स्तर पर हम सभी को स ते होने की आवश्यकता है.
सेलमनार में तीसरे आमंत्रित वक्ता न े बढ़त े
अपराध के प्रतत व्यापक सामाजजक जागतृत की
बात की तर्था ववद्यार्थीयों से परर ाय करते हुए
भारतीय नागररक के रूप में उनकी भूलमका पर
प्रकाश िाला
इन्िौर की *प्रमसद्ध मनोववश्लेषक डॉ माया वोिरा* ने समाज की मनोववकृतत की ओर लोगों का ध्यान
आकवषयत ककया. उन्होने साईकोलोजजक ेंज को इस आपराधधक समस्या का समाधान बताया.
दिन ांक: 08/08/2019
विषय: '' डिेलेपमेन्ट ऑफ ल ईफ स्ककल्स ''
िक्त : 1. कि नन्ि ककरककरे (प्रख्यात पार्श्वगायक)
2. डॉ. विक स ििे (्रिष्ठ संपादक, दे्पुत्र पत्रत्रका)
ररपोटट:
बा्िा मन देखने चला इक सपना.... कुछ एेेसी ही तान में भ रतीय ससनेम के प्रख्य त प र्शिटग यक
*कि नन्ि ककरककरे* ने *समाज व्ज्ञान अध्ययनशाला* में समा बांध ददया |
ककूल ऑफ सोशल स इांसेज, िेिी अदिल्य विर्शिविद्य लय ने छात्रों औि शोध व्द््ानों के ललए ''
डिेलेपमेन्ट ऑफ ल ईफ स्ककल्स '' पि अततथि व्याख्यान आयोजजत ककया िा. व्याख्यान के ललए
वक्ताओ ं में कि नन्ि ककरककरे (प्रख्यात पार्श्वगायक) एवं डॉ. विक स ििे (्रिष्ठ संपादक, दे्पुत्र
पत्रत्रका) िे. व्याख्यान में व्भाग के लमथित पाठ्यक्रम के कुल 50 छात्र उपजथित िे.
व्द्यािीयों के आग्रह पि कि नन्ि ककरककरे जी ने '' तू ककसी िेल सी गजुिती है... '' गीत भी
गाया |
संगोष्ठी का व्षय िा *'' डिेलेपमेन्ट ऑफ ल ईफ स्ककल्स ''* , जजसमें उन्होंने व्द्यािीयों को
लशक्षा औि सफलता के बीच जी्न कुशलता के मानक तलाशने हेतु प्रेरित ककया | थ्री ईडडयट
कफल्म का उदाहिण देते हुए उन्होंने करियि तलाशते यु्ाओं से अपने आत्मव्र्श्ास को बनाए
िखने की अपील की |
संगोष्ठी के मुख्य िक्त प्रससद्ध िेिपुत्र पत्रत्रक के िररष्ठ सांप िक *डॉ. विक स ििे* िे | जजन्होंने
भाितीय संथकृतत के आदशव मानकों पि व्द्यािी जी्न की कुशलता को बनाए िखने का आव्हान
ककया | उन्होने बतलाया कक सामाजजक लशक्षा का िाथता पिमािव के लक्ष्य पि हो न कक थ्ािव के
लक्ष्य पि |
कायवक्रम का थ्ागत भाषण संथिा की व्भागाध्यक्ष *डॉ. रेख आच यट* ने ददया, जजनके मागवदशवन
में संगोष्ठी का सफलतम आयोजन ककया गया |
संगोष्ठी का संचालन व्द्यािी *कु. आरती कुलकर्णी* ने ककया, ए् ंआभाि भाषण *िेि ांश द्वििेिी* ने ददया |
दिन ांक: 21/09/2019
विषय: '' IAS बनने की ख्ि दिश?''
िक्त : 1. डॉ. मनोज कुम र शम ा (IPS, एडडशनल कममश्नर ऑफ पुमलस, पश्श्िमी मुांबई)
2. मनीष प ठक सोनी (ASP, इांिौर)
ररपोर्ा:
स्कूल ऑफ सोशल स इांसेज, िेिी अदिल्य विश्िविद्य लय ने छात्रों और शोध विद्िानों के लिए
'''' IAS बनने की ख्ि दिश?'''' पर अतिथि व्याख्यान आयोजिि ककया िा. व्याख्यान के लिए
वक्ता के रूप में में डॉ. मनोज कुम र शम ा (IPS, एडडशनल कममश्नर ऑफ पुमलस, पश्श्िमी मुांबई)
उपस्थित िे. व्याख्यान में विभाग के लमथिि पाठ्यक्रम के कुि 70 छात्र उपजथिि िे.
*सफल ििी िै जो खुश िै*
" िो बच्च ेतनधधन घरों से या अभाि स ेिड़िे हुए
आिे हैं उनके अदंर एक ििक होिी है पढ़ने की और कुछ करने की किर ि ेकभी ककसी समथया या बाधा से नह ं घबरा सकिे. हारा िह िो िड़ा नह ं..दरअसि प्रशासतनक पररक्षाओं की िैयार करिे समय हम उन चुनौतियों से घबरा िािे हैं िो िाथिि में है ह नह ं या जिनको आसानी से हि ककया िा सकिा है. हमारे िीिन में नकारात्मक सीख भी होिी है और सकारात्मक
सीख भी होिी है दोनों ह पररजथितियााँ हमें िीिन
कौशि लसखािी हैं. लसविि सविधसेि की िैयार के
लिए हमें हर प्रकार की आथिधक, सामाजिक और
मानलसक पररजथितियों का सामना करना होगा, इसलिए बगैर ककसी बाहर प्रभाि से घबराये हमें अपने िक्ष्य की ओर बढ़िे रहना है. ककिाबों को अपना दोथि मानकर पढ़ाई करो और िहा ंिक हो
सके ककिाबों की संख्या जििनी कम रहेगी ज्ञान की सगं्राहकिा उिनी अथधक प्रबि रहेगी. हम समझि े
हैं कक लसविि सविधसेि की िैयार में ििैा भर ककिाबें पढ़नी पड़िी है िबकक ये बस आपका भ्रम है. मेर थकूि पढ़ाई का थिर बहुि ह कमिोर रहा है, मैं कक्षा 9 और 10 में िीसरे दिे पर पास हुआ िा िबकी 12 िी मैं िो मैं िेि ह िा इसके पहिे और बाद के समय में मैंन ेबहुि सघंर्ध ककया िेककन िो संघर्ध का समय ह मेर भािी सिििा और उपिजधधयों में मीि का पत्िर साबबि हुआ.. "
ये बािे *एडडशनल कममश्नर ऑफ पुमलस, पश्श्िमी मुांबई IPS, डॉ. मनोज कुम र शम ा* ने कह .
इस व्याख्यान की अध्यक्षिा संथिा की ननिेशक
*प्रोफेसर डॉ रेख आि या* न ेकी.
इस अिसर पर *ASP मनीष प ठक सोनी* भी
उपजथिि िी जिन्होंने छात्रों से कहा कक
'असिििा अपराध नह ं है िक्ष्य छोटा रखना
अपराध है... ' हमें िक्ष्य के प्रति अपनी ऊिाध को
बचा कर रखना होगा िाकक िह इधर उधर न
बबखरे. यह एकाग्रिा की जथिति में ह सम्भि है.
सिििा का कोई शाटध कट नह ं है, बस हम अपनी ियैार और मनोबि को तनरंिर बढ़ािे रहेंगे िो
सिििा हमारे कदम चमूेगी.
कायधक्रम में आमंबत्रि *श्री अनुर ग प ठक* भी उपजथिि िे जिन्होंने IPS श्री मनोज कुम र शम ा के
िीिन संघर्ध पर आधाररि एक नि प्रकालशि उपन्यास लिखा है *'ट्िैल्ि िेि'* .आपने ट्िैल्ि िेि
उपन्यास के बारे में बिाि ेहुए कहा कक यह उपन्यास आपके िीिन की हर उस समथया से िुड़ा है िो
आपकी सिििा के राथिे में बाधा डाि देिी है. हमें िीिन की उन समथयाओं के विर्य में पहिे स ेह
सचिे रहना होगा और हर असिि पररजथिति में भी सिििा की चाह को छोड़ना नह है..
कायधक्रम का संचािन विद्यािी *करुण * और *र शी* ने ककया. आभार विद्यािी *गौतम ि स* न े
माना
ग ांधी की 150 वीां वर्षग ांठ पर उत्सव 02/10/2019
सम ज ववज्ञ न अध्ययनश ल , देवी अहिल्य ववश्वववद्य लय ने “ग ांधीजी की 150 वीां वर्षग ांठ” के
उपलक्ष्य में विभाग में विभभन्न प्रकार की गतिविधियों का आयोजन ककया.
ब पू की 150 वीां जयांती पर विशषे गतिविधियाां आयोजजि की गईं:
1. “ग ाँधी और हिांदी” पर अतिधि व्याख्यान
2. “हिन्द स्वर ज” का सामूहिक िाचन
3. “21 वीां सदी में ग ाँधी” पर वक्ततृ्व/ननबांध लेखन
4. फेस पेंह ांग
“ग ाँधी और हिांदी” पर अतिधि व्याख्यान
*हिन्दी िलिार निीां मनुिार की भाषा िै*,
सम ज ववज्ञ न अध्ययनश ल और भ र् अध्ययनश ल के सांयकु्ि ित्िाििान में आयोजजि
व्याख्यानमाला में बडी सांख्या में विद्यािी उपजथिि िे. व्याख्यान का विषय िा *ग ांधी और हिन्दी*
जजसपर अतिधि द्िय ने अपने विचार रखे.
आज िम सभी हिन्दी भाषी अपनी भाषा के प्रति उदासीन िै, िमन ेििाकधिि विकास प्रतिमानों को
प्राप्ि करने के भलए अपनी भाषा एिां सांथकृति के साि समझौिा ककया िै. जबकी दतुनया में िकनीकी
क्ाांति में प्रगतिशील राष्ट्र इज़राईल ने अपनी पुरािन भाषा हिब्र ूको माध्यम बनाकर आज विकास के
कईं प्रतिमान ध्िथि कर हदये िैं...
मिात्मा गाांिी ने भाषा की इसी विकृति और भाषायी परिांत्रिा की ओर ध्यान देकर िमें सचिे ककया
िा, लेककन िमनें िमेशा गाांिी का मूलयाांकन गलि िरि स े ककया िै. यि बाि ग ांधी स्मृनत
व्य ख्य नम ल 2019* के अांिगगि, िररष्ट्ठ गाांिीिादी विचारक प्रोफेसर *डॉ सांजय जैन* ने किी *.
कायगक्म के दसूरे मुख्य िक्िा िे हिमाचल प्रदेश स ेपिारे ग ांधीव दी युव ववच रक एवां प्रससद्ध वेब
पत्रक र *श्री अव्यक्त* उन्िोने विश्लेषण और अनुसांिान के साि बेिद िी सरल और सिज िरीके से
गाांिी और हिन्दी का िुलनात्मक वििरण प्रथिुि ककया.
आपने किा कक गाांिी ने हिन्दी के
प्रति अपनी तनष्ट्ठा को थििांत्रिा
प्राजप्ि के सांघषग के साि
समामेभलि ककया जजसस े कक
हिन्दी भारि की जनभाषा बन
गई, न केिल भारि में अवपिु
दक्षिण अकिका ििा लांदन में भी
अपने अध्ययन और िकालि के
समय गाांिी ने गुजरािी भाषी िोिे िुई भी हिन्दी की भािी उपयोधगिा को समझा एिां उसे भारि की
राष्ट्रीय चिेना जगाने में एक मित्िपूणग उपागम के रूप में चनुा..
कायगक्म की अध्यििा कर रिीां विभाग की ननदेशक *डॉ रेख आच यष* ने हिन्दी की उपयोधगिा और
गाांिी की प्रासांधगकिा पर कििे िुए विषय की भूभमका पर प्रकाश डाला.
कायगक्म का सांचालन छात्र *सुिेल ख न* ने ककया एिां आभार सांथिा के छात्र *देव ांश* एवां *सुयश* न े
हदया.
“हिन्द स्वर ज” का सामूहिक िाचन
“21 वीां सदी में ग ाँधी” पर वक्ततृ्व/ननबांध लेखन
फेस पेंह ांग