15 माच 2019 #current affairs इंदौर कौट एके डमी...2019/03/15  ·...

13
"15 माच 2019" #CURRENT_AFFAIRS इंदौर कौट एकेडमी जहाँ सफलता ही धम है...

Upload: others

Post on 23-Dec-2020

4 views

Category:

Documents


0 download

TRANSCRIPT

  • "15 माच� 2019"

    #CURRENT_AFFAIRS

    इंदौर कौ�ट� एकेडमीजहाँ सफलता ही धम� है...

  • भारत �व� का दसूरा सबसे बड़ा ह�थयार आयातक देश :

    15 माच� 2019#Currentaffairs

    2014-18 क� अव�ध म� वै��क ह�थयार आयात म� भारत का �ह�ा 9.5% था जब�क सऊदी अरब का �ह�ा 12% था।2014-18 तथा 2009-2013 के �स �ारा भारत को �कये जाने वाले ह�थयार �नया�त म� 42% क� कमी आई।2009-13 तथा 2014-18 के दौरान भारत के ह�थयार आयात म� 24% क� कमी आई, इसका मु� कारण भारत सरकार का मेक इन इं�डया अ�भयान है।2014-18 के सबसे बड़े ह�थयार आयातक देश ह� : सऊदी अरब, भारत, �म�, ऑ��े�लया तथा अ�ी�रया।

    SIPRIहाल ही म� �ॉकहो� अंतरा��ीय शां�त अनुस�ान सं�ान (SIPRI) ने अपनी �रपोट� जारी क�। इस �रपोट� के मुता�बक सऊदी अरब �व� का सबसे बड़ा ह�थयार

    आयातक देश है, जब�क भारत इस सूची म� दूसरे �ान पर है।

    �ॉकहो� अंतरा��ीय शां�त अनुस�ान सं�ान�ॉकहो� अंतरा��ीय शां�त अनुस�ान सं�ान (SIPRI) क� �ापना 1966 म� क� गयी थी, यह एक �ी�डश �थ� क ट�क है। यह संघष�, श� श� �नयं�ण तथा �नश�ीकरण

    इ�ा�द �वषय� म� शोध के �लए सम�प� त है। SIPRI नी�त �नमा�ताओं, शोधकता�ओं, मी�डया तथा जन-सामा� को डाटा, �व�ेषण तथा अनुशंसाएं उपल� करवाता है।

  • IIT खड़गपुर के छा�� ने नकली नोट� को पहचानने के �लए समाधान �वक�सत �कया

    15 माच� 2019#Currentaffairs

    IIT खड़गपुर के छा�� ने नकली नोट� को पहचानने के �लए समाधान �वक�सत �कया, इसके �लए 6 सद�ीय दल ने इमेज �ोसे�स� ग ए�ीकेशन का �वकास �कया है। इस

    ए�ीकेशन को �ाट�फ़ोन म� इन�ॉल �कया जा सकता है। उपभो�ा कर�सी नोट का �च� मोबाइल ए� पर अपलोड करके पता कर सकता है �क नोट असली है अथवा नकली। यह ए� 25 फ�चस� का अवलोकन करके नोट क� �मा�णकता �न��त करेगी। इस ए� का �वकास करने वाले 6 छा� ह�: T.Y.S.S. संतोष, स��श कुमार रे�ी, �वपुल तोमर,

    सा� कृ�ा, ��� तुलसी और डी.वी. सा� सूय� ह�।पृ�भू�म

    इससे पहले �ाट� इं�डया हैकाथन के दो सं�रण काफ� सफल रहे थे। �ाट� इं�डया हैकाथन म� 29 के�ीय मं�ालय ने सम�ाएं ��ुत क� थ�। सव��ेष

    आइ�डयाज म� से 20 �ोजे��स को चुना गया और उ�� माग�दश�न �दान �कया गया। बाद म� उन उ�ाद� को �वक�सत करके स�ं�धत मं�ालय� को स�पा गया। �ाट� इं�डया हैकाथन  2018 म� 27 के�ीय मं�ालय� तथा 17 रा� सरकार� ने

    �ह�ा �लया था। इस दौरान पहली बार हाड�वेयर ए�डशन को शु� �कया गया था।

  • रा�प�त ने वीरता पुर�ार �दान �कये

    15 माच� 2019#Currentaffairs

    �वजेताओं क� सूची

    रा�प�त रामनाथ को�व� द ने वीरता पुर�ार �दान �कये।इस बार 2 क��त� च�, 1 शौय� च�, 15 परम �व�श�  सेवा मैडल, 1 उ�म यु� सेवा मैडल,

    25 अ�त �व�श� सेवा मैडल तथा 14 शौय� च� �दान �कये गये।

    क��त� च�

    �ी ��ा पाल �स� ह (मरणोपरांत)�ी राजे� कुमार नैन, कां�ेबल (मरणोपरांत)

    परम �व�श� सेवा मैडलजनरल �ब�पन रावतले��न�ट जनरल सुदश�न �ीकांतले��न�ट जनरल �ब�पन पुरी

    उ�म यु� सेवा मैडल

    ले��न�ट जनरल सरनजीत �स� हले��न�ट जनरल सुदश�न �ीकांतमेजर जनरल अलोक राजमेजर जनरल चं�नरबंसीपोन�ामेजर जनरल ग�ज� � �स� ह��गे�डयर संजीत लगेह

    अ�त�व�श� सेवा मैडल

    ले��न�ट जनरल य�दु� व�कट कृ� मोहनले��न�ट जनरल जगदीश कुमार शमा�ले��न�ट जनरल उमेश कुमार शमा�

    शौय� च��ी ए. एस. कृ�ा�ी के. �दनेश राजा�ी �फु� कुमार

  • 15 माच� 2019#Currentaffairs

    वायु �दषूण से बढ़ता ह ैमधुमेह का खतरा : अ�यन

    अ�यन

    हाल ही म� चीन म� �कये गये अ�यन म� यह पाया गया है �क वायु �दूषण के कारण मधुमेह का खतरा बढ़ता है। इस अ�यन के �लए चीन के 15 �ा�� म� 88,000 लोग� का डाटा एक��त �कया गया। इस अ�यन म� 2004 से 2015 क� अव�ध म� PM 2.5 के �भाव का अ�यन �कया गया।यह अ�यन बी�ज� ग के फुवाई अ�ताल तथा अमे�रका के एमोरी �व��व�ालय के शोधकता�ओं �ारा �कया गया। इस अ�यन का �काशन “एनवायरनम�ट इंटरनेशनल” नामक प��का म� �कया गया है।

    ल�े समय तक नुकसानदायक �ोग कण� के �भाव से रहने के कारण मधुमेह का खतरा बढ़ जाता है। इस अ�यन म� चीन म� वायु �दूषण तथा मधुमेह रोग म� स�� का पता चला है।PM 2.5 कण� के �भाव म� 10 माइ�ो�ाम ��त �ू�बक मीटर क� वृ�� हो जाने के कारण मधुमेह रोग का खतरा 16% बढ़ जाता है।उ�री अमे�रका, यूरोप, हांगकांग तथा ताइवान म� �कया गये अ�यन म� भी वायु �दूषण तथा मधुमेह रोग के बीच स�� क� पु�� �ई है।

  • चीन ने अज़हर मसूद को वै��क आतंकवादी घो�षत �कये जाने पर आप�� जताई

    15 माच� 2019#Currentaffairs

    चीन ने अज़हर मसूद को वै��क आतंकवादी घो�षत �कये जाने पर आप�� जताई है। अज़हर मसूद पा�क�ान म� मौजूद आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोह�द का �मुख

    है। इसके �लए �ांस, अमे�रका और यूनाइटेड �क� गडम ने 27 फरवरी को ��ाव पा�रत �कया था। चीन संयु� रा� सुर�ा प�रष� का �ायी सद� है। चीन ने आप��

    दायर करने क� डेडलाइन समा� होने से ठीक पहले आप�� दायर क�।1267 ��तब� स�म�त �ारा सूचीब� �कये जाने के प�रणाम

    संयु� रा� सुर�ा प�रष� ��ाव 1267 के तहत 1267 तथा अल-कायदा ��तब� स�म�त का गठन �कया गया है। 1267 ��तबंधन� स�म�त

    �ारा सूचीब� �कये जाने के प�रणाम �न��ल�खत ह� :एसेट ��ज़

    सूचीब� ���य� अथवा सं�ाओं के फं�स तथा �व�ीय प�रसंप��य� को तुरंत ��ज़ करने का आदेश �दया जाता है।

    या�ा ��तबंधनसूचीब� ���य� पर सभी देश� �ारा या�ा करने पर ��तबंधन लगाया जाता है।

  • यंग �ोबल लीडस� 2019

    15 माच� 2019#Currentaffairs

    �व� आ�थ� क फोरम क� फाउंडेशन “फोरम ऑफ़ यंग �ोबल लीडस�” ने हाल ही म� ��तभाशाली युवाओं क� सूची जारी क�। इस सूची म� 40 वष� से

    कम उ� के युवाओं को शा�मल �कया गया है।मु� �ब�दु

    इस सूची म� म�हला उ�मी तथा उभरती �ई अथ��व�ाओं के युवा लीडस� शा�मल ह�।जन�हत, वै��क �व�वधता तथा नवो�ेष को बढ़ावा देने म� युवा लीडस� क� भू�मका काफ� अहम है।�व� आ�थ� क फोरम �ारा युवा वै��क लीडस� को पांच वष�य काय��म म� शा�मल होने के �लए आमं��त �कया है।

    �व� आ�थ�क फोरम  (WEF)यह एक अंतरा��ीय सं�ा है, इसक� �ापना �ाउस �ाब ने साव�ज�नक-�नजी सहयोग के �ारा �व� क� ��त म� सुधार के �लए क� थी। इसक� �ापना 1971 म� क� गयी थी।

    इसका मु�ालय ���ज़रल�ड के �जनेवा म� ��त है। यह संगठन राजनीती, �ापार, �श�ा तथा उ�ोग इ�ा�द �व�भ� �े�� के लीडस� के भी काय� करता है।

  • �सरसी सुपारी को �मला भौगो�लक संकेत (GI) टगै

    15 माच� 2019#Currentaffairs

    कना�टक के उ�र क�ड़ �जले क� �सरसी सुपारी को भौगो�लक संकेत (GI) टैग �दान �कया। �सरसी सुपारी का उ�ादन उ�र क�ड़ �जले के �सरसी, ये�ापुर तथा �स�ापुर तालुक म� उगाया जाता है। इन तीन तालुक� म� ��तवष� 40,000 एकड़ �े� म� 4 लाख सुपारी का उ�ादन �कया जाता है। कना�टक म� उ�ा�दत क� जानी इस

    सुपारी को गुजरात, महारा�, राज�ान तथा नई �द�ी म� बेचा जाता है।

    �व�श� भौगो�लक संकेत (Geographical Indication)

    GI टैग अथवा पहचान उस व�ु अथवा उ�ाद को �दया जाता है जो �क �व�श� �े� का ��त�नध� करती है, अथवा �कसी �व�श� �ान पर ही पायी जाती है अथवा वह उसका

    मूल �ान हो। GI टैग कृ�ष उ�ाद�, �ाकृ�तक व�ुओं तथा �न�म� त व�ुओं उनक� �व�श� गुणव�ा के �लए �दया जाता है। यह GI पंजीकरण 10 वष� के �लए वैध होता है, बाद म� इसे री�ू करवाना पड़ता है। कुछ मह�पूण GI टैग �ा� उ�ाद दाज��ल� ग चाय,

    �त�प�त ल�ू, कांगड़ा प��ट� ग, नागपुर संतरा तथा क�ीर प�ीना इ�ा�द ह�।

  • राजनीती म� म�हलाएं : अंतरसंसदीय संघ डाटा

    15 माच� 2019#Currentaffairs

    अंतरसंसदीय संघ ने हाल ही म� राजनीती म� म�हलाओं क� भागीदारी के स�भ� म� डाटा जारी �कया, इसके मु� �ब� दु �न��ल�खत ह� :

    अंतरसंसदीय संघ

    2017 म� �व� म� 7.2% म�हला रा� �मुख थ�, 2018 म� यह दर कम हो कर 6.6% पर प�ँच गयी है।2017 म� सरकार म� म�हला �मुख� क� दर 5.7% थी, 2018 म� यह कम होकर 5.2% हो गयी है।संसद म� म�हलाओं क� वै��क भागीदारी म� 1% क� वृ�� �ई, अब यह दर बढ़कर 24.1% हो गयी है।1995 से 2018 के बीच संसद म� म�हलाओं क� भागीदारी म� 11% क� वृ�� �ई है।

    अंतरसंसदीय संघ क� �ापना 1889 म� क� गयी थी, यह एक वै��क अंतरसंसदीय सं�ान है। इसका मु�ालय ���ज़रल�ड के �जनेवा म� ��त

    है। इसक� �ापना �ेड�रक पैसी तथा �व�लयम र�डल �ेमर �ारा क� गयी थी। 178 देश� क� रा�ीय संसद इस संघ क� सद� ह�।

  • भारत प�ँचा चाबहार माग� से भेजा गया अफ़ग़ा�न�ान का पहला क�ाइनम�ट

    15 माच� 2019#Currentaffairs

    चाबहार बंदरगाह

    चाबहार बंदरगाह से भेजा गया अफ़ग़ा�न�ान का पहला क�ाइनम�ट भारत प�ँच गया है। इस क�ाइनम�ट म� अफ़ग़ा�न�ान के शहर ज़रांज से 57 टन के सूखे फल, कपडे, कारपेट तथा ख�नज उ�ाद 23 �क� म� भेजे गये। यह क�ाइनम�ट ईरान के चाबहार बंदरगाह से होते �ए मंुबई प�ंचा।चाबहार बंदरगाह भारत, अफ़ग़ा�न�ान और ईरान के बीच मधुर संबंध� का प�रचायक है। इससे तीन� देश� के आ�थ� क �वकास को भी बढ़ावा �मलेगा। चाबहार बंदरगाह से भारत को अफ़ग़ा�न�ान से �ापार करने के �लए सरल माग� �मलेगा। भारत ने चाबहार बंदरगाह के �वकास के �लए काफ� �नवेश �कया है।

    चाबहार बंदरगाह ईरान के द��णी तट पर ��त है, यह बंदरगाह साम�रक �प से काफ� मह�पूण� है। यह बंदरगाह चीन �ारा पा�क�ान म� �न�म� त �ादर बंदरगाह से केवल 100 नॉ�टकल मील दूर ��त है। भारत ने सव��थम 2003 म� चाबहार बंदरगाह के �वकास का

    ��ाव रखा था। फरवरी, 2018 चाबहार के पहले चरण (शा�हद बेहे�ी) के ��या�यन के �लए समझौते पर ह�ा�र �कये गये थे। इस समझौते के तहत इं�डया पो�स� �ोबल �ल�मटेड

    नामक भारतीय कंपनी चाबहार बंदरगाह का अंत�रम �भार अपने हाथ म� लेगी।

  • DRDO ने �देशी �वक�सत मानव-पोट�बल एंटी-ट�क गाइडेड �मसाइल का सफलतापूव�क परी�ण �कया

    15 माच� 2019#Currentaffairs

    परी�णइस �मसाइल का परी�ण राज�ान के पोखरण म�  �कया गया।

    यह इसरो �ारा �वक�सत मानव एंटी-ट�क गाइडेड �मसाइल क� तीसरी पीढ़ी है।यह मारक �मता 2.5 �कलोमीटर तक है।मानव-पोट�बल एंटी-ट�क गाइडेड �मसाइल का इ�ेमाल कंधे पर रख कर �कया जा सकता है।

    MPATGM �णाली

    MPATGM र�ा अनुस�ान व �वकास संगठन �ारा �वक�सत एंटी ट�क गाइडेड �मसाइल क� तीसरी पीढ़ी है। यह अपनी �ेणी म� �व� म� सव��े� है। अभी इसका

    आ�धका�रक नामकरण �कया जाना बाक� है। यह �तीय पीढ़ी क� �ां�ससी मूल क� एंटी-ट�क गाइडेड �मसाइल �मलान और सो�वयत �मसाइल क�कुर का �ान लेगी।

    �फलहाल �मलान और क�कुर �मसाइल� भारतीय सेना म� काय�र� ह�।

  • AFINDEX-19

    15 माच� 2019#Currentaffairs

    अ��का-इं�डया जॉइंट फ�� �े�न� ग ए�रसाइज (AFINDEX-19) का आयोजन भारतीय सेना तथा 16 अ��क� देश� के बीच 18 माच� स े

    27 माच� के बीच पुणे म� �कया जायेगा।इस अ�ास म� 16 अ��क� देश� म� से ��ेक देश से 10-10 सै�नक �ह�ा ल�गे। भारत क� ओर से इस अ�ास म� मराठा लाइट इ�� �ी के सै�नक �ह�ा ल�गे।इस अ�ास का आयोजन पुणे म� औंध �म�ल�ी �ेशन तथा �करक� के कॉलेज ऑफ़ �म�ल�ी इंजी�नय�र� ग  म� �कया जायेगा।AFINDEX-19 का उ�े� ��तभागी दल� को मानवीय सहायता तथा शां�त �मशन के �लए ��श�ण �दान करना है।इस संयु� सै� अ�ास का उ�े� इंटरओपेरा�ब�लटी को बढ़ावा देना है। इस दौरान सेनाय� एक-दूसरे क� ���याओं के बारे म� जान सक� गी।

    AFINDEX-19 के तहत भारतीय सश� बल संयु� रा� शां�त �मशन के �लए अपने अनुभव को अ��क� देश� क� सेनाओं के साथ साझा कर�गे।

  • कना�टक म� �ाउड सी�ड�ग

    15 माच� 2019#Currentaffairs

    सूखे क� ���त से पी�ड़त कना�टक सरकार ने दो मानसून सीजन के �लए बादल� से अ�धकतम जल �ा� करने के �लए �ाउड सी�ड� ग का उपयोग करने का

    �नण�य �लया है। इसका उपयोग 2019 तथा 2020 क� मानसून ऋतू के दौरान �कया जायेगा। इसके �लए कना�टक सरकार ने ट�डर मंगवाएं ह�। एक सीजन म�

    �ाउड सी�ड� ग क� अनुमा�नत लागत लगभग 50 करोड़ �पये आएगी।�ाउड सी�ड� ग �ा है?

    �ाउड सी�ड� ग ���या के मा�म से बादल� म� रासायन� के मा�म से वषा� �ा� करना है। वषा� उस समय होती है जब वायु म� मौजूद नमी उस �र पर प�ँच जाती है जब उसे हवा म� नही रखा जा सकता। �ाउड सी�ड� ग के �ारा इस ���या को ग�त दी जाती है। इसके �लए �स�र अथवा पोटै�शयम के आयोडाईड का उपयोग नु�ेई, ठोस काब�न

    डाइऑ�ाइडअ अथवा �ल��ड �ोपेन का उपयोग �कया जाता है।कना�टक म� �ाउड सी�ड� ग के �यास

    इससे पहले 2017 म� �ोजे� वश�धारे के �ारा भी इसी �क� का �यास �कया गया था। यह �यास काफ� सफल रहा था। डाटा के

    अनुसार इससे वषा� म� 27.9% क� वृ�� �ई थी।