2020/07/17  · address: 635, ground floor, main road, dr. mukherjee nagar, delhi 110009 phone:...

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    :: दिन ांक (Date): 17 जुल ई 2020 ::

    :: र ष्ट्रीय सम च र ::

    NISHTHA क ययक्रम

    चच य में क्यों

    मानव संसाधन और ववकास मतं्री रमशे पोखररयाल वनशकं ने आधं्रप्रदशे के वशक्षा से जड़ेु 1200 प्रमखु व्यवियों के वलए

    पहला ऑन-लाइन NISHTHA काययक्रम शरुू वकया।

    क्य है NISHTHA क ययक्रम

    ISHTHA (National Initiative for School Head's and Teacher's Holistic Advancement) काययक्रम कें द्र

    सरकार द्वारा शरुू की गई राष्ट्रीय पहल ह।ै

    इस काययक्रम को 21 अगस्त 2019 को लांच वकया गया था।

    “वनष्ठा (NISHTHA)” काययक्रम के तहत मानव संसाधन ववकास मतं्रालय ने दशेभर के लाखों वशक्षकों को वनिःशलु्क

    प्रवशक्षण प्रदान कर रहा ह।ै

    कें द्र प्रायोवजत यह काययक्रम स्कूल वशक्षा और साक्षरता ववभाग द्वारा समग्र वशक्षा 2019- 20 के तहत राष्ट्रीय वमशन के रूप

    में शरुू वकया ह।ै

    “वनष्ठा काययक्रम (NISHTHA Programme)” के प्राथवमक स्तर पर सभी सरकारी स्कूलों के सभी वशक्षक और स्कूल

    प्रमखु शावमल होंग।े

    NISHTHA क ययक्रम की दिशेषत ए ँ

    इस काययक्रम में बच्चों में महत्वपणूय सोच को प्रोत्सावहत करने और बढावा दनेे के वलए वशक्षकों को प्रेररत करने और प्रवशक्षण

    प्रदान हते ुविज़ाइन वकया गया ह।ै

    वनष्ठा के तहत ववकवसत वकए गये प्रारूपों के द्वारा बच्चों के समग्र ववकास का ध्यान रखा जायेगा।

    इसमें पाठ्यक्रम सवहत स्वास््य कल्याण, व्यविगत सामावजक गणु, कला, स्कूली वशक्षा में पहल, ववषय-ववशषे वशक्षा,

    वशक्षण-वशक्षा में आईसीटी, नेततृ्व क्षमता, पवूय- ववद्यालय वशक्षा, पवूय-व्यावसावयक वशक्षा, आवद को शावमल वकया गया ह।ै

    अब तक लगभग 23,000 प्रमखु संसाधन व्यवि (key resource personals) और 17.5 लाख वशक्षक और स्कूल वनष्ठा

    से लाभावववत हुए हैं।

    अब इसके ऑनलाइन हो जाने इसका लाभ और अवधक वशक्षकों तक पहुचंेगा।

    प्रस ि योजन

    चच य में क्यों ?

    हाल ही में कें द्रीय पययटन राज्य मतं्री (स्वतंत्र प्रभार ) श्री प्रह्लाद वसंह पटेल जी ने गजुरात के सोमनाथ मवंदर में " तीथययात्री

    सवुवधाओ ंके ववकास " पररयोजना का वचुयअल उद्घाटन वकया।

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    यह कायय प्रसाद योजना के अतंगयत वकया जा रहा ह।ै माचय 2017 से जारी इस पररयोजना की कुल 45.36 करोड़ रही।

    प्रस ि योजन के ब रे में :-

    पययटन मतं्रालय द्वारा 2014-15 में ' तीथययात्रा कायाकल्प एव ंअध्यावत्मक, ववरासत संवधयन अवभयान वमशन (प्रसाद) का

    आरम्भ वकया गया था।

    इसका मखु्य उद्दशे्य वचववहत तीथयस्थानों एव ंधरोहर गतंव्यों का समवेकत ववकास था वजसके द्वारा आवथयक संववृि तथा रोजगार

    को भी बढाया जाये।

    इस योजना में 100% ववत्तीयन कें द्र सरकार द्वारा की जा रही ह ैतथा इसमें कॉपोरेट - सोशल रेस्पोंसवबवलटी तथा सावयजावनक

    वनजी भागीदारी को भी प्रयोग में लाया जा सकता ह।ै

    इस योजना का लक्ष्य प्रवशे वबवदओु ं (सड़क, रेल एव ंजल पररवहन) का अवसंरचना ववकास, अवंतम वबंद ुतक संपकय ,

    सचूना/अनवुाद कें द्र जसैी मलूभतू पययटन सवुवधाए,ं एटीएम/मनी एक्सचेंज, के्षत्र में लाइवटंग एव ंऊजाय के नवीकरणीय स्रोतों

    के साथ प्रकाश व्यवस्था, पावकिं ग, पीने के पानी, शौचालयों प्रतीक्षालय , प्राथवमक वचवकत्सा कें द्र, क्राफ्ट

    आजार/हाट/सोवववनयर दकूानों/कैफेटेररया, वषाय आश्रयगहृों, दरूसंचार सवुवधाओ,ं इटंरनेट कनेवक्टववटी आवद जसैी

    सवुवधाओ ंका ववकास करना था।

    सोमन थ मांदिर

    गजुरात में वस्थत इस मवंदर के गभयगहृ में भगवान वशव ववराजमान हैं

    यह वहवद ू-सनातन परंपरा के महत्वपणूय मवंदरों में एक ह।ै

    महमदू गजनवी से लेकर औरंगजबे तक यह मवंदर कई बार आक्रांताओ ंका कोप भाजन बना ह ै

    मवंदर के आधवुनक भवन के वनमायण का श्रेय श्री सरदार पटेल जी को जाता ह।ै

    चमड क रीगरों के दलए अत्य धुदनक फुटदियर प्रदशक्षण कें द्र

    खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) ने चमड़ा कारीगरों को प्रवशवक्षत करने के वलए वदल्ली में अपनी तरह के पहले

    फुटववयर प्रवशक्षण कें द्र का आज उद्घाटन वकया। इस कें द्र को एमएसएमई मतं्रालय की इकाई कें द्रीय फुटववयर प्रवशक्षण

    संस्थान (सीएफटीआई) आगरा के तकनीकी जानकारों के साथ वमलकर स्थावपत वकया गया ह।ै

    वदल्ली में गांधीघाट, राजघाट वस्थत “केवीआईसी-सीएफटीआई फुटववयर रेवनंग कम प्रोिक्शन सेंटर” उच्च गणुवत्ता वाले

    फुटववयर बनाने के वलए चमड़ा कारीगरों को 2 महीने का एक व्यापक प्रवशक्षण काययक्रम महुयैा करायेगा।

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    :: अांतर यष्ट्रीय सम च र ::

    सांयुक्त र ष्ट्र आदथयक और स म दजक पररषि (ईसीओएसओसी)

    चच य में क्यों?

    प्रधानमतं्री श्री नरेव द्र मोदी शकु्रवार, 17 जलुाई 2020 को वययूॉकय वस्थत संयिु राष्ट्र में संयिु राष्ट्र आवथयक और सामावजक

    पररषद (ईसीओएसओसी) के सत्र के इस साल के उच्च- स्तरीय खिं को आभासी रूप से संबोवधत करेंग।े नॉव ेके प्रधानमतं्री

    और संयिु राष्ट्र के महासवचव श्री एटंोवनयो गटेुरेस के साथ प्रधानमतं्री श्री नरेवद्र मोदी समापन सत्र को संबोवधत करेंग।े

    ईसीओएसओसी के सत्र से जुडे महत्िपूणय तथ्य

    वावषयक उच्च-स्तरीय खिं में सरकार, वनजी के्षत्र एव ंवसववल सोसायटी के उच्चस्तरीय प्रवतवनवधयों और वशक्षाववदों का एक

    ववववध समहू शावमल ह।ै इस वषय के उच्च-स्तरीय खिं की थीम ह-ै 'कोववि-19 के बाद बहुपक्षवाद: 75वीं वषयगांठ पर हमें

    वकस तरह के संयिु राष्ट्र की जरूरत ह।ै'

    बदलते अतंरराष्ट्रीय पररदृश् य और कोववि-19 महामारी के मौजदूा संकट काल को ध् यान में रखते हुए यह सत्र बहुपक्षवाद की

    वदशा तय करने वाली महत्वपणूय ताकतों पर फोकस करेगा। इसके साथ ही इस सत्र के दौरान सदुृढ नेततृ्व, प्रभावशाली

    अतंरायष्ट्रीय संस्थानों, सहभावगता में ववृि और ववैिक सावयजवनक वस्तओु ंके बढे हुए महत्व के जररए ववैिक एजेंिे को आग े

    बढाने के तरीकों का पता लगाया जाएगा।

    यह आयोजन ववशषे अहवमयत रखता ह ैक्योंवक यह पहला अवसर होगा जब प्रधानमतं्री श्री मोदी 17 जनू 2020 को सरुक्षा

    पररषद के गरै-स्थायी सदस्य (2021-22 के काययकाल के वलए) के रूप में भारत को वनववयरोध चनुे जाने के बाद संयिु राष्ट्र

    की व्यापक सदस्यता को संबोवधत करेंग।े संयिु राष्ट्र की स्थापना की 75वीं वषयगांठ पर 'ईसीओएसओसी' के उच्च-स्तरीय

    खिं की थीम दरअसल भारत की सरुक्षा पररषद संबंधी प्राथवमकता के साथ भी प्रवतध्ववनत होती ह,ै वजसमें भारत ने कोववि-

    19 के बाद की दवुनया में 'पनुगयवठत बहुपक्षवाद' का आह्वान वकया ह।ै

    इस अवसर पर ईसीओएसओसी के सबसे पहले अध्यक्ष (वषय 1946 में सर रामास्वामी मदुवलयार) के रूप में भारत की भवूमका

    को भी स् मरण वकया जाएगा। प्रधानमतं्री ने इससे पहले जनवरी 2016 में ईसीओएसओसी की 70वीं वषयगांठ पर आभासी रूप

    से मखु्य भाषण वदया था।

    दिय मेर भ ष ब ांध

    चच य में क्यों?

    भारत के कड़े ववरोध के बाद भी चीन ने अपने सदाबाहर वमत्र पावकस् तान की मदद के वलए पाक अवधकृत कश् मीर के वगलवगट-

    बावल्टस् तान इलाके में वदयामरे भाषा बांध का वनमायण शरुू कर वदया ह।ै पावकस् तान के प्रधानमतं्री इमरान खान ने इस इलाके

    का दौरा वकया। उव होंने कहा वक यह पावकस् तान के इवतहास में अब तक सबसे बड़ा बांध होगा। उधर, भारत ने इस वववावदत

    इलाके में चीन के बांध वनमायण का परुजोर ववरोध वकया ह।ै

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    दिय मेर भ ष ब ांध के ब रे में

    बांध वगलवगत-बावल्टस्तान (Gilgit-Baltistan) में वसंध ुनदी पर बनाया जाएगा, जो पावकस्तान के कब्ज ेवाले कश्मीर

    (PoK) में ह.ै इसके 2028 में परूा होने की उम्मीद ह.ै यवद वनमायण कायय सफल होता ह ैतो यह दवुनया का सबसे ऊंचा रोलर

    कॉम्पैक्ट कंक्रीट बांध होगा. बांध से पावकस्तान को सस्ती वबजली वमलेगी और रोजगार पैदा होंग.े

    :: र जव्यिस्थ ::

    पशु बदल प बांिी क नून

    चच य में क्यों?

    दवेताओ ंको कवथत तौर पर प्रसवन करने के वलए पजूा में पशओु ंऔर पवक्षयों की दी जाने वाली बवल पर प्रवतबंध लगान े

    संबंधी काननू को संवधैावनक ठहराने के केरल हाईकोटय के फैसले को सपु्रीम कोटय में चनुौती दी गई ह।ै शीषय अदालत ने इस

    यावचका पर केरल सरकार से जवाब मांगा ह।ै

    यावचकाकताय ने दलील दी ह ैवक पश ुबवल उसकी धावमयक परंपरा का अवभवन वहस्सा ह।ैयावचका में कहा गया ह ैवक हाईकोटय

    के आदशे से संववधान के अनुच्छेद 14 और 25 (1) में प्रदत्त उसके मौवलक अवधकारों का हनन हुआ ह।ै

    पृष्ठभूदम

    बता दें वक केरल हाईकोटय ने केरल पश ुऔर पक्षी बवल वनषेध काननू की वधैता को चनुौती दनेे वाली जनवहत यावचका 16

    जनू को खाररज कर दी थी। हाईकोटय ने कहा था वक ऐसा कोई सबुतू पेश नहीं वकया गया वजससे यह सावबत हो वक धमय के

    वलए यह परंपरा जरूरी ह।ै हालांवक यावचकाकतायओ ंने हाईकोटय में दलील दी थी वक कू्ररता की रोकथाम काननू 1960 धावमयक

    परंपराओ ंके वलए बवल की इजाजत दतेा ह।ै

    हाईकोटय ने अपने फैसले में कहा था वक कू्ररता रोकथाम काननू में धावमयक कायय के वलए बवल शब्द का उल् लेख नहीं वकया

    गया ह।ै

    अब मामला सपु्रीम कोटय में पहुचंा ह ैवजसमें यावचकाकताय ने दलील दी ह ैवक उसके द्वारा उठाए गए मामलों पर ववचार वकए

    बगरै ही अदालत ने यावचका खाररज कर दी थी। यावचका में कहा गया ह ैवक बवल शवि की उपासना का अवभवन वहस्सा ह ै

    और याची इस फैसले की वजह से बावल अवपयत नहीं कर पा रहा ह।ै

    :: अथयव्यिस्थ ::

    पशुप लन अिसांरचन दिक स दनदध

    चच य में क्यों

    कें द्रीय मत्स्य पालन, पशपुालन एव ं िेयरी मतं्री द्वारा 15,000 करोड़ रुपये के पशपुालन अवसंरचना ववकास वनवध

    (एएचआईिीएफ) के वलए कायायववयन वदशावनदशेों को जारी वकए गए हैं।

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    पृष्ठभूदम

    पशपुालन अवसंरचना ववकास वनवध को कई के्षत्रों में ववकास सवुनवित करने के वलए आत्मवनभयर भारत अवभयान प्रोत्साहन

    पैकेज के अतंगयत 24 जनू 2020 को मजंरूी प्रदान की गयी थी।

    पशुप लन बुदनय िी ढ ांच दिक स दनदध के ब रे में

    यह वनजी के्षत्र में िेयरी एव ंमीट प्रसंस्करण के वलए इफं्रास्रक्चर और बेहतरीन बवुनयादी ढांचे के ववकास और पश ुआहार

    संयंत्र की स्थापना में वनवशे के अवत आवश्यक प्रोत्साहन को बढावा दनेे के वलए उवचत सवुवधा उपलब्ध कराएगा।

    इस योजना के तहत योग्य लाभाथी वकसान उत्पादक संगठन (एफपीओ), एमएसएमई, सेक्शन 8 कंपवनयां, वनजी कंपवनया ं

    और वनजी उद्यमी होंग ेवजवहें 10 प्रवतशत की मावजयन रावश का योगदान करना होगा।

    इसके तहत सरकार पात्र लाभावथययों को 3% ब्याज अनदुान भी प्रदान करेगी। मलू ऋण रावश के वलए 2 वषय का शलु्क स्थगन

    और उसके बाद 6 वषय के वलए पनुभुयगतान अववध प्रदान की जाएगी।

    सरकार द्वारा नाबािय के माध्यम से प्रबंवधत, 750 करोड़ रुपये की ऋण गारंटी कोष की स्थापना भी की जाएगी।

    उन स्वीकृत पररयोजनाओ ंको ऋण गारंटी प्रदान की जाएगी जो एमएसएमई की पररभावषत सीमा के अंतगयत आते हैं और

    गारंटी कवरेज, उधारकताय की ऋण सवुवधा का 25% तक होगा।

    योजन के ल भ

    योग्य लाभावथययों द्वारा प्रसंस्करण और मलू्य वधयन इफं्रास्रक्चर में वनवेश से इन प्रसंस्कृत और मलू्य-ववधयत सामानों का वनयायत

    बढाने में भी मदद वमलेगी।

    एएचआईिीएफ में वनवशे से न वसफय वनजी वनवशे को प्रोत्साहन वमलेगा बवल्क यह वकसानों को भी पशपुालन में वनवशे बढाने

    के वलए प्रोत्सावहत करेगा वजससे उत्पादन में ववृि होगी और उनकी आय में भी बढोतरी होगी।

    इस योजना से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर लगभग 35 लाख लोगों को आजीववका का साधन वमल सकेगा।

    वनजी के्षत्र के जररए वनवेश से संभावनाओ ंके कई रास्ते खलुेंग।े एएचआईिीएफ के 15,000 करोड़ रुपये और वनजी वनवशेकों

    के वलए ब्याज में आवथयक सहायता की योजना से इन पररयोजनाओ ंके वलए जरूरी वनवशे को परूा करने में पूंजी की उपलब्धता

    सवुनवित होगी और इससे वनवेशकों को अपना ररटनय बढाने में भी मदद वमलेगी।

    नेशनल इन्िेस्टमेंट इांफ्र स्रक्चर फण्ड (NIIF)

    चच य में क्यों ?

    हाल ही में NTPC द्वारा नेशनल इववसे्टमेंट इफं्रास्रक्चर फण्ि के साथ एक समझौता ज्ञापन (ममेोरेंिम ऑफ़ अिंरस्टैंविंग )

    हस्ताक्षर वकया गया।

    सम्बांदधत अन्य तथ्य

    दोनों घटको के मध्य यह समझौता अक्षय ऊजाय तथा तथा ववद्यतु ्ववतरण के के्षत्र में वनवेश बढाने को लेकर ह।ै NTPC की

    तकनीकी तथा नेशनल इववसे्टमेंट इफं्रास्रक्चर फण्ि की ववत्त संग्रहण क्षमता लक्ष्य की प्रावि हते ुएक दसुरे का परूक बनेंगी।

    इस समझौते से NTPC द्वारा 2032 तक 30 गीगावाट अक्षय ऊजाय क्षमता वनधायरण के लक्ष्य को सहयोग प्राि होगा।

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    नेशनल इन्िेस्टमेंट इांफ्र स्रक्चर फण्ड :-

    इसकी स्थापना वावणवज्यक रूप से उपलब्ध पररयोजनाओ ंके इफं्रास्रक्चर को सहयोग प्रदान कर उनके आवथयक प्रभाव को

    बढाने के उद्दशे्य से की गई थी।

    इसकी स्थापना 2015 में ववत्त मतं्रालय के अतंगयत की गई

    इसका मखु्यालय मुंबई में ह।ै

    इसमें 49% वहस्सा भारत सरकार का ह ै , तथा अवय वनवशेक भारतीय जीवन बीमा वनगम, आईसीआईसीआई बैंक ,

    एचिीएफसी बैंक , कोटक मवहदं्रा तथा आबधूाबी इववसे्टमेंट अथॉररटी व एवशयाई इफं्रास्रक्चर इववसे्टमेंट बैंक हैं। इसीवलए

    NIIF को फण्ि ऑफ़ फंि्स भी बोला जाता ह।ै

    प दटयदसपेटरी नोट्स (पी-नोट्स)

    चच य में क्यों?

    घरेल ूपूंजी बाजार में पावटयवसपेटरी नोट्स (पी-नोट्स) के माध्यम से होने वाले वनवेश में जनू में लगातार तीसरे महीने बढत दजय

    की गयी। जनू के अतं तक यह 62,138 करोड़ रुपये रहा। पूंजी बाजार से आशय शयेर, बांि, हाइविि वसक्यरुरटीज और

    िेररववेटव सभी में आने वाले वनवशे से ह।ै

    भारतीय प्रवतभवूत और वववनमय बोिय (सेबी) के आकंड़ों के अनसुार घरेल ूपूंजी बाजार में पी-नोट्स वनवेश जनू अतं तक

    बढकर 62,138 करोड़ रुपये रहा। पी-नोट्स से होने वाले वनवेश में इससे पहले भी मई और अप्रैल में बढत दजय की गयी थी।

    मई अंत में यह 60,027 करोड़ रुपये और अप्रैल में 57,100 करोड़ रुपये रहा था। जबवक माचय अतं में यह वगरकर 15 साल

    के वनचले स्तर 48,006 करोड़ रुपये रह गया था।

    प दटयदसपेटरी नोट्स (पी-नोट्स) क्य है?

    पावटयवसपेटरी नोट यानी (पी-नोट) एक तरह का ऑफशोर िेररववेटव इसं्रूमेंट होता ह।ै जो इववसे्टसय सेबी के पास रवजस्रेशन

    कराए बगरै इवंियन वसक्यॉररटीज/ पूंजी बाजार में पैसा लगाना चाहते हैं, व ेइनका इस्तेमाल करते हैं। ववदशेी इववसे्टसय को पी-

    नोट्स सेबी के पास रवजस्टिय फॉरन िोकरेज फम्सय या िोमवेस्टक िोकरेज फम्सय की ववदशेी यवूनट्स जारी करती हैं। िोकर

    इवंियन वसक्यॉररटीज (शयेर, िेट या िेररववेटव्स) में खरीदारी करते हैं और फीस लेकर उन पर क्लायंट को पी-नोट्स इश्य ू

    करते हैं।

    :: दिज्ञ न और प्रौद्योदगकी ::

    थटी मीटर टेलीस्कोप (टीएमटी)

    चच य में क्यों?

    हवाई पवयत पर दवुनया के सबसे बड़े टेलीस्कोप बनाने की योजना से जड़ेु वजै्ञावनकों ने कहा वक “ववैिक महामारी और सदी

    जसैे कारणों के कम से कम अगले वषय तक यह वनमायण कायय शरुू नहीं हो पाएगा।

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    थटी मीटर टेलीस्कोप (टीएमटी) के ब रे में

    थटी मीटर टेलीस्कोप (30 मीटर व्यास) ऑवटटकल दरूबीन यानी टीएमटी नासा द्वारा अतंररक्ष में स्थावपत की गई दरूबीन

    हब्बल से 12 गनुा अवधक स्पष्ट वचत्र लेने में सक्षम होगी। यह वतयमान में मौजदू दरूबीनों के मकुाबले तीन गनुा अवधक बड़ी

    होगी। यह दरूबीन अतंररक्ष की अबझू पहवेलयों का हल खोजने में मददगार सावबत होगी।

    वषय 1610 में पहली दरूबीन का वनमाणय हुआ। उसके बाद से अभी तक हजारों छोटी बड़ी दरूबीनों का वनमायण अनवरत जारी

    ह।ै ऑवटटकल दरूबीन में दस मीटर व्यास तक दरूबीन स्थावपत की जा चकुी हैं।

    अब जरूरत के मतुावबक तीस मीटर व्यास की दरूबीन स्थावपत करने का कायय हवाई द्वीप में चल रहा ह।ै वैज्ञावनकों के अनुसार

    यह दरूबीन अत्याधवुनक उपकरणों से लेस होगी। वजसमें एिॉवटटव व ऑवटटकल उपकरण लगाए जाएगं।े इनके अलावा वाइल्ि

    फील्ि स्पेक्रोमीटर व इफं्रारेि इमवेजगं स्पेक्रोमीटर अत्याधवुनक उपकरण स्थावपत वकए जाने हैं। इन उपकरणों से अतंररक्ष के

    अथाह सागर की थाह पाना आसान हो जाएगा।

    इस पररयोजना में दवुनया के पाचं दशे क्रमश: भारत, अमरेरका, कनािा, जापान व चायना शावमल हैं। इस पररयोजना में भारत

    की दस फीसदी की भागीदारी ह।ै

    ब्यूबोदनक प्लेग

    चच य में क्यों?

    चीन में फैली नई बीमारी ब्यबूोवनक टलेग से एक और मौत का मामला सामने आया ह।ै चीन के पविमी मगंोवलया में एक 15

    साल के लड़के की ब्यबूोवनक टलेग के कारण मौत हो गई।

    चीन के स्वास््य मतं्रालय ने घोषणा की वक एक संक्रवमत मरमटै(Marmot) जानवर का मांस खाने के कारण इस लड़के की

    मौत हुई ह।ै चीनी स्वास््य मंत्रालय के प्रविा नारंगरेेल दोजय(Narangerel Dorj) ने बताया वक दो अवय लड़कों ने भी

    संक्रवमत मरमटै(Marmot) जानवर का मांस खाया ह।ै वफलहाल इन दोनों लड़कों का इलाज वकया जा रहा ह।ै

    टलेग मरमटै((Marmot) , बड़े रोिेंट्स(large rodents) में पाया जाता हैं जो उत्तरी एवशयाई घास के मदैान में रहते हैं। इसके

    अलावा ये कुछ अवय जगंली जानवरों में भी पाया जाता ह,ै जो मगंोवलया, उत्तर-पविमी चीन और पवूी रूस के इलाके में रहते

    हैं। मगंोवलया की सरकार ने जनता को ब्यबूोवनक टलेग को लेकर चेतावनी दी ह ैऔर उनसे कहा ह ैवक मरमटै(Marmot)

    जानवर का वशकार न करें या इसे ना खाए।ं

    क्य है ब्यूबोदनक प्लेग?

    घातक बीमारी ब्यबूोवनक टलेग(bubonic plague) को मध्य काल में ब्लैक िेथ (Black Death) के रूप में जाना जाता

    था।

    बबुोवनक टलेग बैक्टीररया यवसयवनया पेवस्टस के कारण होता ह।ै यवसयवनया पेवस्टस बैक्टीररया, आमतौर पर छोटे स्तनधाररयों

    और उनके वपस्स ूमें पाए जाने वाले एक जनूोवटक जीवाण ुहोते हैं।

    इस रोग में मरीजों को बखुार, वसरददय, ठंि लगना, कमजोरी, सजून, वलम्फ नोि्स (वजवहें बबुोस कहा जाता ह)ै की अचानक

    शरुुआत होती ह।ै यह रूप आमतौर पर एक संक्रवमत वपस्स ूके काटने से होता ह ै। बैक्टीररया वलम्फ नोि को बढा दतेे हैं जहां

    से और अवधक बैक्टीररया मानव शरीर में प्रवशे करते हैं। यवद रोगी को उवचत एटंीबायोवटक दवाओ ंके साथ इलाज नहीं

    वकया जाता ह,ै तो बैक्टीररया शरीर के अवय भागों में फैल सकता ह।ै

    इस रोग के लक्षणों में वलम्फ नोि्स में सजून शावमल हैं एव ंइसका प्रभाव कमर, बगल या गदयन में वदखता ह ै।

    बखुार, ठंि लगना, वसरददय, थकान और मांसपेवशयों में ददय इसके अवय लक्षण ह।ै

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    बबुोवनक टलेग की वस्थवत में हवैी िोज के एटंीबायोवटक दवाओ ंके साथ तत्काल अस्पताल उपचार की आवश्यकता होती

    ह।ै

    र ष्ट्रीय ब योफ म य दमशन और कोदिड -19 िैक्सीन ज इकोि –डी

    चच य में क्यों?

    जवै प्रौद्योवगकी उद्योग अनसंुधान सहायता पररषद (बीआईआरएसी) द्वारा लाग ूवकये गए राष्ट्रीय बायोफामाय वमशन के तहत

    भारत सरकार के जवै प्रौद्योवगकी ववभाग द्वारा समवथयत एवं जाइिस द्वारा विजाइन और ववकवसत टलावस्मि िीएनए वकै्सीन

    जाइकोव – िी के नैदावनक परीक्षणों की शरुुआत हो गयी ह।ै यह काययक्रम भारत सरकार के जवै प्रौद्योवगकी ववभाग द्वारा

    आवंशक रूप से ववत्त पोवषत ह।ै यह कोववि - 19 के वलए पहला स्वदशेी रूप से ववकवसत वैक्सीन ह,ै वजसके स्वस्थ मनषु्ट्यों

    पर परीक्षण चरण की शरुुआत हो गयी ह।ै

    अनकूुलन चरण I / II के तहत खरुाक ववृि के साथ बहु-कें वद्रत अध्ययन वकै्सीन की सरुक्षा, सहनीयता और प्रवतरक्षा क्षमता

    का आकलन करेगा। फरवरी 2020 में कोववि - 19 के वलए त्वररत वकै्सीन ववकास काययक्रम के शभुारंभ के बाद से वकै्सीन

    का मानव पर परीक्षण चरण की शरुुआत एक महत्वपणूय उपलवब्ध ह।ै

    ज इकोि –डी के ब रे में

    पवूय-नैदावनक (प्री-वक्लवनक) चरण में, यह पाया गया वक वकै्सीन से चहूों, सअूरों और खरगोशों जसेै कई जानवरों की प्रजावतयों

    में मजबतू प्रवतरक्षा प्रवतवक्रया हुई ह।ै वकै्सीन द्वारा उत्पावदत एटंीबॉिी वायरस को बेअसर करने में सक्षम थे, जो वकै्सीन की

    सरुक्षात्मक क्षमता को दशायता ह।ै दोबारा खरुाक दनेे के बाद भी वकै्सीन के वलए कोई सरुक्षा वचंता नहीं दखेी गयी। खरगोशों

    में, मानव के वलए अपेवक्षत खरुाक से तीन गनुा तक सरुवक्षत, सहनीय और प्रवतरक्षा को बेहतर बनाने वाला पाया गया।

    जाइकोव –िी के साथ, कंपनी ने दशे में िीएनए वैक्सीन टलेटफ़ॉमय को सफलतापवूयक स्थावपत वकया ह।ै इसके वलए गरै-

    प्रवतकृवत और गरै-एकीकृत टलावस्मि का उपयोग वकया गया ह ैवजसे बहुत सरुवक्षत माना जाता ह।ै इसके अलावा, वके्टर

    प्रवतवक्रया और संक्रामक एजेंट की अनपुवस्थवत में, यह टलेटफॉमय वयनूतम जवै सरुक्षा आवश्यकताओ ं(बीएसएल -1) के

    साथ वकै्सीन के वनमायण को आसान बनाता ह।ै इस टलेटफ़ॉमय में वकै्सीन वस्थरता बेहतर होती ह ैऔर इसकी कोल्ि चेन

    आवश्यकता भी कम होती ह ैवजससे दशे के दरूस्थ के्षत्रों में इसका पररवहन आसान हो जाता ह।ै इसके अलावा, इस टलेटफॉमय

    में कुछ हफ़्ते के अवदर वकै्सीन को संशोवधत वकया जा सकता ह,ै यवद वायरस रूपांतररत होता ह।ै वकै्सीन ऐसी वस्थवत में भी

    सरुक्षा प्रदान कर सकता ह।ै

    डीबीटी के र ष्ट्रीय ब योफ म य दमशन के ब रे में :

    भारत सरकार के जवै प्रौद्योवगकी ववभाग (िीबीटी) के उद्योग- वशक्षा जगत सहयोग वमशन के तहत जवै औषवध

    (बायोफामायस्यवूटकल) के त्वररत अनसंुधान पर ववशषे जोर वदया जाता ह।ै मवंत्रमिंल द्वारा अनमुोवदत इस वमशन की कुल

    लागत 250 वमवलयन िॉलर ह ैऔर इसे ववि बैंक द्वारा 50% ववत्त पोवषत वकया जा रहा ह।ै इस वमशन को जवै प्रौद्योवगकी

    अनसंुधान सहायता पररषद (बीआईआरएसी) द्वारा लाग ूवकया गया ह।ै यह काययक्रम भारत में स्वास््य मानकों में सधुार करने

    के उद्दशे्य से राष्ट्र के वलए वकफायती उत्पाद ववकवसत करने के वलए समवपयत ह।ै वकै्सीन, वचवकत्सा उपकरण, नैदावनक और

    जवै रोग वचवकत्सा इसके सबसे महत्वपणूय क्षेत्र हैं।

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    जैि प्रौद्योदगकी उद्योग अनुसांध न सह यत पररषि (बीआईआरएसी) के ब रे में :

    जवै प्रौद्योवगकी उद्योग अनसंुधान सहायता पररषद (बीआईआरएसी), भारत सरकार के जवै प्रौद्योवगकी ववभाग (िीबीटी)

    द्वारा धारा 8, अनसुचूी बी के अतंगयत स्थावपत एक सावयजवनक के्षत्र का उद्यम (लाभ के वलए नहीं ) ह।ै यह जवै प्रौद्योवगकी

    उद्यमों के वलए एक सवुवधा व समववय प्रदान करनेवाली एजेंसी के रूप में कायय करता ह ैतावक उभरते हुए जवै प्रौद्योवगकी

    उद्यमों में रणनीवतक अनसंुधान और नवाचार को बढावा वदया जा सके तथा राष्ट्रीय स्तर पर प्रासंवगक उत्पाद ववकास

    आवश्यकताओ ंको परूा वकया जा सके।

    ज इडस के ब रे में

    जाइिस कैविला एक नवोवमषेी, ववैिक दवा कंपनी ह,ै जो सकू्ष्म अण-ुऔषवधयों, जवैवक- उपचार और वकै्सीन सवहत स्वास््य

    उपचारों की एक ववस्ततृ श्रृंखला का अनसुवधान, ववकास, वनमायण और ववपणन करती ह।ै

    UAE क मांगल दमशन

    चच य में क्यों?

    संयिु अरब अमीरात ने 20 जलुाई से 22 जलुाई के बीच मगंल ग्रह के वलए अपने 'होप मासय वमशन' की शरुूआत के वलए

    काम वफर से शरुू कर वदया ह।ै जापान के तनेगावशमा स्पेस सेंटर से यएूई के होप प्रोब का प्रके्षपण अवनवित मौसम के कारण

    दो बार प्रभाववत हुआ ह।ै इससे पहले 15 जलुाई को लॉवच वकया जाना था लेवकन खराब मौसम की वजह से इसे 17 जलुाई

    के वलए टाल वदया गया और अब एक नई तारीख दी गई ह।ै UAE अगर यह लॉवच सफलतापवूय कर लेता ह ैतो दसूरे ग्रह पर

    वमशन भजेने वाला पहला अरब दशे होगा।

    'होप म सय दमशन' और प्रोब 'अल-अमल' के ब रे में

    यएूई के मगंलयान का नाम 'अमल' या उम्मीद ह,ै वजसे जापान के एच-2ए रॉकेट के जररए दवक्षणी जापान के तनेगावशमा

    अतंररक्ष कें द्र से रवाना वकया जाना था।यह संयिु अरब अमीरात के महत्वाकांक्षी अतंररक्ष काययक्रम का अगला चरण होगा।

    वमशन का उद्दशे्य ह ैमगंल ग्रह के वातावरण के मौसम के रहस्यों को सलुझाना।

    यएूई के मानवरवहत प्रोब का नाम 'अल-अमल' ह।ै ये अरबी शब्द ह,ै इसका मतलब होता ह ै'उम्मीद'। 'अल-अमल' को पृ् वी

    से मगंल तक की 49.3 करोड़ वकलोमीटर की दरूी तय करने में सात महीने लग जाएंग।े अवधकाररयों का कहना ह ैवक 'अल-

    अमल' की रूप-रेखा ही इस उद्दशे्य से बनाई गई ह ैवक इससे इलाके के यवुा प्रेररत हों और वजै्ञावनक दृवष्ट से महत्वपणूय खोजों

    का मागय प्रशस्त हो।

    कक्षा में पहुचं जाने के बाद, 1,21,000 वकलोमीटर प्रवत घटें की औसत रफ्तार से प्रोब को एक चक्कर लगाने में 55 घटें

    लगेंग।े यएूई कमांि एिं कंरोल सेंटर से संपकय सिाह में दो बार छह से आठ घटंों के वलए सीवमत रहगेा। प्रोब कक्षा में मगंल

    ग्रह के परेू एक साल की अववध के बराबर तक रहगेा। 'अल-अमल' का प्रक्षेपण इस काययक्रम का अगला मील का पत्थर ह।ै

    प्रोब पर लग ेतीन उपकरण मगंल के वातावरण की परूी तस्वीर देंग।े पहला एक इफं्रारेि स्पेक्रोमीटर ह ैवातावरण के वनचले

    भाग को मापने और तापमान की संरचना का ववशे्लषण करने के वलए, दसूरा हाई रेजॉल्यशून इमजेर ह ैजो वहां मौजदू ओजोन

    के स्तर की जानकारी दगेा। तीसरा एक अल्रावॉयलेट स्पेक्रोमीटर ह ैजो सतह से 43,000 वकलोमीटर की दरूी से ऑक्सीजन

    और हाइड्रोजन के स्तर को मापेगा।

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    दक्रप्टोकरांसी दबटकॉइन

    चच य में क्यों?

    वक्रटटोकरंसी स्कैम के उद्दशे्य से अमरेरका के कई हाई प्रोफाइल ट्ववटर अकाउंट हकै कर वलए गए। इसमें अमरेरकी नेता जो

    वबिन, टेसला के सीईओ एलन मस्क, माइक्रोसॉफ्ट के सहसंस्थापक वबल गट्ेस और एपल के कई और अहम अकाउंट

    शावमल हैं। ट्ववटर हैंिल हकै करने के बाद इसपर एक खास तरह के मसेेज पोस्ट वकए गए। पवूय राष्ट्रपवत बराक ओबामा का

    भी ट्ववटर हैंिल हकै कर वलया गया।

    दक्रप्टोकरेंसी क्य हैं?

    वक्रटटो करेंसी एक ऐसी मदु्रा ह ैजो कंटयटूर एल्गोरर्म पर बनी होती ह।ै यह एक स्वतंत्र मदु्रा ह ैवजसका कोई मावलक नहीं

    होता। यह करेंसी वकसी भी एक अथॉररटी के काब ूमें भी नहीं होती। अममून रुपया, िॉलर, यरूो या अवय मदु्राओ ंकी तरह ही

    इस मदु्रा का संचालन वकसी राज्य, दशे, संस्था या सरकार द्वारा नहीं वकया जाता। यह एक विवजटल करेंसी होती ह ैवजसके

    वलए वक्रटटोग्राफी का प्रयोग वकया जाता ह।ै आमतौर पर इसका प्रयोग वकसी सामान की खरीदारी या कोई सववयस खरीदन ेके

    वलए वकया जा सकता ह।ै

    आपको पता होना चावहए वक सवयप्रथम वक्रटटो करेंसी की शरुुआत 2009 में हुई थी जो “वबटकॉइन” थी। इसको जापान के

    सतोषी नाकमोतो नाम के एक इजंीवनयर ने बनाया था। प्रारम्भ में यह उतनी प्रचवलत नहीं थी, वकवत ुधीरे-धीरे इसके रेट

    आसमान छूने लग,े वजससे यह सफल हो गई। दखेा जाए तो 2009 से लेकर वतयमान समय तक लगभग 1000 प्रकार की

    वक्रटटो करेंसी बाजार में मौजदू हैं, जो वपयर टू वपयर इलेक्रॉवनक वसस्टम के रूप में कायय करती ह।ै

    िीदडयो कॉन्फ्रें दसांग सेि 'दजयोमीट'

    वीवियो कॉवफ्रें वसंग सेवा 'वजयोमीट' ने ररलायंस इिंस्रीज की वावषयक आमसभा के दौरान 42 दशेों के करीब 3.21 लाख

    लोगों को एक साथ जोड़ने का ररकॉिय बनाया ह।ै ररलायंस वजयो ने दशे में वीवियो कॉवफ्रें स सेवा की बढती मांग को दखेते

    हुए हाल में इसे आम लोगों के वलए उपलब्ध कराया ह।ै

    'दजयोमीट' के ब रे में

    'वजयोमीट' वीवियो कॉवफ्रें वसंग एप ह ैएव ंइस ररलायंसद्वारा बनाया गया ह।ै वजयोमीट को परूी तरह से भारत में ही बनाया गया

    ह ैऔर खासतौर पर भारतीयों की जरूरतों का इसमें ख्याल रखा गया ह।ै' वजयोमीट पर एक बार में 100 से अवधक उपयोिा

    वीवियो कांफ्रें वसंग के जररए जड़ु सकते हैं।

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    :: पय यिरण और प ररदस्थदतकी ::

    एनटीपीसी पर 10 करोड रू क जुम यन

    चच य में क्यों?

    राष्ट्रीय हररत अवधकरण (एनजीटी) ने वसंगरौली में एनटीपीसी ववधं्याचल सपुर थमयल पावर स्टेशन को उसके फ्लाई ऐश

    िाइक (राख के वलये बनाया गया बांध) में दरार से गोववदं वल्लभ पंत सागर “ररहदं जलाशय” में राख वगरने से हुए नकुसान

    पर अतंररम मआुवज ेके तौर पर 10 करोड़ रुपये दनेे के वनदशे वदये हैं।

    एनजीटी ने कें द्रीय प्रदषूण वनयंत्रण बोिय को यह सवुनवित करने का वनदशे वदया वक फ्लाई ऐश (थमयल पावर टलांट से वनकलने

    वाली राख) का वनस्तारण पयायवरण संरक्षण अवधवनयम के प्रावधानों के तहत वन एव ंपयायवरण मतं्रालय द्वारा सांवववधक तौर

    पर अवधसवूचत तरीके से हो, वजसमें 100 प्रवतशत उपयोग की आवश्यकता ह।ै

    एनजीटी के अध्यक्ष वयायमवूतय आदशय कुमार गोयल ने कहा वक खदानों में राख का वनस्तारण और पररत्यि खानों में राख को

    पनु: भरने का काम सीपीसीबी के वदशावनदशे के मतुावबक वकया जा सकता ह ैया धनबाद वस्थत भारतीय खान ब्यरूो से भी

    इस ववषय पर परामशय वलया जा सकता ह।ै

    पृष्ठभूदम

    अवधविा अविनी कुमार दबेु की यावचका पर अवधकरण ने यह वनदशे वदये। दबेु ने यावचका में 6 अक्टूबर 2019 को हुई उस

    घटना का उल्लेख करते हुए कहा वक एनटीपीसी ववद्यतु पररयोजना के “लापरवाही भरे कृत्य” के कारण राख के बांध में दरार

    आई वजससे 35 लाख मीवरक टन से ज्यादा फ्लाई ऐश गोववंद वल्लभ पंत सागर “ररहदं जलाशय” में वगरी।

    ररल यांस इांडस्रीज क 2035 तक 'शून्य क बयन उत्सजयन' कां पनी बनने क लक्ष्य

    ववि की सबसे बड़ी पेरोवलयम ररफाइनरी चलाने वाली ररलायंस इिंस्रीज ने 2035 तक खदु को 'शवूय काबयन उत्सजयन'

    कंपनी बनाने का लक्ष्य रखा ह।ै

    ररल यांस इांडस्रीज 'शून्य क बयन उत्सजयन' की दिश में किम

    इस लक्ष्य को पाने के वलए कंपनी पररवहनों में इस समय इस्तेमाल होने वाले ईधंन की जगह स्वच्छ वबजली और हाइड्रोजन

    के इस्तेमाल को प्रोत्सावहत करेगी।

    तेल-दरूसंचार-खदुरा के्षत्र में काम करने वाला ररलायंस समहू उत्सवजयत होने वाले काबयन िाई ऑक्साइि को मलू्यवान रसायन

    और अवय सामग्री को ईटंों में बदलने की प्रौद्योवगकी का इस्तेमाल करेगी।

    ररलायंस कच्चे तेल और प्राकृवतक गसै की उपयोिा बनी रहगेी, लेवकन वह नयी प्रौद्योवगवकयों को लाकर उत्सवजयत होन े

    वाले काबयन िाई ऑक्साइि को उपयोगी उत्पाद और रसायनों में बदलने का काम करेगी।

    कंपनी स्वच्छ और सस्ती ऊजाय के वलए हाइड्रोजन, पवन, सौर ऊजाय और बैटरी इत्यावद के उपयिु सवम्मश्रण की रणनीवत

    अपनाएगी।

    आम ररफाइनरी में कच्चे तेल से पेरोल, िीजल और ववमानन ईधंन बनाने के बाद 60 से 70 प्रवतशत गाद बचती ह।ै जसेै-

    जसेै ररफाइनरी का आकार और पूंजी बढती ह,ै व ेनई प्रौद्योवगकी पर वनवशे करते हैं, जसेै पेटकोक को गसै में बदलने इत्यावद

    पर। इससे गाद जसेै कम मलू्य वाले कई उत्पादों को उच्च मलू्य वाले उत्पादों में बदला जा सकता ह।ै

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    ववैिक स्तर पर आम ररफाइनरी करीब आठ प्रवतशत नाफ्था का उत्पादन करती हैं वजसका उपयोग रसायवनक खाद बनाने में

    वकया जा सकता ह।ै ररलायंस का तेल से रसायन बनाने की दर अभी 24 प्रवतशत ह ैऔर कंपनी इसे बढाकर 70 प्रवतशत करन े

    का लक्ष्य लेकर चल रही ह।ै

    जामनगर ररफाइनरी में काबयन िाई ऑक्साइि को उच्च मलू्य वाले प्रोटीन, औषधीय पदाथों, आधवुनक सामवग्रयों और ईधंन

    में बदलने के वलए फोटोवसंथेवसस बायोलॉवजकल प्रणाली बनाने की वदशा में उल्लेखनीय प्रगवत पहले ही की जा चकुी ह।ै

    उवहोंने कहा वक कंपनी काबयन संग्रह और भिंारण करने वाली अगली पीढी की प्रौद्योवगकी ववकवसत करेगी।

    :: दिदिध ::

    'इांदडय आइदडय ज सदमट'

    प्रधानमतं्री नरेंद्र मोदी 22 जलुाई को अमरेरका-भारत कारोबार पररषद (यएूसआईबीसी) द्वारा आयोवजत 'इवंिया आइवियाज

    सवमट' को संबोवधत करेंग।े इस वशखर सम्मेलन में दवुनयाभर के लोगों की नजर होगी। अमरेरका और भारत की मखु्य भागीदारी

    वाला यह दो वदनों का वशखर सम्मलेन ह,ै वजसे विवजटल माध्यम से आयोवजत वकया जा रहा ह।ै इसका आयोजन 21-22

    जलुाई को होगा।

    इस वशखर सम्मलेन में भारत सरकार और अमरेरका की सरकार के व ेशीषय अवधकारी एक साथ आयेंग,े जो महामारी के बाद

    उबरने की रूपरेखा पर काम कर रह ेहैं।

    अशोक लि स

    चनुाव आयिु अशोक लवासा को एवशयाई ववकास बैंक (ADB) ने उपाध्यक्ष बनाने की घोषणा की। बैंक का मखु्यालय

    मनीला में ह।ै चनुाव आयोग में लवासा का काययकाल अक्टूबर 2022 तक ह।ै

    वफलीपींस वस्थत ADB ने एक बयान जारी कर कहा ह,ै 'ADB ने अशोक लवासा को वनजी क्षेत्र और सावयजवनक- वनजी

    भागीदारी के कारोबार के वलये उपाध्यक्ष वनयिु वकया ह।ै वह वदवाकर गिुा का स्थान लेंग ेजो वक 31 अगस्त को सेवावनवतृ

    हो रह ेहैं।

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    दप्रदलम्स बूस्टर

    हाल में मानव संसाधन ववकास मतं्रालय के द्वारा आंध्र प्रदशे के 1200 वशक्षाकवमययों के शकै्षवणक कौशल उवनयन हते ुहते ु

    समग्र वशक्षा अवभयान के तहत वकस ऑनलाइन काययक्रम की शरुुआत की ह?ै (दनष्ठ National Initiative for

    School Heads' and Teachers' Holistic Advancement)

    हाल ही में राष्ट्रीय बायोफामाय वमशन के तहत कोववि - 19 के वलए वकस प्रथम स्वदशेी वकै्सीन के ह्यूमन रायल की

    शरुुआत की गई ह?ै (ज इकोि – डी )

    हाल ही में जो वबिन, एलन मस्क और वबल गट्ेस इत्यावद के ट्ववटर अकाउंट हकै करने से चचाय में रह ेवबटकॉइन क्या ह ै

    इसकी खोज वकसने की थी? (एक िचुयअल मुद्र , स स तोशी नक मोतो)

    हाल ही में वनमायण कायय जारी होने से चचाय में रह े'वदयामरे भाषा' बांध का वनमायण कहां और वकस नदी पर वकया जा रहा

    ह?ै (POK दगलदगट-ब दटटस् त न, स दसांधु निी पर)

    कोववि-19 के कारण वनमायण कायय में दरेी से चचाय में रह ेदवुनया के सबसे बड़े ऑवटटकल टेलीस्कोप का नाम क्या ह ैऔर

    यह कहां प्रस्ताववत ह?ै (थटी मीटर टेलीस्कोप-TMT, स हि ई द्वीप समूह के मौन द्वीप)

    खराब मौसम के कारण पररयोजना में ववलंब से चचाय में रह ेववलंब से चचाय में रह े'अल-अमल' मानवरवहत प्रोब वकस दशे

    की पररयोजना ह ैएव ंइसे वकस ग्रह/ उपग्रह पर भजेा जाएगा? (सांयुक्त अरब अमीर त, समांगल)

    हाल ही में ब्लैक िेथ के नाम से मशहूर वकस बीमारी से मगंोवलया में संक्रमण के मामले सामने आए हैं एव ंइस रोग का

    वाहक कौन होते हैं? (बुबोदनक प्लेग, स बैक्टीररय यदसयदनय पेदस्टस)

    हाल ही में वकस भारतीय व्यवि को वनजी क्षेत्र और सावयजवनक- वनजी भागीदारी के कारोबार हते ुएवशयाई ववकास बैंक

    (ADB) का उपाध्यक्ष वनयिु वकया गया ह?ै (अशोक लि स )

    हाल ही में भारत के वकस वनजी कंपनी द्वारा 2035 तक खदु को 'शवूय काबयन उत्सजयन' कंपनी बनाने का लक्ष्य रखा ह?ै

    (ररल यांस इांडस्रीज)

    प्रधानमतं्री नरेंद्र मोदी द्वारा 22 जलुाई को संबोधन वकए जाने से चचाय में रह े 'इवंिया आइवियाज सवमट' का आयोजन

    वकसके द्वारा वकया जा रहा ह?ै (अमेररक -भ रत क रोब र पररषि-यूएसआईबीसी)

    लगातार तीसरे महीने वनवशे में बढत दजय करन ेसे चचाय में रह ेपावटयवसपेटरी नोट्स (पी-नोट्स) वकसे जारी वकए जाते हैं?

    (ऐसे दनिेशक जो दबन पांजीकृत हुए भ रत में दनिेश करते हैं)

    एनटीपीसी के साथ समझौता से चचाय में रह ेनेशनल इनवसे्टमेंट एिं इफं्रास्रक्चर फंि-NIIF को कब एव ंवकस उद्दशे्य से

    स्थावपत वकया गया था? (2015, स अिसांरचन दिक स के दलए िीर्यक दलक ऋण हेतु)

    हाल ही में वकस कंपनी ने अपने वकस ऐप के माध्यम से 42 दशेों के करीब 3.21 लाख लोगों को एक साथ जोड़ने का

    ररकॉिय बनाया? (ररल यांस इांडस्रीज, सदजयोमीट)

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